28 सितंबर : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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माक्स एवं सोशल डिस्टेंस के साथ हुई विद्यालय में पठन-पाठन शुरू

मधुबनी : जिले के बिस्फी प्लस टू उच्च विद्यालय विस्फी, परसौनी, जफरा, सिमरी, खगरैठा, बरहा, धेपुरा, शिवौल, केरवार में पढ़ने वाले नवम एवं दशम वर्ग के लिए सोमवार को स्कूल खोला गया। बच्चों और अभिभावकों में इस स्कूल खुलने से उत्साह नहीं देखी गई। वही विद्यालयों के द्वारा भी इसको लेकर कोई तैयारी नहीं किया गया था। अधिकांश विद्यालयों में एक भी छात्र पढ़ने के लिए पहला दिन नहीं आया वही प्राइवेट स्कूलों के संचालकों पढ़ने वाले बच्चों और अभिभावकों में स्कूल खुलने के उत्साह देखी गई।

कई विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया इसके लिए विभाग से कोई गाइडलाइन प्राप्त नहीं हुई है इसके बावजूद भी प्लस टू विद्यापति उच्च विद्यालय बिस्फी में वर्ग नवम में अट्ठारह जबकि दशम् वर्ग में 40 छात्रों ने पहला दिन पठन पाठन को लेकर आये थे। वहीं छात्र छात्राओं ने माक्स एवं सोशल डिस्टेंस का लगभग पालन करते देखा गया। लेकिन किसी में उत्साह नजर नहीं आ रहा था। विद्यालय के द्वारा सोशल डिस्टेंस में बैठने का निर्देश दी गई थी लेकिन विद्यालय को सेनीटाइज नहीं की गई थी।

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विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र सबा परवीन, मो हामिद सीखा कुमारी, सीमा कुमारी, पिंकी कुमारी, पूजा कुमारी, आशुतोष कुमार, चंदन कुमार, अमन कुमार सहित कई छात्र छात्रा ने बताया कि महीनों से विद्यालय बंद होने से पठन-पाठन बंद था कोविड-19 की महामारी के बाद विद्यालय चालू हुआ है इससे बहुत ही खुश हूं परीक्षा नजदीक आता जा रहा है इसलिए उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया इस अवस्था में पठन-पाठन का कार्य किया जाए। वही अभिभावक बेचन यादव, मनोज यादव, बिजय यादव, उमेश यादव, रामकिशोर यादव, राजेंद्र कुशवाहा, मुकेश पासवान, नीलाम्बर यादव ने बताया कि सरकार की पहल अच्छी हैं गाइडलाइन का पालन करते हुए अगर पढ़ाई शुरू की जाए तो छात्रों का भविष्य संभालने में कामयाब होगा। इस वाबत में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विमला कुमारी ने बताया कि सरकार के गाइडलाइन के अनुसार विद्यालयों का संचालन किया जाएगा इसमें किसी प्रकार की कोताही बरतने पर विद्यालय प्रधानों पर कार्रवाई सुनिश्चित हैं।

फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की हुई शुरुआत, 14 दिनों तक चलेगा अभियान

• 49 लाख से अधिक लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य
• कुल 5187 आशाएँ घर-घर जाकर लोगों को खिलाएंगी दवा
• कार्यक्रम के लिए 2470 टीम का हुआ गठन

मधुबनी : फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिला सहित अन्य प्रखंडों में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम(एमडीए) की शुरुआत की गयी। इस अवसर पर जिला जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे ने सिविल सर्जन तथा अन्य जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने फाइलेरिया की दवा सेवन कर कार्यक्रम की आधिकारिक शुरुआत की। इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने बताया फाइलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिले में अगले 14 दिनों तक सर्व जन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए आशा घर-घर जाकर 2 साल से अधिक उम्र के लोगों को अपने सामने फाइलेरिया की दवा खिलाएंगी। फाइलेरिया एक गंभीर रोग है जिसे फाइलेरिया की दवा सेवन से ही बचा जा सकता है। कभी-कभी फाइलेरिया के परजीवी शरीर में होने के बाद भी इसके लक्ष्ण सामने आने में वर्षों लग जाता है। इसलिए फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है। उन्होंने बताया लोग खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें। तथा 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रोग से ग्रसित एवं गर्भवती महिला को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलाई जाएगी।

सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार झा ने बताया कि जिले में लगभग 49.40 लाख लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. अभियान के कुशल क्रियान्वयन के लिए दो आशाओं की एक टीम बनाई गयी है। जिसमें आशाओं, वॉलिंटियर्स, दल -कर्मी संख्या-5187 को अभियान में लगाया गया है । तथा अभियान के लिए 2470 टीम का गठन किया गया है ।आशाओं के कार्यों के पर्यवेक्षण के लिए आशा 247 पर्यवेक्षकों की तैनाती की गयी है।

ऐसे खानी है दवा :

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एस.एस झा ने बताया अभियान में डीईसी एवं एलबेंडाजोल की गोलियाँ लोगों की दी जाएगी। 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी. एलबेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है.

जन-जागरूकता पर बल :

अभियान के विषय में जन-जागरूकता बढ़ाने में जीविका, पंचायती राज विभाग एवं शिक्षा विभाग की अहम भूमिका होगी। जिले में गठित स्वयं सहायता समूहों में जीविका कार्यकर्ता अभियान के दौरान फाइलेरिया दवा के बारे में लोगों को अवगत कराएंगी। साथ ही यह सुनश्चित कराएंगी कि अभियान में दवा का सेवन शत-प्रतिशत हो।

क्या है फाइलेरिया:

इसे हाथीपावं रोग के नाम से भी जाना जाता है. बुखार का आना, शरीर पर लाल धब्बे या दाग का होना एवं शरीर के अंगों में सूजन का आना फाइलेरिया की शुरूआती लक्ष्ण होते हैं. यह क्यूलेक्स नामक मच्छर के काटने से फैलता है. आमतौर पर बचपन में होने वाला यह संक्रमण लसिका (लिम्फैटिक) प्रणाली को नुकसान पहुँचाता है. फाइलेरिया से जुडी विकलांगता जैसे लिंफोइडिमा( पैरों में सूजन) एवं हाइड्रोसील(अंडकोश की थैली में सूजन) के कारण पीड़ित लोगों को इसके कारण आजीविका एवं काम करने की क्षमता प्रभावित होती है.

किसी प्रकार की समस्या होने पर सुपरवाइजर से करें सम्पर्क:

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एस एस झा ने कहा फाइलेरिया से बचाव के लिए डीईसी खुराक जरूरी है. डीईसी खुराक फाइलेरिया परजीवी को मारने का काम करते हैं. दवा खाने के बाद फाइलेरिया के कीटाणु मरने लगते हैं. रोगी को हल्का बुखार, सिरदर्द या उल्टी की शिकायत होती है. इससे घबराना नहीं चाहिए. ये कुछ समय बाद स्वत: समाप्त हो जाते हैं. खुराक खाने से कोई परेशानी या एलर्जी हो तो स्वास्थ्य केंद्र संपर्क करें.अगर किसी प्रकार की समस्या हो तो टीम के सुपरवाइजर से सम्पर्क कर सकते हैं. या 104 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है. उनको तत्काल चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करा दी जाएगी.

मौके पर एसीएमओ डॉ सुनील कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एस.एस. झा,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा, सीडीओ डॉक्टर आरके सिंह, एन सी डी ओ डॉ. एस पी सिंह,डीपीएम दयाशंकर निधि, फाइलेरिया निरीक्षक विभास चंद्र झा,केयर इंडिया के डीपीओ धीरज कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार नीरज कुमार सिंह, लक्ष्मी झा आदि उपस्थित थे।

विधानसभा चुनाव की तैयारियों की डीएम व एसपी ने की समीक्षा

मधुबनी : जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी डॉ० नीलेश रामचंद्र देवरे एवं पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्यप्रकाश द्वारा संयुक्त रूप से जिले में विधानसभा चुनाव 2020 की तैयारी की समीक्षा की गई।

मधुबनी जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी डाॅ० निलेश रामचन्द्र देवरे एवं पुलिस अधीक्षक डाॅ० सत्य प्रकाश द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव के तैयारी की समीक्षा हेतु जिले के सभी आर०ओ० एवं ए०आर०ओ०, विभिन्न कोषांग के नोडल/वरीय पदाधिकारी तथा निर्वाचन से संबंधित अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी के साथ वर्चुअल बैठक आयोजित किया गया।

मधुबनी जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बैठक में सभी 10 विधानसभा क्षेत्रो के आर०ओ० से उनके निर्वाचन क्षेत्रो के सभी critical booth, vulnerable booth एवं vulnerable mapping की सूची तैयार कर अविलंब जिला निर्वाचन कार्यालय को भेजने का निर्देश दिया। एक ही स्थान पर पाँच से अधिक बुथो की संख्या वाले जगह का भौतिक निरीक्षण करने तथा निर्वाचन को प्रभावित करने वाले सभी संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर उन पर धारा 107 के तहत कारवाई कर प्रतिवेदन जिला को भेजने का निदेश दिया गया। साथ ही आदर्श आचार संहिता का अनुपालन सख्ती से करने एवं उल्लंघन करने वाले पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया।

मधुबनी जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने जिले के कूल अनुज्ञप्ति धारी शस्त्रों की संख्या 954 के विरूद्ध मात्र 654 का सत्यापन होने पर नाराजगी व्यक्त किया एवम् इसे शीघ्र पूरा कर प्रतिवेदन जिला को भेजने का निर्देश दिया।

पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्यप्रकाश द्वाराअवैध हथियारो की जब्ती हेतु स्पेशल ड्राइव चलाने का निदेश पुलिस उपाधीक्षक एवं थाना अध्यक्ष को दिया है। सी०ए०पी०एफ० हेतु स्थल का चयन कर निर्धारित मानक के अनुरूप उनके रहने एवम् खाने की व्यवस्था करने का निदेश सभी पदाधिकारी को दिया।

शराब एवं बाइक के साथ दो धंधेबाज गिरफ्तार, भेज गया जेल

मधुबनी : जिले के खजौली थानाक्षेत्र के हरिशबारा हटिया चौक से देर शाम खजौली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर शराब के दो धंधेबाज को गिरफ्तार कर लिया। नेपाली देशी शराब की 25 बोतल एवं बाईक के साथ गिरफ्तार राजनगर थानाक्षेत्र के सोहरवा गांव निवासी विंदेश्वर ठाकुर एवं रामचंद्र ठाकुर को रविवार के दिन न्यायिक हिरासत में भेज दिया। थानाध्यक्ष उमेश पासवान ने बताया कि हरिशबारा हटिया चौक पर शराब की धंधा करने वालों की गुप्त सूचना मिली। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एएसआई इंद्रदेव सिंह सहित सशस्त्र पुलिस बल को भेजा गया, जहां से नेपाली देशी शराब की 25 बोतल एवं एक बाइक के साथ दोनों कारोबारी को गिरफ्तार करने की कार्रवाई हुई है।

250 में तीन निकले कोरोना पॉजीटिव

मधुबनी : जिले के राजनगर प्रखंड क्षेत्र के पटवारा उत्तरी पंचयात के सामुदायिक भवन पर जिला प्रशाशन के के नेतृत्व में कोविड-19, नोबल कोरोना वायरस की निःशुल्क जाँच शिविर लगाया गया।

स्वास्थ्य कर्मी को पंचायत के मुखिया विमला देवी एव पैक्स अध्यक्ष भरत लाल राय ने पंचायत में जागरूकता अभियान चला कर लोगो से अपील किए लोगो कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण से कैसे बचें उसकी जानकारी दिए, साथ ही कोरोना टेस्ट क्यों जरूरी उसके बारे भी विस्तृत जानकारी दिए।इस अवसर पर महिलाएं, पुरुष एवं बच्चे भारी संख्या में निःशुल्क कैम्प जा कर जाँच कराए, और स्वास्थ्य विभाग को भरपूर सहयोग किए।
इस शिविर में 250 लोगो का कोविड-19 टेस्ट किया गया, जिसमें तीन लोग कोरोना पॉजीटिव निकले।

आरटीपीएस भवन की जर्जर भवन की हालत देख डरे हुए हैं कर्मी

मधुबनी : जिले के राजनगर प्रखंड मुख्यालय आरटीपीएस भवन की जर्जर भवन काम करने से पीछे क्यू हटते है, आइए जानते हैं आज हम। राजनगर प्रखंड के आरटीपीएस कर्मी कार्यपालक सहायक आफिस में काम करने से डरते है। पदाधिकारी के द्वारा समस्याओं को अनदेखी की किया जा रही है। जब सुशाशन बाबू के सरकारी भवन इतनी जर्जर है, तो आम लोगो का क्या हाल होगा? यह विकास कार्यो पर सवाल क्या नही खड़े होने चाहिए? एक तरफ विकास कार्यो ढिंढोरा पीटा जा रहा है, जबकि कार्यपालक सहायक के द्वारा वर्षो से लिखित कम्पेलन देने बाद भी मामले को संज्ञान क्यू नही लिया जा रहा है?

इस बाबत राजनगर प्रखंड के आरटीपीएस के कार्यपालक सहायक कुमार निशा बताते हैं कि ऑफिस का खिड़की टूटा है, और सर के ऊपर से छत का चटान गिरता है। कई बार कर्मी घायल होने से बचे है। छत का जर्जर हालत देख रूह कापने लगते है। ऑफिस आवर में यदि वारिश हो तो कम्प्यूटर, मोनीटर, सहित कीमती कागजात सहित बिजली शॉट सर्किट तक होने लगते है। सभी कर्मी दफ्तर में डरे-डरे से रहते है। मजबूरी है हम लोगों का कि हमलोग सरकारी कर्मी है। इसलिए शायद हमलोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।

 

सुमित राउत

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