28 मई : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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एबीवीपी की दरभंगा इकाई ने की बैठक

दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा जिला इकाई का बैठक प्रदेश कार्य समिति सदस्य जया सिंह के नेतृत्व में आयोजित किया गया।  इस बैठक का मुख्य मुद्दा छात्र संघ अध्यक्ष पर जो राजनीतिक विद्वेष से विश्वविद्यालय प्रशासन द्वरा लगातार अपमानित किया जा रहा है, इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुआ इस अवसर पर जया सिंह कहा कि राजनीतिक षडयंत्र के तहत छात्र संघ अध्यक्ष  सह परिषद के कार्यकार्ता मधुमाला कुमारी को लगातार विश्वविद्यालय द्वारा टारगेट किया जा रहा है, जो न केवल छात्र संघ अध्यक्ष का अपमान है बल्कि लाखों छात्र के विरुद्ध एक सुनियोजित साजिश है, जिन्होंने अपना वोट मधुमाला कुमारी को दिया, उच्चपद पर आसीन विश्वविद्यालय प्रशासन के लोगो भी सोचना चाहिए कि अध्यक्ष का निर्वाचन आम छात्रों द्वारा संवैधानिक प्रक्रिया के तहत हुआ है न कि मनोनयन द्वारा।

साथ हीं छात्र संघ अध्यक्ष सहित सैकड़ों छात्राओं का नामांकन से संबंधित कागजात एम.आर. एम. महाविद्यालय से गायब होना एक साजिश है, प्राप्त जानकारी के अनुसार एमआरएम महाविद्यालय के केवल गणित विभाग में बिना पीजी टेस्ट के नामंकन करवाने वाले छात्राओं की संख्या 9 है, तथा पूरे महाविद्यालय के सभी विभाग में लगभग 48 नामंकन हुए है  तथा अब भी गणित विभाग में उस सत्र में 24 सीट अब भी रिक्त है, इसके साथ हीं, बिना एंट्रेंस टेस्ट के स्नाकोत्तर में बेगूसराय, समस्तीपुर, मधुबनी व दरभंगा के महाविद्यालयों एवं विभाग में लागभग 200 से अधिक नामंकन हुआ है, जिसकी जानकारी पूर्व में हीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा दी जा चुकी है, लेकिन जांच केवल एक छात्रा को प्रताड़ित करने हेतु चल रही हैं, जो असंवैधानिक है।

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इस अवसर पर सीएम लॉ महाविद्यालय के अभाविप अध्यक्ष राकेश साहू ने कहा कि परिषद के कार्यकर्ताओं का मानना है कि कोई छात्र स्वयं नामंकन नही ले सकता है, जब छात्र नामंकन नहीं ले सकते तो वो दोषी कैसे ठहराया जा सकता है,  नामंकन लेने वाले उच्चाधिकारियों का यह अधिकार है कि सीट रिक्त रहने पर नामांकन ले, इसके लिए कोई छात्र दोषी नही है, क्योकि नामंकन लेने का कार्य  छात्रों का नही है, क्या विश्वविद्यालय अपनी नाकामी छुपाने के लिए एक छात्रा को मानशिक रूप से प्रताड़ित कर रही है यह अन्याय है, हम सभी अभाविप कार्यकर्ता राजनैतिक प्रेरित घटना का निंदा करते हैं।

इस अवसर पर पूजा कुमारी ने कहा कि हम कुलपति महोदय से कहना चाहते है कि इस मुद्दा का राजनीतिक करण न हो इसका ध्यान रखा जाना चाहिए, साथ हीं विश्वविद्यालय प्रशासन के गलती के कारन छात्रो के बीच आपस मे मतभेद उतपन्न हो रहा है, साथ ही आम छात्र विश्वविद्यालय परिसर में भयभीत हो रहे हैं, जिसके कारण विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हो रही है।

विश्वविद्यालय के मंशा का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि नियम विरुद्ध शिकायत निवारण कोषांग का बैठक आयोजित हो रही है यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं, क्या विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रा होने के कारण मधुमाला कुमारी को प्रताड़ित किया जा रहा है, जबकि निर्वाचन के समय नामंकन सही था, विश्वविद्यालय में शीर्ष पद पर बैठे कुछ पदाधिकारियों को ये हजम नहीं हो पा रहा है कि एक किसान की बेटी कैसे अध्यक्ष बन गयी हैं, दुर्भावना में आकर जो भी पदाधिकारी एकल फैसला लेना चाह रहे है ये अन्यायपूर्ण है, क्या विश्वविद्यालय सैकड़ो छात्रों का भविष्य अधर में लटकाना चाहती है।

सभी जानते हैं किसी भी नामंकन के लिए कोई छात्र दोषी नही हो सकते हैं , अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उन सैकड़ों छात्रों के साथ खरी है। जिनका नामंकन छात्र कल्याण अध्यक्ष ,विभागाध्यक्ष या प्रधानाचार्य के सहमति से हुई है, क्योंकि सभी छात्र अब पढ़ते, परीक्षा देते चतुर्थ सेमेस्टर में आ गए हैं, अभाविप विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करती है कि समेकित जाँच के उपरांत ही कोई फैसला विश्वविद्यालय कड़े साथ हीं छात्रों के भविष्य का भी ध्यान रखे कोई भी एकल फैसला किसी राजनीतिक दल या छात्र संगठन के दवाब में न ले अभाविप प्रत्येक छात्र के भविष्य के लिए चिंतित है।

इस अवसर पर प्र. का.स.स. पिंटू भंडारी, मणिकांत ठाकुर, शिवेंद्र नाथ, ब्रिज मोहन सिंह, राकेश साहू, नरेंद्र कुमार, अनूप कुमार, कुन्दन सिंह, मोनू कुमार, आर्यन कुमार,  बीरेंद्र कुमार, श्रीकांत कुमार, यश जुमनानी, विजयेंद्र कुमार, सूरज मिश्रा, उत्सव पराशर, सुमित सिंह सहित दर्जनों कार्यकर्ता इस बैठक में उपस्थित थे।

प्रोवीसी ने किया परीक्षा का निरीक्षण

दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा पूरे बिहार के 11 केंद्रों पर उपशास्त्री एवं शास्त्री की परीक्षा ली जा रही है। इसी क्रम में मंगलवार को धर्म समाज संस्कृत महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर में चल रही परीक्षा की प्रथम पाली का प्रोवीसी प्रो0 चन्द्रेश्वर प्रसाद सिंह ने औचक निरीक्षण किया। पर्यवेक्षक डॉ अवधेश कुमार चौधरी एवम केंद्राधीक्षक डॉ सुनील कुमार झा समेत प्रधानाचार्य डॉ अश्वनी शर्मा को हरहाल में कदाचारमुक्त परीक्षा संयोजन का उन्होंने कड़ा निर्देश दिया। प्रोवीसी प्रो0 सिंह ने करीब करीब सभी कक्षाओं में जाकर खुद मुआयना किया एवं परीक्षार्थियों के हौसले की अफजाई भी की। उन्होंने परीक्षा संचालन सम्बन्धी कागजातों का भी अवलोकन किया। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि इस केंद्र पर कुल 420 छात्र परीक्षा दे रहे हैं।

वहीं दूसरी ओर  परीक्षा केंद्र ब्रजभूषण संस्कृत महाविद्यालय खरखुरा, गया के पर्यवेक्षक डॉ बालमुकुंद मिश्र ने अपने यहां शान्तिपूर्ण परीक्षा चलने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र पर कुल 1368 बच्चे बच्चियां परीक्षा में शामिल हुए हैं। प्रधानाचार्य डॉ जितेंद्र कुमार ने बताया कि उनके कालेज में कड़ाई से कदाचारमुक्त परीक्षा चल रही है। इस कार्य मे केंद्र अधीक्षक डॉ सुरेश पांडे भी काफी सचेत रहते हैं।

मुरारी ठाकुर

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