अभिनेता सुशांत सिंह के एक प्रशंसक ने की खुदकुशी
आरा : बिहार के रहने वाले बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपुत की आत्महत्या से दुखी भोजपुर जिले की एक 20 वर्षीय छात्रा ने खुदकुशी कर ली। शनिवार की सुबह उसने घर में दुपट्टा के सहारे फांसी लगाकर इहलीला समाप्त कर ली। उसका शव कुंडी के सहारे लटका मिला। यह घटना कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के घाघर गांव की है।
जानकारी के अनुसार मृत छात्रा घाघर गांव निवासी मिथिलेश सिंह की पुत्री जूली कुमारी है। वह स्नातक करने के बाद से घर पर ही रह रही थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया गया। दादा श्याम सुंदर सिंह के अनुसार फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह द्वारा आत्महत्या किये जाने के बाद से ही वह काफी दुखी व परेशान थी। अक्सर उसी के बारे में बात किया करती थी। हमेशा कहा करती थी कि सुशांत सिंह ने क्यों और कैसे आत्महत्या कर ली?
परिजनों के अनुसार शनिवार को जूली ने घर में सफाई के बाद परिवार के लिए चाय बनाया। उसके बाद अपने दादा, मां, भाई व अन्य को चाय पीने के लिए दिया। सभी चाय पीकर अपने अपने कार्य में व्यस्त हो गये।थोड़ी देर के बाद युवती ने पूजा घर में घुसकर दरवाजा बंद कर दिया। थोड़ी देर के बाद सुबह करीब 8-9 बजे के बीच परिजनों ने जूली की खोज करनी शुरु की।
इस क्रम में पूजा घर को बंद देखा। तब बाहर से देखा कि जूली सीलिंग की कुंडी में दुपट्टा बांधकर झूल रही है। उस दर्दनाक स्थिति को देख घर में लोग चिल्लाने लगे। आवाज सुनकर अन्य परिजन व स्थानीय लोग जुटे। युवती को झूलते देख नीचे उतारा गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इस हादसे के बाद घर में कोहराम मच गया है। मां, भाई व भाभी और रो रहे थे। बुजुर्ग दादा भी परेशान दिखे रहे थे। बताया जाता है कि जूली के पिता गुजरात में प्राइवेट जॉब करते हैं। बड़ा भाई प्रकाश सिंह गांव पर ही रहता है। उसकी बड़ी बहन ज्योति कुमारी की शादी हो गई है।
बिहिया में ट्रेन की चपेट में आने से एक की मौत
आरा : दानापुर रेलमंडल के बिहिया रेलवे स्टेशन से पूरब ट्रेन से कटकर 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई है। यह घटना महथिन मंदिर के समीप शनिवार को घटी है. मृतक व्यक्ति का नाम जोगिन्द्र शर्मा है।वह बिहिया नगर के पंचवटी मुहल्ले का रहने वाला था। पब्लिक से मामले की सूचना पाकर जीआरपी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची इसके बाद शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल आरा भेज दिया।
इस मामले में आरा जीआरपी थानाध्यक्ष ने बताया कि उक्त व्यक्ति शनिवार की सुबह में टहलने के लिए घर से निकला हुआ था, इसी दौरान ट्रेन से कटकर उसकी मौत हो गयी।
आरटीआई कार्यकर्ता को मिली जान से मारने की धमकी
आरा : एक आरटीआइआइ कार्यकर्ता को मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है। इसे लेकर आरटीआई कार्यकर्ता ने नवादा थाना में आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें आवेदन वापस नहीं लिए जाने पर जान से मारने की धमकी दिए जाने का आरोप लगाया है।
बताया जा रहा कि गोढ़ना रोड निवासी अभिषेक तिवारी आरटीआईकार्यकर्ता हैं। उनके अनुसार उन्होंने सदर अस्पताल रोड स्थित एक दवा दुकान के विरुद्ध सिविल सर्जन एवं औषधि नियंत्रक विभाग के सहायक के पास आवेदन दिया है।
इस दौरान आरोप हैं कि एक नंबर से उनके मोबाइल पर फोन आया और आवेदन वापस नहीं लिए जाने पर हत्या करने की धमकी दी गई। इसके बाद वे और परिवार दहशत में है। पुलिस आवेदन के आधार पर मामले की छानबीन कर रही है। मोबाइल का सीडीआर निकालकर तफ्तीश की जा रही है।
मुआवजे की मांग को ले शव को सड़क पर रख किया जाम
आरा : स्नान करने के दौरान तालाब में डूबने से एक मजदूर की हुई मौत के बाद मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने घोबीघटवा के पास पीरो जगदीशपुर पथ को जाम कर घंटों बवाल काटा। ग्रामीण मृतक के स्वजनों को आपदा मद से चार लाख रुपये मुआवजा देने की मांग पर अडे थे।
ग्रामीणों के अनुसार पीरो थाना के विजन टोला गांव निवासी मजदूर विजय राम नल जल योजना के कार्य में मजदूरी करने बक्सर जिला के रघुनाथपुर गया था जहां दिन में काम समाप्त होने के बाद वह तालाब में स्नान कर रहा था । इसी दौरान गहरे पानी में डूबने से उसकी मौत हो गयी । इधर गुरुवार की देर रात मजदूर का शव उसके गांव आने पर स्वजनों ने पीरो के अंचलाधिकारी को फोन कर आपदा मद से मुआवजे दिलाने का अनुरोध किया पर अंचलाधिकारी द्वारा टालमटोल करने पर मृतक के परिजनों सहित गांव के लोग आक्रोशित हो उठे और स्थानीय भाकपा माले नेताओं की पहल पर मृतक के शव के साथ धोबीघटवा के पास आज सुबह सडक जाम कर दिया।
सडक जाम की सूचना मिलने पर वहां पहुंचे बीडीओ मानेन्द्र कुमार सिंह व अंचलाधिकारी रंजीत कुमार ने स्वजनों को आश्वस्त किया कि निर्धारित प्रक्रिया पूरी कर मुआवजे दिया जाएगा तब जाकर सडक जाम समाप्त हुआ । मौके पर प्रमुख के प्रतिनिधि अक्षय लाल चौधरी, समाजसेवी हरिमोहन सिंह, भाकपा माले नेता संजय सिंह, विजय राम, आदि मौजूद थे।