डीएम के निर्देश पर जल निकासी व मार्ग की सफाई कार्य में आई तेजी
मधुबनी : जिला पदाधिकारी डॉ० नीलेश रामचंद्र देवरे के शहर के विभिन्न कॉलोनी के जल जमाव क्षेत्रों के भ्रमण कर जल निकासी व मार्गो की सफाई हेतु दिए निर्देश के 24घंटे के भीतर इसका असर दिखने लगा है।
मधुबनी नगर कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा आज शहरी क्षेत्रों के विभिन्न स्थलों पर आज जल निकासी मार्ग की सफाई कराई गई तथा अवरोधों को हटाया गया।
नगर कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि 12 नंबर गुमटी के पास कैनाल से बहकर आए जलकुंभी एवं गाद की सफाई की गई। पंचवटी चौक से बिजली कॉलोनी होते हुए खड़ी भंडार रोड में नाला की उड़ाई की गई। कोर्ट परिसर से खादी भंडार रोड तक नाला की सफाई की गई। वार्ड नंबर-20 में पुलिया तक बह कर आए कचरे एवं जलकुंभी की सफाई की गई। आदर्श नगर का पानी निकासी का मार्ग दुरुस्त कर दिया गया है, फलत: अब इसका पानी मंगरौनी पंचायत होकर जा रहा है।
प्रखंड लिपीक की आकस्मिक निधन पर, शोक सभा का आयोजन
मधुबनी : झंझारपुर अनुमंडल के फुलपरास प्रखंड कार्यालय में पदस्थापित लिपीक सह प्रधान सहायक परमेश्वर ठाकुर का आज अहले सुबह दिल के दौड़ा पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन के खबर मिलते ही प्रखंड कार्यालय और अंचल कार्यालय के कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था, कि दिवंगत परमेश्वर ठाकुर अब इस दुनियां में नहीं रहे।
प्रखंड प्रमुख रुपेश चाँद ने बताया कि परमेश्वर ठाकुर मिलनसार व्यक्ति थे, वे जिंदादिल इंसान थे। वे हर किसी के चहेते थे। उनका अचानक निधन सुनकर बेहद दुखी और गमगीन हूँ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे, और परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
प्रखंड कार्यालय पर शोक सभा का आयोजित कर दो मिनट का मौन व्रत रखा गया, और नम आँखों से से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। बता दें कि वो पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे।वहीं परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। उक्त श्रद्धांजलि सभा में बीडीओ अशोक प्रसाद, सीओ धर्मनाथ बैठा, गंगानाथ झा समेत दो दर्जन से अधिक कर्मचारी मौजूद रहे।
कोरोना संकट के बीच दिव्यांग बच्चों के देखभाल में न हो कमी
मधुबनी : कोरोना संकट के दौरान दिव्यांग बच्चों की विशेष देखभाल बहुत जरूरी है. दिव्यांग बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है और इस वजह से उनकी देखभाल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत और भी अधिक हो जाती है. दिव्यांग बच्चों की देखभाल से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि माता पिता धैर्य व प्यार के साथ इस संकटकाल में दिव्यांग बच्चों के साथ पेश आये और ऐसे बच्चों के मानसिक और शारीरिक ध्यान रखना समाज की भी जिम्मेदारी है. ऐसे बच्चों के साथ हमेशा सहानभूति से ही पेश आयें, इसका सभी को ध्यान रखना है।
यूनेस्को की रिपोर्ट लाइफ इन द टाइम्स आॅफ कोविड 19, ए गाइड फॉर पैरेंट्स आॅफ चिल्ड्रेन विद डिस्ऐब्लिीटीज में दिव्यांग बच्चों के विशेष देखभाल की जानकारी की चर्चा की गयी है. इसमें ऐसे बच्चों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने की 11 विभिन्न विधियों की चर्चा है।
नियमित साफ सफाई रखने पर दें ध्यान:
कोविड 19 महामारी को लेकर दिव्यांग बच्चों की नियमित साफ सफाई व हाथ धोने के नियमों का विशेष तौर पर पालन किया जाना है. दिव्यांग बच्चों को इधर उधर की सतहों को नहीं छूने का प्रशिक्षण देने के साथ उनके हाथों को नियमित सैनिटाइज करते रहना चाहिए. उनके हाथों को साबुन से नियमित 30 सेकेंड तक धोना चाहिए. नाखूनों को समय समय काटते रहें. मॉनसून के मौसम में उन्हें गुनगुने पानी से नहलायें. उनके बालों व सिर को शैंपू से नियमित साफ किया जाना चाहिए.
सफाई के मूलभूत तरीकों की दें जानकारी:
दिव्यांग बच्चों को कुछ मूलभूत साफ सफाई के तरीके सिखाये जा सकते हैं. जैसे छींकने या खांसने आदि पर नाक व मुंह को ढंकना व साफ तौलिये, रूमाल या टिश्यू पेपर से आदि से साफ करना. वहीं अपने दिव्यांग बच्चों को अजनबी या बाहर से आने वाले लोगों के संपर्क से दूर रखना है. दिव्यांग बच्चों को भी एक मीटर की शारीरिक दूरी रखने की जानकारी देने व उसके पालन करवाने के लिए कहें।
साफ सफाई संबंधी व्यवहारों को दोहरायें:
कई दिव्यांग बच्चों में निर्देशों के पालन व सीखने में कठिनाई होती है. ऐसे अधिकांश बच्चे नकल करने में अच्छे होते हैं. साफ सफाई संबंधी व्यवहारों को उनके सामने कई बार दोहराने से वे इसे सीखने लगते हैं. माता पिता या दिव्यांग बच्चों का ध्यान रखने वाले वाले लोग बच्चों को समझाने के लिए ऐसे विभिन्न तकनीकों इस्तेमाल कर सकते हैं।
खानपान में विटामिन व प्रोटीन करें शामिल:
दिव्यांग बच्चों के पोषण में विटामिन, प्रोटीन व खनिज पदार्थों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें. ताकि उनका समग्र विकास प्रभावित नहीं हो. उन्हें साफ ताजा भोजन दें. उनके भोजन में फल, दाल, अनाज, पत्तेदार सब्जी शामिल करें. साथ ही गुनगुने पानी में नींबू का रस मिला कर पीने को दें. बाहर से लाये गये या जंक फूड नुकसानदेह है और इससे दूसरी स्वास्थ्य समस्या हो सकती है. यदि उन्हें मांस या मछली देते हें तो उसकी मात्रा का ध्यान रखें. दिव्यांग बच्चों में किसी ख़ास भोजन से होने वाली एलर्जी की जानकारी लें. उनके नाश्ता अथवा भोजन का समय निर्धारण जरूरी है. रात का भोजन बच्चों को संध्या ढलने के साथ दें. देर रात खाना खाने से उनमें पाचन की समस्या हो सकती है।
हल्के व्यायाम के प्रति भी करें प्रोत्साहित:
माता पिता अपने दिव्यांग बच्चों को सुबह सवेरे हल्के व्यायाम करने के लिए प्रोत्साहित करें. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यदि बच्चे सुबह सवेरे हल्के व्यायाम करते हें तो इससे उनका शरीर का वजन स्थिर रहेगा. व्यायाम किसी भी प्रकार का हो सकता है. जैसे सीढ़ी से उपर नीचे करना, या फिर कोई खेल. यह बच्चों की दिव्यांगता पर निर्भर करता है कि वे कैसा व्यायाम कर सकने में सक्षम हैं. माता पिता किसी फिजियोथेरेपिस्ट से भी शारीरिक व्यायाम की तकनीक की जानकारी ले सकते हैं।
बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
मधुबनी : हरलाखी प्रखंड के हिसार गांव निवासी कांग्रेस पार्टी के युवा राष्ट्रीय सचिव अमरीश रंजन पांडेय ने बाढ ग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण कर लोगों के हालतों को जाना। लोगों की समस्याओं को देखते हुए बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद देने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री नितीश कुमार को पत्र भी भेजा है। पत्रों के माध्यम से कहा गया है कि बिहार की जनता इस समय बाढ़ की अभूतपूर्व मार झेल रही है। बिहार के कई जिले जिनमें मधुबनी भी शामिल है, वह बुरी तरीके से बाढ़ से प्रवाहित है। बाढ़ ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं, जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग दाने-दाने को मोहताज हैं। राहत के नाम पर कुछ नहीं मिला है, लोगों को बचाने के लिए नाव तक की व्यवस्था नहीं है। बाढ एवं बारिश से सैकड़ों घर बह गए हैं, लेकिन प्रशासन और सरकार विपदा की इस घड़ी में यहां के लोगों के साथ खड़ी नहीं है। बाबजूद अबतक मधुबनी को बाढ़ग्रस्त इलाका घोषित नहीं किया गया है। मधुबनी को बाढ़ग्रस्त घोषित न किये जाने की वजह से लोगों को बाढ़ की स्थिति में प्रशासन से कोई ख़ास मदद नहीं मिल पा रही है। यहाँ तक की पीड़ित परिवारों को जो 6000 रुपये की आर्थिक राहत की बात की गयी थी, वह भी अभी तक जिला के किसी भी व्यक्ति को नहीं दिया गया है।
उन्होंने यह भी कहा है की सरकार की करनी और कथनी एकदम विपरीत दिखाई पड़ती है। उन्होंने कहा है की आप अगर स्थानीय प्रशासन से जानकारी लें तो ज्ञात होगा की मधुबनी को कैसी तबाही का सामना करना पड़ रहा है, परन्तु उसके बाद भी पता नहीं क्यों आपने मधुबनी को सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, खगड़िया, पूर्वी व पश्चिमी चम्पारण के समकक्ष नहीं रखा। जरूरी है की सरकार इसका संज्ञान ले और मधुबनी जिला को बाढ़ग्रस्त घोषित करके राहत कार्य में तेजी लाने का मांग की हैं।
लॉकडाउन के दौरान भी बिना मास्क पहने बेपरवाह बाज़ार कर रहे लोग
मधुबनी : जयनगर शहर में लॉक डाउन का पालन करवाने को लेकर जयनगर अनुमंडल प्रशासन काफी मुस्तैदी के साथ नजर बनाए हुए है। समय-समय पर दिन में विभिन्न जगहों पर कभी फ्लैग मार्च, तो कभी सघन वाहन चेकिंग, तो कभी मास्क पर फाइन काटना, तो बाजार में घूम-घूम कर निरीक्षण करने जैसा कार्य जयनगर अनुमंडल पदाधिकारी शंकर शरण ओमी के नेतृत्व में किया जा रहा है। बावजूद इसके लोग बेपरवाह बने दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय दुकानों पर कई ग्राहक ओर खुद दुकानदार भी बिना फेस मास्क के दिखाई पड़े तो वहीं स्थानीय बाजार ओर हाट पर सोशल डिस्टेंसिनग का लोग अवहेलना करते दिखाई पड़े।
इस बाबत स्थानीय प्रशासन ने माइकिंग के जरिये लोगों से अपील करते हुए सचेत रहने और बिना काम के बाहर नही निकलने की बात कही थी, पर शायद लोग कोरोना वायरस के प्रकोप से अनजान बन रहे हैं। हालांकि रोज ही जिले के विभिन्न प्रखंडों में कोरोना के नए केस सामने आ रहे हैं, पर फिर भी लोग बेपरवाह वन दिखाई पड़ते हैं बाजरों में।
बता दें कि कुछ दिनों पहले जब कोरोना का प्रकोप बिहार में बढ़ने लगा तो एहतियात के तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर पूरे सूबे में 15दिनों के लिए लॉक डाउन दुबारा लगाया गया है।
हत्या आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा जेल
मधुबनी : लौकहा थाना क्षेत्र के 16 आर्डी के पास पुलिस ने सुबह 07:30 बजे देशी लोडेड कट्टा के साथ हत्या के अप्राथमिकी आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यहां बताना आवश्यक होगा कि विगत 09 मई 2020 को थाना क्षेत्र के अंधारबन गांव स्थित दिन में ही गणपति इट उद्योग परिसर में अपराधियों ने रामपुर गांव निवासी स्व० जयनारायण यादव को गोली मारकर हत्या कर दी थी।
बता दें की मृतक का लड़का सूर्य नारायण यादव के आवेदन के आधार पर कांड संख्या-134/20 के तहत मामला दर्ज करते हुए कुल 14 अपराधियों को नामजद किया था, जिसमें उक्त दोनों अपराधी अप्राथमिकी थी। फुलपरास एसडीपीओ सुनीता कुमारी के अनुसार घटना के बाद से ही अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी लेकिन अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर था।
किसी ने पुलिस को गुप्त सूचना की लिहाजा तवरित करवाए करते हुए दोनों अपराधियों मै से एक सुरेन्द्र यादव के पास से लोडेड एक देशी कट्टा और दो गोली बरामद किया है।
दूसरा भाग रहे अपराधी अपना नाम राजेन्द्र यादव बताया है। एसडीपीओ श्री मति कुमारी ने कहा कि उक्त दोनों अपराधियों के आर्म्स एक्ट के तहत जेल भेजा जा रहा है, बाद में इन्हे रिमांड पर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लौकही थाना अध्यक्ष अरविंद कुमार, लौकहा थाना अध्यक्ष धन्नजय कुमार के आलावा टीम में शामिल अन्य पुलिस कर्मियों को घटना के उद्भभेदन पर एसडीपीओ सुनीता कुमारी ने रिवॉर्ड के लिए पुलिस अधीक्षक मधुबनी को अनुशंसा की थी।
होटल में नेपाली शराब बरामद, संचालक फरार
मधुबनी : सकरी चौक पर एक होटल से एक सौ बोतल नेपाली शराब व देसी महुआ शराब पुलिस ने बरामद की है। सकरी थानाध्यक्ष अशोक कुमार को गुप्त सूचना मिली की सकरी चौक स्थित शंकर होटल में शराब की खरीद-बिक्री चल रही है। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अशोक कुमार एएसआई छेदी पांडेय व पुलिस बल के साथ सकरी चौक स्थित होटल पहुंचे और छापेमारी की, इस दौरान वहां से नेपाली देसी शराब व महुआ शराब बरामद किया गया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि होटल के पिछले हिस्से से नेपाली शराब की 100 बोतल और लगभग चार लीटर महुआ शराब बरामद किया गया है। होटल से छह माह पूर्व भी शराब बरामद हुई थी। होटल मालिक पुलिस को देखते ही भाग निकलने में सफल रहा। आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
घरेलू विवाद को ले दो भाइयों हुई मारपीट, एक घायल
मधुबनी : पंडौल थाना क्षेत्र के बथने पंचायत अंतर्गत खनगांव में रास्ते को लेकर दो भाइयों के बीच में विवाद हो गया। इसमें बड़ा घायल हो गया। उक्त संबंध में पंडौल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार खनगांव निवासी अशोक सिंह ने पंडौल रेफरल अस्पताल में इलाज के दौरान दिए पुलिस को बयान में बताया कि आवेदक का छोटा भाई विमल सिंह अपने घर पर खपड़ा डाल रहा था। इसी क्रम में आवेदक के घर की ओर जाने वाले रास्ते की ओर भी उसने खपड़ा डाल रखा था। आवेदक ने जब मना किया तो वह गालीगलौज देते हुए मारने-पीटने लगा। हल्ला सुन आवेदक की पत्नी बीच-बचाव करने आई तो विमल सिंह के बेटे रविद्र और कन्हैया ने उसे पकड़ मारना-पीटना शुरू कर दिया।
जब आसपास के लोग दौड़ पड़े तब वे लोग वहां से हट गए। बाद में घायल अशोक सिंह को परिजनों ने इलाज के लिए पंडौल पीएचसी पहुंचाया। इलाज के दौरान आवेदक ने अपने छोटे भाई व उसके दोनों बेटों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।
कंटेन्मेंट जोन के लिए डेडिकेटेड गश्ती दल बनाएं : आईजी
मधुबनी : मिथिला क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक ने कंटेनमेंट जोन की सीलिग को बेहद जरूरी बताया है, ताकि कोरोना संक्रमण कंटेनमेंट जोन से बाहर न फैले। उन्होंने कंटेनमेंट जोन में अनावश्यक आवाजाही रोकने के लिए प्रभावकारी गश्ती की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश पुलिस अधीक्षक को दिया है। कंटेनमेंट जोन के लिए अलग से डेडिकेटेड गश्ती दल बनाने का निर्देश दिया है।
आइजी ने मधुबनी एसपी दो० सत्यप्रकाश को पत्र भेजकर निर्देश दिया है, कि यदि कंटेनमेंट जोन की संख्या ज्यादा हो तो संवेदनशील जगहों के लिए अलग से स्टैटिक और गश्ती दल की व्यवस्था की जाए। अन्य जगहों में गश्ती की जिम्मेवारी थाना के गश्ती दल को दिया जाए।
आइजी ने निर्देश दिया है, कि कंटेनमेंट जोन में प्रभावकारी गश्ती की व्यवस्था की जाए। अब भेजे जाने वाले रिपोर्ट में कंटेनमेंट जोन में गश्ती की व्यवस्था के संबंध में स्पष्ट टिप्पणी की जाए। आइजी ने यह भी निर्देश दिया है कि बिना मास्क के घर से निकलने वालों एवं अनावश्यक रुप से सड़क पर घूमने वालों के विरुद्ध और सख्ती से कार्रवाई की जाए।
आइजी के निर्देश का सख्ती से अनुपालन करने के लिए मधुबनी पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्य प्रकाश ने जिले के सभी एसडीपीओ, पुलिस इंस्पेक्टरों, थानाध्यक्षों एवं ओपी अध्यक्षों को निर्देश दिया है।
जदयू का वर्चुअल सम्मेलन का हुआ आयोजन
मधुबनी : आज रविवार को 11 बजे से प्रखंड जनता दल (यू) बिस्फी विधान सभा क्षेत्र में वर्चुअल सम्मेलन का आयोजन सप्ता उगना कॉलोनी में जदयू जिला महासचिव सुनील कुमार यादव जी के आवास पर किया गया। सम्मेलन का अध्यक्षता दिनेश भगत ने की। इस सम्मेलन के मुख्य वक्ता सांसद संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, मंत्री महेश्वर हजारी, अशोक चौधरी, पूर्व सांसद कहकशां परवीन एवं विधायक उमेश कुशवाहा ने संबोधित किया।
इस सम्मेलन के माध्यम से मंत्री ने आगामी विधानसभा चुनाव पर विस्तार से चर्चा किया, एवं पार्टी के नीचे स्तर के कार्यकर्ताओं अभी से ही प्रत्येक बूथ पर “बूथ जीतो-चुनाव जीतो” चुनाव अभियान में लग जाने के लिए कहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किया गया 15 वर्ष का काम और 15 साल पहले सरकार ने बिहार को बर्बाद किया, यह बातें जनता को अवगत कराने को कहा।
वहीं, मधुबनी जिला मीडिया प्रभारी आलोक कुमार के नेतृत्व में वर्चुअल सम्मेलन को सफलतापूर्वक संपन्न करवाया गया। वहीं, मधुबनी जिला महासचिव सुनील कुमार ने संबोधित कर कहा कि संपूर्ण विधानसभा का अगस्त माह में 10000 की संख्या में बिस्फी विधान सभा को वर्चुअल रैली में वर्चुअल के माध्यम से शिरकत कर सफल बनाने का संकल्प के साथ सभी बूथ एवं सभी साथी को लेकर चलने का संकल्प के साथ साथ बिस्फी विधान सभा को बाढ़ क्षेत्र घोषित करने की मांग की है।
पूर्व अध्यक्ष दिनेश भगत ने सभी साथियों से आग्रह किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में तीर छाप पर अधिक से अधिक बटन दबाकर विजई बनाने का आह्वान किया।
इस मौके पर उपस्थित जिला सचिव सोनी कुमारी, रामचंद्र यादव, दिलीप चौधरी, साधु शरण मंडल, रामाश्रय यादव, लल्लन, इकबाल अहमद, सुशील मंडल, जयप्रकाश गुप्ता उर्फ राणा, मोहम्मद हामिद, राजकुमार सहनी, राकेश कुमार, प्रभुजी झा, प्रभात रंजन, राज किशोर, मोहम्मद शकील अहमद, वरुण कुमार, मुकेश शर्मा, प्रकाश भंडारी, संतोष सिंह, पिंकी देवी, फुल कुमारी, प्रियंका कुमारी एवं अन्य सैकड़ों कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंस का पालन करके वर्चुअल सम्मेलन को सफल वनायें।
जाप जिला महासचिव ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
मधुबनी : फुलपरास में जन अधिकार पार्टी(लो) के जिला महासचिव रोहित नारायण यादव ने जलजमाव की समस्या से जूझ रहे घोघरडीहा नगर पंचायत के उस्मानगंज मुहल्ले का घूम-घूम कर पीड़ित लोगों का हाल-चाल जाना।
वहां प्रभावित लोगों को जलजमाव की समस्या के समाधान के लिए विभागीय अधिकारियों को दूरभाष पर बात कर इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया।
उन्होंने कहा कि जलजमाव और कीचड़ के कारण लोग घरों में कैद है। जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उस्मानगंज मोहल्ले में जलनिकासी की व्यवस्था नगर पंचायत की पोल खोलकर रख दी है, जिस तरह के हालात है। अगर बारिश लगातार हुई तो इन इलाकों में लोगों को नारकीय जीवन जीने को विवश होना पड़ेगा।प्रशासन स्थिति को लेकर मुस्तैद नहीं है। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर कब तक नारकीय जीवन जी रहे इन मुहल्ले के लोगों को जलजमाव से निजात मिलेगी।
जलजमाव की पीड़ा झेलने को मजबूर लोगों का कहना है, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इस पीड़ा को वर्षो से हमलोग झेलते आ रहे है। हां इससे मुक्ति दिलाने का वादा हर बार अधिकारियों ने किया, लेकिन स्थिति यथावत रही। हर बार की तरह ही समस्या के समाधान का वादा इस बार भी डूबती नजर आ रही है। फिलहाल स्थिति नारकीय बनी हुई है। इस जलजमाव की पीड़ा से कब तक मुहल्ले वासियो को मुक्ति मिलेगी सवाल बन कर रह गया है।
सुशासन में पत्रकार नहीं सुरक्षित , लगातार हो रहे हमले : गांधी मिश्र गगन
मधुबनी : सुशासन की सरकार में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पूरी तरह असुरक्षित है। सूबे में लगातार पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं, और अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यह सुशासन सरकार की सबसे बड़ी विफलता है।
उक्त बातें शनिवार को आईरा के जिला संयोजक गांधी मिश्र गगन ने कही है। उन्होंने कहा कि कहीं पुलिस की मिलीभगत से पत्रकार को झूठे मामले में फंसा दिया जाता है, तो कहीं पुलिस, नेता अपराधी के गठजोड़ से उनके मीडिया कर्मियों पर हमले किए जा रहे हैं।
शुक्रवार को मधुबनी जिले के मधेपुर प्रखंड में समाचार संकलन के लिए सड़क पर निकले सोनभद्र दैनिक के संवाददता नीरज कुमार सिंह उर्फ पिंटू सिंह पर पीछे से असमाजिक तत्वों द्वारा पत्थर मारकर जख्मी करने की घटना की उन्होंने तीव्र निंदा की है, और मामले में पुलिस से नामजद चार सहित आठ आरोपितों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
हालांकि,स्थानीय पत्रकारों की पहल पर इस मामले में पुलिस की अबतक की भूमिका को उन्होंने संतोषजनक बतलाया है। बताते चलें कि शुक्रवार पत्रकार श्री सिंह क्षेत्र में खबर संकलन के लिए निकले थे। इसी क्रम में बाहर से आए कुछ मनचले नौजवानों ने कीचड़ में अपनी वाहन की रफ्तार कम किए बगैर दौड़ा दी, जिससे पत्रकार सिंह के पूरे कपड़े कीचड़ से खराब हो गए।
इसी बात को लेकर स्थानीय लोगों ने उन लड़कों को पकड़ कर माफी मंगवाई, ओर मामला वहीं समाप्त हो गया। लेकिन,उन मनचलों की मानसिकता नहीं बदली और पुनः जब शाम में वो बाइक से जा रहे थे तो पीछे से सिर पर पत्थर मार दिया, जिससे वो बाइक सहित गिरकर बुरी तरह जख्मी हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें इलाज के लिए स्थनीय पीएचसी ले जाया गया।
बाद में घटना की सूचना मिलते ही पत्रकार सुभाष यादव, रविंद्र नाथ झा, सुरेश यादव सहित सभी स्थानीय मीडिया कर्मी वहां पहुंचकर इसकी सूचना थाना को दी। जहां जख्मी पत्रकार श्री सिंह के बयान पर चन्द्रहिया के मिथिलेश पासवान, अवधेश पासवान, छोटू पासवान एवं चंदन पासवान सहित आठ अज्ञात लोगों को नामजद किया गया। सभी नामजद एवं अज्ञात गांव से कार फरार हो गए हैं। पुलिस मोबाइल नंबर के आधार पर सभी फरार का सीडीआर खंगाल रही है।
आईरा जिला संयोजक मिश्र ने कहा कि आईरा पत्रकारों पर हमले और दमनात्मक कार्रवाई बर्दास्त नहीं करेगी। उन्होंने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन से पत्रकारों की सुरक्षा की समुचित व्यवस्था करने की मांग की है, अन्यथा आईरा आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
घटना की निंदा व कार्रवाई की मांग करने वालों में आईरा के संरक्षक शैलेन्द्र कुमार, मधुबनी जिलाध्यक्ष दिनेश सिंह, उपाध्यक्ष बृजेश चंद्र, प्रदीप नायक, राजेश मिश्रा, रजनीश झा, प्रदीप कुमार गुप्ता, सुजीत गुप्ता, सुमित कुमार राउत, सुभाष सिंह यादव, पप्पू पूर्वे, प्रो० जगदीश प्रसाद यादव, सुरेश गुप्ता, गुड्डू गुप्ता, प्रवीण कुमार ठाकुर, रौशन ठाकुर, कपिल मिश्रा, हरिशंकर कुमार सहित संपूर्ण आईरा परिवार के सदस्य शामिल हैं, सभी साथी शामिल हैं।
सुमित राउत