26 फरवरी को नवादा की प्रमुख खबरें

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डाकघर के खजाने से राशि की हेराफेरी

नवादा : नवादा के प्रधान डाकघर के खजाने से राशि की हेराफेरी का बङा मामला सामने आया है। जब मामला सामने आया तो इसकी जांच भी होनी ही है सो सहायक डाक अधीक्षक नवीन कुमार के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है। इसके पूर्व विगत छह वर्षों से खजांची के पद पर काबिज अम्बिका चौधरी को पद से हटा सहायक खजांची संतोष कुमार को प्रभार सौंपा गया है ।

क्या है मामला

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प्रधान डाकघर के खजांची पद पर वर्ष 2012 से अम्बिका चौधरी काबिज हैं । उनके आते ही राशि की हेराफेरी आरंभ हो गयी। सूत्रों के अनुसार राशि करीब 2 करोड़ 70, लाख रूपये जा पहुंची तो विभाग की तंद्रा भंग हुई। मामला संज्ञान में आते ही विभाग में हङकंप कायम हो गया।

पद से किया मुक्त

मामला संज्ञान में आते ही खजांची चौधरी को पद से मुक्त कर सहायक खजांची संतोष कुमार को प्रभार दिया गया । इसके साथ ही विभागीय जांच आरंभ की गयी है।

कहते हैं अधिकारी

नवादा के डाक अधीक्षक विनोद कुमार चौधरी ने कहा कि मामला संज्ञान में आते ही जांच ही जांच कमेटी का गठन किया गया है । कितने की हेराफेरी का मामला यह फिलहाल कह पाना संभव नहीं है । जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी । वैसे राशि जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है।

बनिया बीघा के लोगों ने उठाया रोजगार तथा स्कूली शिक्षा का मुद्दा

नवादा : ‘जत्था नौजवानों का’ युवाओं के बीच संवाद, और व्यापक सामाजिक-राजनीतिक समझ स्थापित करने के लिए बिहार के युवाओं की एक अनोखी पहल है। मंगलवार को यह जत्था नवादा के गोविंदपुर प्रखंड के बनिया बीघा पहुंचा। I
नौजवानों द्वारा संचालित यह जत्था, 30 दिनों में 30 जिलों की यात्रा करेगी। युवाओं के ज्वलंत मुद्दे जैसे बेहतर शिक्षा, बेहतर रोजगार, उद्यमी और देश एवं समाज में बेहतर माहौल सुनिश्चित करने हेतु, सरकार को जवाबदेह ठहराते हुए, राज्य भर के युवाओं से एवं अन्य संगठन- समूहों से संवाद करते हुए चल रही है। यह नौजवानों की टोली I गीतों के, नारों के, नाटक के माध्यम से बड़े रोचक तरीके से यह जत्था बढती बेरोजगारी, शिक्षा एवं स्वास्थ्य का निजीकरण, खाली पड़े सरकारी पद, कृषि में संकट, महंगाई, घोटाले, अमीर-गरीब में बढती खाई,दलितों-महिलाओं-मजदूरों-मुसलामानों-ट्रांसजेंडर-अल्पसंख्यकों पर बढती हिंसा और युवाओं को लुभाने के लिए चुनावी माहौल में किये जाने वाले झूठे वादों का हिसाब मांगने, बिहार की आम जनता, ख़ास कर यहां के वंचित समुदायों की बातें सुनने, समझने और मिलकर संघर्ष करने निकली है।
‌जत्था टिम बनियाबीघा पहुंचते ही सुरेन्द्र पासवान मुखिया प्रतिनिधि ने व मौके पर उपस्थित जैकी, लकी अन्य सभी ने जत्था का जोरदार स्वागत किया।
मौके पर धर्मदेव पासवान राज्य समन्वयक दलित आर्थिक अधिकार आंदोलन ने जत्था का समर्थन देते हुए कहा कि सरकार कि युवा बिरोधी, उच्च शिक्षा विरोधी, रोजगारबिरोधी, बजट विरोधी नीतियों पर राज्य के सभी वर्ग के नॉजबानो छात्रो को खासकर दलित/आदिवासी समुदाय के एक – एक लोगों को आवाज उठाना होगा। और समझना होगा कि हमारा वास्तव में दुश्मन कौन हैं । सभा का संचालन जत्था टिम से कल्याणी ने किया।
कल्याणी ने जत्था के उद्देश्यों को समुदाय के बीच रखते हुए कहा कि समुदाय में हो रहे भेदभाव उनके अधिकारों का हनन, स्कूली व्यवस्था में संसाधनों में कमी हमलोगों को रोकना होगा।

‌स्कूलों में खाली शिक्षक पदों पर भर्ती कराने पर अपनी बात रखी।

पासवान ने यह भी कहा कि आज बिहार के कई विभागों में हजारों करोड़ की राशि वैसे ही रखी हुई होती हैं लेकिन आला अधिकारी को क्या सोचते नहीं है कि कैसे इनका सर्वांगीण विकास हो । इसकी भी जवाबदेही तय होनी चाहिए।
रूबी रागिनी ऐडमम ने कहा कि दलित और महिलाओं पर लगातार हिंसा बढ रही है, एक मिनट में 18 महिलाओं का बलात्कार हो रहा है, अब बहुत हो गया है, अब बर्दाश्त नहीं होगा, हमे संगठित होकर अपने हक को छीनना होगा । समाज में व्याप्त पितृ सत्ता पर प्रहार करते हुए, सरकार पूंजीपतियों द्वारा संचालित कि जा रही जिससे समाज में, गैर बराबरी बढ रहा है।
मनोज निराला ने बताया कि यह जत्था, 10 मार्च को क्रन्ति ज्योती सावित्रीबाई फुले की पुण्य तिथि पर यह पहल एक बड़ी युवा सम्मलेन के रूप में पटना में एकत्रित होगी और देश के तमाम पार्टियों, सामाजिक हस्तियों, बुद्धिजीवियों, संगठनों को अपनी सोच और मांगों से अवगत कराते हुए उन्हें ज़िम्मेदारी से पूरा करने का आह्वान करेगी I बिहार के लिए यह एक ऐतिहासिक यात्रा हैं। जिसमें पहली बार सभी गरीब वर्ग और वंचित युवा वर्ग मिलकर लाल- नीला- हरा – सफ़ेद सब को साथ लिए एक नयी सतरंगी नई विचारधारा का मिसाल कायम कर रहे हैं। I
टीम में रितम कुमारी, रंजीता कुमारी,बेबी कुमारी, सौरभ ,पवन, अखिलेश, मुन्ना कुमार,नंदनी,सोनू ,प्रिया,दीपक इत्यादि शामिल थे।

रिटायर्ड कर्मी की मौत के बाद शव के साथ प्रदर्शन

नवादा : नवादा के रिटायर्ड कर्मी राजेंद्र प्रसाद की मौत से गुस्साए लोगों ने आज समाहरणालय के समीप शव के साथ प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। परिजनों का आरोप है कि रिटायरमेंट के तीन साल बाद भी सेवांत लाभ और पेंशन नहीं मिला। वे कई प्रकार की गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे। परिजनों का कहना है कि रुपये के अभाव में इलाज नहीं करा सके।
इधर, घटना के विरोध में कलेक्ट्रेट के कई कर्मियों ने कामकाज ठप कर दिया है।
दूसरी ओर समाहर्ता कौशल कुमार का कहना है कि उनपर 90 हजार रुपये गवन का आरोप जांच में सिद्ध होने के बाद उनके पेंशन पर रोक लगा दी गयी थी। परिजनों का आरोप है कि जांच पदाधिकारी मंजूषा चंद्रा 50 हजार रुपये की मांग रहा था। मांग पूरी न होने पर उसने राजेंद्र प्रसाद को फंसा दिया।

पानी के लिए मड़वा में मचा हाहाकार

दो-दो वार्ड के लोगों की प्यास बुझा रहा एक चापाकल

नवादा : नवादा के पकरीबरावां प्रखंड क्षेत्र के ज्यूरी पंचायत की मड़वा गांव में पानी के लिये हाहाकार मच गया है। पानी घरों में लाना किसी लड़ाई से कम नहीं है। क्योंकि पानी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। जिसके कारण घरों का चापाकल सूख गया है। वहीं वार्ड नम्बर 5 में मात्र एक चापाकल ही 4-5 वार्डों के लोगों का गला तर कर रहा है।
वार्ड 5 का यह चापाकल मड़वा-डुमरी पथ पर अवस्थित है। इस पथ से प्रतिदिन दर्जनों वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। जिसके कारण हमेशा पथ दुर्घटना का भय बना हुआ रहता है। इस बाबत गांव के नरेश साव, बबीता देवी, उषा देवी, गेंदों साव, धीरज साव, रजनी कुमारी, राखी कुमारी, शिदेश्वर शर्मा, जगदीश साव सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि वार्ड 5 में जल-नल के तहत बोरिंग तो हुई परन्तु उससे पाइप तक कनेक्शन नहीं कराया गया है। जिसके कारण इसका लाभ लोगों को नही मिल रहा है। इस वार्ड के लोग कई-कई दिनों तक नहाए नहीं हैं। जब पीने के लिये पानी ही नहीं मिल रहा तो नहाना स्वप्न की बात है।
इस मामले की जानकारी पंचायत की मुखिया इन्दु देवी से लेकर बीडीओ तक दी गयी परन्तु सभी ने यही कहा कि हो जाएगा। परन्तु आज तक पीने के पानी की व्यवस्था नही हो पाई है।

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