प्रधानाचार्यों की नियुक्ति के लिए विशेषज्ञों की नामावली अनुमोदित
दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में गुरुवार को कुलपति प्रो0 सर्व नारायण झा की अध्यक्षता में आयोजित विद्वत परिषद की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इसी क्रम में हाल ही में न्यायादेश के बाद सेवा से विमुक्त किये गए करीब दो दर्जन प्रधानाचार्यों की नियुक्ति के लिए गठित विशेषज्ञों की नामावली को परिषद ने हरी झंडी दे दी। अब यही विशेषज्ञ प्रधानाचार्यों के भाग्य का फैसला करेंगे।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि अब संस्कृत विश्वविद्यालय में भी पं0 दीनदयाल उपाध्याय चेयर की स्थापना की जायेगी। बता दें कि इस महत्वपूर्ण निर्णय पर परिषद के सभी सदस्यों की अभूतपूर्व सामूहिक सहमति रही।
इसके अलावा फिसल लिया गया कि कालेजों की सम्बद्धता के लिए गठित सम्बन्धन समिति की अनुशंसा पर अब विद्वत परिषद की स्टेंडिंग कमिटी विचार करेगी और इसे सिंडिकेट की सहमति के लिए हाउस में भी रखेगी।
साथ ही शास्त्री स्तर के सभी 31 कॉलेजों में नामांकन के लिए छात्रों की संख्या का भी निर्धारण किया गया। तय हुआ कि प्रति सत्र साहित्य में 60, व्याकरण में 40, ज्योतिष 30 के अलावा प्रत्येक प्राच्य विषय में 20-20 यानी कुल 150 छात्र नामांकित होंगे।
बैठक में वीसी प्रो0 झा के अलावा प्रोवीसी प्रोवीसी प्रो0 सीपी0 सिंह, प्रो0 प्रजापति त्रिपाठी, प्रो0 श्रीपति त्रिपाठी, प्रो0 उमेश शर्मा, डॉ विनय कुमार मिश्र, प्रो0 ब्रजेश पाठक, प्रो0 शक्तिनाथ झा, कुलसचिव नवीन कुमार, डॉ0 रेणुका सिंहा एवम कई विभागाध्यक्ष व प्रधानाचार्य उपस्थित थे।
पुस्तक खरीदने के लिए सभी कॉलेजों को राशि आवंटित
दरभंगा : कुलपति प्रो0 सर्व नारायण झा की अध्यक्षता में आयोजित पुस्कालय समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि पुस्तक खरीदने के लिए सभी 31अंगीभूत कालेजों को दो दो लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए कालेजों के प्रधान को विश्वविद्यालय द्वारा तय किये गए मानकों को घ्यान में रखकर 31 नवम्बर तक खरीदारी कर लेनी होगी और इसके बाद सप्ताह भर के भीतर इसकी उपयोगिता प्रमाण पत्र भी विश्वविद्यालय के समक्ष पेश करना होगा।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि इसके अलावा विश्वविद्यालय स्तर पर भी करीब पांच लाख की पुस्तकों की खरीदारी का निर्णय लिया गया। साथ ही तय किया गया कि वैसी किताबों की ही खरीदारी होगी जिसकी सूची विभागों से पहले ही जमा हो चुकी है। बैठक में कुलपति प्रो0 झा के अलावा विशेष पदाधिकारी प्रो0 विद्येश्वर झा, प्रो0 हरेंद्र किशोर झा, प्रो0 सुरेश्वर झा, प्रो0 श्रीपति त्रिपाठी, प्रो0 शक्तिनाथ झा, प्रो0 उमेश शर्मा, प्रो0 ब्रजेश पाठक, प्रो0 दिलीप कुमार झा, प्रो0 प्रजापति त्रिपाठी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
इको फ्रेंडली दिवाली स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए लाभदायक
दरभंगा : इको फ्रेंडली दिवाली से हमारे स्वास्थ्य तथा पर्यावरण की सुरक्षा होगी। पर्व-त्योहारों से आपसी भाईचारा एवं सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा मिलता है। हम ऐसे मौकों पर एक-दूसरे की खुशियों में शरीक होकर अपनी सांस्कृतिक एकता की जड़ों को और अधिक मजबूत करते हैं। त्योहारों को उमंग, उत्साह तथा भाईचारे के साथ मनाने से आपसी भेदभाव भी मिटता है। उक्त बातें चंद्रधारी मिथिला महाविद्यालय, दरभंगा के छात्र-छात्राओं द्वारा इको फ्रेंडली दिवाली मनाने हेतु जय प्रकाश झा तथा मुकुंद कुमार चौधरी के नेतृत्व में निकाली गई जन-जागरूकता रैली को महाविद्यालय परिसर से हरी झंडी देकर विदा करते हुए प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद ने कहा कि इको फ्रेंडली दिवाली से पर्यावरण प्रदूषण पर रोक लगेगा। बड़े-बड़े पटाखे ध्वनि को प्रदूषित कर हमारे स्वास्थ्य को भी खराब करते हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं के इस प्रयास की सराहना करते हुए उन्हें साधुवाद दिया।
समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि स्वच्छता हमारा सनातन धर्म है। इसे अपनाकर हम समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकते हैं। पर्व-त्योहारों पर हर घर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है। हमारे छात्र इन्हीं भावों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं।
रैली को दरभंगा टावर पर संबोधित करते हुए संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ आरएन चौरसिया ने कहा कि धरती को 90 प्रतिशत खतरा मानवीय गतिविधियों से हो रही है। इको फ्रेंडली दिवाली पूरी तरह सुरक्षित एवं स्वास्थ्यकर होता है। दिवाली में जलने वाले पटाखे जहरीली गैसों को छोड़ते हैं, जिनसे अनेक रोग-अस्थमा, स्वास की अनेक बीमारी तथा हृदय रोग आदि होते हैं। पटाखे जीव-जंतुओं तथा पेड़-पौधों को काफी पहुंचाते हैं।
इस अवसर पर स्नातकोत्तर इतिहास विभाग के छात्र जय प्रकाश झा ने कहा कि लोग दिवाली धूमधाम से मनाएं पर प्रदूषण से बचने का संकल्प भी लें और लोगों को भी समझा-बुझाकर पटाखे मुक्त दिवाली मनाएं, ताकि स्वच्छ मिथिला समाज का हमारा सपना साकार हो सके। बीबीए के छात्र मुकुंद कुमार चौधरी ने कहा कि दीपावली में सुंदर दीए का प्रयोग करें, पर प्रदूषण बढ़ाने वाले पटाखों से बचें। हम युवाओं ने ठाना है पटाखे नहीं जलाना है इस संदेश को हम सब घर-घर तक पहुंचाएंगे और प्रदूषण रोकने में अपना बहुमूल्य योगदान भी करेंगे।
रैली में छात्रों ने ‘जन-जन को जगाना है-इको फ्रेंडली दिवाली मनाना है, हम सब का यही है सपना-प्रदूषण मुक्त हो समाज अपना, स्वच्छता का रखें ध्यान-स्वास्थ शरीर का करें निर्माण, स्वच्छता और समझदारी-दूर रखे हर बीमारी,क्लीन दरभंगा-ग्रीन दरभंगा आदि प्रेरक नारे लगाते हुए किलाघाट, मशरफ बाजार, मिलान चौक, दरभंगा टावर, लालबाग आदि मोहल्लों में जाकर जन-जागरूकता अभियान चलाया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रधान सहायक बिपीन कुमार सिंह,प्रणव कुमार राजा,सुमित कुमार झा, मुजम्मिल रजा, सोनू कुमार,मनीष कुमार, अमरेंद्र कुमार,प्रकाश कर्ण, अंतरा आनंद,गरिमा दास तथा शिव शर्मा आदि विशेष रूप से सक्रिय रहे।
मुरारी ठाकुर