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25 जुलाई : नवादा की मुख्य ख़बरें

एसएसबी के जवानों ने विद्यालय में किया पौधरोपण

नवादा : कोरोना जैसी महामारी में एसएसबी जवान अपने कर्तव्यों से पीछे नहीं हट रहे हैं। जंगलों में नक्सलियों से लोहा लेना हो या फिर पर्यावरण को बचाना, सभी में एसएसवी के जवान अहम रोल निभा रहे है। कुछ इसी प्रकार शनिवार को अकबरपुर प्रखंड के विश्वकर्मा उच्च माध्यमिक विद्यालय हुड़राही में फतेहपुर के 29वीं वाहिनी एसएसबी के जवानों ने पौधरोपण किया। एसएसबी के सहायक समादेष्टा जयंत वोरा ने बताया कि कंपनी के द्वारा विद्यालय में विभिन्न प्रजातियों के 200 वृक्ष लगाये गये हैं। जिसमें शीशम, सागवान,नीम, आंवला, लिप्टस, आम जैसे वृक्ष शामिल हैं।

उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एसएसबी का कार्य सिर्फ नक्सल विरोधी अभियान चलाना नहीं बल्कि समय -समय पर पर्यावरण, जन कल्याणकारी, वन जीव संरक्षण जैसे कार्य भी करते हैं। जिससे मानव और जीव का कल्याण हो सके। मौके पर प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार, इंस्पेक्टर अनिल कुमार वर्मा समेत एसएसबी के जवान मौजूद थे।

चिकित्सक के घर के पास लगी बाइक चोरी

नवादा : लॉकडाउन के बीच नगर थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर मोहल्ले में चोरों ने एक चिकित्सक के घर के आगे लगी पैसन प्रो BR -27D -7785 बाईक लेकर बेख़ौफ़ चंपत हो गए । आयुष चिकित्सक डॉक्टर प्रह्लाद कुमार झारखंड के कोडरमा पीएचसी में कार्यरत हैं।

पीड़ित चिकित्सक ने बताया की पिछले 15 दिनों से लगातार डयूटी के बाद आज रात क़रीब 9 :30 में अपने निवास स्थान पर लौटे थे और बाइक अपने घर के आगे लगाई थी। घर में प्रवेश किया फिर थोड़ी देर में जब बाइक को घर के अंदर लगाने बाहर गया तो बाइक वहाँ नहीं थी और मेरी बाइक चोरी कर ली गई ।
पीड़ित चिकित्सक ने काफ़ी खोज बिन के बाद घटना की सूचना व घर के आगे लगी बाइक चोरी का आवेदन नगर थाना को दी ।

01 अगस्त को मनाई जाएगी बकरीद, घरों में पढी जाएगी बकरीद की नमाज़

नवादा : रमजान ईद यानी मीठी ईद मनाए जाने के करीब दो महीने बाद बकरीद का पर्व मनाया जाता है। बकरीद को बकरा ईद, ईद-उल-अजहा भी कहा जाता है। ईद-अल-फितर के बाद मनाया जाने वाला बकरीद का त्योहार इस्लाम धर्म में काफी महत्व रखता है।

रमजान महीना खत्म होने के करीब 70 दिन बाद मनाए जाने वाले बकरीद को मुख्य रूप से कुर्बानी के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। इस्लाम में इस दिन अल्लाह के नाम पर कुर्बानी देने के परंपरा निभाई जाती है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज अदा करने के बाद अल्लाह की इबादत में बकरे की कुर्बानी देते हैं। इस साल बकरीद का त्योहार 01अगस्त से शुरु होगा और 03 अगस्त की शाम को खत्म होगा।

कब है बकरीद:

इस्लामिक चंद्र कैलेंडर के बारहवें महीने जु-अल-हज्जा की पहली तारीख को चांद नजर आ जाता है, इसलिए इस महीने के दसवें दिन ईद-उल-अजहा (बड़ी ईद) का त्योहार मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, तारीख हर साल बदलती है और पिछली तारीख से 11 दिन पहले इस त्योहार को मनाया जाता है।

बकरीद का महत्व और प्रचलित कथा:

पैगंबर हजरत इब्राहिम से इस्लाम धर्म में कुर्बानी देने की परंपरा शुरु हुई है। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार इब्राहिम अलैह सलाम को कोई भी संतान नहीं थी और जब अल्लाह से काफी मिन्नतों के बाद उन्हें एक संतान हुई तो उसका नाम इस्माइल रखा गया। इब्राहिम अपने बेटे से बेहद प्यार करते थे। मान्यता है कि एक रात अल्लाह ने हजरत इब्राहिम के सपने में आकर उनसे उनकी सबसे प्यारी चीज की कुर्बानी मांगी। उन्होंने एक-एक कर अपने सभी प्यारे जानवरों की कुर्बानी दे दी, लेकिन सपने में एक बार फिर अल्लाह से उन्हें अपनी सबसे प्यारी चीज की कुर्बानी देने का आदेश मिला।

कहा जाता है कि इब्राहिम को उनका बेटा सबसे ज्यादा प्यारा था, लेकिन अल्लाह के आदेश का पालन करते हुए वे अपने बेटे की कुर्बानी देने पर तैयार हो गए। उन्होंने अपने बेटे की कुर्बानी देते समय अपने आंखों पर पट्टी बांध ली और कुर्बानी के बाद जब आंखें खोली तो उनका बेटा जीवित था।

बताया जाता है कि अल्लाह इब्राहिम की निष्ठा से बेहद खुश हुए और उनके बेटे की जगह कुर्बानी को बकरे में बदल दिया। कहा जाता है कि उसी समय से बकरीद पर बकरे की कुर्बानी देने की यह परंपरा चली आ रही है । गौरतलब है कि बकरीद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग बकरों की कुर्बानी देकर हजरत इब्राहिम की दी हुई कुर्बानी को याद करते हैं।

तीन भागों में से दो भागों का किया जाता है वितरण:

बकरों की कुर्बानी के बाद गोश्त के तीन हिस्से किए जाते हैं। पहला हिस्सा परिवार वालों, दूसरा हिस्सा दोस्तों- रिश्तेदारों और तीसरा हिस्सा समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों में बांट दिया जाता है। इस दिन मटन बिरयानी, चपली कबाब, मटन पाया, मटन कोरमा, भूना गोश्त, हलीम, शाही टुकड़ा, फिरनी, खीर और सेवई जैसे कई लजीज पकवान घर-घर में बनाए और खाए जाते हैं ।

इन सबों के बीच इस वर्ष कोरोना को ले पहले ईद और अब बकरीद का त्यौहार फीका रहेगा । त्योहारों का मजा लोग नहीं ले पाएंगे तथा इसका फीका होना तय है । यहां तक कि नमाज़ भी घरों में ही पढने को मजबूर होना पङेगा।

अवैध रूप से बालू का उठाव होने से राजस्व कि हो रही क्षति

नवादा : सरकार द्वारा वर्षा ऋतु को देखते हुए तीन माह तक लगातार नदी घाट से बालू उठाव तो दूर घाट में प्रवेश तक वर्जित रहने का निर्देश जारी किया है। बावजूद सिरदला प्रखंड के तिलैया नदी के मंझौली घाट से माफियाओं द्वारा बालू उठाव किया जा रहा है। शनिवार को घाट से ली गयी तस्वीर से स्पष्ट होता है कि बालू की चोरी की जा रही है । ट्रैक्टर पर बालू लोड मजदूर लोग कर रहे हैं।

बताते कि चले की प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों के करीब 20 जगहों पर बालू पूर्व से ही स्टोर किया गया है। जिसे सरकारी चालान के आधार पर बालू दिया जाता है। बावजूद डंप केंद्र से बालू लेने के बजाय सिरदला के विभिन्न नदी घाट से बालू के तस्कर आज भी अवैध तरीके से बालू उठाव कर प्रशासन को चुनौती दे रहा है।  बालू संवेदक के द्वारा स्थानीय प्रशासन से अवैध बालू का उठाव पर रोक लगाने की मांग की है।

कहते हैं अधिकारी :

थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा व अंचल अधिकारी ठुईया उरांव ने बताया कि सरकारी राजस्व की क्षति पहुंचाने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। नदी घाट से अवैध तरीके से बालू उठाव करने वाले के विरूद्ध निश्चित रूप से कार्रवाई किया जाएगा। शनिवार को सूचना मिलने के बाद प्रशासन जैसे ही घाट के समीप पहुंचा उससे पूर्व ही अवैध बालू के तस्कर फरार हो चुका था। प्रशासन लगातार सभी नदी घाटों पर निगाह लगाए है। चोरी करते ही उसे जप्त कर उनके विरूद्ध खनन अधिनियम के तहत कार्रवाई किया जाएगा।

बारिश से गिरा गरीब का आशीयाना

नवादा : जिले के नारदीगंज में इन दिनों झमाझम बारिश होने से जहां उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिल रही है। वहीं किसान अपने खेतों में कृषि कार्य में मशगुल हो गये हैं। दूसरी ओर,बारिश से कच्चे मकान के लिए आफत बनकर ताडंव दिखा रही है। झमाझम वर्षा होने से गरीब परिवार का अशियाना उजड़ रहा है। यह हाल गुरूवार की देर शाम में कहुआरा निवासी जानकी देवी पति किशोरी राम के साथ हुआ।बारिश होने से उसके मिटटी व खपरैलयुक्त मकान गिर गया। घर गिरते ही परिजन दौड़ पडे़ और किसी तरह बुढी माँ को परिजन और पड़ोसी मिल कर घर से निकाला तब कोई बड़ा हादसा नहीं हो सका।

बताया जाता है कि पीड़ित बीपीएल परिवार है। मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहा है। छोटे छोटे दो बच्चे भी है। गरीब परिवार होने के बाद भी आजतक पीएम आवास का लाभ नहीं मिल पाया है।

पीएम आवास का लाभ उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का ध्यान दिलाया,लेकिन किसी ने भी सुध नहीं लिया। पीड़ित परिजनों ने आपदा राहत कोष से क्षतिपूर्ति व आवास की मांग जिला प्रशासन से किया हैै।

लॉकडाउन उलंघन करने वालों पर हुई कार्रवाई

नवादा : जिले के नारदीगंज प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूरे जिले में 16 से 31 जुलाई तक लॉक डाउन लागू किया गया है। नारदीगंज प्रखंड में शुरुआती दौर में लॉक डाउन का अच्छा खासा असर देखने को मिला था।लेकिन इधर एक-दो दिन से कुछ मनचलों के द्वारा लोक डाउन की धज्जियां उड़ाई जा रही थी।जिसकी जानकारी मिलने पर प्रशासन द्वारा शुक्रवार को लॉक डाउन का उलंघन करने वालों के उपर कठोर कार्रवाई की गई।

बीडीओ राजीव रंजन, सीओ कुमार विमल प्रकाश,बीएओ अमरनाथ मिश्रा, जेएसएस दिनेश कुमार, बीसीओ ओम प्रकाश व थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने पुलिस बल के साथ बाजार में निकले और मनचलों के उपर कठोर कार्रवाई किया।इस दौरान मोटरसाइकिल चालकों से 14000 हजार रुपये जुर्माना के तौर पर चलान काटा गया।वहीं बिना मास्क के बाजार में घूम रहे लोगों से 1500 रुपए का चलान काटा गया।पुलिसिया कार्रवाई को देखते ही बाजार में सभी दुकान फटाफट बन्द हो गए।

श्रमदान से किया पथ का निर्माण

नवादा : जिले के नारदीगंज पंचायत की वॉर्ड संख्या 3 में मुहल्ले के लोगों ने श्रमदान से 200 मीटर पथ का निर्माण किया। मुहल्ला निवासी दिलीप सिंह,यदुनंदन प्रसाद,संतोष कुमार ने बताया किया वॉर्ड संख्या 3 में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की अनदेखी के कारण आज तक पथ का निर्माण नहीं हो सका।जिसके कारण मुहल्ले के लोग नरकीय जिंदगी जीने को मजबुर थे।हल्का वर्षा होने पर भी मुहल्ले वासियों को घर से निकलना मुश्किल हो जाता था।इस पथ के निर्माण के लिए के लिए जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक कई बार अनुरोध किया गया,लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया।लाचार होकर मुहल्ले के लोगों ने आपसी सहयोग से पथ के निर्माण का निर्णय लिया,और शुक्रवार को उसे पूरा कर दिया।