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बिहार अपडेट मधुबनी

24 जुलाई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

रेलवे गुमटी पर मिला युवक की लाश, सनसनी

मधुबनी : रेलवे गुमटी समीप एक 28 वर्षीय मुस्लिम युवक की शव मिलने इलाके में सनसनी फ़ैल गई है, हत्या कर लाश को रेलवे गुमती के समीप अपराधियों ने फेक दिया है, जिसकी सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में ले कर घटना की छानबीन में जुट गई है।

मामला मधुबनी जिले के जयनगर थाना क्षेत्र के फरदाही टोला, जयनगर बस्ती पंचायत के पास रेलवे गुमती नंबर-37 का है, जहाँ अहले सुबह एक युवक की अज्ञात लाश मिलने से स्थानीय लोगों में सनसनी फैल गयी।

हालांकि स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर लाश को कब्जे में ले लिया है, और आगे की कार्रवाई कर रही है। राजपुताना मोहल्ले का रहनेवाला मो० सलीम का पुत्र बताया जा रहा है। वहीं, इस घटना की जांच में जूटी जयनगर पुलिस ने फिलहाल कुछ भी बताने से इनकार किया है।

जलजमाव को लेकर ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

मधुबनी : हरलाखी प्रखंड के खिरहर गांव स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के पास सड़क पर लगे घुटने भर पानी को लेकर ग्रामीणों विरोध प्रदर्शन किया।स्थानीय ग्रामीण सोनू कुमार साह के नेतृत्व में पप्पू कुमार, महेंद्र साह, रामदेव राय, देवनारायण मंडल, संतोष कुमार, शिवजी मंडल, ओ०पी० यादव, मो० उजले, श्याम सुन्दर यादव, रामबाबू मंडल, रामचन्द्र पूर्वे, संजा पुर्बे सहित दर्जनों ग्रामीण ने स्थानीय विधायक सुधांशु शेखर व स्थानीय प्रसाशन के खिलाफ रोषपूर्ण प्रदर्शन और नारेबाजी की।

सोनू कुमार साह ने बताया की यह सड़क बासोपट्टी और बेनीपट्टी को मिलाने वाली मुख्य सड़क है, जिसकी हालत विगत चार सालों से ऐसी ही है। खिरहर बैंक के पास जलजमाव लगातार बारिश के दिनों में बन जाती है।

उन्होंने यह भी बताया की मेरे द्वारा कई बार दमकल लगा कर जल निकासी करवाया गया है, पर इस की शिकायत हमलोग स्थानीय विधायक, वार्ड सदस्य, मुखिया व प्रसाशन कितने बार किये है, लेकिन समस्या जस की तस बनी है।

जिला परिषद पर लगाया अत्याचार का आरोप

मधुबनी : एक ऐसी ही घटना बासोपट्टी थानांतर्गत मढ़िया से प्रकाश में आया है, जहाँ अत्याचार के शिकार मो० सफीक ने जिला परिषद नईम हक पर आरोप लगाते हुए बताया कि बासोपट्टी प्रखंड के जिला परिषद नईम हक ने अपनी निजी दुश्मनी निकालने के लिए मेरे ऊपर रेप की प्राथमिकी बासोपट्टी थाना में दर्ज करवा कर मुझे जलील करने का साजिश रच रहा है।

इस संदर्भ में मो० सफीक ने बताया कि मेरे साथ हुई घटना के पूर्व ऐसी कई घटना है, जिसमे वो उक्त महिला हसीना खातून, पति – इसरुल नामक महिला को मोहरा बना उसके द्वारा प्राथमिकी दर्ज करवा कर मोटी रकम वसूल कर ग्रामीणों को परेशानी में डालता रहता है, जिससे लोगो मे खौफ का माहौल बना रहता है।इस घटना के बाद मो० सफीक ने बताया कि मैं प्रशासन से ये अपील करता हूं, कि पूर्व की घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए घटना की पूर्ण जानकारी हासिल कर निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के उपर सख्त कानून करवाई करे।

ग्रामीणों ने पकड़ा कालाबाज़ारी का राशन, सूचना पर एमओ ने की कार्रवाई

मधुबनी : कोरोना संक्रमण काल में आम लोग भूख से तड़प कर मर रहे हैं, और जन वितरण प्रणाली विक्रेता अनाज को कालाबाजारी करने में लगा हुआ है। जी हां तकरीबन दस क्यूंटल से अधिक राशन को ग्रामीणों ने कालाबाजारी करते हुये रंगेहाथ पकड़ा है, जिसके बाद पीडीएस विभाग के अधिकारियों को सूचित किया गया। प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी जांच पड़ताल करने पहुंचे,ओर करवाई करते हुए उक्त अनाज को संदेह के आधार पर जब्त कर जांच-पड़ताल का निर्देश दिया।

मामला मधुबनी जिले के जयनगर प्रखंड अंतर्गत परबा बेलही पंचायत का है, जहाँ संदेह के आधार पर दस क्यूंटल से ज्यादा राशन कालाबाजारी करते हुये ग्रामीणों ने रोक ओर एमओ को सूचना देने का काम किया।

मौक पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हमलोग टीम बनाकर कर डीलर पर कड़ी नजर रखे हुए थे, क्योंकि डीलर साहब आम उपभोक्ताओं को कई सालों से राशन से वंचित रखें थे। जिसकी वजह से डीलर पर कड़ी नजर रखी जा रही थी।

आज जैसे ही डीलर साहब राशन लेकर कालाबाज़ारी करने के लिये अपने निजी आवास से बैलगाड़ी पर कालाबाजारी करने के लिये निकले, वैसे ही ग्रामीणों ने धर दबोचा और फिर पुलिस एवं एसडीएम को मोबाइल फोन पर सूचना दिया। तब जाकर एसडीएम साहब ने अपने क्षेत्र के प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को जांच पड़ताल के लिये भेजे।

जहाँ जाँच में प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी ने डीलर के पीडीएस दुकान पर रखे अनाज का जांच किया, तो पीडीएस दुकानदार के यहां रखे अनाज गिनती में सही पाया गया। जिससे जिस डीलर को ग्रामीणों द्वारा आरोपित किया जा रहा था, वह निष्पक्ष साबित हो गया। फिर जाकर कालाबाजारी कर रहे राशन को जब्त किया।

अब सवाल यहां यह उठता है, कि इस कोरोना संक्रमण काल में सरकार हर गरीब तबके के लोगों को मदद करने में लगी हुई है। लेकिन डीलर साहब अपने पीडीएस विभाग के सांठगांठ से अनाजों की कालाबाजारी करने में लगा हुआ है। जहां आज ग्रामीणों ने धर दबोचा, और फिर प्रशासन को सूचना दिया। मगर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने जिस डीलर का राशन था, उसे संरक्षण देते हुये बताया कि उस डीलर का राशन नही है। आखिरकार साहब यह किस डीलर का राशन है, जो कि कालाबाजारी किया जा रहा था?

लेकिन मामला यहीं नही रुकता आखिर अनाज किस डीलर का है, है तो किसी डीलर का है? आखिर जा कहाँ रहा था? इस पूरे वारदात को खंगालने की जरूरत है। दबी जुबान से इस मामले को रफा-दफा में भारी रकम की हेरा-फेरी की जाने की बात ग्रामीणों द्वारा कही जा रही है। ग्रामीणों ने कहा कि की जयनगर के कुछ तथाकथित दलाल टाइप के पत्रकार भी इसमें शामिल हैं, जिन्होंने डीलर ओर संबंधित अधिकारी की सेटिंग करवाई अपने कमीशन के साथ।
ग्रामीणों में इस बात का भारी रोष ओर गुस्सा भी है कि हमलोगों को अनाज देने में कोताही बरत कर एक तो कालाबाजारी कर डीलर लाखों रुपये का न्यारा-वयारा करता है, वहीं इससे सरकार की भारी बदनामी भी होती है, ऐसे पदाधिकारी की वजह से। फिलहाल जो भी हो पर कुछ लोग ही सही पर इन फर्जी पत्रकार और भ्रष्ट अधिकारियों और बेईमान पीडीएस विक्रेताओं के खिलाफ आवाज़ उठाई पर इनकी सेटिंग के आगे गरीबों को एक बार फिर झुकना पड़ा।

जाप जिला प्रधान महासचिव के पिता की मौत पर शोक

मधुबनी : जन अधिकार लोकतांत्रिक पार्टी के झंझारपुर जिला प्रधान महासचिव हेमनारायण चौधरी के पिता की आकास्मित निधन पर शोक सवेदना व्यक्त किया गया। हेमनारायण चौधरी के पिता सेवानिवृत्त शिक्षक थे, और कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका अंतिम संस्कार पैतृक गाँव में ही हुआ। पिता का मुखअग्नि बड़े पुत्र के होने केनाते हेमनारायण चौधरी ने दिया।

प्रदेश सचिव सह प्रवक्ता गौरीशंकर यादव ने बताया की हेमनारायण के पिता अपने गाँव एवं समाज के कई कार्यो महत्वपूर्ण भूमिका निभाए हैं, जिसकी सराहना अभी तक चल रही है। उनके निधन से गाँव एवं समाज और परिवार को बहुत बड़ी क्षति हुई है। साथ उन्होंने कहा की हेमनारायण चौधरी जाप पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता सामाजिक कार्यकर्ता है।

समाजिक कार्यों में आम लोगो के बीच जुड़े रहते है। जमीनी कार्यकर्ता के रूप चर्चित है, जिससे समाज के हर जाति वर्ग समुदायों के लोगो में पिता जी के तरह बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है। उनके पिता के निधन पर पूरी पार्टी इससे आहत है। ईश्वर उनकी दिवंत आत्मा की शांति के लिए प्राथनाएं कर रही है। समाज के हर जाति वर्ग समुदायों के लोगो शोकाकुल मौहोल है।

इस मौके पे संजीव कुमार नीरज (प्रदेश सचिव सह प्रवक्ता), गौरीशंकर यादव(प्रदेश अध्यक्ष युवा), चंद्रशेखर यादव(जिला अध्यक्ष), दिनेश यादव(प्रदेश महासचिव, किसान प्रकोष्ठ) सहित गाँव समाज के गणमान्य एव सामाजिक लोग शामिल हुए।

रेल-कर्मचारियों के बीच ईसीआरईयू का जागरूकता अभियान

मधुबनी : बिहार में 16 से 31 जुलाई तक एवं देश के कुछ अन्य हिस्सों में चल रहे कोविड-19 लॉकडाउन् के हालातों के बीच ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्पलाइज यूनियन सक्रिय भूमिका निभा रही है।

ई०सी०आर०ई०यू० के समस्तीपुर डिवीजन के डिविजनल सेक्रेटरी रत्नेश वर्मा के द्वारा रेलवे कर्मचारियों के कार्यस्थल पर जाकर उनसे कार्य के दौरान कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु हमेशा जागरूक रहने के बारे में पुनः बताया गया। सभी रेलकर्मियों से कोविड-19 लॉक-डाउन के संदर्भ में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर दिए जा रहे आदेशों का अक्षरशः पालन करने की बात बताई गई।

हाल ही में केंद्र सरकार के द्वारा देश के 109 रेलवे रूटों पर 151पैसेंजर ट्रेनों को प्राइवेट पार्टी के द्वारा चलाये जाने से सम्बन्धित टेंडर तथा रेलवे में कैडर-मर्जिंग एवं खाली पड़े पचास प्रतिशत पदों के सरेंडर की योजना पर चर्चा करते हुए सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरुद्ध बहुत बड़े आंदोलन की आवश्यकता के बारे में बताया गया।

रत्नेश वर्मा ने बताया कि रेलवे में पहले से ही पार्ट-पार्ट में निजीकरण/निगमीकरण, पी०पी०पी०, 100% एफ०डी०आई०, ठेकाकरण, आउट-सोर्सिंग के कारण स्थाई रेलकर्मियों के बीच असमंजस की स्थिति से नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। कई बड़े A-1 क्लास और A क्लास के स्टेशन बेचे जा चुके हैं। तेजस जैसी प्राइवेट ट्रेन निजी ऑपरेटर कम्पनी को करार पर दी गयी है। सफाईकर्मी , बेतन-खजांची, कैंटीन, कैटरिंग, रनिंग-रूम आदि पहले से ही समाप्त किये जा चुके हैं। प्राइवेट कम्पनियाँ केवल मुनाफाखोरी करतीं हैं। उन्हें देश के सामाजिक ढांचे और कल्याणकारी योजनाओं से कोई मतलब नहीं रहता है। रेलवे आरम्भ काल से हीं बिना लाभ हानि की परवाह किये देश हित मे चल रही सरकारी संस्था के रूप में विख्यात है, जिसे किसी भी स्तर से प्राइवेट हाथों में देना उचित नहीं है। कोविड-19 जैसी महामारी की स्थितियों में भी देश के रेलवेकर्मी अपने स्वास्थ्य की परवाह किये बिना जान जोखिम में डालकर शुरू से ही लगातार ड्यूटी करते हुए मालगाड़ियों, पार्सल गाड़ियों, स्पेशल-ट्रेनों का सुरक्षित संचालन करके आवश्यक सामग्री, उत्पादन में प्रयुक्त वस्तुओं एवं यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने में लगे हुए हैं।

इस तरह ईमानदारी, निष्ठा से कर्तव्य निर्वाह करने के वावजूद रेलवे एवं रेल उत्पादन इकाइयों का निजीकरण/निगमीकरण किया जाना बहुत हीं दुर्भाग्यपूर्ण है। श्री वर्मा ने बताया कि इसी संदर्भ में इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव, सर्वजीत सिंह के द्वारा केंद्रीय रेल मंत्री महोदय को पत्र भेजकर रेलवे के निजीकरण/निगमीकरण को रोकने की अपील की गई है। सरकार इस पर विचार करके उपयुक्त कदम उठाए।

मास्क व हेलमेट को लेकर थानाध्यक्ष चन्द्रमनी चलाया सघन वाहन चेकिंग अभियान

मधुबनी : कोरोना का कहर बिहार में जारी है। लोग फिर भी बेखौफ नजर आ रहे हैं। लगातार लापरवाही बरत रहे हैं। बिना मास्क के भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बेखौफ होकर जा रहे हैं।

मधुबनी जिले के झंझारपुर थानाध्यक्ष चन्द्रमनी के निर्देश पर हेलमेट और मास्क को लेकर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया, जिसमें दर्जनों बाइक चालक को चलान काटा गया।

इस बाबत थानाध्यक्ष ने बताया की लोगों को जितना संभव हो सके भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए। अगर बहुत जरुरी हो तभी जाये अन्यथा घर में रहें सुरक्षित रहे। थानाध्यक्ष चन्द्रमनी ने बताया की हेलमेट से ₹2000 और मास्क से ₹830 कुल राशि ₹2,830 वसूला गया है। उन्होंने बताया कि लगातार वाहन चेकिंग अभियान चलाया जाएगा, जिससे की लोग मास्क पहनकर सड़क पर चले एवं कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके।

जाप युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा

मधुबनी : मधुबनी जिले के फुलपरास अनुमंडल क्षेत्र में बलान और बिहुल नदी का कहर जारी है। दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। लोगों में बाढ़ के खौफनाक दृश्य देखकर दहशत है। सैकड़ों एकड़ में फसल बर्बाद हो गया है।

ऐसे में जाप युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष ई० गौडी़ शंकर यादव लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे कर रहें हैं। बीते दिनों परसा उत्तरी पंचायत के छजना मझौरा समेत दर्जनों गांव का दौरा कर लोगों हरसंभव मदद का भरोसा दे रहें हैं। लोग अपना-अपना दुखरा सुना रहें हैं, कि वोट लेकर जो जाता है फिर कभी दर्शन नहीं देता है।
स्थानीय विधायक क्षेत्र से नदारद हैं, जिससे लोगों में भयंकर आक्रोश है। इस बाबत ई० गौडी़ शंकर यादव बताया की सड़कों पर जगह-जगह पानी लगा है। कई जगह तो पानी के तेज धरा में सड़क बह गया है। श्री यादव ने बताया की सरकार अविलंब लोगों को खाने-पीने का व्यवस्था करें। बाढ़ पीड़ित लोगों के खाते में 10-10 हजार रुपये दे। नेता, मंत्री आवास छोड़कर क्षेत्र में आये।

बाढ़ प्रभावित लोगों की समस्या को श्री यादव ने एसडीओ फुलपरास को अवगत कराये। इस अवसर पर समाजसेवी महादेव बाबा, ई० अजय कुमार, रामवतर मंडल, राजेन्द्र साह, पूर्व पंचायत समिति शिव कुमार, गणेश, मुकेश, आदित्या उपस्थित रहे।

जिला पार्षद ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा

मधुबनी : झंझारपुर क्षेत्र संख्या-51 के जिला पार्षद मोहम्मद रेजाउद्दीन आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से मिलने पहुंचे।सबसे पहले परसा पहुंचे उसके बाद संग्राम, चनौरागंज, पिपरौलिया, धैपुरा सिंदुरपुरा, नवानी होते हुए परमानन्दपुर पहुंचे। जहां बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई है, लोगों का जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दर्जनों घरों में पानी घुसा है, फिर भी लोग घरों में बेबस और लाचार होकर रह रहें हैं। इस गाँव के लिए बाढ़ कोई नई बात नहीं है। हर साल तबाही मचाती है। जून-जुलाई के महीना आते ही सहम जाते हैं। पहले सुग्रवे नदी तबाही मचाता था, अब सुपेन नदी ने इस गांव समेत दर्जनों गांव को चपेट में ले लिया है।

जिला पार्षद रेजाउद्दीन ने भरोसा दिलाया की सीओ, बीडीओ और एसडीओ से मिलकर हरसंभव मदद किया जाएगा। ग्रामीणों ने जिला पार्षद को अपना दुखरा सुनाया बिन्देश्वर राय ने कहा की पंचायतों में बिचौलिया का सम्राज्य है। हर साल के बाढ़ में गिरे घरों का सूची बनाता है लेकिन कभी किसी को मिलता नहीं है। बाढ़ आते ही सर्प का घरों में बसेरा हो जाता है। कुछ साल पहले सर्पदंश से एक लड़की का मौत भी हो गया था। पंचायत में पीएसी है, वो भी तो बंद परा है। एम्बुलेंस भी अस्पताल में नहीं है। लोगों में स्थानीय प्रतिनिधि के खिलाफ आक्रोश भी है। जिला पार्षद क्षेत्र में हमेशा आते रहते हैं, जबकि मुखिया और पंचायत समिति क्षेत्र से नदारद रहते हैं।

7 दिनों के लिए ओपीडी सेवा बंद एवं ओटी सेवा भी रहेगी बाधित

मधुबनी : जिले में कोरोना संक्रमण का रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रहा है प्रतिदिन कोरोना संक्रमित की संख्या बढ़ती जा रही है इसी बीच सदर अस्पताल में कई चिकित्सक कोरोना संक्रमित हो गए वहीं पर समकक्ष की एक स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ भी कोरोना संक्रमित हो गई है इनके अलावा जिले के अस्पताल प्रबंधक भी कोरोना संक्रमित हो गए। पिछले सप्ताह भी कई एएनएम, ममता संक्रमित हुई थी। चिकित्सकों के संक्रमित होने के बाद ओपीडी सेवा को 7 दिनों के लिए बंद कर दी गई है वहीं ओ टी सेवा भी प्रभावित रही।

विदित हो कि जिले में प्रथम बार 27 अप्रैल को कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए थे तब से यह सिलसिला लगातार जारी है जिले में अब तक 740 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं जिसमें 641 मरीज ठीक हो चुके हैं वर्तमान में 97 एक्टिव केस है वही दो मरीजों की मृत्यु हो चुकी है।

जिले में 3 तरह से कोरोना संदिग्ध की जांच हो रही है:

जिले में कोरोना संक्रमित का जांच आरटी पीसीआर तथा त्रू नट मशीन से तथा रैपिड एंटीजन किट से हो रही है। आईडीएसपी एपिडेमियोलॉजिस्ट अनिल चक्रवर्ती ने बताया 11 जुलाई से आरटी पीसीआर से जांच नहीं हो रही है क्योंकि पटना में संबंधित मशीन खराब है और मधुबनी जिले के सैंपल जांच के लिए अभी तक किसी अन्य मेडिकल कॉलेज से टैग नहीं किया गया है।जिस कारण से अभी त्रुनट मशीन तथा एंटीजन किट से ही जांच हो रही है। त्रुनट मशीन से अभी तक 3066 मरीजों की जांच की गई है वहीं आरटी पीसीआर से 7161 मरीजों की जांच की गई है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया कि ओपीडी सेवा बंद होने की स्थिति में मरीज चिकित्सक से फोन पर सलाह ले सकते हैं।

जिले को मिला 1000 रैपिड एंटीजन कीट

मधुबनी : मधुबनी जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के ओर से इससे बचाव को लेकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है तथा नये-नये उपकरणों की भी उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।जिले में अब रैपिड एंटिजन कीट से कोरोना का जांच की जा रही है।

मधुबनी जिले को 1000 रैपिड एंटिजन किट उपलब्ध करायी गयी है. जिले में पहले ट्रूनेट मशीन तथा आरटीपीसीआर से जांच की जा रही थी. अब रैपिड एंटीजन कीट से भी जिले में जांच हो रही है। इसमें रैपिड एंटीजन किट को कारगर अस्त्र माना जा रहा है। यह ऐसी किट है जो 30 मिनट में टेस्ट का परिणाम दे रही है। यही कारण है कि जहां भी कोरोना वायरस का मरीज मिल रहे हैं, उसे क्षेत्र में इसी किट का इस्तेमाल कर वायरस के संक्रमण विस्तार को रोका जा रहा है।

कोरोना संक्रमण की कम समय में हो रही पुष्टि:

सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया ज्यादा पॉजिटिव मरीज मिलने का मुख्य कारण टेस्ट अधिक होना है। जिले में अब तक एक 11,000 संदिग्ध मरीजों की जांच हो चुकी है। रैपिड एंटीजन टेस्ट के कारण टेस्ट की रिपोर्ट भी जल्द आ रही है। जिले को रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 1000 किट मिली है, जिसे तीन अनुमंडल अस्पताल में 150-150 तथा जिले के कुल 20 पीएचसी को 500 किट दिए गए हैं।रैपिड एंटीजन टेस्ट कोरोना संक्रमण की त्वरित जाँच में काफी कारगर साबित हो रही है।

रैपिड एंटीजन टेस्ट क्या है:

रैपिड एंटीजन कोरोना जांच की नई तकनीक है। इसमें संदिग्ध व्यक्ति की नाक में स्ट्रिप डालकर स्वैब का सैंपल लिया जाता है। किट में सोल्यूशन की तीन ड्राप डालकर फ्लूड के साथ मिलाया जाता है। इसमें केवल 30 मिनट में रिजल्ट आ जाता है। अगर रिपोर्ट में एक लाइन आती है तो रिपोर्ट नेगेटिव होती है।अगर लाइन दो हो जाए तो वह कोरोना पॉजिटिव माना जाता है। यह किट सबसे ज्यादा कारगार सिद्ध हो रही है।

अब जानिए कैसे होती है कोरोना वायरस की जांच:

कोरोना वायरस का संदेह है या फिर कोरोना के लक्षण जैसे बुखार, गले में खराश, बहती नाक, सांस लेने में दिक्कत है, तो सबसे पहले डॉक्टर से चेकअप कराना होगा। चेकअप किसी भी अस्पताल में करा सकते हैं। फोन पर भी सलाह ले सकते हैं। अगर डाक्टर को लगता है कि मामला कोरोना का है, तो वो जांच की सिफारिश करेंगे। कोरोना के संदिग्ध व्यक्ति का सैंपल घर से ही लिया जा रहा, जिससे वो किसी दूसरे के संपर्क में न आए। टेस्ट के लिए सैंपल लेने के दौरान भी सावधानी और जरूरी सुरक्षा उपाय अपनाने की हिदायत दी गई है।

टेस्ट करने के चार तरीके:

• स्वाब टेस्ट: इस टेस्ट में एक कॉटन स्वाब से गले या नाक के अंदर से सैंपल लिए जाते हैं।
• नेजल एस्पिरेट: वायरस की जांच करने वाला आपकी नाक में एक सॉल्यूशन डालने के बाद सैंपल कलेक्ट कर उसकी जांच करता है।
• ट्रेशल एस्पिरेट: ब्रोंकोस्कोप नाम का एक पतला ट्यूब आपके फेफड़े में डालकर वहां से सैंपल लेकर उसकी जांच की जाती है।
• सप्टम टेस्ट: यह फेफड़े में जमा मैटेरियल या नाक से स्वाब के जरिये निकाले जाने वाले सैंपल का टेस्ट होता है।

30 मिनट के भीतर आ रहे नतीजे:

एंटीजेन टेस्ट में 30 मिनट के अंदर रिजल्ट मिल रहा है। वहीं आरटी-पीसीआर में रिजल्ट आने में 6 से 24 घंटे लग जाते हैं. तब तक तो संक्रमित व्यक्ति को पता नहीं होता कि वो पॉजिटिव है और वो कई लोगों को वायरस फैला चुका होता है। रैपिड एंटीजन में आधे घंटे के अंदर ही रिपोर्ट सामने आ जाती है, ऐसे में शख्स को आइसोलेट किया जा सकता है। संक्रमित शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है।

आइसोलेशन सेंटर की साफ-सफाई का रखा जाएगा विशेष ख्याल

मधुबनी : अब आइसोलेशन/क्वारंटीन सेंटरों के साफ-सफाई पर विशेष ख्याल रखा जाएगा। जिससे वहां के स्वास्थ्यकर्मियों के बीच भी संक्रमण रोकने मे सहायता मिलेगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने सभी जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को पत्र लिखकर यह आइसोलेशन/क्वारंटीन सेंटर की साफ-सफाई को लेकर स्पष्ट निर्देश दिया है।

इस पत्र में प्रधान सचिव के माध्यम से कहा गया है कि आइसोलेशन सेंटर में साफ-सफाई का कार्य जिला स्तर पर पूर्व से निर्धारित आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से ही कराया जाय। अगर किसी भी स्थिति में पूर्व की निर्धारित एजेंसी साफ-सफाई नहीं करती है, तो बिहार श्रम संसाधन विभाग द्वारा निर्धारित मानदंड या दैनिक परिश्रम के अधार पर कराया जाय। साफ-सफाई के कार्यों एवं सेनेटाइजेशन का पर्यवेक्षण आइसोलेशन सेंटर के प्रभारी के द्वारा होगा तथा इनके द्वारा सत्यापन के आधार पर ही आउटसोर्स कंपनी के कर्मियों का भुगतान होगा।

जिले में पांच आइसोलेशन सेंटर है कार्यरत:

जिले में पांच आइसोलेशन सेंटर स्थापित किया गया है जिसमें एएनएम ट्रेंनिंग स्कूल झंझारपुर में वेडों की संख्या 135 है, एएनएम ट्रेंनिंग स्कूल जयनगर में बेडों की संख्या 135 है, एएनएम ट्रेंनिंग स्कूल बेनीपट्टी में बेडों की संख्या 135, जीएनएम स्कूल रामपट्टी राजनगर(सीसीसी)में बेडो की संख्या 300, जीएनएम स्कूल रामपट्टी, राजनगर (डीसीएचसी) में वेदों की संख्या 10 सहित कुल 715 बेड हैं। वहीं मरीजों की संख्या बढ़ने पर पेड़ों की संख्या और बढ़ाई जाएगी।

मधुबनी जिला सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने कहा कि प्रधान सचिव के द्वारा भेजे गये पत्रों पर अक्षरश: अमल किया जाएगा। हमारी साफ-सफाई पहले से भी बेहतर है उसे और बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।

कोविड-19 से बचाव के लिए साफ-सफाई जरूरी: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए साफ सफाई का विशेष महत्व है। इसलिए अपने आसपास तथा कार्यस्थल का नियमित रूप से सफाई करें ताकि कोरोना के संक्रमण के साथ-साथ अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव किया जा सके।

निम्न मानकों के साथ होनी है सफाई:

प्रत्येक आइसोलेशन सेंटर की सफाई को सुनिश्चित करने के लिए सफाई कर्मी को झाडू, पोछा, वाईपर, बाल्टी, 1 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराईट, ब्लिचिंग पाउडर, फिनाईल, फ्लोर क्लीनर समुचित मात्रा में उपलब्ध कराया जाएगा। जिसका क्रय बिहार वित्त नियमावली के आधार पर होगा। तत्काल में नेशनल हेल्थ मिशन के मद से इन सामाग्रीयों की खरीद की जाएगी। प्रत्येक जिला द्वारा इस मद में व्यय आकलन कर राशि की मांग स्वास्थ्य विभाग से की जाएगी। आबंटन उपलब्ध हो जाने के बाद एनएचएम में राशि की प्रतिपूर्ति कर दी जाएगी।

सुमित राउत