15 अगस्त को संस्कृत सप्ताह समारोह का होगा आगाज
दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय मुख्यालय में इस बार 15 अगस्त से संस्कृत सप्ताह समारोह का आयोजन शुरू होने जा रहा है जो 22 तक चलेगा। इस मौके को यादगार बनाने के लिए आज बुधवार को कुलपति प्रो0 सर्व नारायण झा की अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें पूरे सप्ताह भर के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई। मौके पर ही आयोजन समिति का गठन किया गया जिसके अध्यक्ष प्रो0 सुरेश्वर झा बनाये गए और डॉ दिलीप कुमार झा को संयोजक की भूमिका दी गयी।अन्य सदस्यों में नरोत्तम मिश्रा, निशिकांत, डॉ अखिलेश कुमार मिश्र, प्रमोद मिश्र, शुभेंदु कुमार एवम विजय कुमार मिश्र को शामिल किया गया है।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि 15 अगस्त की शाम से लेकर 20 अगस्त तक प्रतिदिन प्राच्य विषयों पर विद्वानों एवम छात्रों के बीच अलग अलग शास्त्रार्थ होगा। कुलपति प्रो0 झा की मौजूदगी में साहित्य, व्याकरण, ज्योतिष, दर्शन, वेद, धर्मशास्त्र से जुड़े विषयों को चिह्नित कर लिया गया है और उसी पर शास्त्रार्थ होगा। इसके अलावा 16 से 20 अगस्त तक रोज अलग अलग विषयों पर विशेष व्याख्यान भी होगा।इसी तरह 21 को अन्त्याक्षरी व भाषण प्रतियोगिता होगी। 22 को क्विज के बाद समापन समारोह का कार्यक्रम रखा गया है।
इसी क्रम में आज की बैठक में निर्णय लिया गया कि विद्वान शास्त्रार्थीयों को ग्यारह सौ एक तथा छात्र शास्त्रार्थीयों को पांच सौ एक रुपये सम्मानीकी दी जाएगी।वहीं कार्यक्रम में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को क्रमशः सात सौ, पांच सौ एवम चार सौ रुपये पुरस्कार राशि देने का निर्णय लिया गया।
बैठक में कुलपति के अलावा, प्रोवीसी प्रो0 चन्द्रेश्वर प्रसाद सिंह, प्रो0 शिवाकांत झा, प्रो0 सुरेश्वर झा, प्रो0 विद्येश्वर झा, प्रो0 उमेश शर्मा, प्रो0 हरेंद्र किशोर झा, नरोत्तम मिश्रा, प्रो0 पुरेन्द्र वारिक, प्रो0 रेणुका सिंहा, एफए मंतोष मालाकार एवम कुलसचिव नवीन कुमार मुख्य रूप से शामिल थे।
यादगार होगा कार्यक्रम : वीसी
कुलपति प्रो0 सर्वनारायण झा ने कहा कि पूरे सातो दिनों की रूपरेखा इस तरह तय की गई है कि कार्यक्रम यादगार होगा। कालेजों की भी सहभागिता रहे इसका भी ख्याल रखा गया है। कुल मिलाकर कार्यक्रम के दौरान मुख्यालय का वातावरण पूरी तरह से संस्कृतमय रहेगा। शसत्रार्थ में विशेषकर छात्रों की भागीदारी ज्यादा हो इसपर विशेष बल दिया गया है।उन्होंने कहा कि छात्रों को अभी से तैयारी में लग जाने की जरूरत है।
नामांकन के दूसरे दिन स्नातकोत्तर में 458 छात्रों ने लिया नामांकन
दरभंगा : स्नातकोत्तर सत्र 2019-21 में नामांकन हेतु ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में चल रहे केंद्रीयकृत कॉन्सिलिंग के दूसरे दिन आज कुल 458 छात्र-छात्राओं ने उपस्थित होकर विभाग एवं महाविद्यालयों में नामांकन हेतु पत्र प्राप्त किया। रसायन शास्त्र विभाग में चल रहे वनस्पति शास्त्र विषय के काउनसिलिंग में दोनों दिनों को मिलाकर 504 सीटों के विरुद्ध 234 छात्रों ने नामांकन के लिए अपने महाविद्यालय/विभाग का चयन किया। वनस्पति विभाग में चल रहे अर्थशास्त्र की काउंसिलिंग के दूसरे दिन को मिलाकर 221 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग में भाग लेकर अपने पसंदीदा महाविद्यालय/विभाग का चयन किया। भौतिकी विभाग में चल रहे हिंदी विषय के काउंसलिंग के दूसरे दिन का मिलाकर अबतक कुल 183 छात्र-छात्राएं नामांकन के लिए काउंसलिंग में उपस्थित हुए। वाणिज्य विभाग में चल रहे राजनीति शास्त्र के काउनसिलिंग में दोनों दिनोंको मिलाकर 245 छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए। कुल मिलाकर दो दिनों में 883 छात्र-छात्राओं ने अपना-अपना नामांकन सुनिश्चित किया। काउंसिलिंग दिनांक 24जुलाई, 2019 एवं 25 जुलाई, 2019 को भी चलेगा। रसायन शास्त्र विभाग में 24 जुलाई, 2019 को वनस्पति शास्त्र के शेष छात्रों के अलावे मैथिली, संस्कृत एवं दर्शनशास्त्र की तथा 25 जुलाई, 2019 को उर्दू विषय के छात्रों की काउंसिलिंग होगी। शेष विभागों में दिनांक 24 जुलाई, 2019 को कल और आज हुए विषयों का काउंसलिंग जारी रहेगा। 25 जुलाई, 2019 को वनस्पतिशास्त्र विभाग में समाज शास्त्र विषय का, भौतिकी विभाग में एआईएच का तथा वाणिज्य विभाग में राजनीति शास्त्र विषय का काउंसिलिंग निर्धारित है।
पारंपरिक मूल्यों पर हो नाई शिक्षा नीति
दरभंगा : कुलाधिपति सचिवालय द्वारा उच्च शिक्षा में सुधार के पहल पर दूरदर्शन बिहार द्वारा प्रसारित महामहिम कुलाधिपति महोदय लालजी टंडन का साक्षात्कार आज दिनांक 23 जुलाई, 19 को 11:00 बजे दिन में कुँवर सिंह महाविद्यालय महापरिवार, लहेरियासराय दरभंगा द्वारा देखा गया। उन्होनें पारंपरिक मूल्यों रखकर नयी शिक्षा नीति को बनाने पर जोर दिया। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नयी खोज, नये अवसरों की तलाष एवं रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर बल दिया। उनके अनुसार आम जनता एवं छात्रों में उच्च शिक्षा के प्रति चेतना जागृत होनी शुरू हो गयी है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पूरे विश्व में बिहार का गौरवषाली इतिहास रहा है। इस परंपरा को कायम रखने की आवष्यकता है इसके लिए पिछले दिनों में राजभवन ने कई संगोष्ठियाँ एवं कार्यषलाएँ आयोजित की है। पहली बार ऐसा हुआ है कि राज्य के सभी महाविद्यालय ने NAAC कार्यषाला में पंजीयन करवाया हैं षिक्षकों को आजीवन सम्मान मिलना चाहिए। पेंशन, ग्रेचुटी और अन्य सुविधाएँ सेवा निवृति के समय ही षिक्षकों एवं कर्मियों को मिलना चाहिए, इसके लिए महामहिम ने अपने स्तर से त्वरित कार्यवाही हेतु कई सराहनीय कदम उठायें है।
आज उच्च षिक्षा पर सभी वर्गो का सहयोग प्राप्त हो रहा है जो हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने जन सहभागिता की तारिफ की। उन्होंने विष्वविद्यालयों में नियमित दीक्षांत समारोह आयोजित करने पर जोर दिया ताकि छात्रों को समय पर डिग्रियाँ मिल सके और उनके उत्साह में वृद्धि हो सके। उन्होने वृक्षा रोपण पर बल दिया,उदाहरण के तौर पर राजभवन में वृक्षारोपन कार्यक्रम चलाया गया है। इस कड़ी में 21 जुलाई 2019 को पूरे प्रदेष में वृक्षारोपन का कार्य किया गया। षिक्षा परिसर में सफाई, शौचालय एवं पुस्तकालय पर विषेष ध्यान देने पर बल दिया।
उन्होंने उच्च शिक्षा में आमूल परिवर्तन के उदेष्य से विष्वविद्यालयों एवं महाविद्यालय मेंं डिजिटिलाईजेषन पर विषेष बल दिया। जैसे स्मार्ट कलासेस, ऑन लाईन एडुकेषन, बायो मैट्रिक एटेन्डेन्स इत्यादि।
यह पूछे जाने पर कि छात्र/छात्राओं को आप क्या संदेष देना चाहेंगें,तो उन्होंने महात्मा गाँधी के विचार”मेरा जीवन ही मेरा संदेष है“ को दुहराया। म्हामहिम के इस दूरदर्शन कार्यक्रम का प्रधानाचार्य, डा0 मो0 रहमतुल्लाह की अगुवाई में महाविद्यालय, महापरिवार के सभी सदस्यों ने महाविद्यालय में प्रधानाचार्य कझ में अवलोकन किया और सभी ने मुक्त कंठ से उपर्युक्त कार्यक्रम की प्रशंसा की।
ज्ञातव्य हो कि महामहिम कुलाधिपति लालजी टंडन जी के दिए साक्षात्कार में उच्च शिक्षा में गुणात्मक विकास के लिए दिए गए मापटंड में ललित नारायण मिथिला विष्वविद्यालय, दरभंगा के यस्ववी कुलपति प्रो0 सुरेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व पूर्णतः अनुपालन किया जा रहा है। जिसके चलते ल0 ना0 मि0 वि0 का बिहार में किए गए सर्वक्षण में प्रथम स्थान मिला अैर पुरे देष में 104वॉ स्थान प्राप्त हुआ।
मुरारी ठाकुर