500 पाउच देशी शराब के साथ कारोबारी गिरफ्तार
नवादा : नवादा की बुन्देलखण्ड पुलिस ने छापामारी कर झारखंड निर्मित 500 पाउच देशी शराब के साथ कारोबारी को गिरफ्तार किया है। इस बाबत उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर युवक को जेल भेजा गया है।
बताया जाता है कि बुन्देलखण्ड पुलिस को रजौली से नवादा आ रही बगैर मोटरसाइकिल चालक पर संदेह हुआ तथा उसे थाने के पास रूकने का इशारा किया लेकिन वाहन चालक तेजी से वाहन लेकर भागने लगा ।
तत्काल बाईक से पीछा कर रेलवे गुमटी के पास उसे धर दबोचा । तलाशी के क्रम में बैग व डिक्की में 500 झारखंड निर्मित देशी शराब पाउच बरामद होते ही बाईक जब्त कर कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया । कारोबारी की पहचान रजौली के विकास कुमार के रूप में की गयी है।
ग्रामीणों का आरोप, तालाब की जमीन पर दबंगों ने बनाया घर
नवादा : नवादा के पकरीबरांवा प्रखंड क्षेत्र के देवधा पंचायत अंतर्गत छतरवार गांव के दर्जनों ग्रामीण दबंगों के विरूद्ध अपनी फरियाद लेकर अंचल कार्यालय एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी कार्यालय पंहुचे। प्रखंड विकास पदाधिकारी कार्यालय में नहीं मिले तब लोगों ने अंचल कार्यालय में आवेदन दिया। इसमें ग्रामीणों का आरोप था कि गांव के कुछ दबंग प्रवृत्ति के लोग तालाब को भर कर घर बना रहे हैं। विगत वर्ष भी दबंगों के द्वारा तालाब को भरा जा रहा था। उस समय भी तत्कालीन अंचल अधिकारी राजेश रंजन द्वारा ग्रामीणों की शिकायत पर कार्रवाई की गई थी और कार्य बंद हुआ था। उसी स्थल पर पुनः एक बार फिर दबंगों के द्वारा मनमानी करते हुए तालाब को भरा जा रहा है। जिसकी शिकायत की गई है। ग्रामीण सियाराम चौरसिया, पंकज कुमार,जितेंद्र चौरसिया, विष्णुदेव चौधरी,रणजीत चौरसिया सहित कई अन्य ने हस्ताक्षर युक्त आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी को दिया। जिसमें बताया गया कि पंचायत के वार्ड सदस्य बेवी देवी,अशोक चौरसिया,गंगा चौधरी,धनेश्वर चौरसिया,बनारस चौरसिया,भरत चौरसिया,मन्नू यादव,हीरा यादव,कृष्णा चौरसिया,अजय चौरसिया,मुन्ना चौरसिया,जयराम चौरसिया,गौरी चौरसिया सहित कई अन्य द्वारा सरकारी तालाब को भर कर घर बनाया गया है। तथा कई लोगों के द्वारा आगे भी निर्माण कार्य किया जा रहा है। इधर मामले को लेकर अंचल अधिकारी सुक्रांत राहुल ने बताया कि शिकायत मिली है। जल्द ही मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों ने बताया कि यदि मामले पर पहल नहीं हुई तो जिला पदाधिकारी का दरवाजा खटखटाएंगे।