हादसे का शिकार न हो जाए नारदीडीह आंगनवाड़ी केन्द्र
नवादा : जिले के नारदीगंज पंचायत आंगनबाङी केन्द्र, नारदीडीह का भवन बदहाल है। यह भवन जर्जर स्थिति में है। ऐसा विभागीय अधिकारियो की अनदेखी के कारण हो रहा है। आंगनबाडी केन्द्र जर्जर भवन मे संचालित होने के कारण कभी भी बड़े हादसा का गवाह बन सकता है।
जानकार बताते है कि इस भवन का निर्माण दो दशक पूर्व कराया गया था, लेकिन फिलहाल स्थिति काफी गंभीर बनी है, इस परिस्थिति में छोटे छोटे नौनिहाल बच्चे भी केन्द्र में आने से भी कतराते शुरू कर दिया है। स्थिति यह है कि उन नौनिहालों की विवशता है कि आखिर अपना भविष्य बनाने लिए जाये तो कहां? उनके सामने भी गंभीर बिषय बना हुआ है। यह केन्द्र नारदीडीह स्थित पंचायत भवन के परिसर में निर्मित है। यह केन्द्र का कोड संख्या 11 (ग्यारह) है। आलम यह है कि बरसात के दिनों मे स्थिति काफी भयावह बन जाती है। एक ओर जहां भवन के छत से पानी टपकता है तब पढ़ने बाले बच्चे मे भाग दौड़ शुरू हो जाती है। जिससे पठन पाठन पर भी प्रतिकूल असर पडता है। वही दूसरी ओर देखा जाय तो इस भवन भी खिडकी विहीन है। फिलहाल कई वर्षो से जर्जर अवस्था में रहने के बाद भी विभागीय अधिकारी समेत अन्य अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे पा रहे है।
प्रखंड मे कई गांवो मे नये भवन का निर्माण भी हो चुका है। इस केन्द्र के नये सिरे से भवन के निर्माण के लिए कई दफा मांग भी किया गया, वावजूद अधिकारी कुभंकर्णी नींद में सोये हुए है। भवन के नजदीक पहाड़ी चापाकल भी शोभा की बस्तु बनी हुई है। स्थानीय लोगो का मानना है कि बरसात के दिनों में स्थिति और भी भयावह बन जाती है। इस भवन के आसपास पानी का जमाव हो जाता है। ऐसे में गुणवता शिक्षा पर भी सवालिया निशान बना हुआ है। इस बाबत सेविका नीलू कुमारी कहती है कि कई दफा विभाग को अवगत कराया गया है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। भवन जर्जर रहने के कारण केन्द्र संचालन मे हमेशा डर की स्थिति बनी रहती है।
13 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला आज
नवादा : नवादा संसदीय क्षेत्र के लिए मैदान में खड़े 13 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा। नगर के केएलएस कॉलेज, नवादा में मतगणना केंद्र बनाया गया है। जहां सुबह से ही प्रत्याशियों व उनके मतगणना एजेंटों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। मतगणना केंद्र पर गहन तलाशी के बाद ही उन्हें अंदर प्रवेश करने दिया जा रहा है। 7 बजे से पहले से ही ऐसे लोगों की कतार लगी रही। सुरक्षा को लेकर चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी कौशल कुमार खुद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते नजर आए।
इन उम्मीदवारों के भाग्य का होगा फैसला
1-चन्दन कुमार- लोक जनशक्ति पार्टी
2-विभा देवी- राष्ट्रीय जनता दल
ताला तोड़ नकदी व जेवरात उडाए
नवादा : नगर थाना क्षेत्र के बुधौल गांव में रात चोरी हो गई। चोरों ने आशा कुमारी की घर का ताला तोड़कर नकदी, जेवरात समेत अन्य सामानों की चोरी कर ली। घटना की सूचना नगर थाना को दी गई। जिसके बाद पुलिस ने वहां पहुंच कर जायजा लिया।
गृहस्वामी ने बताया कि वह अपने पूरे परिवार के सदस्य मंगलवार की शाम अकबरपुर थाना क्षेत्र के चेता बिगहा गांव गई थी। अगले दिन लौटने पर देखा कि घर में लगा ताला टूटा हुआ है। अंदर जाने पर सामान तितर-बितर मिला। तलाशी लेने पर दस हजार रुपये नगद, चार भर सोने के जेवरात, एलइडी, कूलर समेत अन्य बेशकीमती सामान गायब मिले। घर में चोरी की खबर मिलते ही लोगों की भीड़ वहां जुट गई। जिसके बाद पुलिस पदाधिकारी वहां पहुंचे और घटना की जानकारी प्राप्त की। गौरतलब है कि जिले में आपराधिक घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो गई है। हत्या, चोरी समेत अन्य आपराधिक घटनाएं लगातार घटित हो रही हैं। लोगों ने एसपी से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग की है।
सड़कों पर नाच रही मौत, औसतन प्रतिदिन एक मौत
नवादा : जिले में तेज रफ्तार कहर बनकर टूट रहा है। सड़कों पर मौत नाच रही है। मई महीने के आंकड़ों पर गौर करें औसतन हर रोज एक की मौत हो रही है। यानी कि 22 दिनों में 22 लोग असमय काल के गाल में समा चुके हैं। वहीं दर्जनों लोग जख्मी हुए हैं। अधिकांश घटनाओं में बाइक सवार की मौत हुई हैं। बावजूद इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए परिवहन विभाग दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। यहां तक कि जागरुकता कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किए जा रहे हैं। वाहन जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। सिर्फ जुर्माना वसूल कर कोरम पूरा कर लिया जा रहा है। जिले में सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है। यातायात नियमों का उल्लंघन और तेज रफ्तार मौत का कारण बन रही है। प्रशासन को इस प्रकार की घटनाओं पर सख्ती से रोक लगाने की जरूरत है।
आंकड़े एक नजर में
2 मई – मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव के समीप बाइक सवार दो की मौत
2 मई – कौआकोल थाना के मंदरा मोड़ के समीप एक युवक की मौत
4 मई – सिरदला थाना के परनाडाबर के समीप एक मजदूर की मौत
5 मई – पकरीबरावां थाना क्षेत्र में दो लोगों की मौत
7 मई – हिसुआ में नौआबागी के समीप बाइक की टक्कर से वृद्धा की मौत
8 मई – गोविदपुर थाना क्षेत्र के दनियाड़ के समीप महिला की मौत
9 मई – मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अंबिका बिगहा के समीप हादसे में अधेड़ की मौत
12 मई – वारिसलीगंज में शेरपुर गांव के समीप हादसे में किशोर की मौत
12 मई – हिसुआ थाना के खानपुर पुल के समीप युवक की मौत
12 मई – रोह के पेट्रोल पंप के समीप बाइक दुर्घटना में एक की मौत
13 मई – मुफस्सिल थाना के गोड़धोवा के समीप एक राहगीर की मौत
16 मई – मुफस्सिल थाना के केना मोड़ पर दो युवकों की मौत
16 मई – कौआकोल थाना के जोगाचक मोड़ पर बच्ची की मौत
19 मई – पकरीबरावां थाना में अलग-अलग हादसे में चार की मौत
21 मई – कादिरगंज थाना के घोषतावां में ट्रैक्टर पलटने से दो की मौत
अब तक बच्चों को नहीं मिले किताब
नवादा : जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य बनने की बजाय बिगड़ने लगा है। ऐसा सरकारी स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली पुस्तकों की बाजार में अनुपलब्धता के कारण हो रहा है। ऐसा पहली बार हो रहा है ऐसी भी बात नहीं है। पिछले तीन वर्षों से इसी प्रकार की स्थिति है। अब तो पुरानी किताबें भी मिलनी मुश्किल हो गई है। फिर ऐसी पढ़ाई का अर्थ ही क्या रह जाएगा?
200 से अधिक हैं दुकानदार
जिले में 200 से अधिक पुस्तक बिक्रेता हैं। लेकिन एक भी दुकान में बिहार टेक्स्ट बुक की किताबें उपलब्ध नहीं है। बच्चे व अभिभावक प्रतिदिन किताब खरीदने के लिए दुकान का चक्कर लगा रहे हैं। और किताब है कि मिल नहीं रहा है। फिलहाल विद्यालयों में गर्मी का अवकाश है, लेकिन विद्यालय खुलने के बाद भी किताबें मिल पाएगी इसकी कोई गारंटी नहीं है।
क्या कहते हैं अभिभाभवक
विभाग की मंशा सही नहीं है। पिछले तीन वर्ष से पुरानी किताबों से पढ़ाई करने के आदेश निर्गत किए जा रहे हैं। जबकि पुरानी किताबें भी अब उपलब्ध नहीं है। ऐसे में परेशानी और बढ़ गई है, सौरभ कुमार, भवनपुर, गोविदपुर, नवादा।