23 जुलाई : चंपारण की मुख्य ख़बरें

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चंपारण की मुख्य ख़बरें

कोरोना से जंग जीत, मैदान में उतरे डॉ. संजय जायसवाल

  • PPE किट पहनकर बेतिया मेडिकेल कॉलेज पहुंचे

चंपारण : बेतिया, कोविड 19 पॉजिटिव हुए बिहार भाजपा अध्यक्षडॉ संजय जायसवाल कोरोना से जंग जीतने के बाद मैदान में उतर गए हैं। बीजेपी अध्यक्ष (PPE) पीपीई किट पहनकर मरीजों को देखने मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। उन्होंने आइसोलेशन में नरेंद्र नाथ बरनवाल की मौत के बाद अस्पताल में भर्ती एक-एक कोरोना मरीजों से मुलाकात किया। दरअसल बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल खुद कोरोना पॉजिटिव रहे, पटना एम्स से छुट्टी मिलने के बाद वे अपने संसदीय क्षेत्र बेतिया पहुंचे। बेतिया पहुंचने पर सांसद डॉ. संजय जायसवाल बेतिया मेडिकल कॉलेज पहुंच गए।

वे कोरोना वार्ड में जाकर कोरोना मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।बेतिया मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का आइशोलेशन वार्ड बना है, जिस वार्ड में 29 लोग भर्ती हैं।बीजेपी अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा है कि किसी को कुछ बोलने से पहले स्वयं उदाहरण बनना पड़ता है। बेतिया जीएमसीएच में कोई भी वेंटिलेटर पर नहीं है। जीएमसीएच में 8 मरीजों को ऑक्सीजन चल रहा है, दो मरीज ऐसे हैं जिनमें जिन्हें लगातार ऑक्सीजन की आवश्यकता है।

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अवधेश कुमार शर्मा

डीएम व एसपी ने लाॅकडाउन के नियम अनुपालन कराने के लिए किया शहर में भ्रमण व निरीक्षण

  • बगैर मास्क, लाइसेंस व हेलमेट वाले सभी गाड़ियों का काटा चालान

चंपारण : मोतिहारी डीएम एसके अशोक एवं एसपी नवीन चंद्र झा ने आज लॉकडाउन अनुपालन के लिए छतौनी बाजार समेत शहर के विभिन्न चौक चौराहों का भ्रमण व निरीक्षण किया। इस क्रम में बगैर मास्क लगाए चल रहे लोगों, बाइक चालक के लाइसेंस, हेलमेट व मास्क की जांच करते हुए लाकडाउन के सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया गया। इस दौरान बिना लाइसेंस, हेलमेट एवं मास्क वाले उन सभी गाड़ियों का चालान काटा गया। बताया कि सभी चौक चौराहों पर पुलिस की तैनाती की गई है। पुलिस व प्रशासन लॉकडाउन नियमों केे अनुपालन कराने के प्रति संकल्पित है। डीएम व एसपी ने जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों समेत आम लोगों से लाॅकडाउन नियम के अनुपालन कराने में आगे आने की अपील करते हुए सभी को कोरोना से जंग में जागरूकता फैलाने पर जोर दिया ।

राजन दत्त द्विवेदी

प्रो . प्रसून ने किया साहित्य अकादमी में कविता का पाठ

  • “आत्मनिर्भराः भवेम” शीर्शक अपनी स्वरचित संस्कृत कविता को प्रस्तुत किया

चंपारण : मोतिहारी, महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रसून दत्त सिंह ने आज साहित्य अकादमी, भारत सरकार के मंच से “आत्मनिर्भराः भवेम” शीर्शक अपनी स्वरचित संस्कृत कविता प्रस्तुत की।

इस वैश्विक महामारी का दृढ़तापूर्वक सामना करते हुए, चीन की आंखों में आंखें डालकर उसे अपनी आंख नीची करने तथा आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की प्रेरणा देनेवाली शिखरिणी छन्द में रचित उनकी कविता को श्रोताओं ने बहुत पसन्द किया गया। प्रो. सिंह ने बढ़ती हुई कोरोना को रोकने के लिए स्वच्छ रहने, बार बार हाथ धोते रहने तथा सामाजिक दूरी के पालन करने की भावना से ओतप्रोत सस्वर सुललित कविता प्रस्तुत की।

साहित्य अकादमी के इस मंच से राष्ट्रिय स्तर के ख्यातिप्राप्त दो और संस्कृत कवि प्रो. हर्षदेवमाधव व प्रो. वी. एन दीक्षित ने भी अपनी कविताएं प्रस्तुत की। संस्कृत अकादमी की ओर से इस कार्यक्रम संचालन डॉ. एम सूरेश ने किया।

राजन दत्त द्विवेदी

लगातार बारिश से बाढ की समस्या से जूझ रहे लोग, शुद्धपेयजल व भोजन के पड़े लाले

चंपारण : बेतिया, नगर के बानुछापर स्थित लक्ष्मीनगर में लगातार बारिश के बाद बाढ जैसी समस्या से लोग जूझ रहे हैं। लोगों को शुद्ध पेयजल के अभाव के साथ भोजन के भी लाले पड़ने लगे हैं। इस मुहल्ले में आवागमन भी ठप पड़ गया है। जलनिकासी के सभी मार्ग बाधित हैं। घर से आवश्यक काम से निकलने वाले लोग जान हथेली पर रख बगैर नाव के आवागमन करने के विवश हैं।

मोहल्ले के रिशु तिवारी एवं घनश्याम तिवारी ने बताया कि अब तक जिला प्रशासन या नगर परिषद की ओर से समस्या निदान एवं राहत कार्य चलाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।

अवधेश कुमार शर्मा

बाढ़ से निपटने के लिए दो एनडीआरएफ व एक एसडीआरएफ की टीम बेतिया पहुंची

  • बाढ़ को लेकर पूरा प्रशासनिक महकमा हाई अलर्ट

चंपारण : बेतिया, पश्चिम चंपारण जिले में गण्डक समेत जिला की अधिकांश नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण नीचले क्षेत्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सभी आवश्यक कार्रवाई कर रही है। किसी भी विषम परिस्थिति में जानमाल की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की एक टीम को बगहा अनुमंडल क्षेत्र में अलर्ट मोड में रखा गया है। एनडीआरएफ की दूसरी टीम बेतिया अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न भागों में क्रियाशील रखा गया है। जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि बाढ़ से निपटने को जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां कर लेने को कहा है। सभी पदाधिकारियों व कर्मियों को अलर्ट रखा गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आश्रय स्थल, राहत केंद्र, कम्युनिटी किचेन व्यवस्थाएं की गई है।

इसी परिप्रेक्ष्य में सावधानी के तौर पर बाढ़ से निपटने एक अन्य टीम की मांग मुख्यालय से की गई। जिसके आलोक में राज्य सरकार ने एसडीआरएफ की एक टीम को बेतिया भेजा है। एसडीआरएफ की टीम 22 जवान व 06 बोट आवश्यक संसाधनों से लैश हैं। एसडीआरएफ टीम इंस्पेक्टर संगीत कुमार ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम पूरी तरह से तैयार है जो किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए टीम के जवान पूर्ण प्रशिक्षित है। सभी जवानों को हर समय अलर्ट मोड में रहने की हिदायत दी गयी है।

अवधेश कुमार शर्मा

रक्सौल में स्थिति गंभीर, यूनिसेफ व केयर की टीम पहुंची

चंपारण : रक्सौल में और 28 दिनों के लिए सम्पूर्ण लॉक डाउन किया जा सकता है। रक्सौल-रक्सौल में बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या से जहाँ जनता में दहशत है। वहीं इस आँकड़े ने प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। सभी अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग इस फिराक में हैं कि कैसे इस वायरस द्वारा तेजी से हो रहे कम्युनिटी स्प्रेड पर अंकुश लगाया जाये।

इसी कड़ी में जिलाधिकारी के आदेश पर मोतिहारी से यूनिसेफ के एसएमसी डॉ. धर्मेन्द्र कुमार व केयर से अजय भगत रक्सौल स्वास्थ्य विभाग पहुँचे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यह निर्देश दिया कि वे शहर के विभिन्न मुहल्लों में एएनएम व स्वास्थ्यकर्मियों को भेज कर कोविद-19 के लक्षण वाले व्यक्ति, 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं की खैरियत पूछ उनसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले व इसकी सूचना जिला को भेजे। वहीं इस दौरान किसी व्यक्ति की हालत गंभीर पाई जाती है तो उसे स्वास्थ्य सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाएगा।

वहीं इसके बाद जिला से आये स्वास्थ्य टीम प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एस. के. सिंह के साथ अनुमंडल के अधिकारियों से मिलने चले गए ताकि उनसे यहाँ की हालात का जायजा लिया जा सके। सूत्रों के अनुसार अगर इस टीम ने हरी झंडी दी तो रक्सौल में 28 दिनों के लिए सम्पूर्ण लॉक डाउन किया जा सकता है। मौके पर यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार व केयर से प्रियरंजन कुमार मौजूद थे।

अनिल कुमार

नरकटियागंज में कोरोना से एक की मौत

  • नरकटियागंज वासियों में दहशत का माहौल

चंपारण : बेतिया, पश्चिम चम्पारण जिला अन्तर्गत अनुमंडलीय शहर नरकटियागंज में कोरोना से एक व्यक्ति के मरने की पुष्टि ऑन ड्यूटी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.इन्तेशारुल हक़ ने की है। नरकटियागंज में कोरोना से हुई पहली मौत के बाद पूरे शहर में दहशत का माहौल है। सूत्र बताते हैं कि लोगों को यह फिक्र नहीं रहती कि सामान्य सा बुखार है, तो कोरोना टेस्ट कराये बल्कि उसे घर में अपनी दवा क्षेत्रीय चिकित्सको के परामर्श से चलाने लगते है। स्थिति बिगड़ने पर लोग मरीज को सरकारी अस्पताल ले जाते हैं।

ऐसी स्थिति अनुमण्डलीय अस्पताल नरकटियागंज में कुछ ऐसा ही हालात देखने को मिला। अस्पताल सूत्रों की माने तो मृतक रामेश्वर प्रसाद को पहले से रक्तचाप, सुगर और अन्य बीमारी से ग्रस्त रही है। उन्हें घर में दवा देकर स्वस्थ होने की चेष्टा में लगे परिजन को जब उन्हें साँस लेने में परेशानी हुई तो वे सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में कार्यरत एकलौते चिकित्सक इन्तेशारुल हक़ ने उन्हें देखा, ऑक्सीजन लगाने को कहा, स्वास्थ्यकर्मियों ने जैसे ऑक्सीजन लगाया, उसके कुछ ही देर बाद रामेश्वर प्रसाद का प्राण निकल गया।

उनकी मौत के बाद परिजन इलाज में लापरवाही का हवाला देकर हंगामा करने लगे। उन्ही में किसी ने कहा कि रामेश्वर प्रसाद का कोविड 19 जाँच कराया जाये। डॉ. इन्तेशारुल हक ने कोविड 19 जाँच कराया तो उन्हें पॉजिटिव पाया। उसके बाद शव को पैक कर कोविड प्रोटोकॉल के नियमानुकूल प्रशासन की देखरेख में परिजनों को अन्त्तिम संस्कार को सौंप दिया गया। अंतिम संस्कार में प्रशासन के लोग व परिजन शामिल हुए।

अवधेश कुमार शर्मा

इजरा गांव में एचएस-74 पर चढ़ा बाढ़ का पानी, आवागमन प्रभावित

चंपारण : संग्रामपुर, अरेराज -हाजीपुर मुख्य पथ एचएस 74 पर इजरा गांव के मध्य विद्यालय के समीप गंडक नदी के बाढ़ का पानी चढ़ गया हैं।जबकि बाढ के पानी से पूरा इजरा गांव पूरी तरह जलमग्न हैं। ग्रामीण गंडक नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर भयभीत हैं।मंगलवार को गंडक नदी में बढ़ते जलस्तर से स्थिति ठीक नही दिख रहीं हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गंडक नदी के जलस्तर में व्यापक पैमाने पर जल वृद्धि के साथ ही एचएस-74 पानी चढ़ने लगा है।

केसरिया में कोरोना से एक की मौत,दहशत का माहौल

  • केसरिया के लोगों ने किया शोक व्यक्त

चंपारण : केसरिया नगर पंचायत वार्ड नं 0-05 निवासी हिरो एजेंसी के मालिक ऋषि राज उर्फ नन्हे की मंगलवार को कोरोना बीमारी से मौत हो जाने की सूचना है।इस खबर से बाजार में दहशत का माहौल है। बता दें कि ऋषि राज उर्फ नन्हे कुछ दिनों से बीमार थे।जिनका इलाज पटना के एम्स हॉस्पिटल में चल रहा था। वही पटना के चिकित्सकिय टीम के द्वारा उनके पूरे परिवार का जांच भी कराया गया था। जिसमे पुत्री व पूत्र दोनों पॉजिटिव पाए गए। दोनों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।

ऋषि राज अपने पिछे एक पुत्र एक पुत्री व पत्नी के साथ भाई बहन माता से भरा पूरा परिवार छोड़ कर दूनिया से अलविदा कह गए। यहां बता दें कि केसरिया में कोरोना महामारी से मौत के बाद नगर परिक्षेत्र समेत आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। वहीं केसरिया में इस महामारी से हुए लाॅक डाउन का असर काफी फीका पड़ रहा है। इनके मौत पर केसरिया के व्यवसाई संघ ने शोक व्यक्त किया। जिसमें सुबोध चौधरी,प्रमोद चौधरी,ध्रूव प्रसाद,संजय जायसवाल,भरत प्रसाद,शत्रूध्न प्रसाद, नागेन्द्र कुमार,प्रभूनाथ प्रसाद, परमेश्वर प्रसाद, संतोष कुमार,विजय जयसवाल,दिनेश पाण्डेय,अतूल पाण्डेय,गीन्नी कुमार, हरिशंकर जयसवाल, सहित अन्य लोगों ने शोक व्यक्त किया।

असरफ

बाढ़ पीड़ितों के लिए खोले गए आठ सामूहिक किचन

  • डीएम के आदेश के नौ दिन बाद शुरू हुआ भोजन का व्यव्यस्था

चंपारण : संग्रामपुर, प्रखण्ड के गण्डक तटवर्ती इलाको के बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकारी स्तर पर तेरह दिनों बाद बुधवार से गण्डक तटवर्ती इलाको के आठ जगहों पर सामूहिक किचन शुरू हो गया। सीओ सह बीडीओ सुरेश पासवान ने बताया कि इजरा मध्य विद्यालय के समीप इजरा प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र इजरा,पूर्वी संग्रामपुर में ऋषि कुल आश्रम,बशिष्ठ तिवारी का मकान नयका टोला वार्ड 9,मंगलापुर वार्ड-10 देवंती देवी वार्ड सदस्य के घ्र के समीप,उत्क्रमित मध्य विद्यालय मतवाराम, उत्क्रमित मध्य विद्यालय विश्राम पुर दुबौलिया में चलाया जा रहा हैं।जिसमे बाढ़ पीड़ितों को भोजन दिया जाएगा।

हालांकि, पिछले 14जुलाई को डीएम ने संग्रामपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरा के बाद अरेराज एसडीएम धीरेंद्र कुमार मिश्र व सीओ सुरेश पासवान को निर्देश दिया था कि सामूहिक किचन की व्यवस्था शुरू करें लेकिन उनका आदेश भी लगभग नौ दिनों तक काम नही आया और जब स्थानीय प्रमुख पति सोमेश्वर नाथ तिवारी उर्फ़ बिन्नू तिवारी ने अपना विरोध जताया तब जाकर स्थानीय प्रशासन निद्रा टूटी और सामूहिक किचेन शुरू हुआ।

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