जगदीशपुर मुख्य पार्षद व विधायक में ठनी, कहा विधायक ने एक ईंट तक नहीं जुड्वाई
आरा : नगर पंचायत जगदीशपुर के मुख्य पार्षद एवं जगदीशपुर विधायक में ठन गई है। नगर पंचायत, जगदीशपुर मुख्य पार्षद मुकेश कुमार गुड्डू ने कहां की विरोधी दुष्प्रचार कर मेरी छवि धूमिल करना चाहते हैं। उन्होंने जगदीशपुर, विधायक राम विशुन सिंह ‘लोहिया’ पर आरोप लगाते हुए कहां कि विधायक ने अपने कार्यकाल में नगर पंचायत क्षेत्र में एक ईट तक नहीं लगवाई। क्या नगर पंचायत क्षेत्र की जनता उन्हें वोट देकर नहीं जिताया था। कोरोना काल में यहां की जनता को याद तक नहीं किया । मुख्य पार्षद ने बुधवार की देर शाम को अपने आवास पर बुलाई गई प्रेस कान्फ्रेंस में कही।
उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी पूर्व नपं अध्यक्ष रीता कुमारी से विधायक ने पांच लाख रुपये धमकी देकर लिए थे, जब मुझे झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेजा गया था,उस समय की बात है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नगर का सम्पूर्ण विकास ही मेरा लक्ष्य है।लेकिन दुख की बात है की स्थानीय एकाध लोगों को नगर का विकास हजम नही होता है। ऐसे लोग सिर्फ विकास कार्यो के बाधक बने हुये है। एक कहावत है कि सत्य परेशान हो सकता लेकिन पराजित नही। उन्होंने ने कहा कि नगर के लिए मेरी सोच ही कुछ अलग है।
एक सवाल के जवाब में मुख्य पार्षद ने बताया कि नगर के एकाध लोगों के लिए जो विकास कार्यो को नजर अंदाज कर चलते है। मेरे हिसाब से वे लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए करते है कि किसी भी तरह अपनी दाल गला ले लेकिन ऐसा नही होने पर विरोध करते है।
मुख्य पार्षद मुकेश कुमार गुड्डू ने बताया कि वार्ड 06 के पार्षद हमेशा मेरे ऊपर आरोप लगाते हैं। उनका कोई नया आरोप नहीं है, उनका काम ही है सुर्खियों में रहना। नगर पंचायत के बोर्ड की बैठक में एक शब्द नहीं बोलते हैं। उन्होंने बताया कि जगदीशपुर की जनता भली-भांति जानती है, कौन क्या है इसका प्रमाण देने की कोई जरूरत नहीं है। जो लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं, वे मेरी लोकप्रियता से बौखलाकर छवि धूमिल करने के प्रयास में लगे हैं। वह विधायक समर्थकों का कहना है कि आरोप बेबुनियाद है. इस तरह का आरोप सरासर गलत है।
भोजपुर में 156 कोन्टाईमेंन्ट जोन का हुआ निर्धारण
आरा : भोजपुर जिले में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस पर प्रभावी ढंग से नियंत्रण के निमित पूर्व में विभिन्न पत्रों के माध्यम से गठित प्रतिबंधित क्षेत्र को पुर्नगठित करते हुए जिले में कुल 156 प्रतिबंधित क्षेत्र का निर्धारण किया गया है । सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष/ओ0पी0 प्रभारी, वरीय पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि विभागीय मानक के अनुरूप सभी प्रतिबंधित क्षेत्र में आवश्यक व्यवस्था कराना सुनिश्चत करेगें तथा लगातार गश्ती कराकर Containment Zones में अनावश्यक आवागमन आदि को निषिद्ध करेगें ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सके। यदि किसी व्यक्ति के द्वारा Containment Zones में नियमों का उल्लंघन किया जाता है तो उसके बिरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराने का भी निदेश दिया गया।
सिविल सर्जन, भोजपुर को निदेश दिया गया कि Containment Zones में विभागीय निदेश के आलोक में चिकित्सकों का जाँच दल गठित कर जाँच करायेगें, तदनुसार लोगों को चिकित्सीय सुविधा भी उपलब्ध करायेगें। संबंधित क्षेत्र के चिकित्सा पदाधिकारी एवं जिला वेक्टर वर्न पदाधिकारी Containment Zones में सेनेटाईजेशन/Disinfect कराना सुनिश्चित करेगें।
भोजपुर जिलाधिकारी के निर्देश एवं आदेश के बाद भी आज तक प्रतिबंधित क्षेत्र में ना तो को चिकित्सक दल आया और ना ही क्षेत्र का सेनेटाईजेशन/Disinfect किया गया है. ऐसा लगता है कि सारे आदेश सिर्फ कागजों पर सिमट कर ही रह गये है।
इसके अतिरिक्त आरा शहर में लगातार संक्रमितों के मिलने के कारण प्रशासन के द्वारा शिवगंज समेत कई मोहल्लों की गलियों को चारों तरफ से सील कर दिया गया है। सील करने के कारण लोगों की आवागमन पूरी तरह से बंद हो गई है। वही संक्रमण बढ़ने के बाद भी शहर की कई सड़कों पर बेधड़क दो-पहिया वाहन लेकर लोग धड़ल्ले से चल रहे हैं। इन्हें कोई रोकने टोकने वाला नहीं दिखाई दे रहा है। वहीं कंटेनमेंट जोन बनाने की घोषणा के बाद भी अब तक कुछ जगहों पर बांस-बल्ला नहीं लगाया गया है।
जिलाधिकारी ने किया मंडल कारा का निरिक्षण
आरा : जिला पदाधिकारी, भोजपुर के द्वारा मंडल कारा, आरा का निरीक्षण किया गया। उन्होंने काराधीक्षक, मंडल कारा, आरा को निदेश दिया कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के निमित्त सभी ऐहतियाती कार्रवाई करेंगे। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के निमित्त मंडल कारा, आरा में यह सुनिश्चित करायेंगे कि कोई भी बाहरी व्यक्ति अंदर के व्यक्ति के संपर्क में न आये। यदि किसी व्यक्ति में कोविड-19 से संक्रमित होने का लक्षण दिखता है तो अविलंब उस व्यक्ति को अलग करते हुए उसकी जांच करवाना सुनिश्चित करायेंगे।
नदी में डूबने से युवक की मौत
आरा : भोजपुर जिले के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव में बुधवार की शाम नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। घटना के बाद पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। इसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से शव को पानी से बाहर निकाला गया। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही स्थानीय थाना घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया।
जानकारी के अनुसार मृतक नारायणपुर गांव निवासी स्व.बैजनाथ सिंह का 40 वर्षीय पुत्र परशुराम सिंह है। बताया जाता है कि वह बुधवार की शाम नारायणपुर गांव के समीप नदी में नहाने के लिए गया था। उसी दौरान वह नदी में डूब गया। जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। वही इस हादसे के बाद मृतक के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।
हरियाणा से आ रही शराब की खेप के साथ ट्रक चालक गिरफ्तार
आरा : भोजपुर जिले के ईमादपुर थाना क्षेत्र के राजपुर गांव के पास बुधवार की रात शराब की एक बड़ी खेप बरामद की गयी है। इस दौरान शराब लदी यूपी नंबर की मिनी ट्रक (407 वाहन) के चालक को भी गिरफ्तार किया गया है। जबकि मुख्य तस्कर सहित मिनी ट्रक पर सवार तीन लोग भागने में सफल रहे।
शराब की खेप हरियाणा से मंगायी जा रही थी। उसे अरवल के समीप किसी तस्कर को सप्लाई की जानी थी। लेकिन तस्कर तक पहुंचने से पहले ही भोजपुर पुलिस की इंट्री हो गयी शराब जब्त कर ली गयी। जब्त ट्रक से विभिन्न ब्रांड की 225 पेट्टी शराब बरामद की गयी है। पुलिस के हत्थे चढ़ा चालक राजस्थान के जयपुर जिले के खादबावड़ थाना क्षेत्र के लादवासी गांव निवासी दिनेश कुमार बैरवा है। वहीं फरार तस्करों में हरियाणा के सोनीपत का बिट्टू, पटना का मामू और रोहतास जिले के नासरीगंज का रहने वाला सुमन कुमार शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसएच-81 के रास्ते रोहतास की ओर से शराब की बड़ी खेप आने की सूचना मिली। उसके आधार पर इमादपुर थानाध्यक्ष साजिद हुसैन के नेतृत्व में एक टीम गठित कर छापेमारी शुरू की गयी। इस क्रम में स्टेट हाइवे-81 पर राजपुर गांव के पास रविदास मंदिर के समीप यूपी नंबर की 407 वाहन को रोककर जांच की गयी। इस दौरान वाहन से भारी मात्रा में शराब बरामद की गयी। इसके बाद वाहन चालक दिनेश कुमार बैरवा को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि उसके साथी पटना का मामू, सोनीपत का बिटु कुमार व नासरीगंज का सुमन कुमार अंधेरे का लाभ उठा कर भागने में सफल रहे। वाहन की तलाशी के कम में कुल 6688 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद की गयी। जब्त शराब की कुल मात्रा 1990.8 लीटर है।
एसपी ने बताया कि वाहन चालक से पूछताछ कर शराब तस्करी के पूरे गैंग की जानकारी ली जा रही है। इसके लिये चालक के मोबाइल की भी जांच की जा रही है। गिरफ्तार चालक के आपराधिक इतिहास का पता किया जा रहा। छापेमारी टीम में एएसआई ओमप्रकाश यादव, बीएमपी के सशस्त्र जवान व इमादपुर थाने के दो चौकीदार शामिल थे।
जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए हुई नियंत्रण कक्ष की स्थापना
- 24 घंटे कार्यरत रहेगा जिला नियंत्रण कक्ष
आरा : कोरोना (कोविड-19) का संक्रमण जिले में लगातार बढ़ रहा है। आए दिन जिले के विभिन्न इलाकों के लोग करोना से संक्रमित हो रहे हैं। इसको लेकर प्रशासन चौकस हो गया है। कोविड-19 से सम्बंधित भोजपुर जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है। जिसका दूरभाष नम्बर-06182/ 248010 है। भोजपुर जिला नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे कार्यरत है, किसी भी व्यक्ति को कोविड-19 से सम्बंधित किसी प्रकार की जानकारी चाहिए तो वे इस नम्बर पर सम्पर्क कर सकते हैं।
अमरूद्ध तोड़ने के चक्कर में तालाब में डूबने से हुई मौत
आरा : भोजपुर जिले के कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के अबुलाल के टोला गांव में बुधवार की शाम अमरूद्ध तोड़ने के चक्कर में एक युवक तालाब में गिर पड़ा। हादसे में उसकी मौत हो गयी। घटना के बाद पूरे गांव में अफरातफरी मच गई। मृत युवक आबूलाल के टोला निवासी हृदयानंद प्रसाद है।
सूचना पाकर स्थानीय थाना घटनास्थल पर पहुंची। शव का पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल लाया गया। बताया जाता है कि युवक शाम को तालाब के किनारे स्थित पेड़ से अमरूद तोड़ रहा था। तभी उसका पैर फिसल गया और वह तालाब में गिर गया। इससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने ग्रामीण की मदद से उसे बाहर निकाला। घटना के बाद उसके के घर में रोना-धोना मच गया है।
विद्युत करंट लगने से छात्र की मौत
आरा : भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के देवरथ गांव में गुरुवार की सुबह विद्युत करंट की चपेट में आने से एक छात्र की मौत हो गई। पटवन के लिये मोटर का तार बिछाने में उसे विद्युत करंट लग गया। इस घटना के बाद अफरातफरी मच गयी।
सूचना मिलने पर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और शव का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया। जानकारी के अनुसार मृत छात्र देवरथ गांव निवासी हरेंद्र पंडित का 22 वर्षीय पुत्र आशुतोष कुमार पंडित उर्फ निशु है। वह बीए पार्ट वन का छात्र था।
बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह वह धान की रोपनी करने के लिए खेत में पानी करने को लेकर मोटर का तार लगा रहा थ। इसी बीच वह विद्युत करंट की चपेट में आ गया।इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
शौच करने गये युवक की नदी में डूबने से मौत
आरा : शहर से सटे मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जमीरा गांव स्थित सूर्यमंदिर के समीप नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। घटना के बाद गांव में लोगो के बीच अफरा-तफरी मच गयी। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पोस्टमार्टम के लिये शव को आरा सदर अस्पताल भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार मृत युवक जमीरा गांव निवासी स्व.ऋषिचंद्र शर्मा का 18 वर्षीय पुत्र रामचंद्र शर्मा है। बताया जाता है कि वह आज सुबह शौच करने के लिए नदी के पास गया था। इसी बीच उसका पैर फिसल गया और वह नदी में डूब गया। इससे उसकी मौत हो गई। स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से शव को पानी से बाहर निकाला गया। उसके बाद गांव वालों ने इसकी पुलिस को दी। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी भी पहुंच गयी। स्थानीय सरपंच लालजी प्रसाद सदर भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मृत युवक के परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया।
वहीं हादसे के बाद युवक के घर में कोहराम मच गया। मां मीना कुंवर समेत परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। बताया जाता है कि युवक तीन भाई व एक बहन में सबसे छोटा था।
पूर्व के विवाद में हिसक झड़प और फायरिग, तीन घायल
आरा : अजीमाबाद थाना क्षेत्र के चिलहर गांव में पूर्व से चली आ रही रंजिश को लेकर गुरुवार को दो पक्षों के बीच भिड़ंत हो गई। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। हमले में एक पक्ष के तीन युवक जख्मी हो गए। घायलों ने फायरिग किए जाने का भी आरोप लगाया है। बाद में तीनों घायलों को आनन-फानन में इलाज के लिए संदेश पीएचसी से सदर अस्पताल,आरा लाया गया। जहां उनका इलाज कराया जा रहा है।
इस दौरान अगिआंव सर्किल इंस्पेक्टर नागेश्वर यादव, दारोगा राजेन्द्र पांडेय ने चिलहर गांव पहुंचकर आवश्यक छानबीन की। इसे लेकर दो गुटों में तनाव गहरा गया है। झड़प में चिलहर गांव निवासी अवधेश सिंह के पुत्र प्रवीण कुमार कुमार, पशुपति सिंह के पुत्र संयोग कुमार व सौरव कुमार को चोटें आई है। तीनों रिश्ते में चचेरे भाई लगते है।
बताया जाता है कि गांव के ही एक युवक से तीन माह पूर्व झगड़ा हुआ था। उसी झगड़े को लेकर विवाद चला आ रहा है। गुरुवार की सुबह जब तीनों जख्मी घर के ही बाहर मैदान में खड़े थे, तभी दूसरे पक्ष के लोग वहां आ धमके और मारपीट शुरू कर दी।जिसमें मारपीट के दौरान तीनों जख्मी हो गए। जख्मी प्रवीण कुमार ने दूसरे पक्ष के लोगों पर फायरिग करने का आरोप लगाया है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गई है। पुलिस के अनुसार अप्रैल महीने में भी दो गुटों के बीच झड़प हुई थी। दोनों तरफ से एफआईआर भी हुआ था।
टेस्टिग व ट्रीटमेंट में नहीं हो रहा सुधार
आरा : भोजपुर जिले में कोरोना का प्रकोप गहराते जा रहा है। कोरोना वायरस पॉजिटिव मिलने की खबरें जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों से लगातार आ रही है। कोरोना की टेस्टिग के साथ-साथ प्रतिदिन पॉजिटिव मामले भी बढ़ते ही जा रहे हैं। जिसको लेकर समाज के हर वर्गों में खलबली मची हुई है। कोरोना वायरस की टेस्टिग के लिए हर एक दिन बैंकों और विभिन्न सरकारी कर्मियों समेत आम लोगों की कतार लंबी हो रही है लेकिन उन्हें कोरोना टेस्टिग और ट्रीटमेंट के लिए एड़ी रगड़नी पड़ रही है। लोग तो टेस्टिंग कराना चाहते है लेकिन सदर अस्पताल का ऐसा हाल देख कर मजबूरन टेस्ट नहीं करा पा रहे है।
टेस्टिग के लिए कई दिनों से बैंक कर्मियों समेत अन्य लोगों को लाइन में तीसरे पहर तक इंतजार करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि आरा समेत ग्रामीण इलाकों के बैंकों के कई अधिकारी और कर्मचारी कोरोना वायरस पॉजिटिव के गिरफ्त में आ चुके हैं। बैंक कार्यालय के आसपास के मोहल्ले अथवा गांव में कोरोनावायरस पॉजिटिव मिलने के बाद से बैंक कर्मियों में टेस्टिग के लिए हड़कंप मचा हुआ है। यही स्थिति कमोवेश सरकारी कार्यालयों के कर्मियों और अधिकारियों के अंदर भी व्याप्त है। वहीं होम क्वारंटाइन मरीजो को नही मिल रही मेडिकल सुविधा। अगर मरीज अधिकारियों के नंबर पर कॉल भी करते है तो अधिकारी कॉल नही उठाते है।
दूसरी तरफ सदर अस्पताल में कोरोना के ट्रीटमेंट को लेकर हर दिन खबरें अखबारों में सुर्खियां बन रही है। विगत दिनों सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में एक वृद्ध रोगी पुरे एक दिन और रात पड़ा रहा जिसको लेकर घंटों कोई गंभीर दिखाई नहीं दिया। विदित हो कि सरकार ने राज्य स्वास्थ्य विभाग को कोरोना वायरस के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में फुल टाइम काम करने वाले सपोर्ट सिस्टम को कड़ाई से मुस्तैद करने का निर्देश दिया है लेकिन जिले का सबसे बड़ा सरकारी सदर अस्पताल की सेहत पर सरकार का आदेश असरहीन साबित हो रहा है।
इतना ही नहीं कोरोना वायरस जांच के बाद भी लोगों को कई कई दिन तक उसकी रिपोर्ट लेने के लिए अस्पताल का दौरा करना पड़ रहा है फिर भी रिपोर्ट नही मिल पा रही है।
राजीव एन अग्रवाल