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23 जनवरी : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

सीएम कॉलेज में शीघ्र खुलेगा सुसज्जित शिशु देखभाल केंद्र

दरभंगा : बेहतर नैक मूल्यांकन हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। इसमें चतुर्थवर्गीय कर्मियों से प्रधानाचार्य तक सभी का पूर्ण सहयोग व तालमेल आवश्यक है। नैक मूल्यांकन से सर्वाधिक लाभ छात्रों को होता है, क्योंकि संस्था को इसी के अनुरूप सरकारी अनुदान प्राप्त होता है। इसमें ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, बल्कि नियमित रूप से सभी डेटा, सूचनाओं व उपलब्धियों को संधारित कर प्रस्तुत करने की जरूरत है। उक्त बातें सीएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद ने महाविद्यालय आइक्यूएसी के तत्वावधान में सेमिनार हॉल में “नैक मूल्यांकन प्रक्रिया : एक अवलोकन” विषयक कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा।

उन्होंने कहा कि कॉलेज में शीघ्र ही सुसज्जित शिशु देखभाल केंद्र खोला जाएगा,जहां शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मियों,विद्यार्थियों एवं परीक्षार्थियों के छोटे बच्चों को ध्यानपूर्वक रखा जाएगा। प्रधानाचार्य ने कहा कि अगले माह नामांकन काउंटर व लेखाशाखा का ऑटोमेशन किया जाएगा।उन्होंने नैक ग्रेड को शैक्षणिक संस्थानों की नाक और  शिक्षक व कर्मचारियों की पहचान बताया। डा अहमद ने प्रसन्नता व्यक्त की कि मैं खुशकिस्मत हूं कि मिल्लत कॉलेज,मारवाड़ी कॉलेज तथा एम एल एस एम काॅलेज के बाद सीएम कॉलेज का नैक मूल्यांकन कराने जा रहा हूं।

मुख्य वक्ता के रूप में विश्वविद्यालय वाणिज्य विभाग के प्राध्यापक डॉ दिवाकर झा ने कहा कि आज शैक्षणिक संस्थानों के लिए नैक मूल्यांकन अधिक महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य हो गया है।बेहतर नैक ग्रेड हेतु जमीनी तैयारी और कुशल रणनीति आवश्यक है। विश्वविद्यालय को भी इस महाविद्यालय से काफी अपेक्षाएं हैं।सीएम कॉलेज का बेहतरीन ग्रेड प्राप्ति का सपना सकार करना पूरे महाविद्यालय परिवार का दायित्व है।उन्होंने कहा कि अब नैक मूल्यांकन ज्यादा पारदर्शी तथा वस्तुनिष्ठ हो गया है।यह महाविद्यालय नैक मूल्यांकन से पूरी तरह अवगत है, क्योंकि यह इसका तीसरा मूल्यांकन होगा। महाविद्यालय को प्रधानाचार्य के रूप में सर्वोत्तम नेतृत्व मिला है।साथ ही अच्छे शिक्षकों की बेजोड़ टीम उपलब्ध है।उन्होंने महाविद्यालय की शोध पत्रिका एकेडमिया को यूजीसी से सूचीबद्ध कराने पर बल दिया।

डॉ आशीष बरियार ने कहा कि नैक ग्रेड किसी भी संस्था के लिए दर्पण सदृश्य है, जिसमें उसकी अच्छाइयां एवं बुराइयां स्वत: दिखती हैं। उन्होंने सबों से सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि हमें सभी सूचनाएं समय पर मिले,हम शोध में उच्च मानक अपनाएं तथा अध्ययन- अध्यापन हेतु नए-नए तकनीकों का उपयोग करें।

कार्यशाला के तकनीकी सत्रों में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर जिया हैदर ने विस्तार से जानकारी दी।

कार्यशाला में पो नथुनी यादव,डॉ जफर आलम, प्रो इंदिरा झा,डॉ आर एन चौरसिया,प्रो मंजू राय,प्रो गिरीश कुमार,प्रो राजानंद झा, प्रो रागनी रंजन,प्रो एहतेशामुद्दीन,डॉ सुरेश पासवान,डॉ एकता श्रीवास्तव, प्रो सी एस मिश्रा,डॉ अशोक कुमार पोद्दार,डॉ वीरेंद्र कुमार झा, प्रो अखिलेश कुमार राठौर, डॉ अनुपम कुमार सिंह, डॉ रुद्रकांत अमर,डॉ शैलेंद्र श्रीवास्तव,डॉ संजीत कुमार झा, विपिन कुमार सिंह,कृष्ण देव पासवान,सृष्टि चौधरी, प्रतुल कुमार,बिंदेश्वर यादव तथा रवि कुमार आदि सहित एक सौ से अधिक व्यक्ति उपस्थित थे। अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत डॉ तनिमा कुमारी ने किया,जबकि संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ जिया हैदर ने किया।

लर्न फ्रेंच इन फन वे कर्शाला का कुलपति ने किया उद्घाटन

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि भारत एक बहुभाषा-बहुभाषी और बहुसंस्कृती वाला देश है और यही विशेषता उसे दुनिया में एक विशिष्ट और उदार राष्ट्र बनाती हैं।  एक से अधिक भाषाएं बोलने से हमारा दिमाग ऊर्जावान बना रहता है। एक से अधिक भाषाएं जानने वाले मेघावी होते हैं। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के विदेशी भाषा संस्थान के द्वारा “लर्न फ्रेंच इन फन वे” विषयक कार्यशाला का उद्घाटन करने के बाद कुलपति श्री सिंह ने कहा कि वैश्वीकरण के इस दौड़ में भारतीय भाषाओं के अलावा विश्व की अन्य भाषा का ज्ञान उन्हें और भी समृद्ध बनाता है। ये उनके ज्ञान और नौकरी के अवसरो को भी बढ़ाता है। इस तरह के वर्कशॉप से हमारे बच्चे देश-विदेश की गतिविधि एवम् कार्यप्रणाली से परिचित हो सकेंगे एवम् शैक्षणिक सुधार ला सकते हैं। हमलोग डिग्री कोर्स के साथ सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं। इस तरह के वर्कशॉप से छात्र इस कोर्स में नामांकन करवाएंगे।

कार्यक्रम में आधार पुरुष फ्रेंच इम्बैसी, कोलकाता से आए आधार पुरुष सौरभ भौमिक और मदाम सोलबेग ओबेजेते भी सम्मिलित हुए। इस अवसर पर सौरभ भौमिक ने कहा कि बच्चों को कई भाषाओं का एक साथ सीखना किसी प्रकार की समस्या नहीं है, तथा बहुभाषी समाज में भाषाई विविधता एक सरदर्द नहीं बल्कि एक संसाधन है। बहुभाषी  कि क्षमताअो एवम् संभावनाओं को जितनी जल्दी हम समझे उतना ही हमारे लिए श्रेयसकर होगा। उन्होंने भारतीय छात्रों को फ्रांस में मिलने वाली विशेष रियायत की विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।

संस्थान की निदेशक डाँ० प्रतिभा गुप्ता ने कहा कि फ़्रेंच भाषा से यहां के बच्चे पूरी तरह अनजान है इसीलिए इस तरह का वर्कशॉप से बच्चों को बहुत लाभ मिलेगा। भारत सहित विश्व के अधिकांश देशों में बहुभाषी विद्यार्थी आदर्श हैं।  एक से अधिक भाषा का ज्ञान के संज्ञात्मक और व्यावहारिक लाभ के कई शोध और प्रमाण हैं। इस प्रकार का ज्ञान अध्यापक और शिक्षण का अदभुत साधन है। बहुराष्ट्रीय कंनियों में फ्रेंच भाषियों की मांग अधिक हैं और इसी जरूरत को पूरा करने हेतु विद्यार्थियों को इसका महत्व बताया गया। उन्होंने फ्रेंच के कुछ पुस्तक देने के लिए गौतम गुप्ता को धन्यवाद दिया।

आराध्या ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। वहीं मोहित पोदर ने मीडिया कर्मियों सहित वर्कशॉप में आए सभी लोगो को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में शिव शंकर, विकाश कुमार, अनन्या ठाकुर, अंजलि झा, रिचा कश्यप, नवाज़ अख्तर, सुमन कुमार साह, मो० फहीम, पूजा कुमारी, ऋषभ मिश्रा, रजनी कुमारी, मयंक अग्रवाल, अनुराग सुमन, आयशा शर्मा, चंदन  कुमार को सर्टिफिकट दिया गया। वर्कसाॅप में कुल 46 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

इस कार्यक्रम में गणित विभागाध्यक्ष डॉक्टर नवीन अग्रवाल, विकास अधिकारी प्रो. के के साहू, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. ए के बच्चन, परीक्षा नियंत्रक  प्रो. एस. एन. राय, पूर्व अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉक्टर अरूणिमा सिन्हा, कुलानन्द यादव, पुनीता झा, अखिलेश सिंह,आदि गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी सहभागिता जताई।

सुभाष चंद्र जयंती पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता पुरस्कार का हुआ वितरण

दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् दरभंगा के द्वारा “सुभाष चन्द्र बोस के जन्म जयंती” के अवसर पर स्वामी विवेकानंद मेमोरियल सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण सम्मारोह मारवाड़ी महाविद्यालय में आयोजित किया गया।

इस अवसर पर पर सर्वप्रथम अतिथियों ने दिप प्रज्वलित कर व पुष्पांजलि कर के कार्यक्रम का विधिवत सुरुआत किये। इस अवसर पर नगर विधायक संजय सरावगी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रम में उपस्थित होना सदा मेरे लिए गर्व का क्षण रहता है छात्र जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में कार्य करना हमारे लिए सुखद रहा है आज जिस मुकाम पर भी मैं पहुंचने में सफल हो पाया हूं इसमें अभाविप का महत्वपूर्ण योगदान रहा है सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में उपस्थित आप तमाम छात्रों का मैं अभिनंदन करता हूं साथी मैं यह भी कहना चाहता हूं कि इस तरह के आयोजन से समस्त छात्रों को कुछ ना कुछ ला भी है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों को पालन करते हुए ज्ञान शील एकता को चरितार्थ करते हुए अनवरत आगे बढ़ रही है।

वहीं इस अवसर पर जिला प्रमुख विनोदानंद झा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी के जन्म जयंती पर आयोजित यह मेमोरियल प्रतियोगिता का समापन सुभाष चंद्र बोस जन्म जयंती पर होना सुखद है इस तरह के आयोजन सदाय छात्रों में एक नई सोच पैदा करेगी ताकि उन्हें अपने आने वाले जीवन में भी लाभ प्राप्त हो सके अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्रों के लिए परिसर में कार्य करने के लिए जानी जाती है।

इस अवसर पर अभाविप के विश्वविद्यालय प्रमुख डॉ विमलेश कुमार ने कहा कि प्रतिवर्ष स्वामी विवेकानंद जी के जन्म जयंती के अवसर पर अभाविप दरभंगा जिला इकाई के द्वारा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है इसका उद्देश्य केवल याद आता है कि छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षा हेतु तैयार करना सदैव छात्र हित में कार्य करने वाली संस्था के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को पूरे विश्व में गौरव प्राप्त है इस अवसर पर उपस्थित आप तमाम छात्र छात्राओं को हार्दिक अभिनंदन है।

इस अवसर पर विभाग संगठन मंत्री हेमंत मिश्रा ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सराय आम छात्रों के साथ परिसर में काम करने के लिए जानी जाती है राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका हो इसको लेकर सदैव चिंतित रहती है स्थापना काल से विद्यार्थी परिषद स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों को मानते हुए आगे बढ़ रही है और ज्ञान शील एकता को चरितार्थ करते हुए कार्य कर रही है।

प्रदेश सह छात्रा प्रमुख पूजा झा ने कहा कि आज सुभाष चंद्र बोस जी का जन्म जयंती के अवसर पर स्वामी विवेकानंद मेमोरियल सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का समापन किया जा रहा है।अभाविप का उद्देश्य सदैव छात्रों के प्रतिभा को निखारना है।

छात्र संघ महासचिव प्रीति कुमारी ने कहा कि इस प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से सभी छात्रों को अपनी प्रतिभा को तराशने का एक अवसर मिला साथी यहां पर उपस्थित सभी छात्रों को स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों को मानते हुए अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहिए साथी आज आजादी के सच्चे नायक सुभाष चंद्र बोस जी का जयंती है इन महापुरुषों के जीवन में भी स्वामी विवेकानंद जी का अपना एक अहम योगदान रहा है।

इस कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सूरज मिश्रा ने किया। इस कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन विभाग संयोजक सुमित सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्वविद्यालय संयोजक पिंटू भंडारी प्रदेश कार्यकारिणी परिषद के सदस्य उत्सव पराशर ,आदित्य झा माधव ,उज्जवल कुमार, नगर सह मंत्री आशुतोष गौरव, केशव झा ,यस जूमनानी, विकास झा, सहित सैकड़ों प्रतिभागी इस समापन समारोह में उपस्थित थे।

राष्ट्रीय सेवा योजना में कराया गया परेड व योगाभ्यास

दरभंगा : कासिंदसं. विवि में चल रही सप्त दिवसीय 18 जनवरी से 25 जनवरी तक राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के पाँचवाँ दिन के शुभारंभ में डॉ. रीता सिंह तथा पवन साहनी ने छात्रों को योगाभ्यास और परेड कराया।

बौद्धिक सत्र में  डॉ. रामनिहोरा राय ने नारी सशक्तिकरण के महत्व को बताते हुए कहा कि जहां नारियों की पूजा अर्थात्‌ सम्मान होता है वहाँ देवता का निवास होता है। द्वितीय सत्र मे तालाब की सफाई डॉ. सत्यवान कुमार (कार्यक्रम पदाधिकारी रा.से. यो.इकाई कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय) के नेतृत्व में किया गया।

डॉ. कमलेन्द्र चक्रपाणि के नेतृत्व में स्वयंसेवकों के द्वारा विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर स्वच्छ भारत मिशन पर आधारित नुक्कड़ नाटक किया गया जिसके माध्यम से समाज के लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया गया। तथा आज के कार्यक्रम का समापन संगीत के साथ हुआ।

नुक्कड नाटक के प्रतिभागियों मे मदारी के भूमिका में भवेश झा,जमूरे के भूमिका में आशीष शर्मा, प्लास्टिकासुर राक्षस के भूमिका में मोनू मिश्रा,किसान के भूमिका में अंकित, डॉ के भूमिका में निशा कुमारी,गाय के भूमिका में शाम्भवी कुमारी तथा अतिरिक्त प्रतिभागियों में पूजा, चन्दन कुमार,सुमन,नेहा आदि थे।

‘लर्न फ्रेंच इन फन वे’ पर आज कार्यशाला का आयोजन

दरभंगा : वैश्वीकरण के युग में एक से अधिक भाषा का ज्ञान अतिरिक्त योग्यता के रूप में मान्य हो गया है। बहुभाषी उम्मीदवारों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के विदेशी भाषा संस्थान के द्वारा आज 23 जनवरी 2020 को प्रातः 11:00 बजे से ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय सभागार में “लर्न फ्रेंच इन फन वे” विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया है।

संस्थान के निदेशक डॉ. प्रतिभा गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला में भाग लेने को इच्छुक प्रतिभागी संस्थान के कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। कार्यशाला का उद्घाटन ल.न.मि.वि. दरभंगा के कुलपति प्रो. S. K. Singh करेंगे। विषय वस्तु विशेषज्ञ Mr. Saurav Bhowmik  एवं Ms. Solveig Oberseither, Consulate of France Kolkata होंगे।

प्रतिभागी सीख रहे पांडुलिपियों के संरक्षण व डिजिटाइजेशन के गुर

दरभंगा : मिवि०, दरभंगा के सभागार में पांडुलिपियों के प्रतिरोधात्मक संरक्षण/डिजिटाइजेशन विषयक चल रहे कार्यशाला के तीसरे दिन प्रथम तकनीकी सत्र में डॉ० संतोष कुमार झा ने प्रतिभागियों को पांच कार्यकारी समूहों में बांट कर प्रायोगिक रूप से ताल पत्र एवम् पेपर पांडुलिपि के प्रतिरोधात्मक संरक्षण में प्रयुक्त टूल्स की जानकारी दी। उन्होंने कंडीशन रिपोर्ट बनाने के लिए फॉर्मेट निर्माण का व्यावहारिक पहलू भी सिखाया।

दूसरे सत्र के आरंभ में कंप्यूटर मर्मज्ञ संसाधन पुरुष, बीएचयू केंद्रीय पुस्तकालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ० देवेन्द्र कुमार सिंह का स्वागत प्रो० भवेश्वर सिंह, कार्यशाला समन्यवक एवम् प्रो० मुनेश्वर यादव, कार्यशाला संगठन सचिव ने किया।

उन्होंने विस्तारपूर्वक पांडुलिपि संरक्षण में डिजिटाइजेशन के असीम महत्व को चिन्हित किया। तीसरे एवम् चौथे सत्र में भी उनके द्वारा डिजिटल डाटा तैयार करने एवम् डिजिटल इमेज विकसित करने की मानक प्रविधि के बारे में सविस्तर बतलाया गया।

सूचना एवं संचार क्रांति के आज के दौर में डॉ० सिंह ने यूजर की मांग के हिसाब से पांडुलिपि का डिजिटाइजेशन हेतु चयन करने तथा मेटा डाटा सहित डिजिटल पांडुलिपि को इंटरनेट का उपयोग करते हुए सुदूर बैठे यूजर को सुलभ कराने की आवश्यकता पर  विशेष जोर दिया। विषय विशषज्ञों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन के साथ आज के तकनीकी सत्र की समाप्ति की घोषणा की गई।

मुरारी ठाकुर