शांतिपूर्ण लोकसभा चुनाव के लिए सीमावर्ती राज्य के साथ हुई बैठक
नवादा : लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए कोडरमा जिला मुख्यालय में अंतरराज्यीय समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कोडरमा और बिहार के नवादा जिले के आला अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में कोडरमा डीसी भुवनेश प्रताप सिंह, नवादा डीएम कौशल कुमार, कोडरमा एसपी एम तमिल वानन और नवादा एसपी हरि प्रसाथ एस के अलावे बिहार झारखंड के सीमावर्ती इलाके के बीडीओ, सीओ समेत पुलिस के आला अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में रणनीति बनी कि कैसे लोकसभा चुनाव बिहार झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जाए। इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में पड़ने वाले मतदान केंद्रों पर बुनियादी सुविधाएं बहाल करने को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई।
झारखंड का कोडरमा और बिहार का नवादा जिला आपस में सटा हुआ है और उसके कई इलाके नक्सल प्रभावित हैं। जिसके कारण सीमावर्ती क्षेत्रों में शांतिपूर्ण चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती साबित होगी। इसके साथ ही बिहार में शराबबंदी कानून का चुनाव के दौरान किसी तरह से उलंघ्घन न हो इसे लेकर भी खास रणनीति दोनों राज्यों के आला अधिकारियों ने बनाई। कोडरमा जिला मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में तकरीबन 2 घंटे तक यह मंथन किया गया कि कैसे दोनों राज्यों के पुलिस और अधिकारी समन्वय बैठाकर शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराएं। इस मौके पर कोडरमा उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा की चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बिहार और झारखंड का दौरा कर लिया है और उसी मद्देनजर सीमावर्ती इलाकों की जरूरत के हिसाब से मतदान केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं के अलावे कई और विषय पर चर्चा की गई है।
नवादा डीएम कौशल कुमार ने बताया कि इस बैठक में दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में पड़ने वाले मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन के साथ-साथ भय मुक्त वातावरण में लोग वोट डालें इसे लेकर इस बैठक में रणनीति बनाई गई है। गौरतलब है कि कोडरमा और नवादा जिले के सीमावर्ती इलाकों में बेंदी, छतारा, भीतिया बिहार के रजौली नक्सल प्रभावित हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों में पड़ने वाले मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्वक मतदान संपन्न कराना पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। इस संबंध में जानकारी देते हुए कोडरमा एसपी एम तमिल वानन ने बताया कि अगर दोनों जिलों में एक साथ मतदान होता है तो फोर्स की डिप्लॉयमेंट, नक्सलियों पर शिकंजा इन सभी विषयों पर चर्चा की गई है और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए कोडरमा पुलिस प्रतिबद्ध है। वही नवादा एसपी हरि प्रसाद एस ने कहा कि दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी तरह की अवैध गतिविधि को संचालित नहीं होने दिया जाएगा और चुनाव संपन्न कराने के लिए बिहार झारखंड की पुलिस मिलकर काम करेगी। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग के निर्देश पर यह पहला अंतरराज्जीय समन्वय बैठक आयोजित किया गया था इसके बाद अलग-अलग स्तर पर दोनों राज्यों के बीच समन्वय की बैठक आयोजित की जाएगी ।
दोगुने से ज्यादा रेट पर बिक रहे स्टांप पेपर
नवादा : नवादा के उग्रवाद प्रभावित रजौली अनुमंडल कार्यालय परिसर में स्टाम्प वेंडरों द्वारा दोगुने से ज्यादा रेट पर मनमाने तरीके से स्टांप पेपर बेचे जा रहे हैं। जिस पर कोई भी प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस बात की जानकारी अनुमंडल कार्यालय में बैठे वरीय पदाधिकारियों को भी है। लेकिन शिकायत किए जाने के बाद भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। 100 के स्टाम्प पेपर 200 से ज्यादा रुपये में दिया जाता है। इसी तरह 200 का 500, 500 का 1000 व 1000 का 1500 से लेकर 2000 रुपए तक मे लोगों को देखकर मनमाने ढंग से बेचे जा रहे हैं। स्टाम्प वेंडरों की मनमानी के शिकार हर वर्ग के लोग हो रहे हैं। गरीब से अमीर सभी लोगों से स्टांप पेपर बेचने के नाम पर नाजायज रकम ली जा रही है। रजौली अनुमंडल में सात प्रखंडों के दूरदराज के क्षेत्रों से लोग आते हैं और चुपचाप स्टाम्प वेंडर सह अधिवक्ता अर्जुन प्रसाद की मनमानी को सह लेते हैं। एसडीओ चंद्रशेखर प्रसाद आजाद ने कहा कि स्टाम्प पेपर की मनमानी की जांच कर उस पर कार्रवाई की जाएगी।
शटर काट चोरी का प्रयास
नवादा : नारदीगंज प्रखंड मुख्यालय बाजार में चोरों ने एक दुकान का शटर काट चोरी का प्रयास किया। निजी तौर पर दुकानदार सुरक्षा के लिए पहरेदारी करते है पर पहरेदारों को इसकी भनक तक नहीं लगी। बताया जाता है कि सुबह दुकान का शटर कटा देख आसपास के दुकानदारों ने सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मामले की जाँच शरू कर दी है। लेकिन चोरों का कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। मन जा रहा है कि लोगों के जग जाने के कारण चोर बगैर चोरी किए ही भाग खङा हुए। बता दें इसके पूर्व भी बाजार में ज्वेलरी दुकान समेत कई दुकानों में चोरी की घटना हो चुकी है। चोरी की प्राथमिकी भी थाने में दर्ज करायी गयी लेकिन एक भी मामले का उद्भेदन नहीं होने से चोरों का मनोबल काफी बढा हुआ है। इसके साथ ही पुलिस गश्ती की पोल खुल रही है।
(रवीन्द्र नाथ भैया)