Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

swatva samachar
नवादा बिहार अपडेट

22 मई : नवादा जिले की खबरें

ओवरलोड बालू लदे 10 वाहन जब्त

नवादा : जिला परिवहन विभाग ने अहले सुबह अवैध ओवरलोड बालू के 10 वाहन को जब्त कर प्रखंड कार्यालय परिसर में लाया। बताया जाता है कि परिवहन विभाग ने अहले सुबह 7 ट्रक क्रमशः BR02GA/6901,BR01GD/5522,BR53C/5147,BR06GD/0691 आदि एवं तीन ट्रेक्टर BR21G/4290,BR52G/1056 व  बिना नम्बर के तीन ट्रेक्टर को जब्त किया।

बता दें कि जिले के कादिरगंज व वारिसलीगंज से बालू पकरीबरावां पथ से होकर बिहार राज्य के विभिन्न जिलों क्रमश: दरभंगा, शेखपुरा, जमुई, बेगूसराय, भागलपुर सहित विभिन्न जिलों में विभिन्न वाहनों डम्फर, ट्रक, ट्रेक्टर आदि से जाती है। इस धंधे में बिहार के कई बालू माफिया इससे जुड़े हुए हैं। इन माफियों के द्वारा स्थानीय बालू माफियों व प्रशासन की मिली भगत से अवैध रूप से ओवरलोड तथा बिना परमिट के ही चलते हैं। इस पथ से होकर प्रतिदिन सैडकों वाहन गुजरती है। रात्री में ट्रकों की संख्या काफी ज्यादा रहती है। इन अवैध धंधों में एक ओर जंहा बालू माफिया व प्रशासन की चांदी काट रही है तो वंही दूसरी ओर सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपये का चूना लग रहा है।

प्रशासन उदासीन, लाखों रुपए की पुस्तक बर्बाद

नवादा : अपराधियों को सख्त सजा दिलाने के लिये लोक अभियोजक कार्यालय को उपलब्ध कराये गये बहुमूल्य किताबें को दीमक चाट गई। ख़राब रख-रखाव के कारण किताबें बर्बाद हुई। अन्य किताबें भी बर्बाद होने की कागार पर है। ऐसे में।लोक अभियोजक नये कानून व उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देश से अनभिज्ञ होते जा रहे हैं। लोक अभियोजक की मानें तो जिला विधि। प्रशाखा की अनदेखी के कारण किताबें बेकार हो गई।

उल्लेखनीय है कि देश के उच्चतम न्यायालय सहित अन्य उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश की किताबें लोक अभियोजक कार्यालय को प्रतिमाह सरकार के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावे देश में बने नये कानून की भी किताबें समय-समय पर इस कार्यालय को भेजी जाती है। इन सारी किताबें सरकारी स्तर से खरीदे जाने के बाद ही सम्बंधित कार्यालय व विभाग को दी जाती है। इसी कड़ी में स्थानीय लोक अभियोजक कार्यालय को भी लाखों रुपये की कानूनी किताब उपलब्ध कराई गई लेकिन किताबों को रखने के लिये कोई व्यवस्था नहीं किया गया। नतीजन जमीन पर पड़ी किताबें को दीमक चाट गया। किताबो की ऐसी स्थिति हो गई की उसे पढ़ना तो दूर किताबों को खोलना भी सम्भव नही है।

इस सम्बंध में प्रभारी लोक अभियोजक रामकृष्ण प्रसाद ने बताया कि अपराधियों को अधिक से अधिक सजा दिलाने तथा अपराधियों का जमानत आवेदन के सुनवाई के समय इन किताबों की आवश्कता पड़ती है। इसके अलावे उच्चतम व उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश का भी जिक्र न्यायालय में कर अपराधियों को अधिक सजा देने का अनुराध किया जाता है। लेकिन अब ये सारी किताबें कोई काम की नहीं रही है।

उन्होंने यह भी बताया कि किताबों के रखाव के लिये पीछले सात वर्षों से आलमारी की मॉग जिला विधि प्रशाखा से की जा रही है। जो अभी तक उक्त विभाग में विचाराधीन है। इस बीच सारी किताबें बेकार हो गई। बेकार हुई किताबों का मूल्य उन्होनें लाखों रूपया बताया।

ढैंचा की खेती वाली लाभकारी योजना पर ग्रहण

नवादा : ढैचा की खेती से मिट्टी के पोषक तत्वों में तो वृद्धि होती ही है साथ ही कार्बनिक पदार्थो के साथ जीवाश्म की मात्रा भी बढ़ जाती है। एक दशक पूर्व तक यहांके किसान खेतों में पोषक तत्वों को बढ़ावा देने के लिए सनई व ढैंचा की खेती किया करते थे। इससे उन्हें हरी खाद तो मिलती ही थी। सनई से रस्सी भी बनाने का लाभ मिलता था। लेकिन हाल के वर्षो में किसानो ने खेतों में रासायनिक खादों की मात्रा बढ़ा दी है। परिणामस्वरूप मिट्टी की उर्वरा शक्तिदिन ब दिन कम होती जा रही हैl  ढैंचा की खेती के लिए मई के अंतिम सप्ताह से जून के प्रथम सप्ताह में इसकी बोआई कर देनी चाहिए। प्रति एकड़ हरी खादके लिए 10 किलो बीज होना चाहिए।

जुलाई के प्रथम सप्ताह तक 2 से ढाई फीट के पौधे हो जाते हैं। इसे हल द्वारा पलटाई करके दूसरे तीसरे दिन धान की रोपाई आसानी से की जा सकती है। इससे मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ के साथ जीवाश्म की मात्रा बढ़जाती है। जो मिट्टी में नमी कायम रखने के साथ पानी की आवश्यकता को भी कम कर देता है। ढैंचे की हरी खाद प्राय: सभी प्रकार के मिट्टी के लिए आवश्यक है। मिट्टी में हरी खाद डालने से किसानों को रासायनिक खाद डालने की जरूरत नहीं महसूस होती। सरकार के द्वारा हरी चादर योजना में 80 प्रतिशत  तक अनुदान पर मुंग और ढैचा का बीज उपलब्ध कराने का प्रावधान होने के बावजूद अबतक इसका वितरण आरंभ नहीं किया गया है।

व्यापार के नाम पर 80 लाख कर्ज लेकर व्यवसायी फरार

नवादा : व्यापार के लिए 80 लाख रुपये उधार लेकर नहीं लौटाने वाले शहर के बड़े व्यवसायियों में शुमार रितेश अग्रवाल के खिलाफ कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। पुलिस वारंट लेकर आरोपित को ढ़ूंढ रही है लेकिन वे अपने ठिकाने से फरार हैं। मामला सुर्खियों में है।
बताया जाता है कि शहर के सब्जी बाजार निवासी रितेश कुमार अग्रवाल ने वर्ष 2010 में अपने व्यवसाय में पूंजी लगाने के लिए नगर के ही मिर्जापुर सोनरपट्टी के आभूषण कारोबारी गोपाल प्रसाद व उनके भाई सत्यम रूपेश से 80 लाख 25 हजार रुपये लिया था। लेकिन निर्धारित समय पर रुपये वापस नहीं किया गया।
काफी समय तक टाल-मटोल करने के बाद साल 2013 में रितेश के खिलाफ चार अलग-अलग परिवाद 1667,1668,1669 व 16670 नवादा कोर्ट में दाखिल किया गया था। आदलत से जब वारंट निर्गत हुआ तब रितेश ने जामनत का प्रयास किया। लेकिन उच्च न्यायलय तक से अग्रिम जमानत नहीं मिली थी। इसके बाद वह रुपये वापसी के लिए सहमत हुआ और वर्ष 2016 गोपाल बंधुओं से समझौता कर जमानत प्राप्त कर लिया।
समझौता के तहत छह माह के अंदर छह किश्तों में मूल रुपये के साथ मुनाफा जोड़कर वापस करना था। रितेश ने समझौता के तहत पोस्ट डेटेड चेक भी दे दिया था। लेकिन समय पर राशि नहीं लौटाई गई।
परिणाम हुआ कि सभी चेक बाउंस कर गया। तब गोपाल बंधु ने पुन: कोर्ट में वर्ष 2017 से 2019 के बीच कुल 11 परिवाद दायर किया। अब आलम ये कि कोर्ट से रितेश के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निर्गत हो गया है। नगर थाना की पुलिस उन्हें ढ़ूंढ रही है और वे अपने ठिकाने से गायब हैं। पुलिस अब कुर्की जब्ती का वारंट लेने की तैयारी में है। बता दें कि रितेश पर कर्ज व व्यापारिक मुनाफा मिलाकर कुल 01 करोड़ 22 लाख 70 हजार रुपये की देनदारी है।

किशोरी को भगा ले गया प्रशिक्षक

नवादा : नवादा के काशीचक प्रखंड क्षेत्र के बौरी गांव में कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित स्किल डेवलप सेंटर में पदस्थापित एक प्रशिक्षक द्वारा दौलाचक ग्रामीण नाबालिग छात्रा को भगा ले जाने का मामला प्रकाश में आया है।
घटना के बाद से इलाके में चर्चा का बाजार गर्म है। उक्त घटना ने जहां गुरु-शिष्य की मर्यादा को तार-तार कर दिया है, वहीं पढ़ने जाने वाली छात्राओं के अभिभावक के माथे पर चिता की लकीरें भी दिखने लगी है। घटना के बाबत पूछे जाने पर थानाध्यक्ष राजीव कुमार पटेल ने बताया कि प्रशिक्षक मो. फैसल रहमान ने नाबालिग छात्रा को पढ़ने के दौरान अपने प्रेम-जाल में फांस लिया और शादी की नियत से अहले सुबह उसे लेकर फरार हो गया। इस संबंध में लड़की के पिता ने मो. फैसल के खिलाफ थाना में प्राथमिक दर्ज कराई है।
प्राथमिकी में कहा है कि कौशल विकास केंद्र काशीचक में पदस्थापित प्रशिक्षक मो. फैसल रहमान गया जिला स्थित इमामगंज थाना क्षेत्र के मल्हारी गांव का रहने वाला है। मंगलवार कि सुबह 6 बजे लड़की को लेकर शादी के नियत से फरार हो गया है।
ज्ञात हो कि फैजल एक माह पूर्व ही कौशल विकास केंद्र में पढ़ाने का काम छोड़ दिया था।

रोहिणी नक्षत्र का प्रवेश 25 को, बारिश की आस में किसान

नवादा : रोहिणी नक्षत्र का प्रवेश होने में अब मात्र तीन दिन रह गए हैं। यानि 25 मई की रात्रि में यह प्रवेश कर जाएगा। रोहिणी नक्षत्र मुख्य रूप से धान का बिचड़ा गिराने का समय माना जाता है। रोहिणी नक्षत्र प्रवेश के पूर्व जिले में अबतक पर्याप्त बारिश नहीं होने से खेतों से नमी गायब है। जिसके कारण बिचड़ा गिराने के लिए खेत की जुताई नहीं कर पाने के कारण किसान परेशान हैं। आम तौर पर रोहिणी नक्षत्र में किसान धान के बिचड़े को सूखे खेतो में डालते हैं, जो बारिश के बाद उगा करती हैं। लेकिन जब खेतों की जुताई ही नहीं हुई तो फिर बिचड़ा डालने का प्रश्न ही कहां है। फिलहाल बारिश के लक्षण भी नजर नहीं आ रहे हैं।
ऐसी हालात में किसानों को कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। मौसम की बेरूखी किसानों की चिता बढ़ा रही है। दूसरी ओर आहर-पइन की अबतक साफ-सफाई नहीं होने से अगर बारिश हुई भी तो आहर-पइन में जल संग्रह होगा कैसे। यह सवाल पूछा जाने लगा है।
वैसे इस वर्ष भी काफी कम बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। भूगर्भीय जलस्तर की स्थिति भी अच्छी नहीं है। ऐसे में इस वर्ष खरीफ की खेती हो भी पाएगी यह सोचकर किसान परेशान हैं।
सिंचाई के अभाव में प्रतिवर्ष हजारों एकड़ में लगी फसल बर्बाद होती है। ऐसे में किसानों को श्रम व पूंजी दोनों का नुकसान होता है। प्रतिवर्ष खेती का रकबा घट रहा है, जिसका असर उत्पादन पर पड़ रहा है। कई ऐसे खेत भी हैं, जिसमें चाहकर भी सिचाई के अभाव में खेती नहीं की जा सकती।
कुल मिलाकर रोहिणी के प्रवेश के पूर्व अबतक बारिश के नहीं होने से धान के बिचड़े गिराने को ले किसानों की चिता बढ़नी आरंभ हो गई है। ऐसे में खेती का प्रभावित होना लगभग तय माना जा रहा है।