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22 जनवरी : सारण की मुख्य ख़बरें

तीन दिवसीय राष्ट्रीय चिंतन शिविर का हुआ समापन

सारण : भारतीय किसान यूनियन ‘लोकशक्ति’ तीन दिवसीय राष्ट्रीय चिंतन शिविर का आज बुधवार को सम्पन्न हुआ। भाकियूलो .के बैनर तले पूर्व आयोजित शिविर प्रयागराज के परेड ग्राउंड में  सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। जिसमे देश के सभी राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों से किसान पहुंचे और अपनी गंभीर समस्याओं से अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष मास्टर श्यौराज जी एवं राष्ट्रीय महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. शैलेश कुमार गिरि के साथ-साथ प्रदेशाध्यक्ष, जिलाध्यक्ष के माध्यम से अवगत कराया।

किसानो की समस्यासमस्याओ पर गंभीरतापूर्वक चिंतन-मनन करने के उपरांत किसान विरोधी समस्याओ के निदान हेतु आगामी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई। राष्ट्रीय महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. शैलेश कुमार गिरि ने दिन व रात एक कर संगठन के विस्तार हेतु क्रमशः  सबसे निचले स्तर पंचायत, प्रखंड, जिला व सभी प्रदेश के स्तर पर पूर्ण कमिटी गठन के एक निश्चित रूपरेखा को रेखांकित करने पर बल देते हुए युद्धस्तर पर संगठनात्मक विस्तार पर प्रकाश डाला। इसके बाद 25 सूत्री मांग पत्र का ज्ञापन एसडीएम विनोद पांडेय प्रयागराज, इलाहाबाद के माध्यम से प्रधानमंत्री व महामहिम राष्ट्रपति, भारत सरकार को सौंपा।

मारवाड़ी युवा मंच द्वारा विद्यालय में चलाया गया स्वच्छता अभियान

सारण : अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के 36वें स्थापना दिवस के  अवसर पर बिहार प्रांतीय मारवाड़ी युवा मंच के द्वारा ‘मिशन 57’  के तहत छपरा शाखा ने स्थानीय राजकीय रामचंद्र प्रसाद महाशय शिशु विद्यालय छपरा के छात्र-छात्राओं के बीच स्वच्छता अभियान चलाया।

मंच के अध्यक्ष विकाश चांदगोठिया जी ने बताया कि प्रांत “मिशन 57” के तहत पूरे बिहार के सभी 57 शाखाओं में एक साथ – एक दिन में सरकारी स्कूलों में  स्वच्छ भारत जागरूकता अभियान  का कार्यक्रम आज चला रहीं है।इस मिशन में छपरा शाखा भी अपना योगदान दें रही हैं वहीं सचिव विशाल जगनानी जी ने बोला की बच्चे कल के भविष्य है अगर इन्हें अभी से ही स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हैं तो ये आगे जाकर महात्मा गांधी के सपनों को साकार करेंगे।

कार्यक्रम की शुरुआत संयोजक चंदन सिंघानिया ने क्लासरूम की सफाई के साथ की। इनका साथ कोषाध्यक्ष गोपाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष अमित बजाज, सहायक मंत्री संदीप मिश्रा एवं पंकज चांदगोठिया,मोहित अग्रवाल,सिद्धार्थ अग्रवाल,विवेक बजाज,रचित पोद्दार,राहुल पोद्दार,कन्हैया कुमार, अभिषेक अग्रवाल, प्रांजल चांदगोठिया, रवि माहेश्वरी एवं नितिन माहेश्वरी इत्यादि ने दिया। उपस्थित शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने भी अपना बहुमूल्य योगदान दिया।

रक्तदान कर बचाई महिला की जान

सारण : रोटरी क्लब छपरा के सचिव ने किया रक्तदान बचाई महिला की जान रक्तदान करने के बाद अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि रक्तदान महादान है। रक्त की एक एक बूंद कीमती है। इसे आपसी फसाद में न बहाकर दान करना चाहिए। आपके द्वारा दिए गए रक्त से किसी को जीवन मिल सकता है। अगर हम अपने रक्त की एक बूंद से किसी को जीवन दान देते है तो यह किसी की जिंदगी बचा सकता है । कुछ लोगों के मन में रक्तदान को लेकर भ्रांति पैदा होती है कि रक्तदान से शरीर में कमजोरी या अन्य साईड इफेक्ट हो जाते हैं, जो गलत है। मौके पर पवन,सतीश एवं ब्लड बैंक के धर्मवीर जी मौजुद थें

भिखारी ठाकुर रंग महोत्सव में बेटी बचवा होगा मुख्य आकर्षण

सारण : आगामी 28 एवं 29 जनवरी को छपरा स्थित एकता भवन ऑडिटोरियम में दो दिवसीय भिखारी ठाकुर रंग महोत्सव का आयोजन होने जा है। इस आयोजन को ले कर रामजयपाल कॉलेज के एलएन यादव लाइब्रेरी में 22 जनवरी को एक प्रेस कॉन्फ़्रेन्स किया गया। इस महोत्सव का आयोजन भिखारी ठाकुर रगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध के द्वारा किया जा रहा है। इसके आयोजन में संगीत नाटक अकादेमी, सारण जिला प्रशासन, मयूर कला केंद्र, कलपंक्ति नामक संस्थाएँ सहयोगी की भूमिका में है।

महोत्सव के संयोजक सह भिखारी ठाकुर रंगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र के निदेशक जैनेन्द्र दोस्त ने कहा कि इस दो दिवसीय महोत्सव में गीत-संगीत, नृत्य, नाटक के साथ-साथ लोककला पर प्रदर्शनी भी देखने को मिलेगी।

उन्होंने कहा कि इस बार यह महोत्सव अंतरराष्ट्रीय होने जा रहा है। इस बार श्रीलंका से बारह सदस्यों का एक नाट्य-नृत्य दल इस महोत्सव में विशेष रूप से हिस्सा लेने छपरा आ रहा है। श्रीलंका की यह टीम अपने यहाँ का मुखौटा नाटक एवं पारम्परिक नृत्य प्रस्तुत करेगी। जैनेन्द्र दोस्त ने बताया कि पहली बार तिगोला मुक़ाबला होगा जिसमें तीन गायक एक साथ मंच पर गायकी से मुक़ाबला करेंगे। इन तीनों गायकों में एक महिला गायक भी शामिल हैं।

इसके अलावा जैनेन्द्र दोस्त के निर्देशन में भिखारी ठाकुर का बेटी-बेचवा नाटक इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण होगा। राष्ट्रपति से सम्मानित जिले के एकमात्र कलाकार रामचंद्र माँझी 94 वर्ष की आयु में लौंडा नृत्य एवं गीत प्रस्तुत करेंगे। भिखारी ठाकुर के साथ काम कर चुके कलाकार लखिचंद माँझी मंगलाचरण एवं बारहमासा प्रस्तुत करेंगे। दिल्ली से सरिता साज़ एवं उनका दल, रामेश्वर गोप एवं उनका दल, उदय नारायण सिंह एवं उनका दल भिखारी ठाकुर सहित विभिन्न भोजपुरी लोकगीतों का गायन करेंगे।

जैनेन्द्र दोस्त ने कहा कि 28 जनवरी को दोपहर 2 बजे शहर के म्यूनिसिपल चौक से एकता भवन तक एक ‘रंग-जुलूस’ निकला जाएगा जिसमें देश के अनेक हिस्सों के साथ-साथ स्थानीय कलाकार, साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी, समाजसेवी एवं छात्र भी हिस्सा लेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम दोनों ही दिन दोपहर 3 बजे से एकता भवन में शुरू होगा। इस महोत्सव के सह संयोजक अभिषेक अरुण एवं रंजीत भोजपुरिया ने कहा कि महोत्सव में एक सत्र ऐसा रखा गया है जिसमें दर्शक सीधे कलाकार से चर्चा कर सकते हैं।

इस महोत्सव के उद्देश्य के बारे में चर्चा करते हुए जैनेन्द्र दोस्त ने कहा कि जब मैं जेएनयू से भिखारी ठाकुर पर पीएचडी कर रहा था तभी से ऐसा महसूस किया कि नई पीढ़ी भिखारी ठाकुर को नही जानती या बहुत कम जानती है। ऐसा में एक रंगकर्मी एवं शोधार्थी के नाते मेरा कर्तव्य बनता है की भिखारी ठाकुर से नई पीढ़ी को अवगत कराया जाए। साथ ही अश्लीलता का पर्याय बन चुके भोजपुरी के अच्छे पक्षों को भी जनता के समक्ष रखा जाए। इन्ही सब उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पहली बार 2016 में शहर के चंद्रावती सभागार में इस महोत्सव का आयोजन किया गया था। उसके बाद क़ुतुबपुर एवं राजेंद्र स्टेडियम में भी इस महोत्सव का आयोजन हो चुका है। इस महोत्सव का यह चौथा साल है।

इस महोत्सव में भिखारी ठाकुर एवं भोजपुरी के अलावा अन्य लोक संस्कृतियों के नाटक, नृत्य एवं गीत-संगीत का आयोजन किया जाता है ताकि एक स्वच्छ सांस्कृतिक आदान प्रदान हो सके। इसके तहत बनारस के बिरहा गायक मन्नु यादव अपने दल के साथ बिरहा गायन करने आ रहे हैं। साथ ही दीप्ति ओगरे के निर्देशन में बिलासपुर छत्तीसगढ़ की एक नृत्य टीम वहाँ के लोकनृत्य प्रस्तुत करेगी। इस महोत्सव में शहर के मशहूर सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार द्वारा भिखारी ठाकुर एवं लोककला पर विशेष कला प्रदर्शनी लगाई जाएगी।

इस महोत्सव को विधान पार्षद प्रो. वीरेन्द्र नारायण यादव, मढ़ौरा विधायक जितेन्द्र राय, विधायक मुंद्रिका राय, विधायक सीएन गुप्ता, प्रो. लालबाबु यादव, मुखिया बीरेन्द्र साह युवा राजद नेता सुनिल राय सहित कई गणमान्य लोगों का संरक्षण प्राप्त है।

इस महोत्सव का आयोजक “भिखारी ठाकुर रंगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र” (Bhikhari Thakur Repertory Training & Research Centre) है। यह केंद्र भिखारी ठाकुर के रंगमंच, गीत-संगीत एवं नृत्य प्रस्तुति के व्यवसायिक रंगमंडल के साथ-साथ उनकी रंग-परम्परा के प्रशिक्षण एवं शोध की संस्था है। भिखारी ठाकुर के सानिध्य में प्रशिक्षण प्राप्त एवं उनके दल में काम कर चुके सभी जीवित कलाकार आज इस रंगमंडल के अभिन्न अंग हैं।

इस केंद्र ने भिखारी ठाकुर के रंगमंचीय परंपरा को सम्पूर्णता में पुनर्जीवित एवं संस्थानिकृत (revive and institutionalize) करने का प्रयास किया है। वर्तमान समय में रंगमंडल के पास भिखारीनामा सहित बिदेसिया, गबरघिचोर, बेटीबेचवा, पिया निसइल, गंगा स्नान आदि नाटक तैयार है एवं अन्य नाटकों के निर्माण पर कार्य जारी है। इस रंगमंडल का मुख्य उद्देश्य है भिखारी ठाकुर की नाट्य-परंपरा को परफॉर्मेंस के द्वारा जीवित रखना तथा प्रशिक्षण के द्वारा उसे एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी में हस्तांतरित करना है।

अब तक इस दल ने देशज (आज़मगढ़), नाट्य समागम (दिल्ली, त्रिपुरा, गुवहाटी), लोक जात्रा (मोतिहारी), संस्कृति संगम (नालंदा), भिखारी ठाकुर रंग महोत्सव (छपरा), राष्ट्रीय लोकनाट्य महोत्सव (मधुबनी), तिलिस्म (कराची, पाकिस्तान), ज्योतिरिश्वर रंग उत्सव (काठमांडू, नेपाल) विश्व संगीत दिवस उत्सव (ICC, कोलंबो, श्रीलंका) जैसे देश-विदेश के ख्यातिलब्ध महोत्सवों में अपने नाटकों एवं संगीत-नृत्य की प्रस्तुति दी है।

भिखारी ठाकुर रंगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र की प्रमुख उपलब्धियाँ

रंगमंडल ने अब तक संगीत नाटक अकादेमी (दिल्ली), मैथिली-भोजपुरी अकादेमी (दिल्ली) कला एवं संस्कृति  विभाग (बिहार), कला एवं संस्कृति विभाग (मध्य प्रदेश), कला एवं संस्कृति विभाग (उत्तर प्रदेश) के महोत्सवों सहित देश के कई प्रतिष्ठित नाट्य महोत्सवों में भिखारी ठाकुर के नाटक मंचित किए हैं।

रंगमंडल ने तिलिस्म रंग-महोत्सव (कराची, पाकिस्तान), ज्योतिरिश्वर रंग उत्सव (काठमांडू, नेपाल) विश्व संगीत दिवस उत्सव (ICC, कोलंबो, श्रीलंका) जैसे विदेश के ख्यातिलब्ध महोत्सवों में अपने नाटकों का मंचन किया है।

रंगमंडल ने वर्ष 2017 में केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में 5 दिवसीय “भिखारी ठाकुर रंगमंच शताब्दी समारोह” का आयोजन क़ुतुबपुर एवं छपरा (बिहार) में किया था। जिसमें देश भर से 500 कलाकरों ने हिस्सा लिया है।

इस केंद्र ने जैनेन्द्र दोस्त एवं शिल्पी गुलाटी के निर्देशन में दूरदर्शन एवं प्रसार भारती के आर्थिक सहयोग से भिखारी ठाकुर की लौंडा नाच परंपरा पर ‘नाच भिखारी नाच’ नामक फ़िल्म बनाया है। जिसे अब तक दर्जनों राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त हो चुके हैं।

जैनेंद्र दोस्त “भिखारी ठाकुर रंगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र” (Bhikhari Thakur Repertory Training & Research Centre) के फ़ाउंडर डाइरेक्टर हैं। इस रंगमंडल के माध्यम से जैनेंद्र दोस्त लोक कलाकार भिखारी ठाकुर के रंगमंच, गीत-संगीत, नृत्य, वाद्ययंत्र को पुनर्जीवित एवं संस्थानीकृत (revive and institutionalize) कर रहे हैं। इनके अथक प्रयास से ही भिखारी ठाकुर की पुरानी नाच मंडली के नाटक दुबारा से मंच पर जीवंत हो उठे हैं। जैनेंद्र दोस्त की रंगमंचीय पढ़ाई हिंदी विश्वविद्यालय (वर्धा) के थिएटर एंड फ़िल्म डिपार्टमेंट से हुई है। उसके पहले इन्होंने ब्रेख्तियन मिरर (दिल्ली) नामक रंग-समूह में कार्य किया है।

इन सब के उपरांत इनकी रुचि बिहार के लोक रंगमंच के तरफ़ बढ़ी। ख़ुद छपरा जिला (बिहार) के होने के नाते इन्होंने भिखारी ठाकुर की रंग-परंपरा तथा नाच की शैली पर काम करना शुरू किया। इसी बीच इन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) दिल्ली के आर्ट एंड एस्थैटिक्स विभाग में लौंडा नाच एवं भिखारी ठाकुर पर पीएचडी किया है। तथा भिखारी ठाकुर के रंगसंगी रामचंद्र माँझी, शिवलाल बारी एवं लखिचंद माँझी से भिखारी ठाकुर के रंगमंच की बारीकियों को सिखा। जैनेन्द्र ने अब तक 15 से अधिक नाटकों का निर्देशन किया है। इनके द्वारा निर्देशित नाटक एवं संगितिक कार्यक्रम न सिर्फ़ देश के प्रतिष्ठित रंग-महोत्सवों में बल्कि पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल एवं भूटान आदि देश के रंग-महोत्सवों में भी आमंत्रित एवं प्रदर्शित किए जा चुके हैं। हाल ही में जैनेंद्र दोस्त ने भिखारी ठाकुर के रंगकर्म पर ‘नाच भिखारी नाच’ नामक एक फ़िल्म बनाई है जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिल रही है।

हत्या की मंशा से घर में घुसे अपराधी, एक को ग्रामीणों ने दबोचा

सारण : छपरा एकमा प्रखंड के किशनपुरा गांव स्थित स्वर्गीय मिथिलेश सिंह के पुत्र मधुप सिंह की  हत्या व किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की मंशा से मंगलवार की रात पहुंचे अपराधियों ने घर पर धावा बोल दिया।

अपराधियों ने मधुर सिंह की खोजबीन शुरू कर दी मधुर सिंह के नहीं मिलने पर अपराधियों ने उनकी मां से बदसलूकी व गाली-गलौज की तथा हवाई फायरिंग की। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने अपराधियों को घेर लिया और खदेड़ कर एक अपराधी को धर दबोचा।

अन्य अपराधी पैदल ही मौके से भाग निकले। इस घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने अपराधियों के पांच मोटरसाइकिल मौके से बरामद की। बतया जाता है कि एक अपराधी कोपा थाना क्षेत्र का रहनेवाला सोनू कुमार की पहचान हो चुकी है जिसकी गिरफ़्तारी में पुलिस जुट गई है।

परिश्रम से ही मिलेगी सफ़लता

सारण : छपरा शिक्षार्जन से ही सारी दुनिया मुट्ठी में होगी। उक्त बाते प्रखंड विकास पदाधिकारी बनियापुर सुदामा प्रसाद सिंह ने बतहरा स्थित गुरुकुल विद्यालय का उद्घाटन करते सभा को संबोधित किया। उन्होंने दुष्यंत कुमार की उक्ति से शुरुआत करते कहा सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकशद नहीं हमारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए उन्होंने कहा। आप छात्र परिश्रम करे सफलता पीछे दौड़ी आएगी।

वही बंगरा प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य अरुण कुमार ने अपने संबोधन में छात्रो को शिक्षा के प्रति उत्साहित करते कहा कि शिक्षा के बिना जग में अँधेरा ही अँधेरा है। कार्यक्रम का उद्घाटन बीडीओ व प्राचार्य डबरा संयुक्त रूप से फीता काटकर दीप प्रज्वलित कर किया गया। जहाँ सैकड़ो की संख्या में अतिथियों छात्र छात्राओ का सैलाब इकट्ठा हुआ था। वही कार्यक्रम में एसडीएस कालेज के

प्राचार्य अरुण कुमार  राष्ट्रीय स्तर के भजन गायक कलाकर सानू कुमार ज्ञानचन्द की शिष्टमण्डल का कार्यक्रम से आगन्तुक अभिभूत हुए।मौके पर विजय कुमार भास्कर शिक्षिका मधुमला कुमारी रामहित ओझा रामणित ओझा चन्द्रमा कुंवर मजरुल हक सहित दर्जनों वक्ताओं ने संबोधित किया कार्यक्रम का संचालन अमन राज अध्यक्षता अनुराग कुमार सिंह कार्यक्रम का आयोजक शिक्षक ए सिंह के द्वारा किया गया।

ट्रेन में भटकी बच्ची को परिजनों को सौपा

सारण : छपरा जंक्शन पर ट्रेन में भटकी एक बच्ची को छपरा चाइल्ड लाइन रेलवे एवं आरपीएफ के द्वारा उसे परिजनों को सुपुर्द किया गया। उक्त बच्ची मुजफ्फरपुर जिला के मदलह गांव निवासी सद्दाम की पुत्री शाहिदा खातून बताई गई है।

घटना के संबंध में बताया जाता है कि सोनपुर जंक्शन पर उसके पिता ट्रेन से पानी लेने के लिए उतरे तभी ट्रेन खुल गई और वह ट्रेन में भटक रही थी। तभी सोनपुर रेल पुलिस ने इस बात की सूचना छपरा आरपीएफ इंस्पेक्टर अनिरुद्ध कुमार राय को दी। सूचना मिलते ही वे लोग छपरा जंक्शन पर पूर्वांचल एक्सप्रेस ट्रेन के पहुंचने के साथ ही ट्रेन की तलाशी शुरू की तो शायदा को ट्रेन से उतारा गया।

जिसके बाद इस बात की सूचना सोनपुर रेल पुलिस को दी गई। सूचना के बाद बच्ची के पिता छपरा जंक्शन पहुंचे और पहचान के बाद आरपीएफ एवं चाइल्डलाइन द्वारा उन्हें सुपुर्द कर दिया गया। इस मौके पर आरपीएफ से विक्रम कुमार, विष्णु कुमार एवं चाइल्ड लाइन से रिंकी सिंह, सुषमा देवी, अमित कुमार, आदि मौजूद रहे।

जेपी विवि के 5वें दीक्षांत समारोह पर कवि सम्मलेन का हुआ आयोजन

सारण : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पांचवी दीक्षांत समारोह में संध्या सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन माननीय कुलपति प्रो हर किशोर सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कवि सम्मेलन की शुरुआत कृष्ण मेनन के सरस्वती वंदना से हुई। इसके बाद वीर रस के कवि सुशांत सिंह, प्रखर पुंज, मोहित कुमार सिंह, शंकर शरण शिशिर, फौजी भाई, श्रीमती कश्मीरा सिंह ने वीर रस की कविताओं से कवि सम्मेलन को एक नई ऊर्जा और राष्ट्रभक्ति की ऊंचाई को छुआ।

इसके बाद हास्य कवि अपने कविताओं से लोगों को ठहाका लगाने पर मजबूर कर दिया। उत्तर प्रदेश के कवि गयाशंकर माया ने अपने हास्य कविताओं से लोगों का मनोरंजन किया। कवि नागेंद्र गिरी ने अपने कविताओं से वर्तमान समय में युवाओं के गलत राह और प्रवृत्तियों पर कटाक्ष किया। वही हास्य व्यंग के कवि सुरेश्वर कुमार निर्भय ने अपनी कविता “फेरु तू आ गई लs,पान साल भाई हो पेर के खा गई लs, फेरु तु आ गई लs,से राजनीतिक गलियारों पर कटाक्ष किया इस अवसर पर श्रृंगार के कवि बलिया के बृज मोहन प्रसाद अनारी ने वर्तमान समय में नारी और परिवार को  समेटे हुए श्रृंगार की पराकाष्ठा से लोगों को अभिभूत कर दिया।

इस दौरान दक्ष रंजन शम्भु के गजलें और भोजपुरी आंचलिक रचनाओं ने लोगों के मन को छुआ। ग़ज़ल की दुनिया में प्रो शकील अनवर और प्रोफेसर मौज्ज्म अज्म ने अपनी रचनाओं से सब को मंत्रमुग्द कर दिया। संचालन कर रहे डॉ उमाशंकर साहू ने अपनी कविता जो पुलवामा हमले के ऊपर भारतीय शहीद की नारी का एक प्रश्न था,

“मैं रोऊ या गौरवगान करूं,

या धरु रूप संघार करुं

से लोगों को वर्तमान में सेना और उसके परिवारों के स्थिति को अवगत कराने का काम किया।ऐनुल बरौलवी ने अपनी ग़ज़लो से हिन्दू मुस्लिम के इतिहास की याद दिलाई। कार्यक्रम का संचालन डॉ उमाशंकर साहू ने किया जबकि इसका संयोजन प्रोफेसर डॉ प्रमेन्द्र रंजन सिंह ने किया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के माननीय कुलसचिव ने किया। इस अवसर पर प्रो अनिल कुमार,प्रो पृथ्वी राज सिंह प्रो एके तिवारीएआर सफी,प्रो आरपी श्रीवास्तव, पूनम श्रीवास्तव पूनम सिंह, आशा रानी सहित सैकड़ों की संख्या में दर्शक उपस्थित थे।