22 अगस्त : आरा की मुख्य ख़बरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

डूबने से युवक की मौत

आरा : भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखण्ड के ख़्वासपुर ओपी क्षेत्र के हजारीलाल के टोला एक बड़ी खबर आ रही है। बड़हरा प्रखण्ड के ख़्वासपुर ओपी क्षेत्र के हजारीलाल के टोला स्थित भागड़ में डूबने से एक युवक की मौत हो गयी है । इस घटना को लेकर अफरा-तफरी का माहौल कायम था बाद में किसी तरफ पानी से युवक को बाहर निकाला गया। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इस घटना को लेकर अफरा-तफरी मची हुई है

अलग-अलग जगहों से अंग्रेजी व देसी शराब के साथ तीन गिरफ्तार

आरा : आरा जीआरपी व टाउन थाना आरा की पुलिस ने अंग्रजी व देसी शराब के साथ तीन धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक को ट्रेन जबकि दो को शहर के अलग-अलग जगहों से पकड़ा गया।

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आरा जीआरपी ने सिकंदराबाद एक्सप्रेस ट्रेन से शराब लेकर आ रहे तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। वह ट्रेन से उतर कर भागने का प्रयास कर रहा था। तभी उसे पकड़ लिया गया। उसके पास से 51पीस बियर और तीन बोतल शराब बरामद की गयी। पकड़ा गया धंधेबाज पटना खगौल थाना क्षेत्र के पेठिया बाजार का रहने वाला इंद्रजीत श्रीवास्तव है।

वहीं टाउन थाना आरा की पुलिस ने अंबेडकर कॉलोनी से 80 लीटर देसी शराब के साथ राजकुमार को गिरफ्तार किया है तथा बिंदटोली से भरत बिंद को शराब के साथ पकड़ा गया है|

पकड़े जाएंगे शराब के सभी बड़े माफिया, तैयार हो रही सूची

आरा : शराब के कारोबार व उसके धंधेबाजों पर नये एसपी की पैनी नजर है। योगदान करने के साथ ही एसपी ने जिले के सभी बड़े शराब माफियों को गिरफ्तार करने का निर्देश जारी कर दिया। साथ ही जिले के सभी थानेदारों से अपने इलाके के बड़े शराब माफियाओं की सूची भी मांगी है।

भोजपुर के नए एसपी हर किशोर राय ने कहा कि हर इलाके में कुछ बड़े शराब माफिया होते हैं तथा उनके गैंग में कुछ अन्य लोग धंधा करते हैं। सबकी एरिया वाइज सूची तैयार की जा रही है। सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा।

एसपी ने कहा कि शराब से संबंधित मारपीट सहित घटनाओं की भी गहन जांच की जायेगी। उसमें जिनके भी नाम आयेंगे, सभी को जेल भेजा जायेगा। एसपी ने कहा कि क्राइम कंट्रोल करने के लिये भी जिले के सभी वांटेड अपराधियों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया। इनमें हर तरह के गंभीर कांडों के सभी वांटेड शामिल हैं। एक सप्ताह के अंदर सभी वांटेड को गिरफ्तार किया जायेगा। कहा की हर सप्ताह गंभीर कांडों के वांटेड अपराधियों की सूची तैयार की जायेगी।

योगदान करने के बाद पहली बैठक में नये एसपी हर किशोर राय ने विधान सभा चुनाव को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने चुनाव को लेकर पूरी तरह अलर्ट रहने व दागियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कहा कि एक सप्ताह में चुनाव में उपद्रव करने वाले व पूर्व के दागियों की सूची तैयार की जाये ताकि समय रहते सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

जेल में बंद और जमानत पर बाहर घूमने वाले दागियों व अपराधी किस्म के लोगों की भी निगरानी की जा रही है। थानों से बूथवार उपद्रवियों व पूर्व के दागियों की सूची मांगी गयी है। सीसीए, 107, जिला बदर की कार्रवाई वाले लोगों की सूची भी तैयार की जा रही है। गुंडा रजिस्टर को भी अपडेट किया जा रहा है।

एसपी ने बताया कि पहले से दागी रहे लोगों का अपडेट स्टेटस खंगाला जा रहा है। उनकी फिलहाल की गतिविधियों की जानकारी जुटायी जा रही है। इसके लिये सर्विलांस के जरिये उनपर नजर रखी जा रही है। चुनाव में गड़बड़ी पैदा करने वाले नये लोगों की भी पहचान की जा रही है ताकि गुंडा रजिस्टर में उनका नाम दर्ज किया जा सके और समय पर निरोधात्मक कार्रवाई की जा सके।

वहीं शराब के धंधेबाजों सहित अन्य तरह के गलत धंधे में शामिल लोगों पर भी कड़ी नजर रखी रही है। अग्नेयास्त्रों का भौतिक सत्यापन का भी काम भी शुरू कर दिया गया है। सभी आर्म्सों का सत्यापन होने तक थाना स्तर पर यह चलता रहेगा। इसके अलावे सभी छोटे-बड़े अपराधियों की धरपकड़ के लिये अभियान चलाया जा रहा है। नियमित वाहन चेकिंग के भी टास्क दिये गये हैं। कहा कि बिना नंबर की बाइक खासकर अपाची व पल्सर को जब्त किया जाये।

नए एसपी हर किशोर राय ने शुक्रवार को पदभार संभालने के बाद अपने कार्यालय की सभी शाखाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान एसपी ने सीआर शाखा सामान्य शाखा, स्पीडी ट्रायल शाखा, चरित्र प्रमाण पत्र, आर्थिक अपराध शाखा, हिंदी शाखा, विदेश शाखा, विधि शाखा सूचना का अधिकार शाखा, वायरलेस एवं चुनावी सेल आदि का निरीक्षण किया तथा वहां के प्रभारियों से परिचय प्राप्त किया। नए एसपी के आगमन को लेकर शुक्रवार की सुबह से ही सभी शाखाओं में कागजातों को अपडेट किया जा रहा था।

नये एसपी ने लोगों से बेवजह रोड जाम नहीं करने की अपील की। कहा कि रोड जाम करने वालों से सख्ती से निपटा जायेगा। वैसे लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जायेगी।

उन्होंने पब्लिक से पुलिस को सहयोग करने की भी अपील की। कहा कि विधि-व्यवस्था के दौरान पुलिस से नहीं उलझे। किसी तरह की शिकायत हो तो इसकी सूचना दें। कार्रवाई की जायेगी। कहा कि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना की जानकारी हो तो तुरंत सूचना दें।

मोबाइल चार्ज करने के विवाद में मारपीट

आरा : भोजपुर जिले के कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के गुंडी गांव में मोबाइल चार्ज करने के विवाद में दो युवकों में मारपीट हो गयी। इसके बाद पुलिस के वरीय अफसर को तनाव पैदा होने की गलत सूचना दे दी गयी।

इस मामले में कृष्नागढ़ पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुये दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इस सिलसिले में तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी है। दो प्राथमिकी दोनों पक्षों की द्वारा की गयी है, जबकि एक पुलिस ने गलत सूचना देने व अफवाह फैलाने का केस किया है।

कृष्णगढ पुलिस के अनुसार मोबाइल चार्ज करने को लेकर दो युवकों में विवाद हो गया। उसके बाद मारपीट भी हो गयी। इस बीच वरीय अधिकारी को दो गुटों में साम्प्रदायिक तनाव होने की सूचना दे दी गयी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गयी। इसके बाद पुलिस ने मारपीट करने वाले दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया।

नहाने गये किशोर की पानी में डूबने से मौत

आरा : शहर के टाउन थाना क्षेत्र के बेगमपुर मोहल्ले में शनिवार की दोपहर पानी में डूबने से एक किशोर की मौत हो गई। बेगमपुर बांध के पास जमाव पानी में डूबने से उसकी जान चली गयी। मृत किशोर बेगमपुर वार्ड नंबर-33 निवासी गांधी शर्मा का पुत्र अभिषेक कुमार है।

बड़े भाई धर्मवीर शर्मा ने बताया कि आरा नगर थानान्तर्गत बेगमपुर बांध के समीप जमाव पानी लगा हुआ है।अभिषेक उसमें नहाने गया था। इसी दौरान वह उसमें डूब गया। वहां से गुजर रहे स्थानीय लोगों ने उसे डूबता देख सूचना दी। इसके बाद परिजन वहां पहुंचे और पानी से बाहर निकाला।

उसके बाद उसे इलाज के लिये आरा सदर अस्पताल लाया गया। लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। इसके बावजूद उसे अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सूचना मिलने पर आरा टाउन थाना की पुलिस आरा सदर अस्पताल पहुंची। उसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं हादसे के बाद उसके घर में कोहराम मचा है। बताया जाता है कि अभिषेक पांच बहन व दो भाई में पांचवे स्थान पर था। उसकी मां की 10 साल पूर्व ही मौत हो चुकी है।

पिकअप पर आगे लदा था शैलकैल-डी की गोलियां,पीछे में थी 100 पेटी शराब

आरा : इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। भोजपुर जिले के आरा मोहनिया पथ पर जगदीशपुर थाना क्षेत्र के कवरा मठिया बस स्टैंड नंबर 1 के समीप पिकअप पलटने से तस्करों के मंसूबे का राज खुल गया। पिकअप जब पलटा तो आगे में जानवरों को देने वाली शैलकैल डी की गोली लदी थी, जबकि पीछे में 100 से ज्यादा पेटी शराब लगा हुआ था . जैसे ही पिकअप स्टैंड एक के पास पलट गई ,आगे से शैलकैल डी गोलियां गिरने लगी लेकिन वहीं से शराब की महक आ रही थी ग्रामीणों को इकट्ठा होते देख गाड़ी चला कर लाने वाला ड्राइवर भाग निकला.तभी किसी ने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ के नेतृत्व में जगदीशपुर पुलिस वहां पहुंची. काफी छानबीन हुई और शराब लेकर पुलिस की टीम वहां से चली गई. बताया जा रहा है कि नए एसपी हर किशोर राय ने आरा एसपी का पद संभालने के बाद यह स्पष्ट तौर पर कह दिया था कि हर हाल में अपराधियों पर नियंत्रण करना मेरी प्राथमिकता होगी.उन्होंने 24 घंटा गस्ती निकालने का निर्देश दिया था.जिसके बाद पुलिस की टीम सड़क पर दिखाई दे रही थी. इसी दौरान घबराकर पिकअप गाड़ी ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि ड्राइवर से पलट गया था .फिलहाल उसमें कितनी पेटी शराब की इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई.

आरा में एक माह में जर्जर सड़कों को ठीक करने का निर्देश

आरा : शहरी क्षेत्रों में सड़कों की जर्जर स्थिति को सुधारने के लिए डीएम ने एक माह का समय पथ निर्माण विभाग को दिया है। इसे ले डीएम रोशन कुशवाहा ने शुक्रवार को पथ निर्माण विभाग के अफसरों संघ बैठक करते हुए उक्त निर्देश दिया है। मालूम हो कि आरा शहर में वैसे तो सभी सड़कों की स्थिति जर्जर है। उसमें भी सबसे ज्यादा खस्ता हालत पुरवारी गुमटी के पास, बिहारी मिल, धोबी घटवा से लेकर बाजार समिति तक, सदर अस्पताल के पास, चंदवा मोड़ की है। सड़कों पर कई जगह पूरी की पूरी सड़क ही गायब हो चुकी है।

वहीं कई स्थानों पर दो से लेकर चार फीट तक बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। वर्षा होते ही इन सड़कों पर चलने में वाहनों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। सड़क जर्जर रहने के कारण कई बार बड़े हादसे होने के साथ हर समय जाम लगा रहता। वर्षा होने की स्थिति में हालात और दयनीय हो है जाती है। आरा सहार रोड की स्थिति भी काफी दयनीय है। इस पर चर्चा करते हुए डीएम ने उसे भी अबिलंब मरम्मत कराने का आदेश दिया।

शहर में गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़क के अलावे अन्य स्थानों पर भी जर्जर रोड को एक माह के अंदर हर हाल में मरम्मत करा देने का निर्देश डीएम ने दिया है। बैठक में पथ प्रमंडल विभाग के कार्यपालक अभियंता जितेंद्र कुमार ने एक माह में सभी सड़कों को मरम्मत करा देने का आश्वासन डीएम को दिया है। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि सड़कों की स्थिति सुधारने को धोबी घटवा मोड़ पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।

लोगों ने बताया कि पथ निर्माण विभाग के पास विगत एक वर्ष से अलकतरा खत्म है। इस कारण पथ निर्माण विभाग बार-बार इन सड़कों की ईट से भराई करता है। ईट डालने के कारण सड़कें पूरी तरह से लाल हो जाती है। पथ निर्माण विभाग के इस लापरवाही की चर्चा रोजाना पूरे जिले में होते रहती है।

भोजपुर में बोलेरो और बाइक की भिड़ंत में युवक की मौत

आरा : सहार-सकड्डी नासरीगंज स्टेट हाईवे पर सहार प्रखंड मुख्यालय के समीप तेज रफ्तार अज्ञात बोलेरो एवं मोटरसाइकिल की टक्कर हो गई। अस्पताल ले जाने के क्रम में युवक ने दम तोड़ दिया। घटना को लेकर लोगों में अफरा-तफरी मची रही।

जानकारी के अनुसार मृत युवक बिहिया थाना के बारा गांव निवासी स्वर्गीय नागेंद्र राय का 23 वर्षीय पुत्र है। वह अपने मामा गांव चरपोखरी थाना के सोनबरसा गांव में रहता था। जहां उसकी मां शिक्षिका हैं।

युवक अपने रिश्तेदारी में सहार प्रखंड के गुलजारपुर गांव आया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 23 वर्षीय युवक रवि राज दिल्ली में डोमिनोस पिज्जा में कार्य करता था। लॉकडाउन के दरम्यान अपनी ननिहाल में मां के साथ रहता था।

फिलहाल कुछ दिनों से सहार प्रखंड के गुलजारपुर में रह रहा था। आज युवक सहार एटीएम से पैसे निकालने के लिए आया था। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तेज रफ्तार बोलेरो टक्कर के बाद अरवल की ओर जाते देखी गई।

मौके से मिले युवक के पैकेट से मोबाइल से उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है। खबर लिखे जाने तक युवक के परिजन का इंतजार है। सहार थानाध्यक्ष मनिन्द्र कुमार के अनुसार परिजनों के पहुंचने के बाद मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए आरा भेजा जाएगा।

भोजपुर में 107 साल पुरानी जैन लाइब्रेरी, जहां जाया करते थे बड़े-बड़े राजनेता और लेखक

आरा : भारत प्राचीन काल से लेकर आज तक ऐतिहासिक धरोहरों का अनूठा केंद्र रहा है. खासकर बिहार ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. इतिहास को संवारने में बिहार के भोजपुर जिले की भी बड़ी भूमिका रही है क्योंकि इस जिले ने भी कई ऐसी प्राचीन वस्तुओं को अपने आप में समाहित किया है, जो बहुत महत्वपूर्ण हैं. शहर के बीचों-बीच स्थिति 107 साल पुराने विशाल जैन सिद्धांत भवन में एक जैन ओरिएंटल लाइब्रेरी है, जो अपनी सुंदरता के लिए एक अलग पहचान रखती है. इस ऐतिहासिक लाइब्रेरी में संस्कृत, पाली, अंग्रेजी, गुजरती, मराठी, कन्नड़, तमिल, तेलगु आदि भाषाओं में प्रकाशित और हस्तलिखित किताबों का संग्रह है. लाइब्रेरी में मुद्रित ग्रन्थ जहां 25000 हैं, वहीं हस्तलिखित 8000 ग्रन्थ हैं।.

स्व देव कुमार जैन ने आरा जेल रोड पर करीब 107 साल पूर्व सन 1903 में एक भवन में सरस्वती भवन के नाम से एक लाइब्रेरी की स्थापना की थी| इस भवन के मुख्य द्वार पर माता सरस्वती की मूर्ति लगी थी| इस लाइब्रेरी की स्थापना के उद्देश्य हस्तलिखित किताबों, पांडुलिपियों, चित्रों तथा जैन साहित्य का संकलन करना था ताकि शहर और देश-विदेश के लोग यहाँ पर इतिहास और जैन साहित्य और धर्म के बारे में मूल जानकारी प्राप्त कर सके| पर बाद में इस लाइब्रेरी का नाम जैन सिद्धांत लाइब्रेरी कर दिया गया| इसमें देव कुमार जैन और अन्य लोगों की हस्तलिखित किताबों तथा चित्रों का संग्रह है| लाइब्रेरी में सचित्र जैन रामायण, सचित्र भक्ताम्बर समेत कई बहुमूल्य चित्र, ताम्र पत्र, ताड़ पत्र आदि जुटा कर रखे गए हैं।

भारत की आजादी के लगभग 3 दशक बाद इस लाइब्रेरी को मगध विश्वविद्यालय से डीके जैन ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीच्यूट के नाम से जोड़ दिया गया था. मगध यूनिवर्सिटी से अलग होकर जब एक नई यूनिवर्सिटी वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी बनी तो इस पुस्तकालय को इसी नयी यूनिवर्सिटी के साथ जोड़ दिया गया. स्थापना के लगभग 107 साल बाद भी इसमें हजारों पुस्तकें, दुर्लभ पांडुलिपियां, ताड़पत्रीय ग्रंथ, प्राचीन सिक्के, दुर्लभ पेंटिंग आदि उपलब्ध हैं।

जैन सिद्धांत भवन के संयुक्त सचिव प्रशांत कुमार जैन ने बताया कि स्व. जैन ने दक्षिण भारत में एक दिन किसी व्यक्ति को प्राचीन दुर्लभ ग्रंथों को बेचते हुए देखा था. उसी समय उनके मन में दुर्लभ ग्रथों के प्रति मोह जगा और उन्होंने उन दुर्लभ ग्रथों को खरीद लिया. उसके बाद से दुर्लभ ग्रंथों को संग्रह करने का सिलसिला शुरू हुआ. आज यहां पुस्तकों का बड़ा संग्रह है. पांडुलिपियों को बचाने या इसके संरक्षण के लिए जब कोई व्यवस्था नहीं थी तब देव कुमार बाबू ने 20वी शताब्दी की शुरुआत में ही इस पुस्तकालय की नींव रखी।

उस वक्त देव कुमार जी ने देखा था कि साउथ इंडिया में किलो के भाव में पाण्डुलिपियां बिक रही हैं और अंग्रेज उसे खरीद कर ले जा रहे हैं. तब जाकर उन्होंने जैसे-तैसे व्यवस्था कर इस लिब्ररेरी को खड़ा किया. ऐतिहासिक आरा शहर के बीचोबीच स्थित इस लाइब्रेरी में तकरीबन 10 हजार हस्तलिखित पाण्डुलिपियां हैं. 25 हजार बहुमूल्य किताबें हैं. इसके अतिरिक्त कई पेंटिंग भी उपलब्ध हैं. महत्वपूर्ण किताबों के अलावा जैन सिद्धांत संग्रहालय में सुबोध कुमार जैन की कलाकृतियां हैं. साथ ही विभिन्न शासकों के शासन काल के सिक्के हैं. इस लाइब्रेरी से डॉक्टर विंटवीच हर्मन, जेकाबी, प्रोफेसर डब्लू, नारमैन, ब्राउन, पंडित आचार्य चारुकृति के अलावा अनेक देशी-विदेशी विद्वानों का शोध है, जिससे कई शोधार्थी अब तक लाभान्वित हुए हैं. आर्थिक संकट के कारण जैन सिद्धांत भास्कर और जैना एंटीकेयरी का प्रकाशन 1999 से बंद है।

इस लाइब्रेरी में देश-विदेश के कई चर्चित व्यक्तियों को आगमन हुआ. इन लोगों ने इस लाइब्रेरी की काफी प्रशंसा की. प्रमुख व्यक्तियों में प्रसिद्ध विद्वान डॉ. हरमन जैकेबो, सर आशुतोष मुखर्जी, अवनीन्द्र नाथ टैगोर, रवीन्द्र नाथ टैगोर, महात्मा गांधी, पं. मदन मोहन मालवीय, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, डॉ. श्रीकृष्ण सिंह, डॉ. अनुग्रह नारायण सिंह, आचार्य शिवपूजन सहाय, आर. आर. दिवाकर, रामधारी सिंह “दिनकर’, डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा, विनोबा भावे, सर मिर्जा इस्माइल, डॉ. अमरनाथ झा, आचार्य बदरीनाथ वर्मा, मुनि कांति सागर वर्मा, सुचेता कृपलानी जैसे बड़े नाम शामिल हैं. सरकारी उदसीनता की शिकार इस लाइब्रेरी के लिए वो वक्त स्वर्णिम काल था, जब ये बड़ी हस्तियां यहां आया करती थीं।

प्रशांत कुमार जैन ने बताया कि किसी भी तरह की सरकारी आर्थिक सहायता नहीं मिलने से काफी परेशानी हो रही है. पुस्तकों के रख-रखाव में दिक्कतें आ रही हैं. लाइब्रेरी का विकास नहीं हो रहा है. शोध कार्य और कैटलॉग को कम्प्यूटरीकृत किया जाना चाहिए क्योंकि कागज पीले हो गए हैं. अब, दुर्लभ पांडुलिपियों, भवन विस्तार और शोधकर्ताओं के लिए बैठने की उचित व्यवस्था बनाए रखने के लिए हमें राज्य सरकार से उचित समर्थन और पैसे की आवश्यकता है. आपको एक और महत्वपूर्ण बात बता दें कि ये भवन तक़रीबन 100 सालों से साहित्य और साहित्य महारथियों के दान से चला रहा है।

गंगा में समा गई 800 एकड़ जमीन, करेंगे वोट बहिष्कार

आरा : भोजपुर जिले में बड़हरा प्रखंड के सोहरा पंचायत में गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण जमीन का कटाव शुरू हो गया है. पिछले कुछ सालों में लगभग 800 एकड़ जमीन गंगा में समा गयी है. 69 सालों से इस गांव के लोग बाढ़ का दंश झेल रहे हैं. इसके बावजूद सरकार की ओर से एहतियातन कोई भी कदम नहीं उठाया गया है. गंगा के जलस्तर में वृद्धि के बाद पटना सहित आसपास के कई जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. लेकिन तैयारियां वैसी नहीं हो पाई हैं, जैसी होनी चाहिए. आपदा विभाग की ओर से राहत एवं बचाव के लिए कोई भी ठोस उपाए अभी तक नहीं किये गए हैं. जिसके कारण लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है.अब लोगों ने मन बना लिया है कि इस बार विधानसभा चुनाव में अपनी भागीदारी नही देंगे और वोट का बहिष्कार करेंगे।

दरअसल गंगा नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने के कारण सोहरा पंचायत के लगभग आधा दर्जन गांव में बाढ़ का ख़तरा मंडरा रहा है. पानी के कारण जमीन का लगातार कटाव हो रहा है. पानी ऊपर की ओर छड़ रहा है. हेतमपुर, सोहरा, त्रिभुआनी, महुली, केवटिया और पदमिनिया गांव के लोग डर-डर के जी रहे हैं. सरकारी व्यवस्था और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ उनकी काफी शिकायतें हैं. लगभग 13000 की आबादी वाले इस इलाके के लोग इसबार के बिहार विधयनसभा चुनाव में सरकार को सबक सीखाने का मूड बना रहे हैं।

भोजपुर जिले में सोहरा पंचायत के हेतमपुर गांव में लगभग 2500 से 3000 लोग रहते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दशकों से लगभग 800 एकड़ उपजाऊ जमीन गंगा नदी के आगोश में समा गई. कई पीढ़ियों ने बाढ़ के संकट को देखा है. न जाने कितने खेत गंगा में विलीन हो गए. कई लोगों ने इसके दंश को झेला है. पिछले सालों में आई प्रलयकारी बाढ़ ने तो ग्रामीणों की जिंदगी बर्बाद कर दी।

बड़हरा प्रखंड में बलवा पंचायत के अचरज राय के टोला गांव में मंगलवार की सुबह से ही गंगा का पानी बढ़ रहा है. बाढ़ के पानी ने भी संकटावर शुरू कर दिया है. इस गांव के नजदीक 1 घंटे में लगभग 10 कट्ठा से ज्यादा जमीन गंगा में विलीन हो चुकी है. कटाव से 40 गज की दूरी पर पचरा जी रायका टोला गांव स्थित है, जहां बाढ़ की विभीषिका से लोग दहशत में हैं. इस भीषण कटाव को रोकने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई उपाय नहीं किया गया है।

हेतमपुर गांव में रहने वाले 55 साल के पंडित रमाकांत पांडेय बताते हैं कि हेतमपुर गांव में हर साल बाढ़ आती है. सालों से यह गांव बाढ़ का शिकार होता है. गांव की उपजाऊ जमीन और फसल नदी में समा जाते हैं. हेतमपुर की जनता बहुत कठिनाई में है. पिछले 69 साल से हर बार गांव में कटाव होता आ रहा है. यहां के ग्रामीणों को रहने के लिए घर की भी बहुत दिक्कत है. जनप्रतिनिधियों की ओर से मदद नहीं मिलने से इस बार जनता ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है. जो लोग हमें रहने के लिए घर नहीं दे सकते, ऐसे लोगों को वोट देने का क्या फ़ायदा है।

पूर्व मुखिया विजय प्रकाश सिंह ने बताया कि कई सालों से गांव में कटाव हो रहा है. सोहरा पंचायत के कई गांव गंगा नदी में समा गए. कटाव को रोकने के लिए जो उपाए किये गए हैं, वो कारगर नहीं हैं. इस इलाके में 13000 लोगों की आबादी है. लेकिन इसके बावजूद सरकार का ध्यान इन ग्रामीण इलाकों की और आकृष्ट नहीं होता है. इसबार मैं भी अपनी जनता के साथ हूँ।

गांव के एक स्टूडेंट मनीष पांडेय ने बताया कि गांव के लोग काफी मुश्किलों से गुजर रहे हैं. कई पीढ़ियों से लोग इस समस्या को देखते आ रहे हैं. चुनाव के समय स्थानीय नेता आते हैं, चुनाव जीतकर विधायक और सांसद बन जाते हैं लेकिन बाद में उन्हें जनता की बिलकुल भी फिक्र नहीं होती है. हेतमपुर सोहरा गांव के लोगों के साथ अनदेखी की जाती है. मनीष ने आगे बताया कि इसबार के चुनाव में गांव के लोगों ने वोट बहिष्कार का मूड बना लिया है. जो जनप्रतिनिधि जनता की नहीं सुनते, इसबार जनता उनकी नहीं सुनेगी।

बिजेंद्र सिंह ने बताया कि ग्रामीण घर से बेघर हो रहे हैं. सरकार की ओर से उनकी कोई मदद नहीं की जा रही है. जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण कोई सुनवाई नहीं होती है. गांव के उपजाऊ खेत नदी में समा गए. मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से कोई भी पहल नहीं की जा रही है. इसबार के चुनाव में हमलोग अपनी भागीदारी सुनिश्चित नहीं करेंगे. दो बार-तीन बार हमने घर बनाया लेकिन वो हर बार काल के गाल में समा जाता है.
60 वर्षीय देव कुमार सिंह बताते हैं कि बहुत हद तक जमीन का कटाव शुरू हो गया है. प्रशासन ने अपनी आंख बंद कर ली है. कोई भी विधायक या सांसद हमारी सुध लेने वाले नहीं है. इसबार के विधानसभा चुनाव में पूरा गांव वोट का बहिष्कार करेगा।

राजीव एन अग्रवाल

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