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22 अप्रैल : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

कोरोना सर्वे करने पहुंची मेडिकल टीम का कई जगहों पर हुआ विरोध

मधुबनी : वैश्विक महामारी बन चुके कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस को लेकर इन दिनों मधुबनी जिले के सभी प्रखंड, पंचायत, गाँव स्तर पर आशा कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ विभाग की टीम के द्वारा हर परिवार से अपडेट ले जा रही है, जिसमें बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी, बीमार लोगों की जानकारी इत्यादि जानकारी शामिल है।

इस बाबत जिले के भारत-नेपाल सीमा पर स्थित जयनगर प्रखंड क्षेत्रों में डोर-टू-डोर जाके मेडिकल टीम द्वारा सर्वे किया जा रहा है। इस दौरान प्रखंड के बल्डीहा, बेला, देवधा के लोगों का असहयोग बाधक बन रही है। लगातार दूसरे दिन स्थानीय लोगों ने मेडिकल सर्वे टीम को सर्वे नहीं करने दिया। व्यस्त कर्मियों द्वारा समझाने और जागरूक करने के बावजूद लोग कोरोना को लेकर सर्वे नहीं कराने दे रहा है। मंगलवार को भी मेडिकल टीम डोर-टू-डोर सर्वे करने के लिए जैसे ही बेला व बल्डीहा पहुंची लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। जबकि स्वास्थ्य विभाग सरकार के निर्देश के बाद कोरोना वायरस को लेकर घर घर सर्वे कर रहा है।

इस दौरान स्वास्थ्य कर्मी किसी भी घर में कोरोना संक्रमण जैसे लक्षण पाए जाते हैं, तो तत्काल व्यक्ति को जांच के लिए प्रेरित कर अस्पताल के क्वारंटाइन कर दिया जाता हैं। सर्वे करने के कार्य स्वास्थ्य कर्मी घर के सभी परिवार के सदस्यों का नाम बाहर से आने वाले सदस्यों का नाम व संख्या कोरोना संक्रमण जैसे लक्षण पाए गए सदस्यों की संख्या को नोट करते हैं। इसके अलावा दूसरे प्रदेश व विदेशी से आए लोगों की भी रिपोर्ट तैयार कर विभाग को सुपुत्र करते हैं, इसके बाद आवश्यक कदम उठाते हैं। स्वास्थ्य कर्मियों ने बेला व बल्डीहा में हुई विरोध की जानकारी प्रशासन को दी है। वहीं, जयनगर अनुमण्डल पदाधिकारी शंकर शरण ओमी ने बताया कि इस संबंध में अभी तक ऐसी कोई रिपोर्ट नही मिली हुई है। अगर ऐसा हो रहा है, तो जल्द ही जयनगर प्रखंड विकास पदाधिकारी से बात करके आवश्यक कदम उठाएंगे।

गैर-राशनकार्डधारी परिवारों को उपलब्ध कराई राशन

मधुबनी : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की तर्ज पर संचालित जागरूकता अभियान संस्था हरलाखी मधुबनी के द्वारा आज बुधवार को भी 30 जरूरतमंद परिवारों को राशन सामग्री उपलब्ध कराई गई एवं कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उन्हें जागरूक किया गया। इस संस्था की कार्यकारिणी अमीषा कुमारी,स्वेता कुमारी एवं गंगौर कृष्ण इंडिया निधि लिमिटेड के चेयरमैन कृष्ण कुमार,देवदत्त मिश्रा के सहयोग से यह काम हो रहा है।

वहीं, संस्था की संचालिका बिट्टू कुमारी मिश्रा का कहना है कि हम लोग लॉक डाउन के समय से ही अपने टीम के माध्यम से लोगों को जागरूक कर,मास्क साबुन वितरण एवं राशन सामान वितरण कर रहे हैं। हम लोगों का एक ही मकसद है की इस संक्रमण को हम हरा दे। अपने सकारात्मक प्रयासों से और इसीलिए हम लोग विभिन्न विभिन्न तरीकों के कार्य कर रहे हैं, जिसके माध्यम से समाज को सुविधा पहुंच रही है एवं जरूरतमंद लोग तक राशन पहुंच रही है। जिन लोगों को राशन कार्ड नहीं है, उन लोगों को भी हम लोग राशन का सामान उपलब्ध कराते है। हमारा प्रयास तब तक जारी रहेगा जब तक कि हम इस विपरीत परिस्थिति से जीत नहीं जाते।

बहार से आए लोगों को किया गया क्वारंटाइन

मधुबनी : जयनगर में नेपाल व नवादा से पैदल पहुंचे 34 लोगों को क्वारंटाइन किया गया। देवधा में भी नेपाल से आये पांच लोगों को क्वारंटाइन किया गया।मधुबनी जिला के भारत-नेपाल सीमा पर इस्तिथ जयनगर में नेपाल व नावादा से नेपाल जाने के लिए पहुंचे, जिसमें से सभी 34 लोगोंं को होम क्वारंटाइन में भर्ती कराया। जिसमें रविवार को पांच देवधा उत्तरी पंचायत के प्राथमिक मध्य विद्यालय क्वारंटाइन में भर्ती हुआ, तथा मंगलवार को 29 अस्पताल क्वारंटाइन में भर्ती हुआ है, जिसकी जांच चिकित्सक दल ने किया।

जानकारी देते हुए देवधा उत्तरी पंचायत के सरपंच सुजीत साह ने बताया कि होम क्वारंटाइन में भर्ती लोगो के लिए सुविधा का टोटा है। भर्ती लोगोंं के परिवार से खाना पहुंचाया जाता है, सरकारी स्तर से नही। वहीं, जयनगर बीडीओ चंदकांता कुमारी ने बताया कि मुखिया को क्वारंटाइन में भर्ती लोगों को भोजन की व्यवस्था का निर्देश दिया गया है, भर्ती लोगों को आवश्यक सुविधा बहाल है। उन्होंने कहा कि 29 लोगों को अस्पताल प्रबंधन द्वारा क्वारंटाइन किया गया है। यह सभी नेपाल निवासी है, जो नेपाल जा रहे थे।

जिसमें से नावादा जिले से 19 लोग पैदल ही नेपाल जाने के लिए पहुंचे जयनगर, जिसे प्रशासन ने बॉडर के समीप से पकड़कर अनुमंडल अस्पताल के नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र स्थित क्वारंटाइन में भर्ती करा दिया है। वहीं, जयनगर अनुमंडल अस्पताल के हेल्थ मनेजर अर्चना भट्ट ने बताया कि मंगलवार की सुबह 08 तथा शाम तक नावादा से 19 लोग पैदल पहुंचे थे, तथा 10 लोग नेपाल से जयनगर पहुंचे थे। सभी 29 लोगोंं को अस्पताल क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती कराया गया है।

लॉकडाउन में मिली थोड़ी छूट के बाद बेपरवाह हुए लोग

मधुबनी : वैश्विक महामारी बन चुके कोविड-19, नोवेल कोरोना कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन बढ़ाने का देश हित में निर्णय लिया है। इस बाबत जिस जगह कोरोना हॉटस्पॉट नहीं है या एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नही मिला है, उन जगहों पर एवं अन्य कई तरह की सेवाएं एवं व्यापार और दफ्तर खुलने में सशर्त कुछ छूटें दी गयी है। हालांकि इससे जीवन कुछ प्रभावित नही हो रहा था, पर छूट दो गयी हैं। ऐसे में लोग इसका फायदा भी उठा रहे हैं। कहीं तो लोग मील आवश्यक सेवा पास पर फर्जीवाड़ा कर उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में लोग सोशल डिस्टनसिंग के लिए बेपरवाह दिखाई दिए। खास करके सब्जी मंडी, मीट-मुर्गा-मछली की दुकानों पर लोग धज्जी उड़ा रहे हैं।

मधुबनी जिले के जयनगर अनुमंडल के देवधा थानाक्षेत्र के हाट पर सोशल डिस्टेसिंग से बेपरवाह दिखाई दिए लोग। प्रशासन के लाख सख्ती व मोनेटरिंग के बावजूद देवधा सब्जी हाट पर सोशल डिस्टेसिंग से बेपरवाह है लोग। सोमवार को सब्जी व मिट,मछली हाट पर लोग भीड़भाड़ में एक दूसरे से सटे खरीदारी में इस तरह मशगूल रहे,कि मानों कारोना संकट टल गया हो। लोग की बेपरवाही से एक भी भूल कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी संकट को बढ़ावा दे सकता है। वहीं, जयनगर सीओ संतोष कुमार ने बताया कि सोशल डिस्टेसिंग मेंटेनेंस को लेकर प्रशासन सख्त व अलर्ट है। सब्जी, मीट व मछली मंडी में मोनेटरिंग किया जा रहा है। लोगो व दूकानदारो को सोशल डिस्टेसिंग के लिए सख्त हिदायत दिया गया है। अगर ऐसा नही करते हुए पाए गए तो उन दुकानों पर करवाई की जाएगी।

150वीं जन्म दिवस याद किये गए लेनिन

मधुबनी : वैश्विक महामारी कोविड-19 नोवेल कोरोना वायरस को रोकने के लिए लोगों जागरूकता किया गया और पार्टी की मजबूती करने का संकल्प लिए भूषण सिंह(जयनगर प्रखंड सचिव,भाकपा माले) भाकपा(माले) के 51वें पार्टी स्थापना दिवस तथा विश्व सर्वहारा क्रांति के नायक कॉ० लेनिन के 150वां जन्मदिन पर सभा जयनगर बस्ती पंचायत खेत राजपूताना टोला में संकल्प सभा आयोजित किया गया।

इस अवसर पर पार्टी का झंडा तौलन कामरेड भूषण सिंह ने किया और कॉ० लेनिन की तस्वीर पर माला अर्पण कर सभा को संबोधित करते हुए प्रखंड सचिव भूषण सिंह ने कोरोना वायरस पर प्रकाश डालते हुए लोगों को उससे बचने की उपाय बताएं और बिना तैयारी के ही मोदी सरकार के द्वारा लॉक डाउन करने से देश के सामने स्वास्थ्य भोजन और जीविका का भीषण संकट खड़ा हो गया है। गरीब और प्रवासी मजदूर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।

लॉकडाउन के आड़ में पुलिसिया दमन तेज हो चुका है। इसे कड़ी निंदा करते हुए उस पर अंकुश लगाने तथा प्रवासी मजदूरों को लाने मनरेगा मजदूरों को भक्ता देने बिना राशन कार्ड धारियों व्यक्तियों को भी राशन मुहैया करने की मांग किए। इस सभा को चलितर पासवान, उपेंदर यादव, भोला पासवान, रामशरण राम, केवल मंडल, रामचंद्र यादव, सुभाष चौधरी, संजय पासवान ने सभा को संबोधित कर कॉ० लेनिन के तस्वीर पर माल्यार्पण कर संकल्प लिए।

राशन वितरण में गड़बड़ी पर वरीय समाहर्ता ने कार्रवाई के दिए संकेत

मधुबनी : जिला पदाधिकारी डॉ० निलेश रामचंद्र देवरे के निर्देशानुसार वरीय समाहर्ता किशोर कुमार एवं बिस्फी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अहमर अबदाली, सीओ प्रभात कुमार के द्वारा प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतो के जन वितरण प्रणाली की कई दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान प्रखंड क्षेत्र के रघौली, जगवन, कटैया, बलहा समेत कई अनाज डीलरों के दुकानों का स्टॉक, रजिस्टर, एवं वितरण कर रहे विक्रेताओं की औचक निरीक्षण किया।

बताया गया कि इस दौरान प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अहमर अबदाली ने अप्रैल महीने के साथ ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत राशन कार्ड धारियों को निःशुल्क में मिल रहे पांच किलो चावल के संबंध में जन वितरण प्रणाली की दुकानों पर मौजूद लाभार्थियों एवं डीलरों से गहन पूछताछ की गई।
उन्होंने डीलरों को सख्त लैहजे में निर्देशित किया कि यदि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न वैश्विक संकट के समय में अप्रैल महीने के साथ ही पीएम गरीब कल्याण योजना के अनाज वितरण में लाभुकों के साथ किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बरती गई तो सीधे कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत लाभार्थियों को निशुल्क में दिए जा रहे अनाज की गहन जांच की औचक निरीक्षण के पश्चात उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने के साथ ही पीएम गरीब कल्याण योजना के वितरण मे डीलरों द्वारा गड़बड़ी बरते जाने की बात उजागर हुई तो कार्रवाई कर लाइसेंस रद्द होने से कोई नहीं बचा सकता हैं। इस मौके पर एमओ दिनेशधारी सिंह, बिस्फी थानाध्यक्ष उमेश कुमार पासवान, पतौना थानाध्यक्ष विजय पासवान समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।

22 हजार जीविका दीदियों को मिला राशनकार्ड बनवाने का जिम्मा

मधुबनी : कोरोना महामारी को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों के राशनकार्ड बनवाने को लेकर काफी भीड़ उमड़ पड़ी है। वंचित राशनकार्डधारी जो वर्ष 17 में आवेदन कर चुके है, तथा जिसका पुर्व के राशनकार्ड है। पर डीलरों द्वारा यह कहकर वापस कर देते है, कि उनका नाम लिंकअप नहीं हुआ है, उनलोगों में भटकन की स्थिति कायम है।

वहीं, जयनगर शहर के मकड़ीटोल के गुलाब देवी,सुनीता देवी समेत दर्जन भर महिला राशनकार्ड बनवाने को लेकर इस लॉकडाउन में ब्लाक कार्यालय पहुंची, जिसे बाद में समझाकर वापस भेज दिया गया। कमोवेश ग्रामीण इलाकों में इसतरह की स्थिति है। जीविका के बीपीएम अनिल चौधरी ने बताया कि प्रखंड के जीविका समूहों के करीब 22 हजार दीदियों को पंचायतों में वंचित राशनकार्ड बनवाने वालो से प्रपत्र 1 भरवाने की पहल शुरू कर दी है, जिसे जिला को भेजा जाऐगा। दीदियों द्वारा अब तक बनाये गये 15 हजार मास्क को बीडीओ को सौप दिया है। मास्क व सेनेटाईजर बीडीओ स्तर से वितरण होगी।

वहीं, बीडीओ चंद्रकांता कुमारी ने बताया कि मास्क को विभिन्न पंचायतों के विकास मित्र व पंचायत सचिव द्वारा वितरण कराया गया। इसके अलावे पुलिस,एसएसबी,अस्पताल तथा अपने स्तर से वितरण किया जा रहा है। वहीं, सेनेटाईजर पंचायत के मुखिया द्वारा पंचम वित्त मद से खरीदकर वितरण किया जाऐगा।

लॉकडाउन में मिले पास का फर्जीवाड़े की आशंका

मधुबनी : वैश्विक महामारी के इस कठिन दौर में भी लोग अपना उल्लू सीधा करने और फर्जीवाड़े से बाज नहीं आ रहे। वाहनों को सरपट सड़क पर दौड़ाने के लिए नई-नई तरकीब लोग विकसित कर रहे हैं। कई लोग कंप्यूटर से अनधिकृत रूप से अनिवार्य सेवा की पर्ची निकाल बाइक को सरपट दौड़ा रहे।

मालूम हो कि लॉकडाउन के बाद से जिले की सीमा को सील कर दिया गया है। जिला में प्रवेश करने वाले वाहनों व व्यक्तियों की जानकारियां इकट्ठी करने के लिए पोस्ट बना दिया गया। चेक पोस्टों पर पदाधिकारी इस बात के लिए लगे रहते हैं कि लॉकडाउन का उल्लंघन ना हो। सरकारी आदेशानुसार किसी भी प्रकार की अनिवार्य सेवा के लिए भी वैसी ही गाड़यिां सड़कों पर चलेंगे जिन्हें प्रशासनिक आदेश पत्र प्राप्त रहेगा। ऐसे में सड़कों पर बेवजह निकलने वाले वाहनों की संख्या में कमी तो आई है। सड़कों पर आने जाने वाले ट्रकों और कुछ पिकअप को प्रशासनिक अनुमति पत्र मिले हैं। ये अपने वाहनों के आगे शीशा पर चिपका कर निकल रहे हैं। वैसे वाहन चालक अनुमति पत्र साथ में लेकर चल भी रहे हैं। प्रशासनिक व मेडिकल टीम भी अनुमति पत्र के साथ वाहन लेकर निकल रही हैं। फिर भी सड़कों पर ऑटो रिक्शा, पिकअप व मोटर साइकिल समेत अन्य निजी वाहन धड़ल्ले से आ जा रहे हैं। उन्हें किसी भी प्रकार का अनुमति पत्र नहीं है।

प्रखंड क्षेत्र के सकरी बाजार, एनएच-57 पर मोहन बढ़यिा पंडौल हाई स्कूल चौक, पंडौल मुख्य मार्ग पर बलहा स्थित चेक पोस्ट पर पुलिस वाहन जांच भी कर रही है। यहां यह बात सामने आ रही कि दोपहिया समेत अन्य निजी वाहनों पर लोग कंप्यूटराइज कागज चिपका रहे। इसपर अनिवार्य सेवा या आवश्यक सेवा अथवा फॉर एसेंशियल कोविड- 19 लिखा कागज वाहनों के वाइजर पर व ऑटो, मैजिक समेत अन्य वाहनों के शीशा पर लगा रहता है। यहां तक कि सकरी, सरिसब पाही, पंडौल, भगवतीपुर हरिपुर समेत अन्य चौक चौराहों पर दर्जनों ऐसे कागज लगे मोटरसाइकिल से युवक मटरगश्ती करते दिख जाते हैं। उन्हें किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं है। इस तरह से धूल झोंककर वे लॉडाउन का उल्लंघन कर रहे। इस संबंध में पंडौल थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि पंडौल हाई स्कूल चौक व बलहा चौक पर बने चेक पोस्टों पर उनके पदाधिकारी इस तरह के वाहनों को रोक जांच पड़ताल कर जुर्माना कर रहे हैं। सकरी थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि सकरी चौक व मोहनबढ़यिाम में बने चेक पोस्टों पर इस तरह के वाहनों के आने जाने की जानकारी मिली है। सख्त निर्देश दिया गया है कि वह चेक पोस्टों पर गुजरने वाले सभी प्रकार के वाहनों को रोके वह जांच करें। बिना अनुमति पत्र वाले वाहनों को पकड़ विधि सम्मत कार्रवाई करें तथा उन्हें जुर्माना भी करें।

एक मार्च के बाद घर लौटे लोगों का हो रहा सर्वे

मधुबनी : लॉकडाउन की अवधि में विदेश और देश के विभिन्न महानगरों से एक मार्च के बाद अपने गांव पहुंचे लोगों की जांच को लेकर घरों का डोर-टू-डोर सर्वे किया जा रहा है। प्लस पोलियो अभियान के तर्ज पर जिले के उन गांव का सर्वे करवाया जा रहा है, जिस गांव में विदेश से कोई व्यक्ति लौट के आया हो। ताकि उन गांव के सभी व्यक्तियों का स्वास्थ्य जांच करवाया जा सके। दो सदस्यीय सर्वे टीम में एक आंगनवाड़ी सेविका और एक आशा को शामिल किया गया है। सर्वे दल की देख-रेख एवं उनके द्वारा किए जा रहे सर्वे का पर्यवेक्षण हेतु सुपरवाईजर की भी प्रतिनियुक्ति की गयी है। सर्वे टीम को प्रत्येक घरों का 2 बार सर्वे करने का निदेश दिया गया है, तथा दोनों सर्वे में 5 दिन का अंतर रखने को कहा गया है। मधुबनी जिले में कल तक कुल 1,16,415 घरों एवं 5,57,732 लोगों की स्क्रीनिंग इस सर्वे के तहत की जा चूकी है।

जिले में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों का लिया गया जायज़ा

मधुबनी : कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए क्वारंटाइन एक आवश्यक कदम है। COVID-19 से बचाव एवं संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से बाहर से मधुबनी जिले में आए लोगों को 14 दिनों के लिए पंचायत स्तर पर बने क्वारंटाइन सेन्टरों में रखा गया है।जहाँ उन लोगों के स्वास्थ्य की सतत स्क्रीनिंग मेडिकल विभाग के टीमों द्वारा किया जाता है। आज हुद्वार को इसी कड़ी में बाहर से आये व्यक्ति जो होम क्वारंटाइन में हैं तथा जो पंचायत स्तर पर निर्मित क्वारंटाइन सेंटर, मध्य विद्यालय कोरियापट्टी लखनौर में रह रहे हैं उन सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण MOIC लखनौर एवं उनकी टीम के द्वारा की गयी। जिला प्रशासन लोगों से अपील करते हुए लोगों से कह रही है कि आपको क्वारंटाइन सेन्टरों में रखने का उद्देश्य ‘आपको और आपके अपनों की रक्षा करना है।

सुमित राउत