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नवादा बिहार अपडेट

21 अप्रैल : नवादा की मुख्य ख़बरें

आश्रित को उपलब्ध करायी अनुग्रह राशि

नवादा : जिले के रोह प्रखंड पी0एच0सी0 में कार्यरत महिला आशाकर्मी इन्दु कुमारी जिनका कोरोना के इस महामारी के समय घर-घर जाकर सर्वेकार्य के दौरान 20.अप्रैल को सांप काट लेने के उपरांत सदर अस्पताल नवादा में मृत्यु हो गई। मृत्यु की खबर सुनते ही जिला प्रशासन की ओर से तत्परता दिखाते हुए जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा द्वारा मृतक के आश्रित श्री कमलेश कुमार पाण्डेय (मृतक के पति) ग्राम़पो0-महरावॉ, पंचायत मड़रा प्रखंड-रोह को आपदा अनुदान की राशि तुरंत भुगतान करने का आदेश दिया गया। प्राप्त आदेश के अनुपालन में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, रोह एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पी0एच0सी रोह के समक्ष अंचलाधिकारी श्यामचंद्र प्रसाद के द्वारा चेक के माध्यम से 20.अप्रैल को ही मो0 4,00,000त्र00 (चार लाख)रूपये की राशि मृतक के आश्रित पति- कमलेश कुमार पाण्डेय को उनके घर जाकर दिया गया।

लॉकडाउन : बालू लदा ट्रैक्टर जब्त

नवादा : जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के पंचाने नदी सेअबैध तरीके से बालू का उठाव को लेकर नारदीगंज पुलिस ने ट्रैक्टर चालक व मालिक के विरूद्ध कार्रवाई किया। थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि पंचाने नदी से अवैध तरीके से बालू का आये दिन ट्रैक्टर से उठाव किया जा रहा है।सूचना के आधार पर मंगलवार की सुबह में नदी से बालू का उठाव कर ले जा रहे टै्रक्टर को जब्त किया गया। जब्त वाहन ब्लू रंग का सोनालिका है,उक्त गाड़ी भागलपुर निवासी दामोदर चौहान की है। इसकी सूचना माइनिंग विभाग को दिया गया है,माइनिंग विभाग के द्वारा अग्रेतर कार्रवाई किया जा रहा है।

मछली मारने में शारीरिक दूरी का नहीं हो रहा पालन

नवादा : जिले के नारदीगंज स्थित पंचाने नदी में कुछ लोग मछली मारने में लगे हुए है । पंचाने नदी पर बने पुल के समीप यह नजारा मंगलवार को देखने को मिला है ।मछली मारने में लोगो की भीड बनी हुई,जो खुलेआम लॉकडाउन का उल्लघंन करते दिख रहे है ।जबकि सरकार व जिला प्रशासन ने शारीरिक दूरी को अनुपालन करने के लिए लोगों से अपील किया है,वावजूद लोग इससे पर ध्यान देने से वाज आ रहे है,जो संक्रमण फैलने के खतरे को संकेत दे रहे है।
देश में कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन अगामी 3 मई तक रहेगा। इस संबंध में थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने बताया कि सूचना मिली है । त्वरित कार्रवाई के लिये पुलिस बल को भेजा गया है ।

खाद्यान्न कालाबाजारी के मामले में पीडीएस विक्रेता को भेजा गया जेल

नवादा : जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के बलवापर निवासी पीडीएस विक्रेता विशेश्वर प्रसाद को खाद्यान्न कालाबाजारी के मामले में मंगलवार को जेल भेज दिया गया। थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने दिया बताया कि प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी मो0 एहसान करीम के आवेदन पर आवश्यक बस्तु अधिनियम की धारा 7 ईसी के तहत डीलर के विरू़द्ध मामला दर्ज किया गया है। जिसका कांड संख्या93/2020 है । दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि सोमवार को तकरीबन 4 बजे भूमि सुधार उपसमाहर्ता बीरेन्द्रकुमार ने दूरभाष पर सूचना दिया। सूचना के आधार पर बलवा पर गांव स्थित डीलर विशेश्वर प्रसाद की जनवितरण प्रणाली की दुकान पर पहुंचे। उसका दुकान का लाईसेससंख्या 30/2007 है । दुकान के जाचं के दौरान पाया गया कि विक्रेता के माध्यम से जनवितरण प्रणाली दुकान से संबंधित खाद्यान्न की कालाबाजारी के लिए 50 बोरा चावल(25 क्विंटल) गेहूं 14 बोरा ( 07 क्विंटल) के अलावा प्लास्टिक के गैलन में 200 लीटर किरोसीन तेल रखा हुआ था, इसके अलावा स्टॉक पंजी 3 अदद व वितरण पंजी 1अदद को विक्रय स्थल पर पाया गया। जिसकी जब्ती सूची बनाकरआवेदन के साथ संलग्न किया गया है।
स्वतंत्र गवाह ग्रामीण बीरेन्द्र कुमार व पन्नालाल ने स्वेच्छा से अपना हस्ताक्षर बनाये है । सभी जब्त समान को बरियो निवासी डीलर जगदेव प्रसाद को जिम्मेनामें पर सौंपा गयाहै। अतएव विक्रेता विशेश्वर प्रसाद पर आवश्यक बस्तु अधिनियमकी धारा 7ईसी के तहत प्राथमिकी दर्ज किया जाय। उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार को ग्रामीणों ने उक्त डीलर के विरूद्ध प्रखंड प्रभारी सह भूमि सुधार उप समाहर्ता से शिकायत किया था। शिकायत के आलोक में जांच में मामला सत्य पाया गया था।

सिरदला में दो पक्षों के बीच झड़प में पांच जख्मी

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के दो गांवों के बीच हुई झड़प में पांच लोग जख्मी हो गए । जख्मी को ईलाज के लिये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है । मौके पर अनुमंडल के वरीय पदाधिकारी कैंप कर रहे हैं । बताया जाता है कि परतापुर गांव की कुछ अल्पसंख्यक समुदाय की लङकियां कजपुरा गांव से होकर वापस घर लौट रही थी। इस क्रम में कजपुरा गांव के कुछ शरारती तत्व के लङकों ने फब्तियां कसी जिससे वह नाराज हो सूचना मोबाइल से गांव वालों को दी।

देखते देखते दोनों गांव के लोग आपस में भीङ गये तथा मारपीट हो गयी । मारपीट की घटना में दोनों पक्षों के पांच लोग जख्मी हो गए । जख्मी को ईलाज के लिये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया । सूचना के आलोक में थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्र समेत रजौली एसडीएम चन्द्रशेखर आजाद, एसडीपीओ संजय कुमार, पुलिस निरीक्षक रजौली विशेष बल के साथ पहुंच मोर्चा संभाला है । फिलहाल पुलिस कैम्प कर रही है । स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताया गया है ।

डीएम ने फरहा गांव मे चल रहे कोविड-19 सर्वे का किया निरीक्षण

नवादा : कोरोना वायरस महामारी को लेकर जिले में घर-घर सर्वे एवं स्क्रीनिग का कार्य शुरू किया गया है । नवादा में पॉजिटिव मरीज मामले पाए जाने के बाद अकबरपुर प्रखंड के विभिन्न गांवों में गुरुवार से ही अभियान चल रहा है। इस अभियान को पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर घर-घर जाकर कोरोना संदिग्धों की खोज की जा रही है। आशा, आंगनबाड़ी सेविका, नर्स तथा स्वास्थ्य उत्प्रेरक की टीमें सर्वे कार्य में जुटी हैं। डीएम यशपाल मीणा ने मंगलवार को अकबरपुर प्रखंड फरहा गांव पहुंचकर निरीक्षण किया। सर्वे टीम के सदस्यों से जानकारी ली। सभी को बेहतर तरीके से कार्य करने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान एक भी घर छूटना नहीं चाहिए। प्रत्येक घर में जाकर लोगों से जानकारी ली जाय। कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिग व टेस्टिग सुनिश्चित कराई जाए। मौके पर डीडीसी विकास वैभव, डब्ल्यूएचओ एस एम ओ यूनिसेफ से एसएमसी एवं प्रखंड यूनिसेफ से नवीन कुमार पांडे मौजूद थे।

लॉकडाउन : सदर अस्पताल में ब्लड की कोई कमी नहीं

नवादा : कोरोना महामारी से बचाव को लेकर पूरे देश में सरकार की ओर से लॉकडाउन किया गया है। आमजनों को घर से बाहर नहीं निकलने की सख्त हिदायत दी गई है। साथ ही लॉकडाउन के नियमों का पालन करने का निर्देश जारी किया गया है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए सदर अस्पताल नवादा प्रबंधन की ओर से अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को किसी तरह की परेशानी हो, इसपर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रबंधन की ओर से ब्लड बैंक में पर्याप्त ब्लड की व्यवस्था की गई। यहां से जरूरतमंद मरीजों को आसानी से ब्लड उपलब्ध हो रहा है।

बता दें कि जिलास्तर पर सदर अस्पताल में मात्र एक ब्लड बैंक की व्यवस्था है। जिससे अस्पताल आने वाले जरूरतमंद मरीजों को ब्लड उपलब्ध कराया जाता है। लॉकडाउन के बीच अस्पताल आने वाले प्रसव या दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को मुफ्त में ब्लड उपलब्ध कराया जा रहा है। ब्लड उपलब्ध कराने में अभी एक शर्त को हटा दिया गया है। पहले जिस व्यक्ति को खून की जरूरत होती थी, उस व्यक्ति के परिजन से उतना यूनिट ब्लड लिया जाता था।
फिलहाल इस शर्त के बगैर जरूरतमंद लोगों को ब्लड उपलब्ध कराया जा रहा है। सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में मरीजों के लिए ब्लड की कोई कमी नहीं है।

40 यूनिट ब्लड है उपलब्ध

सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में कार्यरत फार्मासिस्ट कृष्णनंदन कुमार ने बताया कि अस्पताल आने वाले जरूरतमंद मरीजों को ब्लड दिया जा रहा है।
फिलहाल ब्लड बैंक में अलग-अलग ग्रुप का 40 यूनिट ब्लड उपलब्ध है। प्रसव व दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को खून की जरूरत पड़ने पर जरूरत के मुताबिक दिया जा रहा है। और एक्सचेंज की शर्त बगैर मरीजों को ब्लड उपलब्ध कराया जा रहा है। मरीजों को खून के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ रहा है।

कहते हैं अधिकारी

सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में जरूरतमंद मरीजों के लिए ब्लड की कोई कमी नहीं है। अस्पताल आने वाले प्रसव व दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को जरूरत के मुताबिक ब्लड उपलब्ध कराया जा रहा है। मरीजों को खून की जरूरत पड़ने पर इधर-उधर भटकना नहीं पड़े, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। लॉकडाउन में जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त में ब्लड दिया जा रहा है। साथ ही अस्पताल आने वाले मरीजों को इलाज की समुचित सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, डॉ.मनोज कुमार, प्रभारी, सदर अस्पताल ब्लड बैंक नवादा।

किस ग्रुप का कितना है ब्लड :

ग्रुप का नाम यूनिट
ए पॉजिटिव 01
एबी पॉजिटिव 01
ओ निगेटिव 02
बी पॉजिटिव 19
ओ पॉजिटिव 17
कुल- 40

लॉकडाउन : प्रति दिन जंगलों से काटे जा रहे हरे भरे पेड़

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली के जंगलों में इन दिनों हरे पेड़ों की कटाई वन माफिया द्वारा जमकर की जा रही है। पुलिस-प्रशासन और वन विभाग का ध्यान इस ओर नहीं हैं। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से जंगल में बड़े पेड़ पूरी तरह समाप्त होने के कगार पर हैं।
वन माफिया के खिलाफ अपेक्षित कार्रवाई नहीं हो पाने से माफिया में खौफ नहीं हैं। दिन में पेड़ों की कटाई की जाती है और रात में ट्रैक्टर ट्रॉली के जरिए रजौली में लाकर आरा मिल संचालकों को बेचा जाता है।

शहर में संचालित आरा मशीनें

रजौली में मछली पट्टी रोड, सती स्थान, जगजीवन मोहलला, मुरहेना सहित अन्य जगहों पर आरा मशीन संचालित हो रही हैं। पूरी तरह अवैध आरा मिलों को बंद नहीं कराया गया है।
ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि माफिया को विभाग के कर्मियों का ही संरक्षण होता है। आलम ये रजौली चेकपोस्ट के सामने से लकड़ी लेकर ट्रैक्टर गुजरता है और रोक-टोक नहीं होती है।

लकड़ी काटने से जंगल के अस्तित्व पर संकट

रजौली मुख्यालय में जंगल से लगातार लकड़ी की कटाई हो रही है। जलावन के अलावा दूसरे कार्यों के लिए भी रोजाना जंगल से लकड़ी काटकर बेचने का काम किया जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा जंगल बचाने के लिए कोई भी पहले नहीं किए जाने से जंगल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव की अधिकतर महिलाएं जीविकोपार्जन के लिए रोजाना लकड़ी काटकर जलावन के लिए रजौली बाजार में ले जाकर बेचने का काम करती हैं। कुछ ग्रामीणों द्वारा लगातार जंगल से लकड़ी काटने की सूचना वन प्रमंडल पदाधिकारी नवादा को दी गई। पदाधिकारी के निर्देश पर लकड़ी कटाई मामले की जांच करने का जिम्मा रजौली के रेंजर विवेकानंद स्वामी को दिया गया। जांच के बाद भी जंगलों में हरे लकड़ी की कटाई पर अंकुश नहीं लग पाई है। जिससे आने वाले समय में काफी नुकसान हो सकता है।

कहते हैं रेंजर

जंगलों में लकड़ी काटने की सूचना पर लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। किसी भी कीमत पर वन माफिया को बख्शा नहीं जाएगा, विवेकानंद स्वामी, रेंजर, रजौली।

सुर्खियों में रहने वाले एसडीओ क्या गड़बड़ी करनेवाले पीडीएस विक्रेता पर करंगे कार्रवाई?

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली अनुमंडल एसडीएम चन्द्रशेखर आजाद को रूटीन कार्यों से अलग हटकर समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के काम ने विशिष्ट पहचान दी है। बाल श्रम, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करने की दिशा में उनके द्वारा अनुमंडल क्षेत्र में चलाई गई मुहिम का असर दिखता है। इसके लिए हर स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया हुआ है। नियंत्रण व मॉनीटरिग स्वयं एसडीएम करते हैं।
इन क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्यों के लिए ही एसडीएम को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2 अक्टूबर 2018 को सम्मानित कर चुके हैं। बाल विवाह और दहेज प्रथा के प्रति लोगों को जागरूक करने व मुहिम को गांव-गांव तक पहुंचाने को लेकर इन्हें सम्मानित किया गया था।

हाल के दिनों में ही एसडीओ ने रजौली प्रखंड के हरदिया पंचायत की फुलवरिया डैम के उस पार निवास कर रहे सैकड़ों परिवारों की सुविधा के लिए जन वितरण की अस्थाई दुकान डेलवा में खुलवा दिया। आजादी के बाद से लोग इसके इंतजार में थे। निष्पक्ष कार्यशैली इन्हें विवादों से दूर रखता है। एसडीओ कहते हैं कि रजौली अनुमंडल में पदभार ग्रहण करने के वक्त ही लोगों को उनका हक दिलाना, उनकी समस्या का त्वरित निष्पादन करना, हमेशा निष्पक्ष भाव से काम करने का संकल्प था।

बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को अनुमंडल से पूरी तरह से मुक्त करना है इसको लेकर भी हमने कई स्तर पर टीम बनाई है।  सभी अधिकारी को यह हमेशा कहते हैं कि जनता से दूरी नहीं बल्कि नजदीकी बनाकर काम करें ताकि उनका विश्वास प्रशासन की ओर होगा। उनके सहयोग से हम लोग सभी विकास के कार्य को शत-प्रतिशत धरातल पर उतार सकते हैं। अब सबकी नजरें राजद विधायक के दो चचेरे भाई पीडीएस बिक्रेता द्वारा की जा रही खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी पाए जाने के बाद किये जाने वाले कार्रवाई पर टिकी है। इसमें ये कितना खरा उतरते हैं इस पर सबकी नजरें टिकी है।

लॉकडाउन में ढील के नाम पर बाजार में बढी भीङ

नवादा : लॉकडाउन में थोड़ी सी रियायत को कुछ लोगों ने पूरी तरह ढील समझ बाजारों की ओर रूख कर गए। ऐसे में नवादा सहित जिले के तमाम शहरों-बाजारों में पूर्व की अपेक्षा मंगलवार को भीड़-भाड़ ज्यादा दिखी।
हालांकि, यहां पहुंचे लोगों को तब झटका लगा जब उन्हें संबंधित कार्यालयों में प्रवेश नहीं दिया गया। कुछ इलाके में बने चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों ने रोका और वापस कर दिया, फिर भी दूसरे मार्ग से लोग बाजार पहुंच ही गए।
प्राय: सरकारी कार्यालयों व बाजार में दुकानों के आसपास सुबह से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। लेकिन सभी निराश होकर लौटे। दरअसल, लोग यह समझ नहीं पाए थे कि सरकार ढील दी है तो कुछ खास सेक्टर के लिए।
वैसे खाद-बीज की दुकानें जहां-तहां खुली तो किसानों ने खरीदारी की। भीड़-भाड़ में शामिल लोग शारीरिक दूरी बनाए नहीं दिखे। मुंह पर मास्क भी नहीं था।

वारिसलीगंज में लॉकडाउन का हुआ उल्लंघन :

लॉकडाउन में थोड़ी सी रियायत क्या मिली सड़कों पर भीड़ बढ़ गई। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन व मास्क लगाए लोगों की संख्या कम ही रही।  सोमवार के बाद मंगलवार को भी वारिसलीगंज बाजार में आम दिनों की तरह भीड़ भाड़ देखी गई। बड़े बैंक शाखाओं के अंदर को छोड़ कहीं भी शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया गया। आलम ये वारिसलीगंज बाजार में धीरे धीरे सभी प्रकार की दुकानें खुलने लगी है। हालांकि होटल और चाय पान की दुकान तो नहीं परंतु कुछ कपड़े, श्रृंगार और जूते चप्पल के दुकानदार आधे दरवाजे को खोल कर अपने सामानों की बिक्री करते देखे गए। कुछ कपड़िया तो पांच छह की संख्या में रहे ग्राहकों को दुकान के अंदर घुसाकर दरवाजा बंद करके सामान बेचते देखे गए।
लॉक डाउन में ढील के बाद कुछ बिगड़ैल किस्म के युवक बेवजह सड़कों पर बाइक दौड़ाकर लॉकडाउन का उल्लंघन करने में अपना सम्मान समझते देखे गए।

रही बात बैंकों की तो बाजार के सभी सीएसपी और बैंक शाखा के बाजार सैकड़ों लोग आपस में बिना दूरी बनाए आपाधापी करने में जुटे दिखे। देहाती क्षेत्र से ऑटो एवं मैजिक वाहन एवं ट्रकों को भी सड़कों पर दौड़ते देखा गया। नगर क्षेत्र के सभी कोचिग संस्थानों को संचालकों ने बंद रखकर लॉक डाउन का पालन किया।

तुंगी और मंझवे के बाजार में लॉकडाउन की उड़ीं धज्जियां

नवादा : जिले के हिसुआ प्रखंड के तुंगी एवं मंझवे बाजार में सोमवार को लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई गई। उक्त दोनों बाजार में सैलून, कपड़ा, रेडीमेड, होटल, चाय ,नाश्ते की दुकान इलेक्ट्रॉनिक सहित अन्य दुकान पूर्व की भांति सोमवार को खुल गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कहा गया था कि 20 अप्रैल को समीक्षा के बाद लोग डाउन में कुछ ढील दी जाएगी उनके निर्देशानुसार प्रत्येक राज्य के जिले को तीन समूह रेड, ऑरेंज एंड ग्रीन जोन में बांटा गया था। ग्रीन जोन वाले जिला में कृषि संबंधित कार्यों को पूर्णता छूट दी गई थी तथा उसके तहत आने वाले खाद बीज की की दुकानों को भी खुले रहने का आदेश दिया था।

फूड प्रोसेसिग वाले उद्योग धंधे वाले कंपनी को अंदर रहकर हीं मजदूरों को फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए काम करने कि सलाह दी गई थी। जबकि रेड एवं ऑरेंज जोन में पड़ने वाले जिलों में किसी भी प्रकार कि छूट की इजाजत नहीं है। नवादा जिला फिलहाल ग्रीन जोन में नहीं है, बावजूद तुंगी एवं मंझवे बाजार पूर्व कि भांति खुला रहा। इस संदर्भ में प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ. मृत्युंजय कुमार एवं सीओ नीतेश कुमार ने कहा कि अपने स्तर दोनों बाजार कि जांच कर दुकानें खुली रहने पर संबंधित दुकानदारों के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

सरकारी कार्यालय खुल रहे, लेकिन जनता के लिए कायम है लक्ष्मण रेखा

नवादा : जिले में सोमवार से सरकारी दफ्तरों का सन्नाटा टूटा है , मंगलवार को लॉकडाउन के दूसरे चरण के आठवें दिन भी जिले के सभी सरकारी दफ्तरों में कर्मियों का पहुंचने का सिलसिला जारी रहा । सरकार का निर्देश है कि एक तिहाई कर्मी ही रोस्टर के अनुसार ड्यूटी पर आएंगे। ऐसे में कर्मियों की पूरी उपस्थिति कार्यालयों में नहीं दिखी। कर्मी तो पहुंचे थे, लेकिन आम पब्लिक की उपस्थिति नहीं दिखी। वजह, अब भी जनता का प्रवेश सरकारी दफ्तरों में निषेध ही है।

जिन कार्यालयों में काम-काज शुरू किया गया है, वहां कर्मचारी कार्यालय के लंबित व जरूरी कार्यों का ही निपटारा करते दिखे। श्रम विभाग, नगर परिषद, जिला परिषद, परिवहन, एमवीआइ, खनन विभाग आदि का कार्यालय एक ही परिसर में संचालित है। इन दफ्तरों के ताले खुले दिखे। कर्मी भी पहुंचे थे, लेकिन काम काज की रफ्तार मंद थी।

जिला परिवहन कार्यालय के वरीय सहायक अनिल कुमार से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि फिलहाल कार्यालय अंदरूनी काम ही निष्पादित किया जा रहा है। आमलोगों के लिए कार्यालय नहीं खुला है। एक ट्रक ऑनर के वाहन का टैक्स लॉकडाउन की अवधि में जमा नहीं हो सका था। वे टैक्स जमा कराना चाहते हैं। लेकिन बताया गया कि फिलहाल यह काम नहीं हो रहा है। लॉकडाउन अर्थात 3 मई तक यह संभव नहीं है। ट्रक ऑनर को पेनाल्टी लगने का भय सता रहा है। वैसे विभाग द्वारा इतना जरूर आश्वस्त किया गया कि लॉकडाउन की अवधि में जिनका टैक्स फेल हुआ है उन्हें पेनाल्टी नहीं देना होगा।

हां, लॉकडाउन शुरू होने के पूर्व जिनका टैक्स फेल हुआ है, उन्हें पेनाल्टी देना पड़ेगा। पास के खनन विभाग कार्यालय पहुंचने पर अधिकारी व दो डाटा ऑपरेटर मिले। बताया कि कोई काम पब्लिक के लिए शुरू नहीं हुआ है। वैसे कोई लोग पहुंचे भी नहीं है। कमोवेश यही हाल अन्य दफ्तरों का भी रहा।  सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाले कार्यालर्यो में शामिल शिक्षा विभाग के कार्यालय में भी पब्लिक की नो इंट्री थी।

जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार चौधरी ने कहा कि फिलहाल सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप ही काम-काज शुरू किया गया है। कर्मियों की ड्यूटी के लिए रोस्टर बना दिया गया है। जो कर्मी ड्यूटी पर आ रहे हैं, उन्हें भी सावधानी बरतने को निदेशित किया गया है। लॉकडाउन की अवधि तक आम लोगों का कार्यालय में प्रवेश वर्जित रहेगा। समाहरणालय में राजस्व शाखा, उत्पाद अधीक्षक कार्यालय, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग का काम काज भी इसी प्रकार रहा। जिला निबंधन कार्यालय में भी दो कर्मी के अलावा कोई नहीं दिखा। अपर समाहर्ता ओम प्रकाश का कहना है कि फिलहाल सरकारी कार्यालयों में एक तिहाई कर्मियों से ही काम लेना है। पब्लिक के कार्यालय आने व उनके कार्य निपटाए जाने से संबंधित कोई आदेश प्राप्त नहीं है।

कार्यालय से लेकर सड़क और ढाबे पर भी पसरा रहा सन्नाटा

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली अनुमंडल मुख्यालय में भी सोमवार से लॉकडाउन में शर्तों के साथ कई प्रतिष्ठान व कार्यालय खोलने की अनुमति मिलने के बाद सुबह बाजार में थोड़ी चहल-पहल दिखी, लेकिन उसके बाद फिर बाजार से लेकर कार्यालय तक में खामोशी छा गई। सभी कार्यालयों में रोस्टर बार कर्मी उपस्थित रहे, लेकिन लोगों की आवाजाही बंद रही। यहां तक कि एनएच 31 के आसपास स्थित ढाबे में भी कोई रौनक नहीं दिखी। पूरी तरह से चूल्हा ठंडा पड़ा हुआ था। टायर बनाने वाली दुकानों पर भी ताला लटका हुआ था। कुल मिलाकर यह कहा जाए की जिन जिन क्षेत्रों में सरकार ने छूट दी है उन जगहों पर भी पूरे दिन सन्नाटा छाया रहा। आज से सरकार ने जमीनों की रजिस्ट्री का कार्य भी शुरू कर दिया था, लेकिन वहां भी किसी तरह की भीड़ नहीं दिखी।

अनुमंडल कार्यालय से लेकर प्रखंड कार्यालय व अन्य कई कार्यालय में अधिकारी और कर्मी दिन भर बैठे रहे लेकिन कोई भी अपनी शिकायत लेकर कार्यालय या अपने काम से संबंधित जानकारी लेने कार्यालय नहीं पहुंचा। अधिकारी और कर्मी अपने कार्यालय के काम निपटाने में दिनभर लगे रहे। सोमवार व मंगलवार की सुबह लोगों की चेहरों पर काफी रौनक दिख रही थी सभी तरह की दुकानदार अपने-अपने दुकान की चाबी लेकर अपनी दुकान तक पहुंचे। ताला भी खोला, लेकिन कुछ देर में ही उन्हें पता चला कि सरकार ने सभी प्रकार की दुकान खोलने की इजाजत नहीं दी है। कुछ दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है।

जानकारी के बाद दुकानदार फिर से अपनी दुकान का ताला बंद कर हाथों में सब्जी की थैली लटकाए हुए घर लौट गए। जो भी वर्कशॉप खुला वहां कोई बाइक सर्विसिग कराने नहीं पहुंचे। पिछले पांच दिनों से पुलिस के द्वारा लगातार बिना हेलमेट और कागजात वाले वाहनों की धर-पकड़ की जा रही थी। ऐसे में आधे से अधिक लोग पैदल ही बाजार पहुंच गए थे। हालांकि बैंकों व सीएसपी में ग्राहकों की काफी भीड़ दिखी। सीओ संजय कुमार झा और थानाध्यक्ष सुजय विद्यार्थी एसटीएफ जवानों के साथ क्षेत्र में घूम-घूमकर पल-पल की जानकारी ले रहे थे।

आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक में डीएम ने दिया आवश्यक दिशा निर्देश

नवादा : जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से आपदा के अलावे गर्मी के मौसम में संभावित आपदा से सुरक्षा हेतु विभागवार समीक्षा की गयी।  गर्मी के कारण सुखाड़, आगलगी, पीने का पानी की कमी, लू जैसे आपदा से निपटने के लिए सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारियों क़ो आवश्यक निर्देश दिये गए।

कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, नवादा के द्वारा बताया गया कि उनके कार्यालय में आपदा नियंत्रण कक्ष की स्थापना की स्थापना की गयी है, जिसका दूरभाष संख्या 06324-210036 है। लाॅक डाउन की स्थिति में पीएचईडी विभाग के द्वारा लगभग 130 चापाकल की मरम्मति की जा चुकी है। चापाकल मरम्मति हेतु प्रखंड स्तर पर 14 गैंग उपलब्ध हैं। जल स्तर की मापी 15 दिनों में की जा रही है। वाटर टैंकर 15 अदद् उपलब्ध है।
प्रखंड स्तर पर प्रत्येक प्रखंड कार्यालय में पेयजल शिकायत से संबंधित रजिस्टर संधारित है। कुॅआ का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। लाॅक डाउन की स्थिति में मजदूरों को सुरक्षा की दृष्टि से सामाजिक दूरी बनाये रखने, मास्क एवं सेनिटाइजर का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है। नल जल योजना के तहत अधूरे निर्देश को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई को निर्देश दिया गया कि सभी बंद पड़े नलकूपों को शीघ्र चालू करें। जहां विद्युत की समस्या है, वहां बिजली विभाग को निर्देश दिया गया कि बिजली की आपूर्ति तुरंत करें।

कार्यपालक अभियंता पीडब्लूडी, आरसीडी को निर्देश दिया गया कि जिला, अनुमंडल एवं सभी पीएचसी स्वास्थ्य केन्द्रों का एप्रोच रोड ठीक रखें ताकि एम्बुलेंस की सेवा बाधित न हो। गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाने में कोई परेशानी न हो। विद्युत विभाग को निर्देश दिया गया कि निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति कृषि कार्य के लिए करते रहेंगे। नल जल योजना के सभी स्थलों पर विद्युत आपूर्ति निरंतर करते रहेंगे। भवन विभाग, बुडको को भी आवश्यक निर्देश दिया गया।

सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि संभावित जापानी इंसेफलाइटिस की सुरक्षा हेतु पूर्व तैयारी करें। पीएचसी स्तर पर दवा की उपलब्धता कराना सुनिश्चित करें। ब्लीचिंग पाउडर, आॅक्सीजन सिलेंडर, डॉक्टर्स की प्रतिनियुक्ति , साफ-सफाई की उचित व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर अपर समाहर्ता ओम प्रकाश , उप विकास आयुक्त वैभव चैधरी, सिविल सर्जन डाॅ. विमल प्रसाद, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, कार्यपालक अभियंता पीएचइडी, लघु सिंचाई, भवन, रोड आदि उपस्थित थे ।