बिना लक्षण वाले मरीजों को ही होम आइसोलेशन में रखा जायेगा
सारण : कोरोनावायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रति दिन नए-नए फैसले लिए जा रहे हैं, ताकि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके। अब स्वास्थ्य विभाग ने एक और अहम फैसला लिया है। अब सिर्फ बिना लक्षण वाले कोविड-19 के मरीजों को ही होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने जिलाधिकारी व सिविल सर्जन को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। जारी पत्र में बताया गया है कि किसी कोरोना पॉजिटिव को होम क्वॉरेंटाइन अथवा आइसोलेशन सेंटर में रखे जाने के लिए जिला पदाधिकारी को प्राधिकृत किया जाता है । संबंधित व्यक्ति को यह सुविधा तभी प्रदान की जाएगी जब उन्हें घर पर सेल्फ आइसोलेशन एवं अन्य परिवारिक संपर्क को क्वॉरेंटाइन करने की आवश्यक सुविधा उपलब्ध हो होम आइसोलेशन में रहने के दौरान इन्हें नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य का अनुश्रवण करना होगा। कोविड-19 से संबंधित किसी भी प्रकार का लक्षण आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना होगा। ताकि उनके समुचित इलाज की व्यवस्था की जा सके।
गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों को नहीं रखा जाएगा होम आइसोलेशन :
जारी पत्र में निर्देश दिया गया है कि होम आइसोलेशन में मात्र बिना लक्षण वाले मरीजों को ही रखा जाएगा. वैसे व्यक्ति जिनके पास होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो, जिनका को-मॉर्बिड कंडीशन हो अथार्त वैसे किसी अन्य गंभीर बीमारी जैसे- मधुमेह, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप जैसे ग्रसित हो, उन्हें भी होम आइसोलेशन में नहीं रखा जाएगा।
घर-घर जाकर दी जाएगी दवा:
होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा घर-घर जाकर दवा दी जाएगी। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा आवश्यक दवाओं का एक कीट दिया जाएगा, जिसमें एजिथ्रोमायसीन टेबलेट 10, पैरासिटामोल टेबलेट 10, विटामिन B12 टेबलेट 10, विटामिन सी टेबलेट 10, कपड़ों से निर्मित 2 मास्क तथा इसके उपयोग की विधि के साथ प्रत्येक मरीजों को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए जिला स्तर पर प्रत्येक मरीज के लिए एक किट तैयार की जाएगी जिसमें उपर्युक्त दवाओं सहित दवाओं के प्रयोग की विधि भी एक पर्ची में शामिल की जाएगी, ताकि मरीजों को असुविधा ना हो।
घर पर चस्पाया जाएगा पोस्टर:
होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड-19 के बिना लक्षण वाले मरीजों के घरों पर आशा कार्यकर्ता द्वारा ग्री भ्रमण कर होम आइसोलेशन का पोस्टर चिपकाया जाएगा। साथ ही मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए होम आइसोलेशन के दौरान “क्या करें क्या ना करें” के संदर्भ में जानकारी भी दी जाएगी। इसके साथ-साथ आशा कार्यकर्ता द्वारा मरीज व उसके परिजन को टेलीमेडिसिन अथार्त आवश्यकता अनुसार घर बैठे 8010111213 पर मिस्ड कॉल देकर अपने स्वास्थ संबंधित चिकित्सकीय सलाह प्राप्त करने के लिए जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। टोल फ्री नंबर 102 पर कॉल कर एंबुलेंस की सुविधा प्राप्त करने, टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल कर चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करने की भी जानकारी मरीजों को उपलब्ध कराई जाएगी।
चिकित्सक करेंगे स्वास्थ्य का अनुश्रवण:
होम क्वारेंटाइन में रहने वाले मरीजों की सूची के अनुसार आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सामग्रियां उपलब्ध कराई जाएगी। बिना लक्षण वाले मरीज जो होम आइसोलेशन में रह रहे हैं उनके स्वास्थ्य देखभाल के लिए प्रतिदिन संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थापित चिकित्सकों द्वारा दूरभाष के माध्यम से अनुश्रवण कराया जाएगा। साथ ही आवश्यकता अनुसार चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
थिओसोफिकल सोसाइटी ने मनाई नेल्सन मंडेला की जयंती
सारण : थियोसोफिकल सोसायटी के सभागार में शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की जयंती प्रोफेसर डॉ केके द्विवेदी की अध्यक्षता में समाजिक दूरी का पालन करते हुए मनाई गई। समारोह में नेल्सन मंडेला पीस इंटरनेशनल अवार्ड से सम्मानित बिहार के जाने-माने समाजसेवी सुरेश प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा कि भेदभाव के खिलाफ गांधी और मंडेला ने बहुत काम किया है।
मंडेला को दक्षिण अफ्रीका का गांधी कहा जाता है। उन्होंने 67 साल तक रंग भेद रहित जात, धर्म आंदोलन से जुड़े रहे। मंडेला के जीवन से हमें तीन ज्ञान मिलते है, पहला मानव में सम्मान की इच्छा, स्वय कुछ बनकर दिखाना और तीसरा निर्भय होने का अवसर। मंडेला को गांधी की शिक्षाओं के एक मजबूत अनुआयी के रूप में 2001 में भारत सरकार द्वारा शांति प्रयासों के लिए अंतरराष्ट्रीय गांधी शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
उपाध्यक्ष ने कहा कि नेल्सन मंडेला की दृष्टि में हिंसा और संघर्ष से प्रेरित दुनिया में गांधी का शांति और अहिंसा का संदेश 21वी सदी में मानव अस्तित्व की कुंजी है। इस अवसर पर मुख्य रुप से प्रोफेसर डाक्टर पशुपति नाथ, प्रोफेसर राम बाबू प्रसाद, अमृत प्रियदर्शी, मोहन पांडे, विजय, उमेश्वर सिंह उर्फ मुन्नी, सिपाही महतो उपस्थित रहे।
जेपीयू ने पेंशन धारकों से पेआईडी जेनरेट करने का दिया निर्देश
सारण : जय प्रकाश विश्वविद्यालय के सभी अवकाश प्राप्त पेंशन धारकों से विश्वविद्यालय प्रशासन ने पेंशन से संबंधित पे आईडी जनरेट करने के लिए साइट का उपयोग करने को कहा गया है । अभी तक लगभग 600 पेआईडी बनाया जा चुका है। जेपीयू के कुलसचिव कृष्ण ने सभी पेंशन धारकों से अपील किया है कि सभी अवकाश प्राप्त पेंशन धारक का आर्य समय से कर दिया जाएगा। किसी को भी चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
अभी तक जीन पेंशन धारकों ने विहित प्रपत्र को भरकर नहीं दिया है वे लोग यथाशीघ्र देने की कोशिश करें क्योंकि पीएफएमएस के अंतर्गत बिना पे आईडी के भुगतान संभव नहीं हो पाएगा। उक्त बातों की जानकारी जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ हरिश्चंद्र ने दी।
राजद ने विधानसभा चुनाव को स्थगित करने की उठाई मांग
सारण : युवा राजद जिला उपाध्यक्ष संजय कुमार ने सरकार से कोरोना के संक्रमण को रोकने व लोगों के इलाज को प्राथमिकता देने की मांग की न कि चुनाव को। चुनाव आयोग पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि आयोग को चुनाव कराने का संवैधानिक दायित्व मिला है आम लोगों की जान से खिलवाड़ करने की छूट नहीं मिला है ।
भाजपा व जदयू को छोड़ सभी दल चुनाव स्थगित करने की मांग कर रहे हैं फिर भी आयोग चिट्ठी लिखकर 29 से 31 जुलाई तक सुझाव मांग रहा है की पार्टी चुनाव प्रचार का तरीका बताएं। चुनाव सिर्फ मुख्यमंत्री चाहते हैं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संसद, विधायक सहित एक दर्जन नेता संक्रमित होकर अस्पतालों में भर्ती हैं, ऐसे में चुनाव का भूत उतर कर संक्रमण से बचाव और उपचार का एकमात्र काम होना चाहिए। विधान परिषद की 4 शिक्षक और 4 स्नातक सीटों के चुनाव कोरोना महामारी को लेकर टाल दिया गया तो बिहार विधानसभा चुनाव क्यों नहीं टल सकता है।