मधुबनी की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी प्लूरल्स पार्टी : सुधीर झा
मधुबनी : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की सुगबुगाहट के साथ प्लूरल्स पार्टी लोगों के दिलो दिमाग में छाने की पुरजोर कोशिश में लग गई है। इस कड़ी में पार्टी ने तेजतर्रार कार्यकर्ता व पत्रकार सुधीर झा को मधुबनी जिले का प्रवक्ता नियुक्त किया है. मूल रूप से जिले के कलुआही प्रखंड अंतर्गत शुभंकरपुर निवासी पत्रकार सुधीर झा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन (IIMC) से 2014-15 बैच के पासआउट हैं।
आईबीएन, सीएनबीसी, न्यूज़ 18, दैनिक जागरण, इनशॉर्ट्स जैसे बड़े संस्थानों में बड़ी जिम्मेदारियों को निभाने का अनुभव रखनेवाले सुधीर देश की राजधानी नई दिल्ली में कार्यरत रहने के बावजूद बिहार, मिथिला व जिले के राजनीतिक प्लेटफ़ॉर्म व धरातली सच्चाई पर मजबूत पकड़ रखते हैं. अपनी नियुक्ति के बाद मीडिया से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि पार्टी जिले की सभी विधानसभा सीट पर अपनी उम्मीदवारी पेश करेगी. पार्टी का लक्ष्य साफ-सुथरा छवि के लोगों को साथ लाकर अगले 10 वर्षों में राज्य को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है. मुख्य रूप से पार्टी का मुद्दा विकास और रोजगार होने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी, जाति और धर्म की राजनीति को नकारते हुए जिले के सर्वांगीण विकास पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी।
पार्टी समाज के सबसे निचले और वंचित तबके को भी मुख्यधारा में लाएगी और सत्ता में आने के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ ज़रूरतमंदों तक पहुंचाया जाएगा. पार्टी जल्द ही मेनिफेस्टो जारी करेगी और अपने मुद्दों को जनता के सामने लेकर आएगी. गठबंधन की संभावनाओं को नकारते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी, चुनाव पूर्व या चुनाव के बाद किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी. हमारा मकसद सिर्फ चुनाव जीतना नहीं, बल्कि बिहार की खोई हुई गरिमा को वापस लाना है।
गौरतलब है कि पुष्पम प्रिया चौधरी ने हाल ही में प्लूरल्स पार्टी बनाई है और काफ़ी कम दिनों में लोकप्रियता हासिल की है. पुष्पम बिहार के हर ज़िलों का दौरा कर रहीं और स्थानीय मुद्दों को उठाते हुए जनता को जागरूक करने का काम कर रही हैं. इस दौरान पूरे दमखम के साथ पार्टी सूबे के हर इलाके में तेजतर्रार, दक्ष व प्रोफेशनल लोगों को जोड़ रही है और इस चुनाव में बड़े धमाके की तैयारी कर रही है।
ताजिया बनाने को लेकर हुए विवाद में कई लोग हुए घायल
मधुबनी : जिले के खुटौना थाना क्षेत्र के राजपुर गांव में दो गुटों में जमकर मारपीट हुई, जिसमे पांच व्यक्तियो को की घायल हो जाने की जानकारी दी गई है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गांव के मो० वसिर ने दूध लाने के लिए मो० कादिर के दरवाजे पर होकर जा रहा था। अचानक मो० कादिर व उसके सहयोगियों ने दरवाजे पर घेरकर उन्हें मार-मार कर अधमरा कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घायल व्यक्ति के परिजन ने भी पांच-छह की संख्या में पहुंच कर लाठी, डंडा, तथा फरसा से लैस ताबड़तोड़ प्रहार करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते पूरा राजपुर गांव रण क्षेत्र में तब्दील हो गया। चारो और अफरा तफरी का माहौल बना रहा। किसी ने के उच्च वर्ग के मुसलमान ताजिया बनाने का धर्म के विरुद्ध बता रहे थे, तो कुछ निम्नवर्ग के मुसलमानों ने ताजिया बनाने पर तुले थे।
स्थानीय थाना अध्यक्ष संतोष कुमार मंडल ने भी आपसी विवाद का कारण बताया है। बता दे कि किसी ने पुलिस को ख़बर की और थानाध्यक्ष श्री मंडल ने त्वरित करवाई करते हुए अपनी सूझ-बुझ की परिचय देते हुए घटना पर काबू पाया, और मौके पर ही तेरह व्यक्तियो की गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया गया है।
उभय पक्षों द्वारा ममला दर्ज के मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
सड़क हादसे में साईकल सवार पिता की हुई मौत
मधुबनी : जिले में पंडौल-मधुबनी मुख्य मार्ग पर सती स्थान के निकट मधुबनी से पंडौल की ओर तेज गति से आ रही ई-रिक्शा ने साइकिल से घर जा रहे बाप-बेटे को ठोकर मार दी। ठोकर लगने से 50 वर्षीय पिता बैद्यनाथ मंडल की मौत हो गई, जबकि बेटा रोहित मंडल गंभीर रूप से घायल है।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की शाम करीब पांच बजे रहिका प्रखंड के लक्ष्मीपुर पंचायत के वार्ड छह के भागीरथपुर निवासी स्व० ननू मंडल के पुत्र 50 वर्षीय बैद्यनाथ मंडल अपने 18 वर्षीय बेटे रोहित मंडल के साथ पंडौल सती स्थान से साइकिल पर सवार हो घर की ओर निकला। तभी मधुबनी की ओर से तेज गति से आ रही ई-रिक्शा बीआर32ईआर-0602 ने साइकिल सवार बाप-बेटे को पीछे से जोरदार धक्का मारा।
धक्का लगते ही साइकिल सवार बाप बेटा बीच सड़क गिर पड़े। गिरते ही साइकिल चालक बैद्यनाथ मंडल के सिर से खून बहने लगा। ई-रिक्शा चालक रिक्शा लेकर भागना चाहा, लेकिन वहां उपस्थित लोगों ने घेर लिया। उपस्थित लोगों ने घायल बाप-बेटे को पंडौल पीएचसी लाया।
वहां इलाज के दौरान बैद्यनाथ मंडल की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल मृतक का बेटा रोहित पंडौल पीएचसी में इलाजरत है। आक्रोशित लोगों ने मधुबनी-पंडौल मुख्य मार्ग को सती स्थान के निकट जाम कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही एसआई नबी हसन खां, जितेन्द्र कुमार सिंह, पीएसआई विपिन कुमार यादव, एएसआई अबुल कलाम एजाज, तैयब हसन, अरुण कुमार पुलिस बस के साथ वहां पहुंचे।
वहीं, प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि हीरालाल दास, लक्ष्मीपुर पंचायत के मुखिया संतोष पासवान ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। लोगों ने ई- रिक्शा सहित चालक को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया है। इस घटना से गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है।
सूबे में हुआ नल-जल योजना का उद्घाटन, पर अधिकांश जगहों पर कार्य बांकी
मधुबनी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे बिहार में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत नल-जल योजना कार्य पूर्ण होने पर सभी प्रखंडों में वीसी से उद्घाटन किया गया। लेकिन मधुबनी प्रखंड की पंचायतों में पदाधिकारी, कर्मी व प्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण अभी भी 50 प्रतिशत नल-जल योजना का कार्य पूरा नहीं हुआ है, जिससे लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है।
मधुबनी प्रखंड की 10 पंचायतों के 109 वार्डो में से 62 वार्डों में नल-जल योजना का कार्य पूरा कर लिया गया है। लेकिन, अभी भी प्रखंड की सभी पंचायतों के 47 ऐसे वार्ड हैं, जहां नल-जल का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। प्रखंड के कई वैसे वार्ड हैं। जहां कार्य तो शुरू किया गया है।
लेकिन अब तक पूरा नहीं हुआ है। कुछ ऐसे वार्ड भी हैं जहां अब तक कार्य भी शुरू नहीं किया गया है। इतना ही नहीं कई वार्डों में तो पानी की सप्लाई के लिए बिछाए गए पाइप भी जगह-जगह टूट चुके हैं। पंचायत के वार्ड के लोग शुद्ध पेयजल के लिए आस लगाए हुए हैं।
प्रखंड की बरवा पंचायत को छोड़ किसी भी पंचायत में नही हुआ कार्य पूर्ण
इस बाबत स्थानीय बीडीओ विनय कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत सचिवों से मिली रिपोर्ट के अनुसार तमकुहा पंचायत के 10 वार्ड में से 6 वार्ड में जल नल योजना का कार्य पूरा हो चुका है। लेकिन अभी चार ऐसे वार्ड हैं, जहां कार्य पूरा नहीं किया गया है। दौनाह पंचायत के 12 वार्ड में से 5 वार्ड में नल-जल योजना के तहत लोगों को पानी मिल रहा है। लेकिन 7 वार्ड ऐसे हैं, जहां कुछ वार्डों में अभी भी कार्य चल रहा है। मधुबनी पंचायत के 12 वार्डों में 8 वार्ड में काम पूरा कर लिया गया है, वहीं 4 वार्डों में कार्य प्रगति पर है। मधुआ पंचायत के 2 वार्ड में काम पूरा तो कर लिया गया है लेकिन 6 वार्ड में काम अधूरा हुआ है। बीडीओ के निर्देश के बाद भी नल-जल योजना का कार्य नहीं हुआ पूर्ण।
बीडीओ के निर्देश के बाद भी नल-जल योजना का कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका। लेकिन, मुख्यमंत्री पूरे बिहार में कार्य पूरा होने को लेकर नल-जल योजना का उद्घाटन कर दिए।
मधुबनी प्रखंड के लोगों ने मुख्यमंत्री के उद्घाटन करने की सूचना मिलने पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि मधुबनी में कार्य पूरा होने से पहले ही मुख्यमंत्री विधानसभा चुनाव को देखते हुए नल-जल योजना का उद्घाटन कर दिए।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिले में तैयारी हुई शुरू
मधुबनी : जिला प्रशासन विधान सभा आम चुनाव को लेकर तैयारियों को गति देने में जुट गया है। इस बार कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए मतदान केंद्र से लेकर मतगणना केंद्र तक में फिजिकल डिस्टेसिग का पालन किया जाएगा, जिस कारण मतगणना केंद्र में पर्याप्त कमरे में जगहों की आवश्यकता होगी। बीते कई लोकसभा व विधान सभा आम चुनावों में बज्रगृह सह मतगणना केंद्र केवल आरके कॉलेज को ही बनाया जाता रहा है। लेकिन, इस बार केवल एक मतगणना केंद्र से काम नहीं चल पाएगा, जिस कारण दो मतगणना केंद्र बनाए जाने की दिशा में जिला प्रशासन काम कर रही है। जिला मुख्यालय स्थित आर०के० कॉलेज को बज्रगृह सह मतगणना केंद्र बनाने के लिए जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ० निलेश रामचंद्र देवरे पहले ही निरीक्षण कर चुके हैं।
अब आर०के० कॉलेज, मधुबनी के साथ-साथ जिला मुख्यालय स्थित डी०एन०वाई० कॉलेज को भी मतगणना केंद्र बनाने पर जिला प्रशासन काम कर रही है। मधुबनी जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने डी०एन०वाई० कॉलेज का भी निरीक्षण बज्रगृह सह मतगणना केंद्र बनाए जाने के उद्देश्य से किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ उप निर्वाचन पदाधिकारी विवेक कुमार, सदर एसडीओ, सदर एसडीपीओ, भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता भी मौजूद थे।
वहीं, दूसरी ओर भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारी ने मंगलवार को चुनाव संबंधी प्रारंभिक तैयारियों की ऑनलाइन समीक्षा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, प्रमंडलीय आयुक्त, जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी आदि के साथ किया।
इस दौरान आयोग ने मतदाता सूची में मतदाताओं का लिगानुपात जनसंख्या के लिगानुपात के अनुसार बढ़ाने का निर्देश दिया। विधि-व्यवस्था के लिए की जा रही तैयारी की भी समीक्षा किया। मतदान केंद्रों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए किए जा रहे कार्यों का भी जायजा लिया। बज्रगृह एवं मतगणना केंद्रों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त किया। विधान सभा चुनाव को लेकर चल रही प्रारंभिक तैयारियों की ऑनलाइन समीक्षा के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारी ने कई दिशा-निर्देश भी दिए।
जिले में लगाया गया जॉब कैम्प, कुल 53 अभ्यर्थियों का हुआ चयन
मधुबनी : बिहार सरकार श्रम संसाधन विभाग की ओर से जिला नियोजनालय परिसर मिठौली में एक दिवसीय जॉब कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप मे दुनिया की सबसे बडी तीसरी कपडे़ की एकमात्र कंपनी वेल स्पून की ओर से जॉब कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 150 आवेदन कैंप के माध्यम से अभ्यर्थियों के द्वारा लिए गए। जिसमें 53 का चयन भी किया गया। सभी चयनित अभ्यर्थी को सूचना मिलते ही चेहरा खिल उठा।
चयन किए गए अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण की अवधि मे कंपनी खाना, ट्रेवलिग, मेडिकल इंस्योरेंस के साथ साथ 8567 रुपए प्रशिक्षण अवधि मे देगी। प्रशिक्षण पूरे होने के बाद कंपनी स्थायी वेतन व अन्य सुविधा प्रदान करेगी।
उक्त जानकारी देते हुए जिलानियोजन पदाधिकारी आशीष आनंद ने दी। उन्होंने कहा कि युवाओं केलिए कंपनी की ओर से यह सराहनीय पहल है। यह कंपनी गुजरात के गांधी धाम अंजार मे अवस्थित है। शंकर कुमार महतो, अमित कुमार, रेयाज अहमद, राहुल कुमार कैंप मे मौजूद थे।
सीपीआई जिला कार्यकारिणी बैठक में विधानसभा चुनाव पर हुई चर्चा
मधुबनी : सीपीआई मधुबनी जिला कार्यकारिणी की बैठक कामेश्वर प्रसाद यादव की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक को सम्बोधित करते हुए पार्टी जिला मंत्री मिथिलेश झा ने कहा बिहार विधान सभा चुनाव 2020 में सीपीआई अपने संगठन को एनडीए के खिलाफ मैदान में मजबूती से लड़ने के लिए तैयार कर चुकी है। धार्मिक उन्माद के सहारे सत्ता पर काबिज बीजेपी-आरएसएस नित एनडीए को बिहार के शासन से हटाना 12 करोड़ बिहार वासियों के लिए वक्त का तकाजा बन गया है। कोविड-19 महामारी एवं केंद्र सरकार के गलत आर्थिक-औधोगिक नीति के कारण बिहारवासियों को पूरे देश मे फजीहत हुई है। 70%से भी अधिक राज्य के बेरोजगार मजदूर, किसान अपने बच्चों के भविष्य, रोजी-रोटी, रोजगार एवं शिक्षा के लिए चिंतित है।
बिहार विधानसभा मे सीपीआई का प्रतिनिधित्व घटने से राज्य में आपराधिक घटनाओं को रोकने में सरकारें विफल रही है। भ्रस्टाचार, हत्या, लूट जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही है। अपराधी बेलगाम हो चुका है, प्रसाशन मूकदर्शक है, ओर जनता त्राहिमाम है।
मधुबनी जिला जो कृषि पर पूर्ण आधारित है, गरीबी के मार से बेहाल है। चीनी मिलें आज तक चालू नही हो सका। जिले के सभी औद्योगिक इकाइयों को बंद कर दिया गया है। कल्याणकारी योजनाओं में भ्रस्टाचार व्यापक पैमाने पर है। राशन वितरण में घोर अनियमिताएं उजागर हो रही है। पदाधिकारियों एवं बिचौलियों के मिलीभगत से मजदूरों के लिए मनरेगा योजना में लूट मचा हुआ है।
सीपीआई जिले में व्यापक प्रचार प्रसार कर केंद्र एवं राज्य सरकार के विफलताओं को उजागर करेगी एवं सीपीआई सहित गैर एनडीए दलों के पक्ष मे आम जनता से अपील करेगी। मधुबनी हमेशा से ही सीपीआई का गढ़ रहा है। सीपीआई का जनाधार गांव-गांव में है। मधुबनी की जनता सीपीआई कार्यकर्ताओं को विधान सभा मे कईओं बार प्रतिनिधित्व करने का मौका दे चुकी है। लोकसभा एवं विधानसभा मे जब तक सीपीआई का प्रतिनिधित्व रहा सम्प्रदायिक ताकतों एवं भ्रस्टाचारिओं का सर नही उठ पाया। जाति-धर्म के नाम पर जबसे राजनीति होने लगा, जन समस्याओं को दरकिनार करते हुए संघर्षों को दबाते हुए आम लोगो के आवाज को दबाया गया।
इस बैठक को राष्ट्रीय परिषद सदस्य राजश्री किरण, राज्य परिषद सदस्य कृपानंद आजाद, मनोज मिश्रा, सूर्यनारायण यादव, लक्ष्मण चौधरी, राकेश कुमार पांडेय, रामनारायण यादव, उपेंद्र सिंह, अरविंद प्रसाद, जामुन पासवान, आनंद कुमार झा, राजेश कुमार पांडेय, मोतीलाल शर्मा सहित कई लोग अपने बहुमूल्य विचार रखें।
एंटीजन किट, आरटी-पीसीआर और ट्रूनेट से कोविड-19 जांच के लिए लक्ष्य निर्धारित
• प्रत्येक प्रखंड 250 रैपिड एंटीजन किट, आरटी-पीसीआर से 14 तथा ट्रूनेट मशीन से 10 मरीज की जांच करने को सिविल सर्जन ने दिया निर्देश
•10 दिनों के जांच उपलब्धि में सदर झंझारपुर रहा अव्वल
•कोविड-19 मरीजों की जांच के लिए करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
मधुबनी : कोविड-19 की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग को नई ज़िम्मेदारियां दी गयी हैं. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए संक्रमण जांच में तेजी लाने के लिए सिविल सर्जन ने प्रत्येक प्रखंड अस्पताल अधीक्षक, उपाधीक्षक एवं प्रभारी को पत्र लिखकर निर्देश दिया है जिसमें बताया गया है कि जिले में प्रतिदिन 250 रैपिड एंटीजन किट से, आरटी-पीसीआर से 14 तथा ट्रूनेट मशीन से 10 मरीज की जांच करना है। साथ ही इसमें कोताही बरतने वाले पदाधिकारी एवं पदाधिकारियों के विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सिविल सर्जन ने पत्र के माध्यम से निर्देश दिया कि 6 दिनों में जांच में तेजी लाएं। साथ ही किसी प्रकार सहयोग की आवश्यकता होने पर जिला से संपर्क करेंगे एवं जांच के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि से भी सहयोग प्राप्त करें।
पिछले 10 दिनों की उपलब्धि:
सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने बताया 22 अगस्त से 31 अगस्त तक जिले के सभी प्रखंड में कोरोना उपचारधीन मरीजों की जांच की गई, जिसमें प्रत्येक पीएचसी को 2500 कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच करने का निर्देश दिया गया था। इसमें सदर झंझारपुर ने लक्ष्य से अधिक 125% की उपलब्धि प्राप्त की।
कोविड- 19 जांच के लिए कर सकते हैं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन:
कोविड- 19 जांच के लिए संजीवन मोबाईल ऐप लॉन्च किया गया है. इस ऐप में एक फीचर दिया गया है, जिसके माध्यम से ऑनलाइन रजिस्टर कर कोविड- 19 जांच के लिए फॉर्म भरा जा सकता हैं. कोविड-19 जांच के लिए ऑनलाइन व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, उम्र, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी एवं घर का पता तथा लक्षण बताना होगा. इस बात की भी जानकारी देनी होगी कि क्या वो कंटेनमेंट जोन में रहते हैं तथा क्या कोविड 19 से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं. रजिस्टर करने के बाद मोबाईल नंबर पर एक केस आईडी के माध्यम से कोविड- 19 जाँच कराया जा सकता है.
30 मिनट के भीतर आ रहे नतीजे:
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया एंटीजेन टेस्ट में 30 मिनट के अंदर रिजल्ट मिल रहा है वहीं आरटी-पीसीआर में रिजल्ट आने में 6 से 24 घंटे लग जाते हैं. तब तक तो संक्रमित व्यक्ति को पता नहीं होता कि वो पॉजिटिव है और वो कई लोगों को वायरस फैला चुका होता है। रैपिड एंटीजन में आधे घंटे के अंदर ही रिपोर्ट सामने आ जाती है, ऐसे में संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट किया जा सकता है अथवा अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है।
सभी पीएचसी स्तर पर हो रही है कोविड- 19 की जांच:
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया जिले में कोरोना संक्रमितों के बढ़ती संख्या के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में मरीजों के चिकित्सा को लेकर प्रयासरत है सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है ताकि कोरोना के उपचाराधीन को तत्काल चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध हो सके स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना की जांच के लिए जिले के सभी पीएचसी पर रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से टेस्टिंग कराई जा रही है.
मोदी सरकार के कार्यकाल में किसान आत्महत्या दर में हुई 45 फ़ीसदी की बढ़ोतरी : कांग्रेस
मधुबनी /पटना: कांग्रेस ने देश में किसानों की आत्महत्या की घटनाओं में लगातार वृद्धि पर चिंता जताते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा ने किसानों को लागत का डेढ़ गुना दिलाने का वादा पूरा नहीं किया तथा किसानों के ऋण माफ करने के स्थान पर उद्योगपतियों के करोड़ों रुपये का ऋण माफ कर दिया गया.
कृषि वृद्धि दर घटकर हुई 1.6 प्रतिशत
उन्होंने कहा कि आज जिन जिन राज्यों में भाजपा की सरकार वहां किसानों की हालत देख लीजिए. कहीं उन पर गोलियां चलाई जाती हैं, तो कहीं उनके कपड़े उतार कर उनको पीटने का काम करते हैं.
फ़रवरी 2020 में आई सीएसओ की रिपोर्ट के अनुसार कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर घटकर 1.6 प्रतिशत रह गई. पंकज झा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने चुनावी भाषणों में कहा था कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के पर उस फसल की लागत के 50 प्रतिशत के बराबर का भाव दिया जाएगा. यह वादा भाजपा के घोषणा पत्र में भी किया गया था किंतु आज एमएसपी कहीं 10 रुपये बढ़ाया जा रहा है और कहीं 20 रुपये.
बड़े उद्योगपतियों का 1 लाख 30 हजार करोड़ माफ़
कांग्रेस नेता ने कहा कि 2019 के चुनाव समीप आने के बाद भाजपा सरकार कहा था कि हम किसानों की आय को 2022 तक दो गुना कर देंगे. झा ने कहा कि खेती की लागत बढ़ती जा रही है और सरकार डीजल के दाम कम नहीं कर रही है.
किसान नेता पंकज झा ने कहा कि, इन 6 सालों में सिर्फ पेट्रोल और डीजल के कर पर 18 लाख करोड़ से ज्यादा फायदा सरकारों को हुआ है. ये पैसा क्यों नहीं किसानों को दिया जाता है आम आदमी को क्यों नहीं दिया जाता है.
उन्होंने संप्रग सरकार के शासनकाल में ग्रामीण आय में 17.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी जबकि इस बार यह वृद्धि महज 6.6 प्रतिशत रही. उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों का ऋण माफ करने का वादा किया था किंतु बिहार में यह ऋण कैसे माफ हुआ, सभी ने देखा.
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने 77 हजार करोड़ रुपये का कृषि ऋण माफ किया था. पंकज झा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों की लड़ाई हमेशा लड़ी है. उन्होंने कहा, लोन माफ करने की बात छोड़िए, किसानों का एक रुपया केंद्र सरकार ने माफ नहीं किया. परंतु 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का ऋण बड़े उद्योगपतियों का माफ करने का काम किया है.
35 किसान हर दिन आत्महत्या कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि बहुत दर्दनाक आंकड़े हैं कि पिछले 3 सालों में 38 हजार किसानों ने आत्महत्या की है. 35 किसान रोजाना आत्महत्या कर रहे हैं. इस सरकार के कार्यकाल में किसानों की आत्महत्या की घटनाओं में 45 फीसदी का इजाफा हुआ है.
केंद्र सरकार द्वारा एकल ब्रांड खुदरा के क्षेत्र में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति दिए जाने संबंधी एक प्रश्न के उत्तर में पंकज झा ने कहा कि भाजपा का एक चेहरा विपक्ष में रहने पर होता है और सरकार में आने पर उसका चेहरा बदल जाता है. पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने भाषण का वीडियो भी दिखाया जिसमें वह खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के तत्कालीन संप्रग सरकार का विरोध कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने खुदरा क्षेत्र में एफडीआई को मंजूरी देते समय यह शर्त रखी थी कि 30 प्रतिशत कच्चा माल भारत से ही खरीदना होगा. किंतु वर्तमान सरकार ने ऐसा कोई प्रावधान नहीं रखा है.
पाकिस्तान सीमा पर संघर्षविराम संबंधी एक अन्य प्रश्न पर पंकज झा ने कहा कि वह आंकड़ों में नहीं जाते किंतु देश के कितने सैनिक हर रोज शहीद हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि रोजाना पाकिस्तान से हमला होता है. हम 6 साल में क्या जवाब दे पाए. हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला होता है..
सुमित राउत