मुजफ़्फ़रपुर से जुड़े शिवम के अपहरण के तार, तीन गिरफ्तार
- 48 घंटे के सफल ऑपरेशन में मिली सफलता
बक्सर : शहर के मठिया मोड, नया बाजार से लगभग दो वर्ष आयु के शिवम का अपहरण कर लिया गया था। अपहृत शिवम को पुलिस ने 29 जून को ही बरामद कर लिया। लेकिन, अपहरण की योजना बनाने वाले तीन अपराधियों को गिरफ्तार करना सबसे बड़ी चुनौती थी। इस ऑपरेशन को पुलिस की चार टिमों ने 48 घंटे में सफलता पूर्वक अंजाम दिया। कुल तीन अपराधी पकड़े गए। जिन्हें बुधवार को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया गया। एसपी यूएन वर्मा ने बताया यह सभी मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं। बच्चे के लिए परिवार वालों को फोन कर 75 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। जो गिरफ्तार हुए हैं। उनमें आकाश कुमार (19) पुत्र देवानंद झा, निवासी रोशी सरफुद्दीनपुर, थाना बोचहा, प्रविण कुमार (21) पिता रामेश्वर ठाकुर, निवासी ग्राम घोसरामा, थाना पियर, मुकेश ठाकुर (24) पुत्र रामजीवन ठाकुर ग्राम सखौरा, थाना पियर (तीनों जिला मुजफ्फरपुर) शामिल हैं। इनके पास से सात मोबाइल फोन, 15 सिम व दो बाइक बरामद की गई है।
शिवम के अपहरण के 12 घंटे भी नहीं गुजरे थे। पुलिस ने उसे आरा से बरामद कर लिया। एक अपहर्ता भी पकड़ा गया। जिसका नाम आकाश कुमार है। पुलिस चाहती तो ऑपरेशन वहीं बंद कर सकती थी। लेकिन, बच्चे के लिए पूरी रात जगे रहे एसपी यूएन वर्मा ने कहा। इसमें जितने भी लोग शामिल हैं। सभी पकड़े जाने चाहिए। सदर डीएसपी सतीश कुमार, डुमरांव डीएसपी केके सिंह को निर्देश दिया गया। बक्सर और डुमरांव टीम के सभी काबिल अफसर इसमें लगाए गए। डीआईयू टीम के अविनाश, मलाकार समेत नगर कोतवाल रंजीत कुमार, औद्योगिक प्रभारी दिनेश मलाकार, आलोक कुमार सभी लोग बरामदगी में जुट गए। नतीजा सकारात्मक रहा। जिन फोन नंबरों से फोन किया गया था। उनके आधार पर सभी को दबोच लिया गया। पुलिस की इस सफलता से अगर कोई सबसे ज्यादा खुश था। तो वह था शिवम का परिवार। अपने जिगर के टुकड़े को पाकर सभी खुश थे।
अब किराएदार से भी रहना होगा सावधान
शिवम के अपहरण की योजना एक दिन में नहीं बनी थी। इसके लिए लंबे समय से तैयारी चल रही थी। पढ़ने वाला छात्र बनकर जो युवक विष्णु कुमार के घर में रह रहा था। उसका एक दोस्त मुकेश भी पहले उस घर में किराये पर रहता था। उसने अपना नाम पता वहां गलत बताया था। लेकिन, फिरौती मांगने की चाल ने उन सभी को बेनकाब कर दिया। इस लिए गैर जिले के लोगों को किराएदार रखने से पहले उनके हावभाव को जानना बहुत जरूरी है। अन्यथा ऐसी वारदातें किसी और के साथ भी हो सकती हैं। इस तरह के अपराधी पहले भी जासो रोड और डुमरांव में रहकर घटनाओं को पूर्व में अंजाम दे चुके हैं।
अधेड़ को ट्रक ने कुचला मौके पर हुई मौत
बक्सर : साइकिल से जा रहे अधेड़ व्यक्ति को ट्रक ने आज बुधवार को कुचल दिया। मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। मंजर इतना खौफनाक था कि देखने वालों का दिल दहल गया। घटना सुबह साढ़े नौ बजे के लगभग नावानगर बाजार में हुई। घंटो मृतक की पहचान नहीं हो पा रही थी।
बाद में कुछ लोगों ने उसकी पहचान बिरबल पासवान (55) ग्राम परसियां, जिला रोहतास के रुप में की। नावानगर थाने की पुलिस ने शव को सड़क से हटवाया और परिजनों तक इसकी सूचना भेजी। सूत्रों की माने तो यह व्यक्ति आज सुबह ही गांव से नावानगर के लिए चला था। यहां पहुंचते ही वह दुर्घटना का शिकार हो गया।
जिला शिक्षा पदाधिकारी का तबादला, दिवेश कुमार को मिली ज़िम्मेदारी
- कुल पांच नए अधिकारी आ रहे हैं बक्सर
बक्सर : जिले के शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार झा का ताबादला हो गया है। उन्हें मुक्त विद्यालय का प्रभारी बनाकर भेजा गया हैं। उनकी जगह देवेश कुमार चौधरी यहां के डीइओ बनाए गए हैं। इसके अलावा चार डीपीओ भी यहां भेजे गए हैं।
जिनके नाम आजाद चन्द्रशेखर घोष, सुधीर रंजन सहाय, प्रबोध कुमार एवं रुपेश कुमार है। यहां पूर्व से कार्यरत एक डीपीओ रामेश्वर सिंह सेवानिवृत हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार अधिकारियों के आगमन के बाद उनके कार्य का बटवारा होगा। यह कार्य शिक्षा पदाधिकारी की अनुशंसा के बाद जिलाधिकारी के अनुमोदन से होता है।
नियमों का उल्लंघन करना पड़ सकता है भारी
- डीएम का निर्देश जब्त हो सकते हैं निजी व सार्वजनिक वाहन
बक्सर : लॉकडाउन में लोगों को राहत देने के तमाम इंतजाम हो रहे हैं। बावजूद इसके कुछ लोग नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। क्योंकि गृह मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है। कंटेनमेंट जोन के बाहर भी प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। राज्य सरकार व जिला प्रशासन अपने विवेक से इसका निर्णय ले सकते हैं। इस आदेश के बाद राज्य सरकार ने भी इसकी अनुमति दे दी है।
आज बुधवार को जिलाधिकारी अमन समीर ने बैठक कर इस बारे में जिले के सभी पदाधिकारियों को इसके निर्देश दिए। दुकानें, माल, यात्री सेवा से जुड़े वाहनों की समय-समय पर जांच हो। सप्ताह में तीन दिन अधिकारी इसकी निगरानी करेंगे। अगर कोई व्यक्ति बगैर मास्क के देखा या पाया जाए तो कार्रवाई हो। इतना ही नहीं इन सेवाओं से जुड़े लोग सामाजिक दूरी और मास्क पर ध्यान दें। दुकानों और बसों में ऐसे लोगों को प्रवेश न दिया जाए। जो बगैर मास्क के हों। क्योंकि राज्य में रोगियों की संख्या बढ़ रही है।
चन्द्रकेतु पाण्डेय