पंचायतों में कराएं माॅकड्रिल : डीएम
नवादा : कोरोना वायरस महामारी से सुरक्षा हेतु जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा के द्वारा अनेकों कदम उठाये जा रहे हैं।
उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि एक मीटर फासले का सामाजिक दूरी बनाये रखें। घर से बाहर न निकलें। घर में ही बने रहें।
जिला भर में लॉक डाउन प्रभावी रूप से लागू है। आवश्यक सामग्री यथा, दूघ, फल, सब्जी की दुकाने खुली हैं, इसके अलावा सभी दुकानों को बन्द किया गया है।बृहत पैमाने पर लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है।
लॉक डाउन स्थिति से प्रभावित गरीब लोगों के लिए राशन, पानी आदि वितरणके लिए जन वितरण प्रणाली को आदेश दिया गया है कि सभी लोग इसे सही रूप से वितरण करना सुनिश्चित करें। सभी पीएचसी में मेडिकल जांच की व्यवस्था की गयी है ताकि कोरोना वायरस के संदिग्धों की पहचान कर उसके मेडिकल रिपोर्ट को जांच के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज भेजा जा सके। बाहर से आने वाले यात्रियों की प्रखंड स्तर पर जांच की जा रही है। सदर अस्पताल में भी उचित व्यवस्था किया गया है। जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर राहत केन्द्र खोले गये हैं।
जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को मॉक ड्रील करने का निर्देश दिया है। सभी प्रखंडों में वरीय प्रभारी पदाधिकारी अपने-अपने आवंटित प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के समीप चयनित पंचायत में यह मानते हुए उक्त पंचायत में कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है, जिसके संबंध में मॉक ड्रील की कार्रवाई सभी प्रखंडों में की जा रही है।
मॉक ड्रील की कार्रवाई प्रखंड के सभी विभागों के पदाधिकारियों यथा प्रखंड विकास पदाधिकारी, अचंल अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, थानाघ्यक्ष, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सहित प्रखंड स्तरीय पर्यवेक्षिकीय पदाधिकारी एवं अग्निशामक पदाधिकारी शामिल होंगे।
मॉक ड्रील की कार्रवाई इस प्रकार करनी है कि अगर सही में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति पाये जाते हैं तो तुरंत उस क्षेत्र में सभी ऐतिहायतिक कार्रवाई सुनिश्चित हो जाय।
सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी चयनित पंचायत में वरीय प्रभारी पदाधिकारियों की अध्यक्षता में किये जाने वाले मॉकड्रील की कार्रवाई हेतु अपने स्तर से सभी प्रखंड स्तरीय पर्यवेक्षिय पदाधिकारी को ससमय उपस्थिति में किये जायेंगे। इससे संबंधित प्रतिवेदन जिला में रिपोर्ट भी करेंगे।
मुखिया ने बनाया आइसोलेशन वार्ड, माक्स और सावुन का किया वितरण
नवादा : दिन प्रतिदिन कोरोना वाइरस जैसे महामारी की गंभीरता को देखते हुए केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक गंभीर हैं। वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिले के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में संदिग्ध और बाहर से आये लोगों के लिए आइसोलेशन वार्ड और खाने के लिए सामुदायिक भोजनालय की व्यवस्था की जा रही हैं।
इसी कड़ी में बलिया बुजुर्ग पंचायत में मुखिया बिन्नी कुमारी द्वारा मध्य विद्यालय में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया। मुखिया प्रतिनिधि पूर्व मुखिया नरेश कुमार उर्फ कारु माली ने बताया कि गरीब लोगों को खाने के लिए मध्य विद्यालय में सामुदायिक भोजनालय खोला गया हैं। जहां गरीब और लाचार लोगों को भोजन खिलाया जायेगा। गुरुवार को लगभग दो सौ से अधिक लोगों को भोजन करवाया गया। वहीं दूसरी ओर पंचायतवसियो को कोरोना से बचाव के लिए मुखिया ने घर घर जाकर मास्क और सावुन का वितरण किया और लोगों से घरों में रहने की अपील की। इस कार्य में उपमुखिया विरेंद्र कुमार, उपसरपंच विनोद चौधरी, धीरज कुमार, रुपेश वर्मा, अमन कुमार, प्रवीण कुमार, पिन्टु कुमार ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
गेहूं कटाई में मजदूरों की कमी बनी बाधा
नवादा : लॉकडाउन से किसानों की मुसीबतों में इजाफा हो गया है। गेहूं की फसल कटने के लिए तैयार है, लेकिन मजदूर नहीं मिल रहे। कोरोना का खौफ ऐसा कि मजदूर अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
गेहूं के साथ तेलहन व दलहन फसलें अभी खेतों में हीं है। उपर से आसमान में रोजाना बादल का मंडराना किसानों की चिता को और बढ़ा रहा है। मजदूरों के नहीं मिलने से किसान अगर हार्वेस्टर मशीन से गेहूं कटवाते हैं तो पूरे साल का पशु चारा बर्बाद हो जाएगा। अगर फसल कटाई में देरी होती है तो नुकसान के अलावा कुछ हाथ नहीं लगेगा।
किसान चंद्रशेखर सिंह, मनीष सिंह, गोलू सिंह, जनार्दन मांझी ने कहा कि में गेहूं की कटाई का सीजन शुरू हो रहा है। जिन किसानों के पास दो-तीन एकड़ जमीन है, वे मजदूरों से ही गेहूं कटवाते हैं।
इसकी वजह ये है कि उन्हें पशुओं के लिए साल भर का चारा भी चाहिए। ऐसे में मजदूरों का नहीं मिलना परेशानी का सबव बन गया है।
बड़े किसान हैं तो वे पशुओं के लिए जितना चारा चाहिए, उतनी फसल छोड़कर बाकी मशीन से कटा लेते हैं। इसका फायदा यह होता है कि कटाई के साथ साथ गेहूं निकल जाता है। अलग से थ्रेसर लगवाने की जरूरत नहीं पड़ती। समय की बचत भी होती है। यही किसान बाद में खेतों में आग लगा कर डंठलों को जला देते हैं। जिससे कभी-कभी बगल वाले किसानों को भी नुकसान का सामना करना पड़ता है।
किसानों का कहना है कि एक एकड़ की फसल अगर मजदूरों से कटवाते हैं तो सात-आठ सौ रुपये लगते हैं।
किसान परिवार खेतों में बीता रहे समय :
कोरोना से बेखौप प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में किसान परिवार इन दिनों अपना समय खेतों में बीता रहे हैं। गेहूं के साथ ही दलहन व तेलहन फसलों को खेतों से काटकर खलिहान ला रहे हैं। प्रखण्ड क्षेत्र के भटबीघा, शाहपुर, रजौन्ध, मंझौली, नवाबगंज, बरसोत, राजन, बैजनाथपुर समेत अन्य गांवों में किसान व मजदूर परिवार लॉक डाउन में घर में रहने की बजाय कृषि कार्यों में समय देते देखे जा रहे हैं। ऐसा करना इनकी मजबूरी भी है।
विलंब होने पर फसलों को नुकसान होगा। जिससे आने वाला समय किसान परिवारों के लिए ज्यादा कठिन होगा।
लॉकडाउन को सख्ती से कराया जा रहा लागू
नवादा : जिले में सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराया जा रहा है। लगातार दंडात्मक कार्रवाई जारी है। सड़कों पर बेवजह घूमने वाले लोगों से ऊठक-बैठक कराई जा रही है। गुरूवार को भी शहर में पुलिस बलों ने कई युवाओं को बगैर किसी काम के सड़क पर घूमने पर उठक-बैठक कराई। वहीं कई स्थानों पर लाठियां भी चटकाई। प्रशासनिक सख्ती का असर दिख रहा है। हालांकि सब्जी बाजार में खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ देखी जा रही है।
मेन रोड में भी कई लोग सड़कों पर घूमते नजर आए। पर नवादा रजौली बस पड़ाव में सब्जी व फल की खरीदारी के दौरान लोग शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे थे। इस स्थान पर ग्राहकों की भीड़ देखी। वहीं रेलवे स्टेशन परिसर, हरिश्चंद्र स्टेडियम समेत अन्य वेंडिग जोन में लोग सतर्कता बरत रहे हैं। इन स्थानों पर पुलिस बलों की तैनाती की गई है।
महामारी की भयावह स्थिति को देखते हुए लोगों को और जागरूक होने की जरूरत है।
बता दें कि सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुल रही हैं।
डीएम यशपाल मीणा ने कहा है कि गैर जरुरी दुकानें खुली पाए जाने पर उसे सील कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बाहर से आने वालों की हो रही स्वास्थ्य जांच
दूसरे राज्यों से नवादा पहुंचे लोगों की स्वास्थ्य जांच कराई जा रही है। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि ऐसे लोगों की हर हालत में मेडिकल जांच कराई जाए। उन्होंने सामुदायिक किचन को सही तरीके से संचालित कराने का निर्देश दिया है, ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। प्रखंड स्तर के सभी आशा, एएनएम, आंगनबाडी सेविका-सहायिका, पीआरएस, आवास सहायक, मनरेगा पीओ, बीडब्ल्यूओ, बीसीओ, पारा मेडिकल टीम आपस में समन्वय बनाकर काम करें। इस दौरान अपनी सुरक्षा का भी ख्याल रखें। होम क्वारंटाइन एवं आइसोलेशन वार्ड की देखभाल पूरी सर्तकता से करने का निर्देश दिया। लोगों से अपने घरों में रहने और शारीरिक दूरी का भी पालन करने की अपील की। आपातकाल की इस घड़ी में लोगों से जरूरतमंदों की सहायता कर मानवता का परिचय देने की अपील की है।
हेल्पलाइन नंबर पर दे सकते हैं सूचना
कोरोना वायरस से संबंधित कोई भी सूचना या सहायता हेतु सूचना जिला हेल्पलाइन नंबर – 8544421639, 06324-212278, 06324-212279, 06324-212280, 06324-212281 पर दी जा सकती हैं। सभी पीएचसी में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। सदर अस्पताल समेत सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अलर्ट मोड में हैं।
सड़क दुर्घटना में पीआरएस जख्मी
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखण्ड के लौंद पंचायत में कार्यरत पी आर एस धनञ्जय कुमार मोटरसाइकिल दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गये। घटना तब हुआ जब वे हाई स्कूल सिरदला आइसोलेशन वार्ड ड्यूटी के लिए नवादा से सिरदला जा रहे थे। घटना स्टेट हाइवे 70 जमुगाय मोड़ के समीप एक मवेशी के अचानक दौड़ जाने के कारण हो गया।
घटना में घायल पी आर एस को सदर अस्पताल नवादा भेजा गया है। इधर घटना के बाद पी ओ बीरेंद्र कुमार पी आर एस राजीव कुमार समेत सभी कर्मीयो ने गहरा दु:ख ब्यक्त किया है।
एचडीएफसी बैंक में लगी आग से लाखों क्षति
नवादा : जिले के तापमान में बृद्धि के साथ ही आग लगने की घटनाओं में बृद्धि होनी आरंभ हो गयी है । नगर के प्रसाद बिगहा मुहल्ले के एचडीएफसी बैंक में अचानक लगी आग से लाखों का नुकसान हुआ है। सूचना के आलोक में पहुंची फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों की मदद से आग पर काबू पाया जा सका । अग्निकांड के कारणों का पता नहीं चल सका है।
दूसरी ओर गोविन्दपुर थाना क्षेत्र के हरनारायणपुर गांव में आग लगने से सैकड़ों बोझा गेहूं जल गया। गेहूं जलते देखकर ग्रामीण दौड़े और आग पर काबू पाने के लिए लोग पानी की व्यवस्था करने में जुट गए। जब तक पानी की व्यवस्था करते तबतक गेहूं का सारा बोझा जल गया। आग लगने का कारणों का पता नहीं चल पाया। बताया गया है कि दिनेश कुमार ने खेत बटाई पर पप्पू राजवंशी को दिया था। गेहूं काट कर एक जगह खलिहान में रखा गया था। रात में ही अचानक गेहूं के बोझा में आग लग गई। आग लगते देखकर गांव के सभी लोग बुझाने के लिए दौड़ पड़े, लेकिन जब तक पानी का इंतजाम होता सबकुछ स्वाहा हो चुका था।
नोएडा से एम्बुलेंस से पांच लोग पहुंचे नवादा, लोगों में हड़कंप
किसान दिनेश कुमार ने बताया कि लगभग 200 बोझा गेहूं जल गया। पीड़ित ने मुआवजा के लिए अंचलाधिकारी से गुहार लगाई है। अंचलाधिकारी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी को जांच के लिए दिया गया। सीओ ने बताया कि जांचोपरांत नियमानुसार क्षति पूर्ति किसान को दिया जाएगा। इसके पूर्व पकरीबरांवा प्रखंड क्षेत्र के बोला गांव के सात किसानों के खेतों में लगी गेहूं की फसल जलकर खाक हो चुकी है ।
राजद पहुंचा रहा गरीबों को खाद्यान्न व अन्य सामग्री
नवादा : कोरोना के कहर ने भारत की रफ्तार पर लगाम लगा दी है।
इस संकट की घड़ी में नवादा जिला राजद परिवार गरीब गुरबा दीन हिन हीन के साथ खड़ी है।
बिहार के पूर्व राज्य मंत्री राजबल्लभ प्रसाद यादव व नारदीगंज जिला परिषद सदस्य अशोक यादव गरीब गुरबा हेतु खाद्य सामग्री के लिए डोर टू डोर जाकर नारदीगंज प्रखंड के मधुबन, सीतारामपुर, आजाद नगर, बाणगंगा चौरामा, फलडू गांव में जाकर महादलित टोले में डोर टू डोर खाद्य सामग्री आलू प्याज चावल आटा दाल वितरण कर रहे हैं।
नारदीगंज जिला परिषद सदस्य अशोक यादव ने अपने आवास पर मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए पूरे नवादा जिला की जनता को अपने घरों में सजग सतर्क के साथ रहने की सलाह दी है ।
मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि पूरा राजद परिवार इस संकट की घड़ी में पूरे नवादा जिला वासियों और जिला प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है उनके सुख-दुख में साथ खड़े रहने का संकल्प लिया है ।
शिक्षक की विद्युत स्पर्शाघात से मौत
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड के मध्य विद्यालय चिरैला के शिक्षक अरुण कुमार की मौत विद्युत स्पर्शाघात से हो गयी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा है ।
वे कोरोना वाइरस के कारण विद्यालय में प्रवासित लोगों की देखभाल में प्रतिनियुक्त थे , उसी समय अनायास करंट लगने के कारण अचेत हो गए । उन्हे बेहतर इलाज हेतु नवादा सदर अस्पताल ले जाया गया जहाँ इलाज के क्रम में मृत्यु हो गयी।
संघ के अध्यक्ष अजीत कुमार ने मौत पर संवेदना व्यक्त करते हुए आश्रित को नौकरी के साथ ही पचास लाख रूपये मुआवजा देने की मांग बिहार सरकार व जिला प्रशासन से की है ।