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18 जून : वैशाली की मुख्य ख़बरें

वैशाली में भी बढ़ रही चमकी पीड़ित बच्चों की संख्या

हाजीपुर : भागवानपुर प्रखंड में मस्तिष्क ज्वर का एक और मामला प्रकाश में आया है। प्राप्त सूचना के अनुसार हरिवंशपुर गाव निवासी सुनील सहनी की सात माह की पुत्र चमकी बुखार की चपेट में आ गयी। बच्ची को बुखार एवं उल्टी होने लगी। बीमारी की खबर मिलते ही भागवानपुर स्वस्थ्य केन्द्र के द्वारा एम्बुलेंश भेजकर बच्ची कों स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जंहा बच्ची की हालत में सुधार है।

उतेजित ग्रामीण हाजीपुर-मुज़फ़्फ़रपुर के भगवनपुर थांना क्षेत्र के बानथु चौहरमल चौक पर तीन घंटे यातायात अबरुद्ध कर दिया तथा बीच सड़क पर टायर एवं लकड़ी जला कर यातायात बाधित कर सरकार एवं प्रसाशन विरोधी नारे लगाए आक्रोशित लोगो का आरोप था कि चमकी बीमारी लीची से नहीं पानी के अभाव में बगैर स्नान किये, बगैर हाथ पैर धोय, रहने से हो रही है। पानी के लिए हाहाकार है। थानाध्यक्ष संजय कुमार द्वारा काफी समझने बुझाने एवं जल्द ही पानी की समुचित व्यवस्था किये जाने के आश्वासन के बाद जाम हटा। बच्चे बूढ़े स्त्री, पुरुष सभी पानी के अभाव एवं  चमकी बुखार के भय से अपने अपने बच्चे को अन्यत्र भेज चुके है या फिर गाँव छोड़ने का मन बना रहे है। पानी नहीं मिलने के कारण हम गरीबो में चमकी बीमारी फैल रहा है। मालूम हो कि हरिवंशपुर गाँव के सात बच्चे इस बीमारी के कलकलवित हो चुके है। इसी प्रखंड के खुद बकरा गांव निवासी मिट्ठू महतो की 3 वर्षीय पुत्री नंदनी कुमारी की मौत हो गई। चमकी बुखार की सबसे ज्यादा असर  भगवानपुर प्रखंड के हरिवंश पुर गांव में है। जहां 7 बच्चों की मौत हो चुकी है  जबकि बखरा  गांव में एक बच्ची की मौत हो गयी है। प्रखंड के चार गॉवो क्रमशः हरिवंशपुर, सहथा, ख़िरखौया, ब्राहरूप में   ग्यारह बच्चों की मौत हो चुकी है।

नागरिक विजेश विकास परिसद के अध्यक्ष केदार प्रसाद यादव एवं उपाध्यक्ष मंजू सिंह इन गावो में लगतार कैंप कर लोगो को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए जागरूकता अभियान चला रही है।  आज मृत बच्चो को श्रंद्धांजलि देने कें लिय राजद एवं नागरिक विकास परिसद के सदस्यों द्वारा हरिवंशपुर गाव से रास्ट्रीय राज मार्ग 22 तक कैंडिल मार्च निकाला जयगा। भागवानपुर प्रखंड में एक के बाद एक गाँव चमकी बुखार की चपेट में आ रहे है लोग भयाक्रांत है।  इसके बाबजूद पीने का पानी की समस्या दूर नहीं की गई, नल-जल योजना टाय-टाय फीस हैं। बीडीओ या कोई भी स्वास्थ्य पदाधिकारी इन क्षेत्र का दौरा नहीं किया है जिससे ग्रामीण आक्रोशित है।

दिलीप हाजीपुर