अभियंत्रण महाविद्यालय संस्थान के भवन निर्माण कार्य का हुआ शिलान्या
आरा : सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भोजपुर जिले में ऐतिहासिक अभियंत्रण महाविद्यालय संस्थान के भवन का शिलान्यास किया गया। इसी के साथ भोजपुर जिले के लिए आज का दिन अत्यंत गौरवशाली हो गया।
विदित हो कि 73.13 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति के साथ इस कार्य को कराए जाने का लक्ष्य है ।भवनों का वर्गीकरण काफी आधुनिक तरीके से किया गया है जिसमें प्रशासनिक, शैक्षणिक भवन एवं कार्यशाला भवन के लिए भूतल के साथ 3 मंजिला भवन होगा। साथ ही साथ बालक छात्रावास हेतु 5 मंजिला बालिका छात्रावास हेतु 3 मंजिला एवं प्राचार्य हेतु दो मंजिलें क्वार्टर बनाया जाएगा। टाइप सी पांच मंजिलें भवन होंगे। चतुर्थ एवं तृतीय वर्ग के कर्मचारियों के लिए भी क्वार्टर बनेगा जिसका भवन 4 मंजिल का होगा । भवन की नियत चारदीवारी होगी एवं चार गेट लगाए जाएंगे। भवन के अंदर आंतरिक पथ, पाथवे एवं पार्किंग की भी व्यवस्था है।
उपलब्ध स्थल को लैंडस्केप एवं हॉर्टिकल्चर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें भूमिगत टैंक एवं पंप रूम लगाए जाएंगे। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के साथ ही मुख्य द्वार के पास एक ऑफिस भी बनाया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी भवन से भोजपुर जिले को काफी लाभ पहुंचेगा एवं शिक्षा के क्षेत्र में काफी उन्नति होने की संभावना है।
दो और कोरोना संक्रमितों ने तोड़ा दम, सामने आए दस नए मामले
आरा : भोजपुर के कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीजों की मौत हो गई। इन मौतों की पुष्टि सिविल सर्जन डॉ. ललितेश्वर प्रसाद झा ने नहीं की है। राज्य हेल्थ सोसायटी के ट्यूटर पर मृतकों की संख्या में पहले 29 थी अब 31 संख्या अंकित है। वहीं लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। बुधवार को मात्र कोरोना के 10 मरीज ही जिले में मिले है। मंगलवार को 13 मरीज मिले थे।
बता दें कि यह राहत भरी खबर है कि कोरोना संक्रमण का मामला धीरे-धीरे कम होते जा रहा है। प्रतिदिन शहर के सांस्कृतिक भवन, सदर अस्पताल व पीएचसी में कोरोना की जांच हो रही है। स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों पर बारी-बारी से जांच शिविरों में ज्यादा से ज्यादा जांच कराने की लगातार लोगों से अपील भी की जा रही है। बाजारों में बेतहाशा भीड़ उमड़ने लगी है।
अधिकांश लोग बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन के अपने-अपने कार्यों में मशगूल दिख रहे हैं। सड़कों पर छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही पुराने ढर्रे पर आ गई है। कुल 121861 सैंपलों की जांच भोजपुर में अभी तक हुयी है। 141 मरीजों में कोरोना वायरस एक्टिव है।
आरा में महिला मरीज के पेट से निकाला गया 20 किलो का ट्यूमर
आरा : शहर के बाबू बाजार स्थित निजी क्लिनिक में गुरुवार को एक महिला मरीज के पेट से करीब 20 किलो का ट्यूमर निकाला गया। सर्जन डॉ. ने ऑपरेशन कर महिला मरीज के पेट से ट्यूमर को निकाला।
उन्होंने बताया कि महिला शहर के नवादा थाना अंतर्गत जवाहर टोला निवासी फूलन मियां की पत्नी असगरी खातून है। वह पिछले पांच-छह वर्षो से पेट दर्द से परेशान रहती थी। काफी दिनों से उसने इधर-उधर इलाज भी कराया। लेकिन कुछ राहत नहीं मिला। तब वह इलाज के लिए महावीर टोला स्थित निजी क्लिनिक पर पहुंची।
डॉ. ने बताया कि अल्ट्रासाउंड में उसके पेट में बडा ट्यूमर होने का पता चला। इसके बाद महिला को ऑपरेशन की सलाह दी गई। आज सुबह महिला मरीज का सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर करीब 20 किलो का ट्यूमर निकाला गया। चिकित्सक ने बताया कि मरीज की हालत स्थिर है।
बिहार में संभल कर रहें, चुनाव भी है और कोरोना भी
आरा : बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां चल रही है और स्वभाविक तौर पर लोगों के बीच कोरोना को लेकर कई तरह की आशंकाएं और संशय बरकरार है। चुनावी प्रत्याशियों का जनसंपर्क अभियान चरम पर है इस दौरान सामाजिक दूरी के पालन का भी ख्याल नही किया जा रहा है।
वही सबसे बड़ा कन्फ्यूजन इस बात को लेकर भी है कि क्या कोरोना से ठीक होने के बाद भी किसी को दोबारा कोरोना का संक्रमण हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कहा कि कोविड में रीइन्फेक्शन हो सकता है। और लोगों को दोबारा संक्रमित होते पाया गया है। अब सवाल बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर है जहाँ कोरोना से ठीक हुए लोग भी अपने उमीदवार के साथ लोगों के बीच जनसंपर्क कर रहे है जहाँ सामाजिक दूरी का भी ख्याल नही किया जा रहा है।
साफ है कि अगर कोई कोरोना संक्रमण से ठीक हुआ और मानकर निश्चिंत हो जाये कि उसे दोबारा संक्रमण नही होगा, तो यह उसकी गलतफहमी होगी। इसलिए संक्रमण से ठीक होने पर भी सावधानी में किसी तरह की कोताही नही बरतनी चाहिए। सतर्कता, समझदारी और सफाई व्यवस्था का अनुशासन में रहकर पालन करने से ही हम इस जानलेवा बीमारी को मात दे सकते है। अन्यथा तमाम उपायों के बावजूद संक्रमितों की संख्या बढ़ती जाएगी। लिहाजा इसबार बिहार विधानसभा के चुनाव में सुरक्षात्मक उपाय बेहद ही जरूरी है और यही बचाव की कुंजी है। इसलिए संभल कर रहे इस बार बिहार में चुनाव भी है और कोरोना भी।
राजीव एन अग्रवाल