17 अक्टूबर : मधुबनी की प्रमुख ख़बरें

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बिजली केबल सप्लाई को शनिवार तक हरहाल में बहाल करें : ए०ए०सी०

मधुबनी : जयनगर शहर के मेनरोड में 120 एम का डबल सर्किट लगेगा एवं लाईन खराब पर मोबाइल से कम्पलेन होगा दर्ज। विद्युत अधीक्षक अभियंता दरभंगा सुनील कुमार दास ने बुधवार को जयनगर पहुंचकर शहर के मेनरोड में लगे हाईपरटेंशन तथा नये केबल पोलों का निरीक्षण किया। वे वाटरवेज चौक से शहीद चौक तक सड़क पर लोहे के लगे बेकार विद्युत पोलों के डिसमेंटल कार्य का भी जायजा लिया तथा इसे शीध्र सड़क से दो दिन के भीतर हटाने का निर्देश दिया।
साथ में मधुबनी कार्यपालक अभियंता अजय कुमार,सहायक अभियंता जयनगर सतपाल सिंह, ईस्ट इंडिया कम्पनी के इंजीनियर सुनील साऊ, जेई रवि कुमार समेत अन्य कर्मी थे। दास ने सड़क के पुरब लगे नये केबल पोल के डीपी में लग रहे आग तथा गुणवत्ता के लिहाज से डबल सर्किट लगाने का निर्देश दिया। ताकि डीपी में आग नहीं लगे। साथ ही अधिकारियों को मेन्टेनेंस को लेकर सख्त निर्देश दिया है।

21 को पटना में श्रीकृष्ण सिंह की 150 वीं जयंती

कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ० अखिलेश सिंह ने कहा कि वे सभी को न्योता देने आए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पटना के इस जयंती समारोह में शिरकत करें। उन्होंने कहा कि श्रीबाबू के जमाने में चीनी मिलों का जाल था। बिहार में 27 प्रतिशत चीनी का उत्पादन होता था।
मौजूदा सीएम विकास की बात करते हैं, पर अभी महज 2 प्रतिशत चीनी ही उत्पादित हो रही है। जो उद्योग थे, सभी बंद हो गये। जो बचे भी हैं, या बंद होने के कगार पर हैं। उनके जमाने में एकीकृत बिहार में बरौनी, हटिया, टाटा सहित कई पब्लिक और प्राईवेट उद्योग धंधे लगे। सभी मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज श्रीबाबू के समय में बना। श्रीबाबू जात-पात से उपर उठकर काम करते थे। वे जिस समाज से आते हैं उसी समाज के लोगों के पास सबसे अधिक भूमि थी। पर वे बिहार के हित में जमींदारी उन्मूलन का काम शुरू किया। लेकिन, अभी जात-पात के बिसात पर राजनीति होती है। छोटे से छोटा फैसला लेने में भी हिचक होती है। डॉ० अखिलेश सिंह ने कहा कि मधुबनी समृद्ध व विद्वतजनों की धरती है। सभी लोग श्रीबाबू की 150 वीं जयंती पर पटना में आएं और इस समारोह को ऐतिहासिक बनायें ।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रो० शीतलांबर झा व मीना देवी कुशवाहा ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह सांसद का पाग-दोपट्टा और मिथिला पेंटिंग भेंटकर भव्य स्वागत किया। अधिवक्ता संजय झा, मनोज मिश्र, कृष्णकांत झा गुड्डू, विजय झा भोला, मो. शाबिर, राजकमल आजाद, विनय झा सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।

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नियुक्ति को लेकर मारपीट

मधुबनी : नगर थाने में वार्ड नम्बर-09 मोमिन टोला के निवासी मोहम्मद मोईनुद्दीन ने आंगनबाड़ी सेविका में हो रहे धांधली का विरोध करने पर वार्ड नम्बर-09 के पूर्व पार्षद शाहजहाँ और उसके परिजनों पर मारपीट की प्राथमिकी दर्ज करायी है। नगर थाने में दर्ज प्राथमिकी में मो० मोईनुद्दीन ने कहा कि उनकी पतोहू गुलशाना आंगनबाड़ी सेविका की बहाली के लिये आवेदन दी थी, जिसका आम सभा 25 सितंबर को आयोजित हुआ। जिसमे मेरी पुतौहु का नाम सर्वसम्मति से पास हो गया। लेकिन पूर्व पार्षद शाहजहाँ के द्वारा हल्ला-गुल्ला कर देने के कारण आम सभा स्थगित कर दिया गया।
इधर 14 अक्टूबर को दोपहर सुषमा नाम की आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका इस मामले की जाँच करने मुहल्ला मे आई, तो देखा की सुषमा पूर्व पार्षद शाहजहाँ के यहाँ जा रही थी। मैंने विरोध किया अगर जाँच करनी है तो बाहर कीजिये। जिस पर पूर्व पार्षद शाहजहाँ अपने वर्तमान पार्षद पत्नी बेनजीर खालिदन एवं अन्य परिजनों ने लाठी – डंडे से मुझे एवं मेरे परिवार के साथ बुरी तरह मारपीट किया और जान से मारने की कोशिश की है। असल झगड़ा की जड़ यह है कि पूर्व पार्षद शाहजहाँ की भाभी मेहजबी बानो भी आंगनबाड़ी सेविका में उम्मीदवारी की थी। जो नियम के अनुकूल नहीं है। शाहजहाँ जबरदस्ती हो-हल्ला करके अपनी भाभी का आंगनबाड़ी सेविका मे चयन करवाना चाहता है।
इधर वार्ड नम्बर-09 के पूर्व पार्षद शाहजहाँ ने भी आंगनबाड़ी सेविका के चयन मे मो० मोईनुद्दीन एवं उसके बेटे तमन्ना के खिलाफ नगर थाने मे रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज कराया है।
संवाददाता से बातचीत में उन्होंने बताया कि मोहम्मद मोईनुद्दीन के द्वारा दर्ज प्राथमिकी में मेरे ऊपर लगाये गये आरोप बिल्कुल गलत है। आंगनबाड़ी सेविका के लिस्ट में वार्ड नम्बर-09 निवासी मेरी भाभी मेहजबी बानोगा का नाम तमन्ना की बीवी गुलशाना से ऊपर है। नियम के मुताबिक मेरी भाभी का सेविका मे चयन निश्चित है जिसके सारे कागजात मेरे पास है, उस दिन किसी भी तरह की मारपीट नही हुई थी मामूली विवाद जरुर हुआ था। मोहम्मद मोईनुद्दीन का बेटा आपराधिक प्रवृति का है। उस पर पूर्व मे कई मामले दर्ज है आंगनबाड़ी सेविका के चयन में अपनी बीवी का चयन नहीं होते देखकर बौखला गया है और हमसे रंगदारी मांग रहा है और किसी भी तरह का झंझट पैदा करके आंगनबाड़ी सेविका चयन की प्रक्रिया को लटकाना चाह रहा है।
इसे लेकर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है और सच के जाँच के लिये तैयार हूँ।

जयनगर के लाल ने देश-विदेश में नाम किया रौशन, श्रीलंका में जोहर कप का फाइनल तक का तय किया सफर

मधुबनी जिले के जयनगर अनुमंडल मुख्यालय के आर्यकुमार पुस्तकालय रोड इस्तिथ एडवोकेट चंदेश्वर यादव का पुत्र सृजन कश्यप ने भारत अंडर-14 के कटेगरी में सेलेक्ट होके जोहर कप खेलने को श्रीलंका के कोलंबो गए और वहां फाइनल तक का सफर तय किया। इस दौरान पूरे टूर्नामेंट में अपने टीम के तरफ से टॉप स्कोरर भी रहे।
जानकारी देते हुए खुद सृजन ने बताया कि यहां इतने छोटे से जगह में भी संसाधनों के अभाव में भी उन्होंने अपने दृढ़ निश्चय और मेहनत के साथ अपने कोच कृष्णनंद प्रतिहस्त एवं पंकज ब्रेट ली से क्रिकेट के गुर सीखे और पूरी मेहनत के साथ जी-जान लगा कर इंडिया अंडर-14 टीम के लिए सेलेक्ट हुए।
इस सेलेक्शन प्रक्रिया के दौरान उन्होंने पटना, धर्मशाला में प्रक्रिया में भाग लिया और सेलेक्शन मापदंड पर 16.1 पॉइंट के साथ खड़े उतड़े। आपको बता दें कि टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली का यह स्कोर 22 था, और सृजन इसमे 16.1 स्कोर किये हैं।
इसके बाद उनको फाइनली टीम इंडिया अंडर-14 में ओपनर बैट्समैन कप्तान के रूप में चयनित कर श्रीलंका में जोहर कप खेलने को भेजा गया। पूरे जोहर कप में एक मैच सिर्फ हारे वो भी उनका लीग मैच था और फाइनल में आके उनको हार का सामना करना पड़ा। वापस अपने घर जयनगर आने पर उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। जानकारी देते हुए सृजन ने बताया कि अभी अगले महीने एक फ्रेंडली मैच खेलने के लिए उनको भूटान आमंत्रित किया गया है, जिसमे वो शिरकत करेंगें।
कौन है सृजन?
आर्यकुमार पुस्तकालय रोड स्थित अधिवक्ता चंदेश्वर प्रसाद यादव के प्रथम पुत्र हैं। इस साल उन्हें 10वीं बोर्ड की परीक्षा भी देनी है। जानकारी देते हुए इनके पिता और माता ने बताया कि हमारा पूरा सपोर्ट हैं सृजन को वो चाहे तो क्रिकेट को ही अपना कैरियर बना सकता है। फिलहाल जो भी हो सृजन ने देश ही नहीं विदेश में भी अपना और अपने माता – पिता का नाम रोशन कर दिया है, उम्मीद है जल्द ही इनका भारतीय टीम में भी सेलेक्शन हो जाएगा।

 जिले के जयनगर में कौमुदी महोत्सव के अवसर पर आयोजित की गई एकदिवसीय काव्य संध्या, देश और विदेश से कई कवि हुए शामिल

मधुबनी : जयनगर के कमला रोड स्थित आर्यकुमार पुस्तकालय में ज्योत्स्ना मंडल और आर्यकुमार पुस्तकालय के संयुक्त तत्वाधान में एकदिवसीय काव्य संध्या का आयोजन हुआ। इस कवि सम्मेलन में देश भर के हर कोने से मशहूर कवि ओर साहित्यकार एवं पड़ोसी देश नेपाल से भी कई कविकरों ने इसमें भाग लिया।
इस मौके पर प्रो० शिव कुमार झा ‘निखिलेश’ की तीसरी रचना “जल” नामक पुस्तक का भी विमोचन किया गया। आपको बता दें कि प्रो० शिव कुमार झा जयनगर निवासी हैं।
इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन सर्वप्रथम दिप प्रजवलित कर सभी मुख्य अतिथियों के द्वारा किया गया। इसके बाद संगीतकार कृष्ण कुमार के द्वारा सरस्वती वंदना और स्वागत गान भी गाया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उदय चंद्र झा(पूर्व वित्त पदाधिकारी, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त मैथिली के सुप्रसिद्ध कवि) थे। वहीं, विशिष्ट अतिथि के तौर पर डॉ० संजय पंकज, डॉ० भानुप्रताप सिंह, डॉ० नंदकिशोर नंदन, डॉ० गोविंद राकेश, राजेश्वर नेपाली(जनकपुर) थे। वहीं, मंच संचालन नारायण यादव, सदरे आलम गौहर ने संयुक्त रूप से बारी-बारी से किया। वहीं, स्वागत भाषण प्रो० शिव कुमार झा ‘निखिलेश’ ने दिया।
इस कार्यक्रम में काव्य कृति “जल” का विमोचन डॉ० भानुप्रताप सिंह(हिंदी विभागाध्यक्ष, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय) एवं इस कृति पर चर्चा भी किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ० कमलकांत झा ने किया। इस कार्यक्रम में उदयचंद्र झा “विनोद”, हरि नारायण गुप्ता, चंद्रशेखर राय “चमन”, संजय पंकज, राजेश्वर नेपाली, डॉ० विनय विश्वबंधु, डॉ० नंदकिशोर नंदन, अमित आजाद, गोविंद राकेश, सदरे आलम गौहर, वासिफ जमाल, कमलेश प्रशाद, रामेश्वर निशांत, डॉ० गुलाम रसूल, रामउचित पासवान, धर्मेंद्र कुमार, असिफ हिंदुस्तानी, अमरकांत कुंवर, रामस्वार्थ ठाकुर, बौवेलाल यादव, आलोक भारती, नारायण यादव, डॉ०कमलकांत झा, आलोक भारती इत्यादि कवियों ने भाग लिया। मौके पर सैकड़ों की संख्या में श्रोता पहुंचे और पूरे कार्यक्रम का आनंद कार्यक्रम के अंत तक लिया।

जयनगर बाजार से स्टेट बैंक के ई-कॉर्नर हटाये जाने से लोग गुस्से में

मधुबनी : इस ई-कार्नर से जयनगर बाजार में एटीएम से पैसे जमा व निकासी में लोगों को बहुत सुविधा होती थी। शहर के मेन रोड स्थित गुरूद्धारे के सामने स्टेट बैंक द्वारा लगाये गये एटीएम को ई-कॉर्नर एक पखवाड़े से बंद रहने से लोगों में प्रबंधन के विरुद्ध गुस्से में हैं । जिसके लिए जयनगर चैम्बर के महासचिव अनिल बैरोलिया, सचिव पवन यादव ने बैंक के स्थानीय प्रबंधन व आरएम व जीएम को पत्र लिखकर उसे शीध्र चालु कराने की मांग की है। शहर भर के व्यापारियों का कहना है कि एक तरफ स्टेट बैंक का ब्रांच को शहर से बेलही पंचायत में शिफ्ट कर दिया गया, जिससे उपभोक्ताओं को पिछले वर्ष से परेशानी हो रही है।
वहीं पिछले एक पखवाड़े से शहर के गुरूद्वारा के सामने स्थित एटीएम को बंद कर दिया गया है, जो आम उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गया है। एटीएम होने से लोगो को पैसे निकालने व जमा करने में सहुलियत होती थी।
बैंक के प्रबंधक प्रदीप कुमार ने बताया कि ई-कॉर्नर के मशीन पुराने होने के कारण ओपरेटिव में बार- बार कठिनाई हो रही थी, जिसे हटाकर ब्रांच में लगाया गया है। बता दें कि जयनगर में पैसे जमा व निकासी वाला दो मशीन है। जिसमें स्टेट बैंक का संचालित रहता था, जिसे त्योहारों के मौसम में बंद किये जाने से लोग परेशान और गुस्से में है।

आंगनवाड़ी सेविका/सहायिका के चयन से संबंधित शिकायतों की जांच के लिए जांच दल का गठन

मधुबनी : समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार के निदेशानुसार विस्फी, बेनीपट्टी, घोघरडीहा, लौकही, झंझारपुर, राजनगर एवं बाबूबरही परियोजना हेतु जांच दल का गठन किया गया है। मधुबनी जिला के सभी बाल विकास परियोजनाओं में नवंबर, 2018 से सेविका/सहायिका के रिक्त पद पर चयन की कार्रवाई की जा रही है। चयन में अनियमितता के संदर्भ में विभिन्न स्तरों से शिकायतें मिल रही है, जिनकी जांच समय-समय पर की जाती रही है। वत्र्तमान में विस्फी, बेनीपट्टी, घोघरडीहा, लौकही, झंझारपुर, राजनगर, तथा बाबूबरही परियोजनाओं में चयन में अनियमितता के संबंध में अत्यधिक शिकायतों के मद्देनजर प्राप्त सभी शिकायतों की जांच हेतु जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा जांच टीम का गठन किया गया है।
साथ ही सभी संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी को जांच टीम का नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है। जिसके निर्देशन में जांच कार्य को संपन्न करायेंगे।
प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने सतत् निगरानी में जांच कार्य संपन्न करायेंगे एवं आवश्यकतानुसार जांच दल के साथ प्रखंड के अन्य दक्ष कर्मी को भी प्रतिनियुक्त कर सकते हैं। साथ ही जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, मधुबनी को निर्देश दिया गया है कि प्रखंडों से संबंधित प्राप्त सभी शिकायत पत्र/परिवार 3 दिनों के अंदर जांच दल के सदस्य को उपलब्ध करा देंगे। जिला पंचायत राज पदाधिकारी, मधुबनी को निर्देश दिया गया कि जांच दल द्वारा समर्पित सभी जांच प्रतिवेदन की प्रखंड/परियोजनावार समीक्षा कर आवश्यक कार्रवाई हेतु समुचित प्रस्ताव 15 दिनों के अंदर जिला पदाधिकारी, मधुबनी के समक्ष उपस्थापित करेंगे।

मधुबनी जिले के बिस्फी प्रखंड के पतौना पुलिस ने शराब माफिया को दबोचा

मधुबनी : बिस्फी पतौना ओपी थाना क्षेत्र के नवटोली निवासी सुपरमनी बिस्फी थाना एवं पतौना ओपी थाना क्षेत्र से तीन अलग अलग जगहों पर छापेमारी कर भाड़ी संख्या में शराब समेत एक बेलोरो गाड़ी. दो कार एवं तस्कर तथा एक बाइक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जब्त कर लिया। पतौना पुलिस ने कई बार संयुक्त रूप से सुपरमनी के घर गिरफ्तारी हेतु छापेमारी भी की थी। लेकिन, शराब माफिया पुलिस को चकमा देते रहे हैं।
बीते रात गुप्त सूचना के आधार पर पतौना ओपी अध्यक्ष बिजय कुमार पासवान एवं एसआई आरके सिंह ने दल-बल के साथ शराब तस्कर के घर की चारों तरफ़ पुलिस बल की तैनाती कर पुलिस ने शराब तस्कर सुपमनी को उसके अपने रुम से ही दबोच लिया। सुपरमनी की गिरफ्तारी बिस्फी थाना तथा पतौना ओपी थाना के लिए चुनौती बनी हुई थी। शराब तस्करी सुपर माफिया सुपरमनी को पतौना ओपी अध्यक्ष बिजय कुमार पासवान ने एक मिसाल कायम की है। यह गिरफ्तारी पतौना पुलिस के लिए बहुत बड़ी कामयाबी है, सुपरमनी को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

मधुबनी जिले में पंचायत सचिव पर अनिवार्य सेवानिवृति का दंड अधिरोपित सरकारी राशि की वसूली हेतु सर्टिफिकेट केस करने का जिला पदाधिकारी ने दिया निर्देश

मधुबनी : इंद्रदेव झा, पंचायत सचिव, प्रखंड कार्यालय, झंझारपुर के विरूद्ध प्रखंड विकास पदाधिकारी, झंझारपुर के पत्र के आलोक में झंझारपुर प्रखंड अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2013-14 की 13 वीं वित्त के विभिन्न 14 योजनाओं में कुल मो० 47,80,000 प्राप्त किये गये अग्रिम के विरूद्ध श्री झा द्वारा मो० 24,45,664 का मापी पुस्त/अभिश्रव/मास्टर रौल इत्यादि कार्यालय को हस्तगत कराया गया एवं शेष मो० 23,34,336 लंबित रहने तथा उनके द्वारा कार्य प्रारंभ नहीं करने तथा कार्य संपादन में अपेक्षित अभिरूचि नहीं लेने तथा सरकारी राशि का दुरूपयोग एवं वित्तीय अनियमितता करने के आरोप में जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा श्री झा को बिहार सरकारी सेवक(वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील नियमावली 2005) के नियम 9(1) (क) एवं (ग) के आलोक में तात्कालिक प्रभाव से निलंबित करते हुए मुख्यालय बेनीपट्टी अनुमंडल निर्धारित किया गया।
साथ ही प्रखंड विकास पदाधिकारी, झंझारपुर से आरोपित कर्मी के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करने हेतु आरोप पत्र प्रपत्र-क की मांग अनुमंडल पदाधिकारी, झंझारपुर के माध्यम से की गयी थी। प्रपत्र-क में गठित आरोपों, आरोपी कर्मी का स्पष्टीकरण एवं उसके साथ संलग्न साक्ष्यों, उपस्थापन पदाधिकारी का लिखित पक्ष एवं साक्ष्यों, आरोपी कर्मी का आपत्ति आवेदन, आपत्ति आवेदन पर उपस्थापन पदाधिकारी-सह-प्रखंड विकास पदाधिकारी, झंझारपुर द्वारा समर्पित बिन्दुवार मंतव्य के अवलोकन एवं विवेचन से स्पष्ट है, कि आरोपी कर्मी योजना अभिकत्र्ता नियुक्त किये गये थे। आरोपी कर्मी द्वारा योजना में एकरारनामा किया गया, उनके आवेदन पर ही अग्रिम दिया गया। उनका यह कथन कि मौखिक आदेश पर उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति को योजना कार्यान्वयन हेतु दे दिया था, यह उनकी स्वच्छेचारिता को प्रदर्शित करता है।
आरोपी कर्मी ने कोई भी ऐसा प्रमाणिक साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी के लिखित आदेश पर तत्कालीन प्रखंड प्रमुख के द्वारा पेटी काॅन्ट्रैक्टर के रूप में योजना को पूर्ण कराने हेतु आरोपी पंचायत सचिव से राशि प्राप्त की हो। किसी के बचत खाता में राशि जमा करना यह प्रमाणित साक्ष्य नहीं माना जायेगा कि उक्त राशि योजना के रूप में योजना अभिकत्र्ता ने अग्रिम प्राप्त कर दूसरे व्यक्ति के बचत खाता में राशि को जमा कर दिया।

आरोपी कर्मी ने अपने स्पष्टीकरण में यह भी लिखा है कि उन्होंने मो० 47,80,000 रूपये विभिन्न योजना मद में प्राप्त किया था, जिसके विरूद्ध मो० 24,45,664 रूपये मात्र का कार्य कराया, किंतु अवशेष राशि मो० 23,34,336 रूपये उनके जिम्मे नहीं बल्कि तत्कालीन प्रखंड प्रमुख स्व० शंकर चौधरी के जिम्मे रह गया। एक तरफ उनका कथन है, कि तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी, झंझारपुर के मौखिक आदेश पर तत्कालीन प्रखंड प्रमुख को प्राप्त अग्रिम देते गया। किन्तु उन्होंने अपने स्पष्टीकरण में यह स्वीकार किया कि मो० 24,45,664 रूपया का कार्य कराया।

आरोपी कर्मी का स्पष्टीकरण ही संदेह पैदा करता है, कि इतनी बड़ी सरकारी रकम इन्होंने योजना संचालन के नाम पर ले लिया और योजना कार्य पूर्ण नहीं कराया जो एकरारनामा में दिये गये शर्तो के विरूद्ध है। आरोपी कर्मी का कथन दलील मात्र है, प्रमाणित साक्ष्य के अभाव में अरोपी कर्मी के विरूद्ध प्रपत्र-क में गठित आरोप संख्या-01,02,03 एवं 04 प्रमाणित पाया गया।
तत्पश्चात जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा इस मामले की समीक्षा की गई। समीक्षोपरांत पाया गया की इंद्रदेव झा, पंचायत सचिव, प्रखंड-झंझारपुर के विरूद्ध लगाये गये आरोप एवं संलग्न साक्ष्यों, आरोपी कर्मी का स्पष्टीकरण एवं उसके साथ संलग्न साक्ष्यों, उपस्थापन पदाधिकारी-सह-प्रखंड विकास पदाधिकारी, झंझारपुर का मंतव्य एवं उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर संचालन पदाधिकारी द्वारा समर्पित जांच प्रतिवेदन/अधिगम के आधार पर जिला पंचायत राज पदाधिकारी, मधुबनी, उप-विकास आयुक्त, मधुबनी एवं विशेष कार्य पदाधिकारी की टिप्पणी से यह स्पष्ट होता है, कि आरोपी कर्मी श्री इंद्रदेव झा द्वारा द्वितीय कारण पृच्छा में विभागीय कार्यवाही से अलग कोई साक्ष्य/जानकारी उपलब्ध नहीं कराया गया है।
फलतःद्वितीये मद में मो० 47,80,000.00 अग्रिम प्राप्त किया गया था, जिसके विरूद्ध मो० 24,45,664.00 का कार्य कराया गया। अवशेष राशि मो० 23,34,336.00 के विरूद्ध क्रिमिनल मिशलेनियस नं० 8561/2018 में माननीय उच्च न्यायालय के आदेश से मो० 500,000.00 रूपया मात्र नाजिर रसीद संख्या-522948, दिनांक-12.04.2018 द्वारा प्रखंड नजारत, झंझारपुर में जमा किया गया है, परंतु अब भी श्री झा से मो0 18,34,336.00 वसूलनीय है। स्पष्टतः यह सरकारी राशि का गवन है, इसके लिए श्री झा दोषी है।

तत्पश्चात वर्णित स्थिति में जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा बिहार सरकारी सेवक नियमावली 2005 के तहत इंद्रदेव झा, पंचायत सचिव, प्रखंड झंझारपुर को अनिवार्य सेवानिवृति का दंड अधिरोपित किया गया। साथ ही प्रखंड विकास पदाधिकारी, झंझारपुर को आदेश दिया गया कि शेष मो० 18,34,336.00 रूपये वसूली की कार्रवाई हेतु सर्टिफिकेट केस दर्ज करेंगे साथ ही राशि वसूली हेतु नियमानुसार अन्य सभी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। प्रखंड विकास पदाधिकारी, झंझारपुर इस आशय की प्रविष्टि श्री झा के सेवा पुस्तिका में लाल स्याही से करेंगे।

मधुबनी के चकदह स्थित पोखर का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण हेतु समुचित सुझाव/प्रस्ताव देने का जिला पदाधिकारी ने दिया निर्देश

मधुबनी : शीर्षत कपिल अशोक, जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल, मधुबनी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, मधुबनी एवं कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा राजनगर को चकदह स्थित एक मात्र पोखरा बाबा चंदेश्वर नाथ मंदिर पोखर का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण हेतु समुचित सुझाव/प्रस्ताव 7 दिनों के अदर भेजने का निर्देश दिया गया है। पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि श्री शिवनाथ चौधरी, अध्यक्ष, म०वि०स० चकदह मधुबनी एवं अन्य 126 व्यक्तियों द्वारा हस्ताक्षरित आवेदन पत्र कि विषय-वस्तु की जांच कर विभागीय निदेश के आलोक में समुचित सुझाव/प्रस्ताव 7 दिनों के अंदर भेजना सुनिश्चित करें।

सुमित राउत 

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