17 अक्टूबर : दरभंगा की प्रमुख ख़बरें

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शहीद धीरेंद्र की वीरता एवं राष्ट्रभक्ति पर महाविद्यालय को गर्व– प्रधानाचार्य

दरभंगा : सी एम कॉलेज के प्रो विश्वनाथ ने कहा कि शहीद धीरेंद्रनाथ युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत। समाजशास्त्र विभाग के पूर्व छात्र शहीद धीरेंद्रनाथ प्रसाद सिंह की जयंती के अवसर पर आज महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर उनके सम्मान में 2 मिनट का सामूहिक मौन रखा गया। इस अवसर पर डॉ प्रभात कुमार चौधरी,डॉ आर एन चौरसिया,प्रो डी पी गुप्ता, कुमारपट्टी के सरपंच-पति फूल बाबू,शिक्षक रामनरेश सिंह,रमेश प्रसाद सिंह,महेश्वर सिंह,सुजीत कुमार तथा स्काउट एंड गाइड के छात्र उपस्थित थे।

कार्यक्रम में आयोजित क्विज प्रतियोगिता में मो नसरुद्दीन-प्रथम,उत्कर्ष कुमार शर्मा-द्वितीय तथा मो सितारे ने तृतीय स्थान प्राप्त किया,जिन्हें पुरस्कार एवं लेखन-सामग्री प्रदान कर सम्मानित किया गया। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद ने कहा कि शहीद धीरेंद्र की वीरता एवं राष्ट्रभक्ति पर महाविद्यालय परिवार को गर्व है। वे छात्रों के आदर्श हैं, जिनसे नई पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति की सीख मिलती है। उनकी राष्ट्रभक्ति युवाओं के लिए अनुकरणीय है। महाविद्यालय को उनके शहादत पर गर्व है,क्योंकि उन्होंने नक्सलियों से लोहा लेते हुए राष्ट्रहित में शहीद हुए।

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समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि शहीद धीरेंद्रनाथ युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनका व्यक्तित्व छात्र-छात्राओं के लिए अनुकरणीय है। इस अवसर पर शहीद धीरेंद्रनाथ की धर्मपत्नी रूबी सिंह ने कहा कि मैं अपने पति की राष्ट्रभक्ति एवं प्रेरणा से ही जीवन में आगे बढ़ रही हूं।मेरे दोनों बच्चों में राष्ट्रप्रेम की भावना कूट-कूट कर भरी है। मेरे पति सीआईएसएफ के इतिहास में कीर्ति चक्र पाने वाले प्रथम शहीद थे,जिनके अदम्य साहस व वीरता के लिए 2007 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम ने मरणोपरांत उन्हें कीर्ति चक्र प्रदान किया था।इस अवसर पर सीआईएसएफ, मुजफ्फरपुर के आरक्षी विक्रमादित्य ने बताया कि 1993 में नियुक्त धीरेंद्रनाथ ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल(सीआईएसफ) में सब- इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत रहते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्र छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 9 फरवरी,2006 को करीब 500 नक्सलियों के एक समूह के सामने आत्मसमर्पण न कर नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए जमकर मुठभेड़ करते हुए शहीद हुए। ज्ञातव्य है कि शहीद धीरेंद्रनाथ का जन्म 1966 में दरभंगा जिला के भराठी स्थित कुमारपट्टी गांव में हुआ था, जिन्होंने सी एम कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग से अपनी पढ़ाई की थी।

कॉलेज खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रति उदासीन

दरभंगा : सी एम साइंस कॉलेज का खेल एवं सांस्कृतिक विभाग, पूर्ण रूप से निष्क्रिय होता जा रहा है, जहाँ पूर्व में युवा महोत्सव एवं अंतर महाविद्यालय खेल सूची के लिए भी अभाविप इकाई द्वारा समिति बनाये जाने के बाद, एक दो खेल में टीम भेजी जा सकी, वही फिर से महाविद्यालय आगे किसी खेल में खिलाड़ियों को भेजना नही चाहती . क्रिकेट में रुचि रखने वाले 30 से अधिक मेधावान छात्रों को विभाग में फण्ड नही होने का बहाना देकर महाविद्यालय प्रशासन रोकने की कोशिश में हैं।
मिथिला विश्वविद्यालय के एकमात्र ए ग्रेड कॉलेज सीएम साइंस कॉलेज में एक भी फिजिकल टीचर नहीं है. जिससे महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को स्पोर्ट्स विभाग की निष्क्रियता का सामना करना परता है। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा यह कहा जा रहा है कि सीएम साइंस कॉलेज सिंगल फैकल्टी कॉलेज होने के कारण यहां अन्य महाविद्यालयों की अपेक्षा छात्र-छात्राओं की सीटें कम हैं, और छात्राओं की शुल्क मांफ है जिससे खेल कोष में उपर्युक्त धन ना होने की दलीलें दी जा रही है।
ज्ञात हो कि 2 दिन पूर्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महाविद्यालय इकाई के अध्यक्ष यश जुमनानी, बीरेंद्र कुमार,अभिनंदन कुमार,अनिल बत्रा, दुर्गेश कुमार और अमन झा ने प्रभारी प्रधानाचार्य से मांग रखी कि अगर फण्ड की कमी है तो लिखित में दे, जिसके बाद प्रभारी प्रधानाचार्य सह बरसर ने प्रपोजल बनवा कर टीम भेजने पर मंजूरी दी।

मुरारी

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