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17 जनवरी : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

मानव श्रृंखला को ले निकाली गई बाईक रैली, डीएम ने लिया हिस्सा

मधुबनी : जल-जीवन-हरियाली, नशामुक्ति, दहेज एवं बाल विवाह उन्मूलन अभियान के समर्थन में 19 जनवरी 2020 को आयोजित राज्यव्यापी मानव-श्रृंखला के निर्माण हेतु वातावरण का निर्माण करने के उदेश्य से जिला पदाधिकारी के नेतृत्व में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

जिसमें वाट्सन उच्च विद्यालय, मधुबनी में चल रहे क्रिकेट मैच में उपस्थित दर्शकों से भी जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा 19 जनवरी 2020 को आयोजित मानव श्रृंखला में शामिल होकर ऐतिहासिक बनाने की अपील की गयी।

तत्पश्चात जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा फुलपरास अनुमंडल कार्यालय परिसर में मानव श्रृंखला की तैयारियों की समीक्षा की गयी एवं उपस्थित जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मानव श्रृंखला को सफल बनाने की अपील की गयी। इस अवसर पर जीविका की दीदीयों के बीच जिला पदाधिकारी, मधुबनी एवं विधायक, फुलपरास के द्वारा पौधा का भी वितरण किया गया।

जिला पदाधिकारी, मधुबनी के नेतृत्व में मानव श्रृंखला का माॅक ड्रील भी किया गया। जिसमें उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं राजनीतिक दलों के कार्यकत्र्ताओं द्वारा जिला पदाधिकारी को आश्वस्त किया गया कि फुलपरास अनुमंडल में मानव श्रृंखला कार्यक्रम शत-प्रतिशत सफल होगा।

इस अवसर पर जिला पदाधिकारी के द्वारा अनुमंडल कार्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया गया। पुनः जिला पदाधिकारी, मधुबनी के नेतृत्व में अनुमंडल कार्यालय परिसर, फुलपरास से बाईक रैली निकाली गयी। रैली फुलपरास से खुटौना प्रखंड कार्यालय तक पहुंची।

खुटौना प्रखंड कार्यालय परिसर में भी जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा खुटौना एवं लौकही प्रखंड के जनप्रतिनिधियों से मानव श्रृंखला में शामिल होकर सफल बनाने की अपील किये। साथ ही जीविका की दीदीयों को पौधा भेंट किया गया।

CAA व NRC हटाए जाने तक जारी रहेगा धरना

मधुबनी : CAA और NRC के लागू हिने के बाद से ही इसपे विपक्षी पार्टियां एक समुदाय विशेष के लोगों को इसके खिलाफ प्रचार कर रही है। वहीं भाजपा पिछले 05 जनवरी से इसके समर्थन में देशव्यापी समर्थन में सघन डोर-टू-डोर जन-सम्पर्क कर रही है।

इसी क्रम में बिहार के मधुबनी जिले में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के द्वारा मधुबनी समाहरणालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू है। हालाँकि शायद इस देश मे ये धरना पहला ऐसा हो जो अनिश्चितकाल तक चल रहा है CAA और NRC के समर्थन में।

आज इसी क्रम में पूर्व जिला पार्षद साईदा बानो ने धरनास्थल पर आके इस धरने को अपना समर्थन देते हुये कहा कि आज हमारे देश में ये एक काला कानून साबित हो रहा है। इस कानून में हमारे अपने देश मे ही हमें अपनी नागरिकता साबित करनी होगी, जोकि हमारे सब के साथ एक क्रूर मजाक है।

आज वो कह रहे हैं कि सिर्फ मुसलमान को छोड़ सभी को नागरिकता मिलेगी, पर जो यहां हैं उनको अपनी नागरिकता साबित करने और न कर पाने पर देश से बाहर कर दिया जाएगा। इसलिए हम सभी को मिलकर इसका विरोध करना चाहिए। विपक्ष की कई पार्टियों से इस धरने को समर्थन मिल चुका है।

बता दें कि कल देर रात इस धरने को प्रशाशनिक स्तर से पहल भी की गई थी, पर बात नही बनी। और अभी भी ये धरना चालू है। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग मौजूद थे।

क्रिकेट टूर्नामेंट विजेता को  मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने दिया पुरस्कार

मधुबनी : वाटसन स्कूल के प्रांगण में चल रहे अखिलेश शरण सिंह क्रिकेट प्रतियोगिता का आज हुआ समापन। इस मौके पर विजेता टीम को 51,000 हजार का प्राइज मनी और कप बिहार के आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, नगर परिषद की मुख्य पार्षद सुनैना देवी एवं कमिटी के अन्य लोगों के द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया।

यह टूर्नामेंट पिछले 05जनवरी को शुरू हुआ था। आज इस आखिरी फाइनल मैच में गोरखपुर के टीम ने सिवान की टीम को हराकर शील्ड पर कब्जा किया। पहले खेलते हुए सिवान की टीम ने 151रनों के लक्ष्य दिया था, जिसको ओवर शेष रहते ही गोरखपुर की टीम ने जीत लिया।

इस मौके पर आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने कहा कि पिछले वर्षों में ये सबसे सफल आयोजन रहा है, ओर उम्मीद है कि आगे भी खेल में प्रतिस्पर्धा बनाने हेतु ऐसे टूर्नामेंट होते रहेंगे।

इस मौके पर नगर परिषद की मुख्य पार्षद सुनैना देवी, उड़ान की संस्थापक सदस्य विजेता देवी, कारक कलर्स के मालिक पंकज कारक,  क्रिब्स अस्पताल के संस्थापक मो०नियाजी, नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार, जदयू नेता प्रफुल्ल ठाकुर, भाजयुमो नेता आयुष सिंह एवं अन्य दर्जनों गणमान्य लोग मंच पर मौजूद थे।

स्नातक चुनाव उम्मीदवार रजनीकांत को मिला स्टूडेंट यूनियन का समर्थन

मधुबनी : एमएसयू संगठन के कार्यालय में प्रेस-कॉन्फ्रेंस किया गया। मीडिया बंधु को एमएसयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज ने कहाँ यह चुनाव गैर-राजनीतिक है, इसमें स्नातक पास छात्र वोट देते है, तो निश्चित रूप से यह चुनाव छात्र और छात्र संगठनों का चुनाव है। लेकिन, राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस चुनाव को एक साजिश के तहत राजनीतिक चुनाव बना दिया है।

यहाँ एक बिंदु पर ध्यान देना आवश्यक है कि विश्वविद्यालय तथा छात्रों के समस्याओं को केवल छात्र नेता ही समझ सकता है क्योंकि वो छात्रों एवम विश्वविद्यालय की व्यवस्था को जीते है, महसूस करते है। एक छात्र का दर्द केवल एक छात्र समझ सकता है, लेकिन यहाँ उल्टी गंगा बह रही है।  वो नेता जो Ac रूम में पैदा हुए जो कभी भी LNMU में पढ़ाई नही किये, LNMU की व्यवस्था को नही समझे, जिनका दूर दूर तक LNMU और स्नातको के छात्रों से कोई सरोकार नही रहा है, वो इस चुनाव को जीतते आये है क्योंकि उनका इतना ही परिचय है कि वो राजनेताओ के परिवार से आते है।

उन्होंने विरोधियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास धनबल एवं पहुँच है, पिछले 30 सालों में इन नेताओ ने न तो स्नातक वोटर के रोजगार के लिये प्रयास किया ,न ही चारो जिला के प्रत्येक प्रखंड में एक भी डिग्री कॉलेज खुलवाया न ही LNMU को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने के लिए प्रयास किया। इनके राज में अप्रत्याशित फीस बृद्धि हुई, साजिस के तहत दशको तक छात्र-संघ चुनाव नही होने दिया गया । एक भी अंगीभूत महाविद्यालय तथा उसके हजारो शिक्षक एवं शिक्षतोर कर्मचारी को स्थायी नौकरी नहीं दिला पाए। इनके राज में दलालों के बोलबाला रहा है। प्रत्येक पंचायत में छात्र-छात्राओं के लिए आये लाखो सरकारी रुपये का बंदरबांट हुआ। किसी भी महाविद्यालय में आधुनिक कोर्सेज नही लाया गया। 3 साल की सनातक की डिग्रियां 5 सालों में मिलता रहा। कॉलेज के मूलभूत समस्याओं पर इनका कोई ध्यान नही है, यही कारण है कि पिछले 30 सालों में स्नातक पास विद्याथिर्यों में बेरोजगारी दर काफी बढ़ गयी है, स्नातक पास विद्यार्थि बेरोजगार है, 30 सालों में LNMU का शिक्षा स्तर जहाँ विश्वस्तरीय होना चाहिए था वो देश मे सबसे निचले स्तर का हो गया, इसके लिए यही लोग जिम्मेदार है। इन नेताओं ने न केवल स्नातक के छात्र-छात्राओं का शोषण किया वल्कि LNMU को भी गर्त में मिलाने का काम किया आज ये प्रशन हमारे सामने उठ खड़ा हुआ है कि अपने दल व सत्ता के लोभ में स्नातकों के जीवन को बर्बाद करने का हक इन नेता लोगों को किसने दिया है | आज की जरूरत है कि एक गैराजनीतिक चुनाव को कैसे नेताओ व राजनीतिक पार्टियों के लोग से बचाया जाय और हम छात्र समाज अपना प्रतिनिधि अपने समाज से चुने न कि किसी दल के नेता को क्योकि ये लड़ाई हमारे छात्र समाज के अस्तित्व की लड़ाई है।।

उन्होंने कहा कि यह हमारे भविष्य की लड़ाई है | एक तरफ जहाँ पिछले 30 सालों से स्नातकों एवं LNMU के भविष्य को गर्त में मिलाने वालो का हुजूम है तो दूसरी तरफ बेरोजगार पीड़ित – कुव्यस्थित शैक्षणिक माहौल – अत्यधिक फीस वृध्दि से परेशान लाखो लोगो जो इस व्यवस्था से उब कर हताशा है | अब हमें निर्णय लेना होगा कि हम भ्रस्टाचारियों का साथ देंगे कि स्नातकों के हित की बात करने वालो को अपना नेता चुनेंगे | जैसा कि पिछले 30 सालों में इन लुटेरों ने जो हमारे शिक्षा के स्तर को खत्म व बर्वाद कर दिया है और उसे पटरी पर लाना मुश्किल है तो है लेकिन हमारे लिये नामुमकिन नही है । MSU के सफल आंदोलन को गिनाते हुए उन्होंने कहा किMSU ने पिछले चार सालों के संघर्ष में इस दुरी को पाटने का काम किया है । हमने मिथिला यूनिवर्सिटी में स्नातक के सत्र को नियमित करवाया, चालीस वर्ष के बाद छात्र संघ चुनाव की शुरुआत करवाया । हमारे 15 नवंबर 2017 के आंदोलन से अतिथि शिक्षकों की बहाली हुई । सीनेट-सिंडिकेट ने केंद्रीय विश्वविद्यालय की मांग को पारित किया । सभी अंगीभूत महाविद्यालय के शिक्षक – कर्मचारी को समय पर मानदेय मिलें यह सुनिश्चित करवाया । स्नातकों के हित की रक्षा हेतु एवं LNMU को शिक्षा व्यवस्था को पुनः आदर्श बनाने हेतु हमने हर सम्भव प्रयास बिना सत्ता में रहे किया । चूंकि हम गाँव मे स्नातकों के बीच रहते है उनके रोजगार की बात करते है । उनके लिए संघर्ष करते है । उनकी समस्याओं को नजदीक से महसूस करते है । अतः यह स्वच्छ चुनाव है, छात्रों का चुनाव है और जब हम सत्ता में नही रहते है हुए LNMU को बिहार का नम्बर-1 यूनिवर्सिटी बनाने का गौरव प्रदान किये है तो यह समय की माँग है कि हम छात्र समाज का प्रतिनिधित्व करें | जब तक हमलोग इस भ्रस्टाचारियों को खदेरेंगे नहीं तब तक ये नेता लोग हमारे समाज का शोषण करते रहेंगे | इस चुनाव में हम अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे क्योंकि यह हमारा अधिकार नहीं अपितु मौलिक कर्तव्य है । एक तरफ धनबल है तो एक तरफ जनबल है । एक तरफ जहाँ 30 सालों में LNMU का विनाश करने वाले लोग हैं तो वहिं एक तरफ LNMU को बिहार का नंबर वन यूनिवर्सिटी बनाने बालों का संघर्ष है । एक तरफ जहाँ AC रूम में रहने वाले राजनेता हैं, जिनके लिए स्नातक पास बेरोजगार युवा केवल सत्ता प्राप्ति का जरिया है वहीं दूसरी तरफ स्नातक के स्वाभिमान एवं अधिकार हेतु आवाज बुलंद करनेवालों की फौज है ।

एक तरफ जहाँ नेताओं को स्नातक पास बेरोजगार विद्यार्थी चुनाव के समय याद आते हैं वहिं दूसरी तरफ वर्षों से स्नातकहित में संघर्ष करनेवालों की जमात है | एक तरफ जहाँ AC रूम में बैठकर स्नातकों की समस्याओं को देखकर हंसने वाले सफेदपोश लोग हैं वहीँ दूसरी तरफ स्नातक समाज से निकले नौजवान जो दिन रात उनके समस्याओं पर रोते एवं संघर्ष करते हैं वो लोग हैं।

उपस्थित मीडिया बंधु को संवोधित करते हुए श्री पाठक ने कहा कि LNMU ने पिछले 30 साल के इतिहास में कई एमएलसी दिया है। लेकिन शिक्षा का केंद्र कहे जाने वाले इस क्षेत्र को एक सोची समझी साजिश के तहत हमारे उच्च शिक्षा को बर्बाद किया गया जबकिपटना यूनिवर्सिटी से बड़ाहै इतना बड़ा भूखंड होने के वावजूद इसे सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने के दिशा में कोई ठोस कदम अभी तक नही उठा पाएआज के समय मे मधुबनी बेगूसराय समस्तीपुर दरभंगा में यूनिवर्सिटी की आवस्यकता है पिछले कई वर्षों से एक दुधारू गाय की तरह उपयोग किया गया है। इस क्षेत्र से निर्वाचित होने वाले तमाम उम्मीदवार ने केवल इससे व्यक्तिगत कमाई की है। वोट लेकर चुने गए राजनेताओं ने केवल सत्ता भोग और अवैध संपत्ति बनाई है और उन्होंने अपने स्वार्थ को सिद्ध करते हुए LNMU तथा स्नातक वोटरों का शोषण मात्र किया है। शिक्षा व्यवस्था से उन्हें दूर दूर तक कोई मतलब नही रहा है। पिछले 30 सालों से साल दर साल यूनिवर्सिटी की शिक्षा व्यवस्था गर्त में मिलते गया।

प्रेसवार्ता में शामिल थे एमएसयू के संस्थापक सदस्य अनूप चौधरी, एमएसयू के सलाहकार समिति के सदस्य पंकज चौधरी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री राघवेंद्र रमण, प्रदेश प्रवक्ता शशि अजय झा, प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष प्रवेश झा, जिला संगठन मंत्री विजय श्री टुन्ना, जिला उपाध्यक्ष मनोहर झा, रणधीर झा, सुदर्शन, चंदन सिंह, राजन,अंकित, अविनाश कुमार, मयंक विश्वास सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।

जमीन का लंबित सीमाकंन को ले डीएम से लगाई गुहार

मधुबनी : अपनी जमीन का सीमाकंन व घेराबंदी को लेकर ग्यारह दिनों से धरना पर बेठे धरनार्थी परिवार ने बुधवार की शाम किसान भवन में आयोजित मानव श्रृंखला कार्यक्रम में आये डीएम शीर्षत कपिल अशोक से गुहार लगाई। गुहार लगाते हुये पीड़ित धरनार्थी परिजन ने कहा कि अपर थानेदार सह एसएचओ एस.एन. सारंग व सीओ पर विश्वास नही है, इसके जगह किसी वरीय निष्पक्ष पदाधिकारी के माध्यम से कार्य कराया जाए।

इस पर डीएम ने मंच से ही आवेदन लेकर धरनार्थी को आश्वासन दिया। इससे दो दिन पुर्व एसडीएम शंकर शरण ओमी को भी आवेदन देकर उक्त गुहार लगायी गयी थी।

बता दें कि पिछले दस दिन से अनुमंडल कार्यालय के बाहरी परिसर पर अखिल भारतीय पान महासंध के राजदेव दास अपने परिजनो के साथ  सीओ व थानेदार एस.एन.सारंग के कार्यकलाप के विरुद्ध अनिश्चित कालीन धरना पर बैठे है।

धरनार्थियों के मांगपत्र के अनुसार एसडीएम तथा पीजीआरओ मधुबनी के द्वारा उनके जमीन पर प्रशासन के संरक्षण में घेराबंदी के निर्देश के बावजूद सीओ व थानेदार के असहयोगात्मक रवैये के विरूद्ध धरना के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है। इस धरना में उनके परिवार के सदस्य समेत अन्य लोग शामिल हैं।

मानव श्रृंखला की सफलता को ले हुआ पुर्वाभ्यास

मधुबनी : मानव श्रृंखला की सफलता को लेकर प्रशासन ने दिन रात एक कर दी है। एसडीओ शंकर शरण ओमी शहर से लेकर गांव तक लगातार लोगो के साथ बैठक कर उन्हें मानव श्रृंखला में भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान कर रहे है। साथ ही युनियन टोल, दुल्लीपट्टी दुर्गा मंदिर समेत विभिन्न जगहों पुर्वाभ्यास  कराये जा रहे है, ताकि 19 जनवरी को मानव श्रृंखला के दरम्यान किसी प्रकार की दिक्कत नही हो।

अल्पसंख्यक समुदायों में भी अधिकारी पहुंचकर लोगो को मानव श्रृंखला को लेकर जागरूक एवं प्रोत्साहित किया, साथ ही मानव श्रृंखला से होने वाली लाभ के बारे में जानकारियां दिया। एसडीओ शंकर शरण ओमी ने कहा समाज की कुरूतियो को खत्म करने एवं जल जीवन एवं हरियाली से नाता जोड़ने हेतु पूरे बिहार मानव श्रृंखला के माध्यम में संकल्पित होंगे।

उन्होंने जल एवं हरियाली पर प्रकाश डालते हुए कहा की जल के बिना जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती है। इसलिए जल का संरक्षण के साथ साथ इसका महत्व के जानना अति आवश्यक है। और जल की कमी तभी पूरी हो सकती है जब चारो तरफ हरियाली हो। बिना हरियाली का वर्षा सम्भव नही है। इसलिये हम सभी के कर्तव्य बनता है की मानव श्रृंखला में बढ़ चढ़ कर भाग ले। इस अभियान में बीडीओ, सीओ, थानेदार समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

रेलवे की जमीन पर कचरा फेंकने पर होगी कारवाई

मधुबनी : पटनागद्दी रेलवे के यूटाइप सड़क तथा गुमटी रोड में फेंके जा रहे कचरे से लोगो में रोष व्याप्त है। पीएम की स्वच्छता अभियान कार्यक्रम को नगर पंचायत के कर्मियो के मनमानी के कारण धुमिल हो रहा है। पिछले सप्ताह भर से पुनः रेलवे के खाली जमीन पर सड़े गले कुड़े कचरे फेंके जा रहे है, जिससे स्थानीय वसिंदों व राहगीरों में गुस्से है।

ये कचरे नप के वार्ड न. एक के पोस्ट ऑफिस के निकट डा. ए.पी.सिंह के नर्सिंग होम के पीछे फेंके गये है। इसके अलावे यूटाइप सड़क के पूरब तरह खाली जगहो पर कचरे फेंके जा रहे है। सड़े गले कुड़े कचरे के सड़ांध से आसपास के लोगो समेत राहगीरों का जीना मुहाल है। तथा महामारी की सम्भावना से इंकार नही किया जा सकता। साथ ही नर्सिंग होम में भर्ती रोगियो को इंफेक्शन फैलने का खतरा बढ़ रहा है।

स्थानीय लोगो के अनुसार कचरा नगर पंचायत का कचरे वाला ट्रेक्टर तथा थेलने वाला टॉली से फेंका जा रहा है। आश्चर्य यह है कि शहर व वार्डों की सफाई, स्वास्थ्य के प्रति का जिम्मेदार नप प्रशासन की उदासीनता के कारण नप के सफाई कर्मी के द्वारा रिहायशी इलाके में कचरे फेंके जाने से लोगो में रोष व्याप्त है।

बता दें कि एसडीएम शंकर शरण ओमी ने भी मानव श्रृंखला कार्यक्रम में नप के ईओ अमित कुमार को यूटाइप सड़क समेत कचरे वाले पर क्षेत्र से कचरे को डिस्पोजल करने तथा बिलिचंग के छिड़काव के लिए निर्देशित किया था, ताकि मानव श्रृंखला के दिन श्रृखंला में खड़े लोग बिमार न पड़ जाए। बावजूद कुड़े कचरे डिस्पोजल की जगह कचरे फेंके ही जा रहे है।

वहीं, रेलवे के आईओडब्ल्यू कुमार ने कचरे फेंके जाने को गंभीरता से लेते हुये कहा कि रेलवे की जमीन पर कचरे फेंकने वालो पर कारवाई किया जाऐगा। इधर आरपीएफ प्रभारी नागेंद्र सिंह ने कने भी मोहल्ले लोगो को कचरे फेंकने वक्त सूचना देने की अपील किया है। ताकि कचरे फेंकने वालो पर रेल एक्ट के तहत कारवाई हो सके।

रिश्वत लेने वाला चौकीदार निलंबित

मधुबनी :  मधुबनी एसपी डॉ० सत्य प्रकाश ने रुद्रपुर थाना के चौकीदार रघुवीर मंडल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि के लिए निलंबित चौकीदार का मुख्यालय अंधराठाढ़ी थाना निर्धारित किया गया है।

चौकीदार रघुवीर मंडल रूद्रपुर थाना क्षेत्र के ननौर गांव का रहने वाला है। यह चौकीदार रूद्रपुर थाना में मुंशी का भी काम करता था। मुंशी का काम कर रहे चौकीदार रघुवीर मंडल द्वारा कथिततौर पर रिश्वत लेने वाला वीडियो वायरल हुआ था। झंझारपुर के एसडीपीओ ने इस वायरल वीडियो की जांच रूद्रपुर थाना पर जाकर किया। जांच के दौरान वायरल वीडियो में पैसा मांग करते हुए व्यक्ति की पहचान कराई गई। इसमें रिश्वत मांगने वाले व्यक्ति की पहचान चौकीदार रघुवीर मंडल के रूप में हुई। इसके बाद झंझारपुर के एसडीपीओ ने चौकीदार रघुवीर मंडल को निलंबित करने की अनुशंसा पुलिस अधीक्षक से की। पुलिस अधीक्षक ने झंझारपुर के एसडीपीओ की जांच रिपोर्ट एवं अनुशंसा के आलोक में चौकीदार रघुवीर मंडल को निलंबित कर दिया है।

मालूम हो कि उक्त चौकीदार द्वारा रिश्वत लेने का वीडियो वायरल होने से पहले सकरी थाना के एक दारोगा का भी रिश्वत लेने संबंधी वीडियो वायरल हुआ था। इस कारण रिश्वत लेने वाले दारोगा को भी निलंबित करते हुए लाइन क्लोज किया जा चुका है।

अंधराठाढी़ में दिव्यांग प्रमाणीकरण शिविर का आयोजन

मधुबनी : अंधराठाढी़ स्थित स्थानीय रेफरल सह पीएचसी परिसर में गुरुवार को दिव्यांग प्रमाणीकरण शिविर का आयोजन किया गया। बुनियादी केंद्र द्वारा संचालित बुनियादी संजीवनी सेवा इसका सह आयोजक था।

इस जांच टीम में जिला टीम से नितेश कुमार, कृष्ण कुमार, जगमोहन कुमार, शिव दयाल चौपाल शामिल थे। स्थानीय अस्पताल प्रशासन की तरफ प्रभारी डॉ० राम गोविंद झा और डॉ० विकास चंद्र इस जांच टीम में शामिल हुए।

डॉ० राम गोविंद झा ने बताया कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण निर्दसालय के निर्देश के तहत प्रखंड में शिविर लगाकर दिव्यांगों का दिव्यांगता प्रमाणीकरण, उपकरण एवं यूडीआईडी कार्ड हेतु लाभार्थियों की जांच की गयी।

जांच टीम द्वारा करीब 97 दिव्यांगों की जांच की गई, जिसमें 33 को हाथोहाथ प्रमाणपत्र दिया गया और 55 दिव्यांगों को बेहतर जांच के लिए मधुबनी एवं दरभंगा डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। बाकी आवेदनों को योग्य नही पाया गया। इस मौके पर स्वास्थ्य भास्कर झा, धर्मेंद्र, बृजमोहन झा, अविनाश कुमार सहित दर्जनों स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।

सड़क दुर्घटना में युवक की मौत, हंगामा

मधुबनी : सकरी थाना क्षेत्र में एनएच-57 पर सकरी नवादा के पास दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई। वहीं एक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे से आक्रोशित लोगों ने घंटों सड़क जाम कर हंगामा किया। वे मुआवजे की मांग कर रहे थे। पदाधिकारियों ने काफी मशक्कत के बाद लोगों को समझा बुझाकर जाम हटवाया। मृतक की पहचान दरभंगा के सकरी निवासी शंकर मंडल के छोटे बेटे सतीश कुमार (19) के रूप में हुई है। वहीं लालटुन कुमार साह (18) को डीएमसीएच रेफर कर दिया गया है।

बताया जा रहा कि सतीश कुमार व उसका दोस्त लालटुन बाइक से झंझारपुर से सकरी की ओर आ रहा था। सकरी नवादा के निकट उसकी बाइक को पीछे से तेज गति से आ रहे अज्ञात वाहन ने ठोकर मार दी। इसके बाद दरभंगा की ओर भाग निकला। वाहन की चपेट में आने से बाइक चला रहे सतीश की मौके पर ही मौत हो गई। पीछे बैठा प्रमोद साहु का पुत्र लालटुन गंभीर रूप से जख्मी हो गया। उसे आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने सकरी स्थित एक निजी नर्सिंग होम ले गए। यहां से घायल की गंभीर अवस्था को देखते हुए डीएमसीएच दरभंगा रेफर कर दिया गया।

वहीं दुर्घटना से आक्रोशित लोग एनएच-57 को जाम कर मुआवजे की मांग करने लगे। सूचना मिलते ही सकरी थानाध्यक्ष अशोक कुमार, एसआइ अमरनाथ ठाकुर, एएसआइ मो. फहीम खां, पंडौल थाना के एसआइ जितेन्द्र कुमार सिंह, एएसआइ मुन्ना मांझी बल के साथ पहुंचे। बाद में सीओ पंकज कुमार घटनास्थल पर पहुंच आक्रोशितों से वार्ता करते हुए हर संभव सरकारी मदद करने का आश्वासन दिया। इस दरम्यान लगभग एक घंटा एनएच जाम रहा। इससे सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वाहनों की कतारें लगी रहीं।

मृतक के परिजनों व वहां के मुखिया गणेश मंडल ने बताया की दोनों युवक बुधवार शाम ही झंझारपुर बहन के यहां गया था। सुबह दोनों युवक वहां से खाना खाकर घर के लिए निकले थे। मगर, दोनों के साथ ऐसा हादसा हो गया। मृत युवक सकरी रेलवे स्टेशन पर पार्किंग कर्मी के रूप में कार्यरत था। दुर्घटना के बाद उसके गांव में मातमी सन्नाटा फैल गया है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस ने युवक के शव को मधुबनी पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के पिता के बयान पर मामला दर्ज किया गया है।

किसानों में त्राहिमाम, शाखा कोसी नहर को किया बंद

मधुबनी : बरैल कोसी नहर से निकलकर बरहारा-अंधराठाढी-झंझारपुर जाने वाली शाखा नहर को पश्चिमी कोसी नहर विभाग द्वारा बंद कर दिया गया है। बरैल साईफन पर ईंट की दीवार बना कर इसे सील किया गया है। पानी का बहाव इस नहर में पूरी तरह बंद हो गया है।

इससे किसानों में त्राहिमाम की स्थिति हो गई है। इनके गेहूं, दलहन व अन्य सब्जियों की फसलें मुरझाने लगी हैं। पूर्व से ही आर्थिक तंगेहाली से जूझ रहे किसानों में आक्रोश है। बरहारा के किसान रामसागर यादव, पूर्व मुखिया बदरे आलम, पूर्व जिला पार्षद रजनी देवी, हरे राम मंडल, सिकंदर चौधरी ने कहा कि अगर नहर को सील किया जाना था तो इसकी सूचना पूर्व में किसानों को दी जानी चाहिए। अब तो ये लोग सूद पर रुपये लेकर खून पसीना एक कर अपने खेतों में फसल लगा चुके हैं।

विभागीय क्रियाकलाप से ये लोग मानसिक अवसाद से गुजर रहें हैं। इस शाखा नहर से बरहारा, बसहा, रहिकपुर, अंधराठाढी, चंदेश्वर स्थान होते झंझारपुर तक के इलाकों के किसानों के हजारों एकड़ भूमि में पटवन होता था।

इस बारे में कार्यपालक अभियंता चंदेश्वर प्रसाद ने कहा कि सिल्ट व अन्य अवशेष से इस शाखा नहर के स्वरूप में परिवर्तन हो गया है। इस कारण इसकी जल ग्रहण क्षमता कम हो गई हैं। इसे पूर्व के रूप में लाने को उड़ाही का निर्देश विभाग से प्राप्त हुआ है। आरडी शून्य से 138 तक ये काम होगा। इसमें 18 माह लगने की संभावना है। ऐसा होने से नहर की जलग्रहण क्षमता डेढ़ गुनी से अधिक हो जाएगी। अधिकाधिक किसान इससे लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इसलिए इसे बंद किया गया है।

मधुबनी जिला के पदाधिकारियों ने 50 किमी तक निकाला जुलूस

मधुबनी : मानव श्रृंखला को ऐतिहासिक बनाए जाने को लेकर एसडीएम मुकेश रंजन, डीएसपी पुष्कर कुमार के नेतृत्व में बेनीपट्टी से हरलाखी तथा अनुमंडल कार्यालय से मकिया तक 50 किलोमीटर में बाइक जुलूस निकाला गया।

इस अवसर पर एसडीएम मुकेश रंजन ने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए जल व हरियाली जरूरी है। मानव श्रृंखला समाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए बनाई जा रही है। इसमें समाज की भागीदारी आवश्यक है। मानव श्रृंखला के प्रति लोगों में काफी उत्साह है। पृथ्वी पर जल की कमी होती जा रही है।

जल बचाने एवं पौधारोपण के लिए सभी को संकल्प लेकर मानव श्रृंखला में अपनी भागीदारी दिखानी चाहिए। मानव श्रृंखला में समाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधियों, शिक्षक शिक्षिकाओं, आंगनवाड़ी सेविका व सहायिकाओं, जीविका कर्मी, स्कूल बच्चों भाग ले रहे है। एसडीएम ने मानव श्रृंखला को ऐतिहासिक बनाए जाने के लिए चिन्हित जगहों पर मानव श्रृंखला का पूर्वाभ्यास करने एवं विद्यालय स्तर पर चयनित स्थानों पर भाग लेने का निर्देश दिया।

इस अवसर पर डीटीओ सुशील कुमार, बीडीओ मनोज कुमार, सीओ प्रमोद कुमार सिंह, बीईओ अरविन्द्र कुमार, बीएओ विजय नारायण गुप्ता, मुखिया अमरेन्द्र कुमार मिश्र, बीपीआरओ गौतम आनंद, मनरेगा पीओ संजीव रंजन मिश्रा, जेई नरेश कुमार, प्रो. मदन कुमार कर्ण, ललित कुमार ठाकुर, सुनील कुमार, आशीष नारायण झा, गंगा प्रसाद गुप्ता, दीपक झा मंटू, नीतीश कुमार झा, सुकेश झा, अनिल साफी, कमोद मिश्र, अमित झा, रामनरेश राम, सहित अन्य लोग मौजूद थे।

5100 बोतल शराब, 14 बाइक के साथ चार गिरफ्तार

मधुबनी :  हरलाखी थाना पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा के नजदीक गुरुवार सुबह शराब माफियाओं के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने 51 सौ बोतल शराब और 14 बाइक जब्त करते हुए चार तस्करों को गिरफ्तार किया। हालांकि, मौके से कई तस्कर फरार होने में सफल रहे। गिरफ्तार तस्करों की पहचान थाना क्षेत्र के मांगपट्टी गांव निवासी मनोज कुमार यादव, बेला टोल का एक नाबालिग, हुकुमदेव यादव व कलुआही थाना क्षेत्र के नरार निवासी बिरजू कुमार यादव के रूप में हुई है।

मामले की जानकारी मिलते ही हरलाखी थाना पर बेनीपट्टी सर्किल इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने प्रेस वार्ता की। बताया कि सभी बाइक सवार नेपाल से बाइक पर शराब लेकर गम्हरिया गांव के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश किए थे। इसकी सूचना पुलिस को मिली। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अशोक कुमार के नेतृत्व में एसआइ विनय शर्मा, एएसआइ धर्मेन्द्र कुमार, शिवजी सिंह व नीरज चौबे ने अन्य पुलिस बल के साथ गम्हरिया ब्रम्हस्थान के नजदीक पहले से तैनात हो गए।

पुलिस को देख सभी तस्कर बाइक व शराब छोड़कर भागने लगे। मगर, पुलिस बल के सहयोग से चार तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया। मौके से अन्य बाइक सवार भागने में सफल हो गए। पुलिस ने चार नामजद व अन्य अज्ञात बाइक सवार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। वहीं पूर्व के शराब कांड में नामजद एक अभियुक्त को भी गिरफ्तार किया है। यहां गिरफ्तार तस्कर की पहचान फुलहर गांव निवासी अमित मुखिया के रूप में हुई है।

बरगला रहा विपक्ष, सीएए किसी के खिलाफ नहीं

भाजपा : बेनीपट्टी मंडल के तत्वावधान में नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) को लेकर जनसंपर्क अभियान शुरू किया है। इस कानून के बारे में लोगों को जानकारी दी जा रही है।

भाजपा नेता व विधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ ने कहा कि सीएए किसी नागरिक के खिलाफ नहीं है। विपक्षी दल लोगों को भ्रमित कर बरगला रहे हैं। कुछ असामाजिक तत्वों, राजनीतिक पार्टियों द्वारा अफवाह फैलाई जा रही है। समाज के सभी जिम्मेदार नागरिकों से अपील है कि वे इन प्रयासों को सफल नहीं होने दें। वास्तविकता से स्वयं और परिवार व मित्रों को भी अवगत कराना चाहिए।

विधान पार्षद ने कहा कि सीएए क्यों? भारत का विभाजन धार्मिक आधार पर हुआ। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश रहा। मगर, पाकिस्तान इस्लामिक राष्ट्र बना। इससे अलग हुआ बांग्लादेश भी इस्लामिक राष्ट्र बना, धर्मनिरपेक्ष नहीं। पाकिस्तान व बांग्लादेश प्रारंभ से पूर्व पाकिस्तान में उस समय बड़ी संख्या में हिदू, सिख और बौद्ध रहते। इनकी आर्थिक, सामाजिक स्थिति बहुत अच्छी थी। अली जिन्ना ने निरंतर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया।

लियाकत अली खान ने 1950 में एक समझौता पर हस्ताक्षर किया। इसमें स्पष्ट किया कि पाकिस्तान सरकार अल्पसंख्यकों को बिना किसी धर्मिक भेदभाव के बराबर की नागरिकता देगी व उनके साथ किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक उत्पीड़न के शिकार लोग वर्षो से भारत में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं।

भारत के पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों विशेष रूप से हिदुओं को जबरन धर्म परिवर्तन, नरसंहार, बलात्कार एवं संपत्तियों पर अवैध कब्जा सहन करना पड़ता रहा। 1947 के बाद संविधान सभा, अस्थाई सांसद तथा प्रथम लोकसभा व राज्यसभा के सत्रों में भी सभी राजनीतिक दलों के नेताओं जो विचार व्यक्त किए थे उन्हीं के अनुरूप यह संविधान संशोधन हुआ है। इस कानून में किसी की नागरिकता छिनने नहीं जा रही है। बल्कि पड़ोसी इस्लामिक देशों से धार्मिक प्रताड़ना के कारण विस्थापित हुए लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर भाजपा के मंडल अध्यक्ष विमल कुमार झा, कृष्णेश्वर ठाकुर, प्रशांत ठाकुर, विवेकानंद झा, प्रो. ब्रह्म कुमार झा, डॉ. बागीशकांत झा, रामनारायण झा, प्रकाश लाभ, माधव झा, महेश पूर्वे, गौरीशंकर नायक आदि मौजूद थे।

CAA के विरोध में 11वा दिन पहुंचा अनिश्चितकालीन धरना

मधुबनी : संविधान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के प्रतिमा स्थल पर बैठे लोगों से सदर एसडीओ एवं सदर डीएसपी अपने पुरे दल बल के साथ पहुंचे तों प्रशासन और आंदोलन कारियो के साथ घंटो भर हाई वोल्टेज ड्रामा चला। प्रशासन की ओर से लगातार धरना स्थल खाली कराने की  कोशिश की जा रही थी, लेकिन प्रर्दशन करियों ने धरना जारी रखा।

बाद में प्रशासन के लोगों ने धरना पर बैठे लोगों से मांग पत्र लिया और एक घंटे के अंदर धरना खत्म करने की बात कही गई, लेकिन जैसे ही ये खबर बाकी लोगों को मिली हजारों की संख्या में लोग धरना स्थल पर बैठ गए।

CAA और NRC के विरोध में आयोजित विशाल जन सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष ब्रजकिशोर यादव ने कहा कि संविधान की रक्षा के लिए हमें जो करना होगा करेंगे, लेकिन संविधान की हत्‍या बर्दाश्‍त नहीं करेंगे।

वहीं, अनिश्चितकालीन धरना की अध्यक्षता कर रहे बिस्फी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी परवेज हसन दानिश ने बता की जब हम लोगों प्रशासन को चार जनवरी को सुचना दे दिया था कि हम धरना पर बैठेंगे, तों प्रशासन कल देर रात 10वें दिन आई और आकर ये कहना कि आप असंवैधानिक काम कर रहे हैं। तों मैं जानना चाहता हूं कि संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी के मूर्ति के पास बैठकर संविधान की बात करना कैसे असंवैधानिक है?

धरना के संयोजक तुल्लाह खान ने कहा कि जब हम लोग शांतिपूर्ण ढंग से धरना पर बैठे हैं, तों प्रशासन के द्रारा हमें धमकाना ही गैर कानूनी है। पुलिस हमारी आवाज जबरन नहीं दबा सकती। वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता फहीम बकर मुसा ने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस अगर हम लोगों को भी जामिया की तरह पीटना चाहती हैं, तों आए पीटे लेकिन हम इस लड़ाई को जारी रखेंगे। क्योंकि ये संविधान बचाने की लड़ाई है।

इस मौके पर पहुंचे भारतीय मित्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनेश्वर महतो ने कहा कि अगर धरना पर बैठे क्रांतिकारी  नेताओं के कुछ ग़लत किया जाएगा तो हमारी पार्टी चुप नहीं बैठेगी।

इस मौके पर उपस्थित जन अधिकार पार्टी के बुद्धजीवी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष संतोष झा, जिला महासचिव मज़हर कमाल, मुखिया अजित पासवान, मोनसी समीउर रहमान, कमलेश पासवान, अबसार अहमद, मोहम्मद आरजू, जफर इकबाल, वासिफ अली, असजद, राशिद खलील, राशिद अंसारी, रहबर, सलमान इस्माईल, मेराज सहित दर्जनों उपस्थित रहें।

जदयू कार्यकर्ताओं की विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का हुआ आयोजन

मधुबनी : बिस्फी विधानसभा प्रभारी इश्तियाक अहमद की अध्यक्षता में जदयू कार्यकर्ताओं की विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मंच संचालन जदयू के रहिका प्रखंड अध्यक्ष प्रभु झा ने किया।

इस मौके पर प्रखंड के जदयू कार्यकर्ताओं ने प्रदेश एवं जिला से आए हुए सभी जदयू पदाधिकारियों को मिथिला परंपरा अनुसार पाग-दोपट्टा एवं माला पहना कर स्वागत किया।

इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष जटाशंकर झा ने पार्टी संगठन को पंचायत स्तर से लेकर बूथ स्तर तक मजबूत करने व सभी कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव जोर शोर से तैयारी करने का आह्वान किया।

बूथ जीतो, चुनाव जीतो का पाठ नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं को पढ़ाया। वहीं, संगठन प्रभारी डॉ० अंजित चौधरी ने बताया कि सरकारी कल्याणकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने के साथ नीतीश कुमार की संदेशों को देने का कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री के ऐतेहासिक निर्णय ओर कल्याणकारी योजनाओं को देश ही नही विदेशों में भी सराहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में हमारे माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सांई में कोई नेता है ही नही।

आज खुद गृहमंत्री अमित शाह ने कहा दिया है कि बिहार के विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।

वहीं, 19 जनवरी को जल जीवन हरियाली नशा मुक्ति बाल विवाह सहित कई चुनौतियों को समाप्त करने के समर्थन में बनने वाली मानव श्रृंखला में सभी को भाग लेने का आह्वान किया।

इस सभा को प्रवेश सचिव सीमा मंडल, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष संगीता ठाकुर, जिला अध्यक्ष मीडिया सेल आलोक कुमार, जिला उपाध्यक्ष महिला प्रकोष्ट सोनी कुमारी, जहीर परसौनी, राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा, श्रीकांत यादव, सत्यनारायण यादव, इफ्तिकार जिलानी, मो० मुस्तकीम, डॉ० जगदीश दास, दिनेश भगत, डॉ० विनोद यादव, खाजा फरीदुद्दीन रुस्तम, पवन यादव सहित कई नेताओं ने सभा को संबोधित किया। वहीं इस मौके पर बूथ स्तरीय सभी अध्यक्ष और सचिवों के अलावा सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

सुमित राउत