मांग के अनुरूप अपने को निखारे छात्र
दरभंगा : आज का युग पुरी तरह दुनिया को मुट्ठी में कर लेने का है, पर ऐसा करना सबके बस में नहीं होता। इस प्रतियोगिता के युग में अपने को बाजार के अनुरूप ढालना आवश्यक है, क्योंकि नियोक्ता अपने मापदंडों के अनुसार ही आंतरिक रूप से टैलेंट युवाओं का चयन करता है। व्यावसायिक कोर्स के छात्रों के लिए चुनौती है कि वे डिग्री के साथ-साथ बाजार की मांग के अनुसार अपने को तैयार करें। सुयोग्य और मेहनती छात्र ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं। संस्कारित, अनुशासित तथा समय पायबंद छात्रों में अंदर ही से सीखने की क्षमता विकसित होती है। उक्त बातें सीएम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद ने महाविद्यालय में संचालित बीबीए तथा बीसीए सत्र 2019-20 के प्रारंभिक वर्ग(Initiation Class) में मुख्य अतिथि के रूप में कहा। उन्होंने कहा कि यह कोर्स परंपरागत शिक्षा से अलग पूर्णता व्यवसायिक कोर्स है, जिसमें नामांकन लिखित एवं साक्षात्कार परीक्षा के आधार पर ही होता है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय वाणिज्य विभाग के प्राध्यापक डॉ दिवाकर झा ने कहा कि किसी भी संस्था का भविष्य वहां के छात्रों पर निर्भर करता है। आज के वैश्विक युग में युवाओं के लिए बेहतर विकल्प उपलब्ध हैं,पर इसके लिए काफी मेहनत एवं उचित दिशा-निर्देश की जरूरत है। यह स्ववित्तपोषित कोर्स है, जो छात्रों को रोजगार के प्रति अवेयर करता है। उन्होंने छात्रों को इस बेहतर कोर्स तथा प्रतिष्ठित सी एम कॉलेज में नामांकन हेतु बधाई देते हुए उनसे महाविद्यालय की संस्कृति एवं सामाजिक मूल्यों को बनाए रखने की अपील की।
प्रोफ़ेसर मंजू राय ने इस अच्छे कोर्स की ओर छात्रों की संख्या में वृद्धि को सुखद बताया। छात्र मेहनत से पढ़ाई करें तथा स्मार्टफोन का कोर्स के अनुसार उपयोग करें तो बेहतर प्लेसमेंट संभव है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय का वाणिज्य विभाग अपनी अलग पहचान रखता है।ये सभी छात्र खुशनसीब हैं कि उनका नामांकन यहां हुआ है, क्योंकि इससे इनकी अलग पहचान होगी।
प्रोफेसर नारायण झा ने कहा कि आज शिक्षा की स्थिति काफी दयनीय होती जा रही है,पर ऐसे व्यावसायिक कोर्सों से महाविद्यालय का माहौल जीवंत दिखता है, अन्यथा पढ़ाई के बदले परीक्षा तथा डिग्री वितरण का कार्य हो रहा है।
इस अवसर पर कोर्स के सलाहकार समिति के सदस्य डॉ आर एन चौरसिया, डॉ वासुदेव साह,डा दिव्या शर्मा, ललित शर्मा,रीतिका मौर्या, इं. प्रेरणा कुमारी, मो शब्बीर, विपिन कुमार सिंह, सृष्टि चौधरी, बिंदेश्वर यादव, रवि कुमार, जयप्रकाश सहित एक सौ से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
आगत अतिथियों का स्वागत वाणिज्य संकाय अध्यक्ष प्रो डीपी गुप्ता ने किया। जबकि संचालन बीसीए के समन्वयक डॉ अशोक कुमार पोद्दार तथा धन्यवाद ज्ञापन बीबीए के समन्वयक प्रो चंद्रशेखर मिश्र ने किया। अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया गया।
एबीवीपी ने एमएलएसएम महाविद्यालय में लगाया छात्र सहायता केंद्र
दरभंगा : शनिवार को एमएलएसएम महाविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा स्नातक प्रथम खण्ड के छात्रों को नामांकन में हो रही असुविधा को ध्यान में रखते हुए छात्र सहायता केंद्र लगाया गया। यह छात्र सहायता केंद्र महाविद्यालय के विद्यार्थी परिषद प्रभारी चैतन्य झा के नेतृत्व में लगाया गया।
छात्रों को स्नातक प्रथम खण्ड में नामांकन के क्रम में हो रही असुविधा को देखते हुए महाविद्यालय की अभाविप इकाई के द्वारा सहायता केंद्र लगाया गया,जिसमें छात्रों को नामांकन हेतु गोंद, पिन,स्टैपल, पेपर,व्हाइटनर उपलब्ध कराया गया।
महाविद्यालय प्रभारी चैतन्य झा ने कहा कि अभाविप साल के 365 दिन कैंपस में सक्रिय रहकर छात्रों की सहायता करती है एवं उनके दिलों में राष्ट्रवाद का अलख जलाने का काम करती है,अन्य छात्र संगठनों की तरह वे मौसमी देशभक्ति नही बल्कि हमेशा “नेशन फर्स्ट” की भावन के साथ काम करती है।
वहीं महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष व महाविद्यालय इकाई के उपाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने कहा कि, स्नातक प्रथम खण्ड में नामांकन के लिए एमएलएसएम महाविद्यालय विश्वविद्यालय की पहली पसंद बन चुकी है,जिस से की,आम छात्रों का रुख एमएलएसएम महाविद्यालय की ओर अत्यधिक बढ़ गया है,इसको ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय अभाविप इकाई के द्वारा छात्र सहायता केंद्र लगाकर छात्रों की सहायता की गई।
वहीं महाविद्यालय के प्रधानाचार्य श्री विद्यानंद झा ने कहा कि अभाविप शुरुआत से ही छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए छात्र सहायता केंद्र लगाती है, जिस से की नामांकन करवाने आए छात्रों को नामांकन मैं काफी सहूलियत होती है, महाविद्यालय के बर्सर माधव चौधरी ने अभाविप की इस कदम को बहुत सराहा।
छात्र सहायता केंद्र लगाकर लगभग सैकड़ों छात्रों की नामांकन करवाने में मदद की गई। छात्रों की मदद हेतु महाविद्यालय के अभाविप इकाई के उपाध्यक्ष रितेश रंजन, आशीष मिश्रा, महाविद्यालय मंत्री आकाश कुमार, कार्यकारिणी सदस्य शिवम झा, केशव कुमार, चिंटू कुमार, अभाविप के लहेरियासराय प्रभारी आदित्य झा माधव आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
20 को लगेगी पेंशन अदालत
दरभंगा : सेवानिवृत्त एवं पारिवारिक पेंशन, उपादान तथा अर्जित अवकाश नकदीकरण से सम्बंधित मामलों के निपटारे के लिए संस्कृत विश्वविद्यालय में आगामी 20 अगस्त को पेंशन अदालत लगाई जा रही है। सारे मामलों की कार्रवाई कुलपति सचिवालय में की जाएगी। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि सभी सम्बन्धित अभिलेखों के साथ पेंशनधारी दोपहर एक बजे निर्धारित स्थल पर आयोजित पेंशन अदालत में उपस्थित होकर अपना पक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं।
शास्त्रार्थ के जरिये हो संस्कृत शिक्षकों की बहाली
दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय में जारी संस्कृत सप्ताह के तीसरे दिन सीनेट हॉल में आयोजित शास्त्रार्थ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दरभंगा नगर विधायक संजय सरावगी ने देव भाषा के विकास व संवर्धन के लिए एक नायाब तरीका सुझाया। उन्होंने कहा कि कालेजों में संस्कृत विषय के शिक्षक अगर खुद संस्कृत नहीं बोले तो चिंता होती है। इसलिए बेहतर होगा कि कालेजों में अब जो नए संस्कृत शिक्षकों की बहाली हो तो बेहतर होगा कि इसी तरह शास्त्रार्थ कराकर मेधा के आधार पर उनका चयन किया जाय। ऐसा करने से वस्तुतः देववाणी संस्कृत का ही फायदा होगा और तेज गति से उसका सम्बर्धन भी होगा। लगे हाथ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके चयन सम्बन्धी सुझाव को नकारात्मक दृष्टि से नहीं बल्कि सकारात्मक पहल के रूप में देखने की जरूरत है। कारण कि संस्कृत है तभी हमारी संस्कृति भी है। संस्कृत जीवन को दर्शन देती है। इसी से नैतिकता को बढ़ावा भी मिलता है। उनकी दिली इच्छा है कि संस्कृत गांव गांव में फैले।
इसके अलावा विधायक सरावगी ने कार्यक्रम के अध्यक्ष कुलपति प्रो0 सर्व नारायण झा की प्रशंसा करते हुए कहा कि विलुप्त हो चुकी शास्त्रार्थ परम्परा को इन्होंने जीवित कर दिया है।पूर्व में भी मिथिला में यह परम्परा अपने उत्कर्ष पर थी। मण्डन मिश्र व शंकराचार्य के बीच का शास्त्रार्थ कौन नहीं जानता।आज सीनेट हॉल में जीवंत शास्त्रार्थ देखकर व सुनकर वे धन्य हो गए। हाल ही में राजभवन पटना में आयोजित शास्त्रार्थ कार्यक्रम की भी विधायक ने प्रशंसा की और इसके लिए पुनः वीसी को उन्होंने साधुवाद दिया। कुलपति प्रो0 झा ने पाग चादर व प्रशस्ति पत्र से उनको सम्मानित किया।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि इसके पूर्व व्याकरण विभागाध्यक्ष प्रो0 उमेश शर्मा के संयोजकत्व में जयपुर से आये प्रो0 श्रीधर मिश्र, व रमौली के डॉ प्रियव्रत मिश्र के बीच व्याकरण के विभिन्न पहलुओं पर जमकर शसत्रार्थ हुआ। कई बार खुद संयोजक प्रो0 शर्मा को दोनों शास्त्रार्थीयों से तर्क- वितर्क पर विराम लगाने का अनुरोध करना पड़ा लेकिन फिर भी दोनों पक्ष नहीं माने और पूर्व पक्ष एवम उत्तर पक्ष में युक्तिपूर्ण बहस चलती रही। बीच बीच मे स्वयं कुलपति व विधायक कई बार ताली बजाते देखे गए।इसके बाद द्वितीय पाली में डॉ विकाउ झा एवम प्रो0 दयानाथ झा के बीच शास्त्रार्थ हुआ। पूरे कार्यक्रम तक बैठकर ख़ुद कुलपति ने सभी का हौसला अफजाई की।
शास्त्रार्थ कार्यक्रम को देखेंगे सुनेंगे तीन तीन न्यायाधीश
संस्कृत सप्ताह के चौथे दिन भी सीनेट हॉल में शास्त्रार्थ कार्यक्रम का आयोजन रखा गया है।प्रो0 श्रीपति त्रिपाठी के संयोजकत्व में आयोजित इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने पटना हाई कोर्ट के न्यायाधीश राजेन्द्र मिश्र बतौर अध्यक्ष के रूप में रहेंगे। इसी तरह मुख्य अतिथि के रूप में न्यायाधीश प्रभात कुमार झा एवम अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में न्यायाधीश अनिल कुमार उपाध्याय भी शास्त्रार्थ कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।इसी तरह दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर भी अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में रहेंगे।वहीं , शास्त्रार्थीयों में प्रो0 सुरेश्वर झा व प्रो0 विद्येश्वर झा, डॉ विजय कुमार मिश्र व प्रियंका तिवारी शामिल हैं। कार्यक्रम पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होगा।
मुरारी ठाकुर