एनटीपीसी में 300 श्रमिकों के बीच हुआ राहत सामग्री का वितरण
बाढ़ : एनटीपीसी परियोजना ने अपने जनकल्याण योजना कार्यक्रम को जारी रखते हुए गुरूवार को कुल तीन सौ संविदा श्रमिकों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया। कोल हैंडलिंग प्लांट और अनुरक्षण विभाग के संविदा श्रमिकों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया गया।परियोजना के आरएण्डआर विभाग द्वारा चलाये जा रहे इस कार्यक्रम के कुल लाभान्वितों की संख्या 1800 पहुंच गयी। इस वितरण कार्यक्रम में परियोजना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा एवं कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री आरके सिंह के निर्देश पर किया गया। वितरण के समय सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन किया गया।
श्रमिकों ने एक-दूसरे के बीच एक मीटर से अधिक दूरी पर पंक्ति बनाकर बारी-बारी से अपना पैकेट प्राप्त किया। इस बीच सभी श्रमिकों को एनटीपीसी अधिकारियों द्वाराआवश्यक दिशानिर्देश भी दिये गये।बतातें चलें कि कोरोना वायरस संक्रमण के गंभीर दुष्प्रभावों के कारण भारत सरकार द्वारा देशव्यापी लॉकडाउन की सीमा को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है और इसका संज्ञान लेते हुये श्रमिकों तक ज़रूरत के राशन सामान- तीन किलो आंटा,दो किलो चावल,एक लीटर तेल,एक किलो दाल, एक किलो चीनी और आधा किलो नमक चरणबद्ध तरीके से मुहैया कराए जा रहे हैं।
वितरण के समय श्रमिकों की संख्या का नियमन किया जाता है,ताकि एक समय पर ज़्यादा भीड़ इकट्ठा न हो। जनकल्याण के साथ एनटीपीसी परियोजना विद्युत उत्पादन के अपने प्राथमिक उद्देशय को गंभीरता से निभा रहा है। दफ्तरों और निवास स्थलों में समय-समय पर सैनिटाजेशन किया जा रहा है। प्लांट परिसर के दोनों प्रवेश द्वार के बाहर वॉश बेसिन लगा दी गई हैं और प्रमुख स्थलों के पास सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है, जिसके कारण सभी कर्मचारी व श्रमिक नियमित रूप से अपने हाथ धोकर ही कार्यस्थल में काम करने जा रहे हैं।
बाढ़ से सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट