छात्रावास फीस तय
दरभंगा : कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में छात्रावास एवं कल्याण समिति की बैठक हुई । बैठक में छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो रतन कुमार चौधरी ने गत बैठक की संपुष्टि के साथ – साथ अन्य प्रस्तावों को सदस्यों के समक्ष रखा। छात्रों को छात्रावास आवंटन हेतु गठित समिति की अनुशंसा जिसे छात्रावास अध्यादेश के अनुसार अनुमोदित किया गया। कोसी छात्रावास में कुल 63 छात्रों एवं कमला छात्रावास में 54 छात्राओं के नामांकन की स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इस सत्र से छात्रावास शुल्क एक सत्र ( दो वर्षों )का रूपये 300 प्रति माह की दर से रूपये 7200 लिए जाएंगे। यह शुल्क 1986 में रूपये 115 प्रति माह निर्धारित था । साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि नामांकन के समय छात्र-छात्राओं को रूपये 5000 कॉशन मनी जमा करना होगा जो ससमय छात्रावास खाली करने के उपरांत उन्हें वापस कर दिया जाएगा। बैठक में कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय,मानविकी संकाय अध्यक्ष प्रो मनोज कुमार झा विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रो शीला ,ललित कला संकाय अध्यक्ष प्रो लावण्य कीर्ति सिंह काव्या , छात्रावास संरक्षक प्रो रविंद्र चौधरी ,छात्रावास अधीक्षक उपस्थित थे।
पी-एच डी में नामांकन की तिथि तय
दरभंगा : पी ए टी परीक्षा 2018, 2019 के सफल छात्रों तथा नेट, जे आर एफ ,ईन्सपायर क्वलीफाईड अभ्यर्थियों के पी-एच डी नामांकन कार्यक्रम तय करने हेतु कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में सभी स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्षों की बैठक विश्वविद्यालय सभागार में हुई । बैठक में तय किया गया कि अक्टूबर 2019 के तृतीय सप्ताह में विभागाध्यक्ष अपनी सुविधा अनुसार अपने अपने विषय का कोर्स वर्क प्रारंभ करने का तिथि तय करेंगे । इन अभ्यर्थियों को एक अंतरविक्षा हेतु संबंधित विभाग में उपस्थित होना होगा। अंतरविक्षा की तिथि 25 नवंबर 2019 से 30 नवंबर 2019 के बीच तय की गई है।
अभ्यर्थियों को उनके अंतरविक्षा की तिथि की जानकारी पत्र के माध्यम से भेजी जाएगी । पत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। उक्त जानकारी उप परीक्षा नियंत्रक प्रथम डॉ अरुण कुमार सिंह ने दी। बैठक में सभी स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्ष, अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो रतन कुमार चौधरी, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक डा अशोक कुमार मेहता,डा अवनी रंजन सिंह उपस्थित थे।
छात्रों को स्मार्टकार्ड जारी
दरभंगा : विश्वविद्यालय सभागार में माननीय कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह के हाथों स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर 2019-21 तथा स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर 2018-20 के छात्रों के लिए तैयार किया गया डिजिटल आई कार्ड विभागाध्यक्षों को हस्तगत कराया गया।आई कार्ड हस्तगत कराते हुए कुलपति प्रोफ़ेसर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए आज ऐतिहासिक दिन है जो विश्वविद्यालय पहली बार अपने स्तर से स्नातकोत्तर विभागों में अध्ययनरत छात्रों को डिजिटल आई कार्ड उपलब्ध करा रही है। डिजिटल आई कार्ड की खूबियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस डिजिटल का कार्ड में क्यू आर कोड का समावेश कर इसे उत्कृष्ट बनाने का प्रयास किया गया है ।
इस काम हेतु छात्र कल्याण अध्यक्ष को बधाई दी है। उन्होंने आगे कहा कि महाविद्यालयों को भी इसी प्रकार का आई कार्ड स्नातक एवं स्नातकोत्तर के छात्रों को उपलब्ध कराना चाहिए। कुलसचिव ने कहा कि आशा करते हैं कि सभी छात्र इस आई कार्ड को विभाग में या विश्वविद्यालय परिसर में अपनी उपस्थिति के दौरान उपयोग करेंगे एवं उसे पहने रहेंगे। बगैर आई कार्ड के छात्रों एवं गैर छात्रों की पहचान नहीं होती है। इन्होंने छात्रों को अनिवार्य रूप से इसे धारण करने का निर्देश दिया है। इस सादे समारोह में सभी विभागाध्यक्षों के अतिरिक्त अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो रतन कुमार चौधरी, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार मेहता ,उप परीक्षा नियंत्रक प्रथम प्रॉफ़ेसर अरुण कुमार सिंह एवं सी एम कॉलेज दरभंगा के अर्थशास्त्र विभाग के प्राचार्य डॉक्टर अवनी रंजन सिंह उपस्थित थे।
सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण– महापौर
दरभंगा : सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम में महिलाओं का योगदान सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।यदि महिलाएं घर से इसकी शुरुआत करें तो इस पर पूरी तरह रोकथाम लग सकती है। आज बदलते दौर में नारी पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। उक्त बातें दरभंगा नगर निगम की मेयर वैजयंती खेरिया ने सी एम कॉलेज, दरभंगा की महिला प्रकोष्ठ द्वारा “सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोकथाम” विषय पर आयोजित सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में कहा। दरभंगा शहर के प्रथम नागरिक के रूप में महापौर वैजयंती खेरिया ने सेमिनार में सभी लोगों को सिंगल यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि प्लास्टिक का बढ़ता प्रयोग पर चिंता की बात है।मेयर ने प्लास्टिक को कैंसर का प्रमुख कारण बताया। महापौर ने अपील की कि सरकार के प्लास्टिक प्रतिबंध में आमजन शामिल होकर इसे सफल बनाएं।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद ने कहा कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग एवं उसके दुष्प्रभाव पूरी दुनिया के लिए चिंतनीय है। इसके अधिक प्रयोग एवं इसके प्रदूषण से लोग बीमार हो रहे हैं।सिर्फ दिल्ली में 60 वर्ष से अधिक अवस्था के 22% से अधिक लोग दमा के शिकार हैं। आज हम इसके प्रति जागरूक नहीं होंगे तो इसके बढ़ते प्रदूषण संपूर्ण मानव जाति के लिए जानलेवा सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर इस पर प्रतिबंध प्रशंसनीय है। इस पर रोकथाम हेतु शिक्षित वर्गों को आगे आना होगा,क्योंकि यह वर्ग ही भविष्य के बारे में ज्यादा अच्छी तरह सोच समझ सकता है। यदि छात्राएं दृढ़ संकल्पित हों तो प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रतिबंध संभव है।प्रधानाचार्य ने महाविद्यालय के विमेन सेल की सक्रियता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा,जिसमें एनएसएस, एनसीसी तथा अन्य छात्र-छात्राएं भी शामिल होंगे। उन्होंने तत्काल महाविद्यालय परिसर में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगाने की घोषणा की।
मुख्य वक्ता के रूप में नागेंद्र झा महिला महाविद्यालय की वनस्पति विज्ञान विभाग की प्राध्यापिका डॉ धर्मशिला गुप्ता ने कहा कि यह विषय अत्यंत ही गंभीर एवं समसामयिक है। हम अपने दैनिक जीवन में सिंगल यूज़ प्लास्टिक का बहुत अधिक प्रयोग करते हैं,जिसके कारण प्रदूषण के साथ-साथ ग्लोबल वार्मिंग भी बढ़ता जा रहा है।इससे अनेक पक्षियों, जानवरों तथा मछलियों आदि का अस्तित्व ही समाप्त होता जा रहा है।उन्होंने आह्वान किया कि हम सभी अपने सामानों,सब्जियों आदि के लिए अपने घर से जूट तथा कपास के बने थेले ले जाएं तथा दुकानदारों से प्लास्टिक थैले के लिए मना करें। विश्वविद्यालय के पूर्व एनएसएस समन्वयक डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि प्लास्टिक आसानी से न तो सरता है न ही गलता है। हम सभी कृत संकल्पित हैं कि 2022 तक प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करते हुए प्लास्टिक मुक्त स्वच्छ भारत का निर्माण करेंगे। उन्होंने महाविद्यालय में काफी अधिक संख्या में महिला प्राध्यापकों की नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त किया।
महिला कोषांग की छात्रा प्रतिनिधि अनुष्का ने संगोष्ठी का फीडबैक प्रस्तुत किया। आगत अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ तथा शॉल प्रदान कर किया गया।संगोष्ठी में प्रो मंजू राय, डॉ एकता श्रीवास्तव,प्रो दिव्या झा,डॉ रीना कुमारी,प्रो रागिनी रंजन, प्रो अभिलाषा झा,डॉ राफिया काजमी, डॉ तनीमा कुमारी, डॉ चंदा कुमारी,डॉ मीनू कुमारी,इं.प्रेरणा कुमारी,डा रितिका मौर्य,डॉ दिव्या शर्मा, डॉ प्रीति त्रिपाठी,डा मीनाक्षी राना,डॉ रीता दुबे सहित एक सौ से अधिक शिक्षिकाओं एवं छात्राओं ने भाग लिया। स्वागत गीत जया कुमारी ने तथा मंगलगान रचना रितु ने प्रस्तुत किया।कार्यक्रम का प्रारंभ सामूहिक दीप प्रज्वलन से हुआ।डॉ प्रीति कनोडिया के संचालन में आयोजित संगोष्ठी में आगत अतिथियों का स्वागत महिला कोषांग की सदस्या प्रो शिप्रा सिन्हा ने किया,जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ पुनीता कुमारी ने किया।