राजद विधायक ने किया सड़क का शिलान्यास
मधुबनी : ग्रामीण कार्य विभाग बिहार सरकार, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत मधुबनी नगर से सटे चकदह से मंसूरी टोला तक 68 लाख की राशि से बनने वाली लगभग एक किलोमीटर की सड़क का शिलान्यास राष्ट्रीय जनता दल के मधुबनी नगर विधायक सह प्रवक्ता समीर कुमार महासेठ के हाथो संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत में राजद विधायक समीर कुमार महासेठ को स्थानीय लोगों ने मिथिला की परंपरा के अनुसार पाग, दोपट्टा और माला से सम्मान किया। तदोपरांत उसके बाद राजद विधायक समीर महासेठ ने नारियल फोड़कर सड़क का शिलान्यास किया गया।
गौरतलब है की इस सड़क की मांग स्थानीय जनता के द्वारा बहुत दिनों से की जा रही थी। चुकी सड़क की हालत काफी खराब थी। आज मधुबनी के राजद विधायक समीर महासेठ के हाथो सड़क का शिलान्यास होते देखकर लोगो की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत ग्राम पंचायत भौआरा के अंतर्गत चकदह से मंसूरी टोला सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यस हुआ, जिसकी लंबाई लगभग 1.10 किलोमीटर है। इसकी लागत लगभग 68 लाख 44 हजार है।
इस कार्यक्रम में राजद प्रखंड अध्यक्ष जीवछ यादव, विधायक प्रतिनिधि रत्नेश्वर यादव, पंकज सिंह, अमरनाथ चौधरी, मो० अजमत, राकेश कुमार चौधरी, शिवनारायण चौधरी, लक्ष्मी चौधरी, तुलशी चौधरी, राजकुमार साह, अशोक यादव, राजेश खरगा, सुरेंद्र महतो सहित गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही।
मनरेगा कार्यालय पर सैकड़ों मजदूरों ने किया प्रर्दशन
मधुबनी : हरलाखी प्रखंड के उमगांव में मनरेगा कार्यालय पर सैकड़ों ग्रामीण मजदूरों व श्रमिकों का प्रर्दशन, जाॅब कार्ड के लिए पांच सौ से अधिक आवेदन जमा कराया गया।
प्रर्दशन स्थल पर ही भाकपा(माले), प्रखंड सचिव मदन चंद्र झा की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पार्टी के मधुबनी जिला सचिव ध्रुब नारायण कर्ण ने कहा कि करोना और लाकडाउन में नीतीश मोदी सरकार ने श्रमिकों के अधिकारों को रौंदा है। बीस लाख करोड़ के पैकेज में गरीब और श्रमिकों के लिए कुछ नहीं है। अमीरों और पूंजीपतियों के लिए सरकारी खजाना खोला गया है। गरीबों को राशन तक नहीं मील रहा है। माले आयकर दाताओं को छोड़कर बाकी सभी परिवारों को छह महिनों तक ₹7500 मासिक भत्ता देने, सभी मजदूरों को जाॅब कार्ड और बर्ष में दो सौ दिन काम और पांच सौ रुपए दैनिक मजदूरी देने पर जोड़ दिया।
किसान महासभा के जिला सचिव प्रेम कुमार झा ने किसानों एवं जिविका दीदी के सभी कर्ज माफ करने पर बातें रखीं। वहीं, माले के बेनीपट्टी अनुमंडल प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने कहा कि सभी गरीब परिवारों को पांच डिसमिल बास भूमि के लिए आवाज उठाते हुए कहा कि इसके लिए पार्टी गरीब बसाओ आंदोलन चला रही है।
इस सभा में प्रस्ताव पारित कर, बेनीपट्टी प्रखंड माले सचिव श्याम पंडित, राजनगर प्रखंड माले सचिव दानी लाल यादव, रहिका के माले नेता सोमन पासवान पर झूठे आरोप के मुकदमा वापस लेने की मांग किया गया। बेनीपट्टी प्रखंड माले सचिव श्याम पंडित, खेग्रामस के जिला सचिव बेचन राम, इनौस नेता मनीष मिश्रा सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया।
कोरोना मरीज मिलने पर जिलाधिकारी ने एपीसेंटर व कंटेन्मेंट जोन किया घोषित
मधुबनी : गत दिनों मधेपुर प्रखंड का एक पुरुष, लखनौर प्रखंड का दो पुरुष, बेनीपट्टी प्रखंड का दो पुरुष, फुलपरास प्रखंड का तीन पुरुष, पंडौल प्रखंड का दो पुरुष, लौकही प्रखंड का 05 पुरुष, लदनियां प्रखंड का एक पुरुष एवं दो लड़का तथा झंझारपुर प्रखंड का तीन पुरुष कोरोना से संक्रमित मिले। जांच रिपोर्ट आने पर उक्त सभी के कोरोना मरीज होने की पुष्टि हुई। जिन जगहों पर उक्त कोरोना मरीज रहते थे, उस जगहों को जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे द्वारा ईपिसेंटर तथा इपिसेंटरों के तीन किमी परिधि वाले क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।
हरलाखी प्रखंड के डारह गांव के वार्ड नं.-नौ, लखनौर प्रखंड का पुरानी पोखर नवटोल, रतौल वार्ड नं.-02, बेनीपट्टी प्रखंड का ग्राम-धेपुरा, वार्ड नं.-14 एवं ग्राम-नागदह बलाईन, फुलपरास प्रखंड के ग्राम-बथनाहा, पंडौल प्रखंड के कनकपुर, कन्हौली एवं पाही, लौकही प्रखंड का नरहिया खिखरीपट्टी, ककहिया, ग्राम-महदेवा, ग्राम-महथौर, ग्राम-धरहारा, लदनियां प्रखंड के ग्राम-सिधपकला वार्ड नं.-12 एवं ग्राम-कमतोलिया वार्ड नं.-10, झंझारपुर प्रखंड के ग्राम-गोपलखा एवं ग्राम-कन्हौली में कोविड-19 के संक्रमित पाए जाने पर उस जगह को एपिसेंटर घोषित करते हुए उसके तीन किमी परिधि वाले क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्षों, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों को कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत की जाने वाली सभी गतिविधियों के लिए विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने एवं कृत कार्रवाई का दैनिक रिपोर्ट ससमय भेजने का निर्देश दिया है।
झंझारपुर एवं लखनौर में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ी झंझारपुर। बीते दिनों झंझारपुर के मझौरा गांव के एक व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि के बाद सोमवार को प्रशासन आठ जगहों पर रास्ता को सील कर दिया। झंझारपुर बीडीओ विकाश कुमार खुद खड़ा होकर कई जगहों पर रास्ता को सील करा रहे हैं। इधर, जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने झंझारपुर प्रखंड के गोपलखा एवं नगर पंचायत के कन्हौली को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया है। लखनौर में इसी तरह डीएम के निर्देश पर मदनपुर पंचायत के रतौल एवं झंझारपुर रेलवे स्टेशन बाजार के पुरानी पोखर मोहल्ला को इपिसेंटर मानते हुए कंटेनमेंट जाने बनाया गया है। यहां लखनौर प्रखंड प्रशासन ने इस बार खूब सक्रियता दिखाई है।
शनिवार रात पुरनी पोखर मोहल्ला का एक व्यक्ति तथा रतौल मदनपुर गांव का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सोमवार सुबह से ही रेलवे स्टेशन बाजार की सभी दुकानों को प्रशासन ने बंद करा दिया। इसमें ओपी पुलिस एवं सीओ रोहित कुमार बाजार बंद कराने में सक्रिय दिखे। बताया गया कि रतौल इपिसेंटर में रतौल, मदनपुर, रहीटोल, सोहराई को रखा गया है।
यहां कंटेनमेंट जोन में 1492 परिवार के 10536 लोग इसके दायरे में आते हैं। यहां कंटेनमेंट जोन बनाने में प्रशासन ने कंजूसी दिखाई है। मधुबनी जिला के रतौल इपि सेंटर से दरभंगा जिला के पोखरभिडा गांव भी कंटेनमेंट जोन में आना चाहिए था जिसकी जानकारी दरभंगा जिला प्रशासन को देनी चाहिए थी जो नहीं हो सका। इसी प्रखंड के रेलवे स्टेशन बाजार के पुरनी पोखर मोहल्ला इपिसेंटर के कन्टेनमेंट जोन में नवटोल, बलभद्रपुर, रेलवे स्टेशन बाजार, पथराही, पिपराघाट को शामिल किया गया है। जिसमें 4465 परिवार के 26790 लोग प्रभावित हुए हैं। यहां भी कैथिनियां व अन्य गांव को कंटेनमेंट जोन में शामिल नहीं किया गया है जबकि कई अन्य गांव भी कंटेनमेंट जोन के दायरा में पड़ता है। इन दोनों जगहों पर बैरिकेडिंग के लिए जगहों को चिन्हित किया जा रहा है। झंझारपुर के गोपलखा एवं नगर पंचायत का सर्वे प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।
झंझारपुर को जिला बनाने की मांग हुई तेज, दिया धरना
मधुबनी : झंझारपुर को जिला बनाने की मांग पर जन संघर्ष मोर्चा, झंझारपुर जिला बनाओ संघर्ष समिति एवं ब्राह्मण महासभा ने संयुक्त रूप से शासन एवं प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। धरना कार्यक्रम अनुमंडल कार्यालय के पुराने भवन के नजदीक किया गया।
धरने में शामिल वक्ताओं ने कहा कि सरकार के मुखिया ने वादा करके झंझारपुर को जिला नहीं बनाया, झंझारपुर की जनता छला हुआ महसूस कर रही है। अब जागरण अभियान चलाया जाएगा। इसमें नुक्कड़ सभा तक का आयोजन होगा। लोगों को बताया जाएगा कि मुख्यमंत्री ने भगवानपुर की सभा में परिसीमन आयोग की बाध्यता के कारण उस समय जिला बनाने की मांग खारिज करते हुए कहा था कि परिसीमन आयेाग की बाध्यता समाप्त होने के बाद झंझारपुर को जिला बनाया जाएगा।
वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार में है। भाजपा भी झंझारपुर को जिला मानकार संगठन खड़ा की हुई है। जदयू ने भी आंशिक रूप से इसे जिला का दर्जा दिया है। इसके परिणामस्वरूप जदयू का कई मोर्चा झंझारपुर सांगठनिक जिला में सक्रिया है।
हालांकि, जदयू का मेन विग का जिलाध्यक्ष झंझारपुर में नहीं बनाया गया है। वक्ताओं ने सरकार से झंझारपुर को प्रशासनिक जिला बनाने की मांग की। वक्ताओं में सुनील झा सनोज, ओम प्रकाश पोद्दार, शैलेंद्र कुमार झा, उमेश गुप्ता, रमेश कंजर, रामविलास गिरि, मो. हैदर, सियाराम दास आदि शामिल थे।
नगर के कई वार्डों में पानी के लिए मचा हाहाकार, नल-जल योजना भी फैल
मधुबनी : नगर परिषद क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं को धरातल पर उतारने में उदासीन नगर परिषद प्रशासन के खिलाफ शहरवासियों में आक्रोश गहराता जा रहा है। जाहिर है कि इसका खामियाजा वार्ड पार्षदों को भुगतना पड़ रहा है। शहर में हर घर नल जल योजना की हालत खराब है। इधर, शहर में जलसंकट से निजात के लिए जिन वार्डों में दो-दो सबमर्सिबल पंप नहीं लगाए गए है। उन वार्डो में लोगों को पानी का लाभ मिल रहा है। लोग पानी के लिए परेशान हैं। वहीं नगर परिषद प्रशासन जल संकट दूर करने के बजाय हर घर नल-जल योजना के नाम पर राशि बंदरबांट में लगी है। इस योजना से जुड़े कई संवेदक लाखों में राशि का उठाव कर कार्य अधूरा छोड़कर गायब हो गए हैं।
जलसंकट दूर करने की दिशा में नगर परिषद आगे नहीं आ रहा है। वार्ड 13, 17 व 18 में हर घर नल-जल योजना का कार्य अधूरा रहने से जलसंकट पर काबू पाना मुश्किल हो रहा रहा है। इसको लेकर कई वार्ड पार्षदों ने नगर परिषद कार्यालय का घेराव करने का मन बना लिया है।
मधुबनी वार्ड 17 में हर घर नल जल योजना के तहत पाइप बिछाई गई। वाटर मीनार बनाया गया। करीब एक वर्ष से पेयजल आपूर्ति का लाभ नहीं मिल रहा है। भू-जल स्तर में गिरावट आने से जल की समस्या उत्पन्न हो गई है।
वार्ड न-17 में एक नाला का निर्माण शुरू किया गया जो अधूरा पड़ा है। वार्ड न-18 में हर घर नल-जल योजना का कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका है। इसके लिए राशि का उठाव किया गया फिर भी काम शुरू नहीं हो सका है। लोगों को पानी के लिए भारी कठिनाई से जूझना पड़ रहा है। वार्ड 18 के अधिकांश चापाकलों ने पानी देना छोड़ दिया है। नगर परिषद प्रशासन द्वारा बंद चापाकलों को ठीक नहीं कराया जा रहा है। वार्ड में जलजमाव की
समस्या बारिश शुरू होते ही गंभीर हो जाती है। राशन कार्ड अब तक नहीं बनाया जा सका है। वार्ड 18 के कीर्तन भवन रोड में नाला का निर्माण शुरू किया गया था। इसे अधूरा छोड़ दिया गया है। स्टेशन चौक से प्रधान डाकघर के साथ नाला की सफाई नहीं हो रही है। नाला के बदबू और मच्छरों के प्रकोप से भारी परेशानी हो रही है।
वहीं, वार्ड न-13 में पानी के लिए हाहाकार मचने लगा है। इस वार्ड में हर घर नल-जल का कार्य चल रहा है। कार्य के पूरा होने में एक से दो माह का समय लग सकता है। इस बीच पानी की किल्लत से लोगों की परेशानी बढ़ेगी। वार्ड न-13 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 70 लाभुकों को प्रथम किस्त का भुगतान किया गया। दूसरा व तीसरा किस्त नहीं होने से लाभुकों को खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है।
अनुदान की शेष राशि के लिए लाभुक परेशान हैं। वार्ड 13 के विभिन्न हिस्सों के कई चापाकल खराब होने से लोगों को पानी के लिए जूझना पड़ रहा है। वार्ड में नाला की कमी दूर नहीं हो पा रही है। अब तक मात्र एक नाला का निर्माण हो सका है। नाला की कमी से बारिश के दिनों में जलजमाव की समस्या बढ़ जाती है।
कोरोना वॉरियर पोस्टमार्टम कर्मी पर किया जानलेवा हमला
मधुबनी : कोरोना वारियर्स पोस्टमार्टम कर्मी गुड्डू कुमार मल्लिक पर जानलेवा हमला हुआ है। इस घटना में गुड्डू जख्मी हो गया। जख्मी गुड्डू को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सदर अस्पताल से घर जाने के क्रम में पोस्टमार्टम कर्मी गुडडू कुमार पर कथिततौर पर पड़ोसी ने ही जानलेवा हमला कर दिया। घर के अंदर भी उसे जाने नहीं दिया गया। जख्मी अवस्था में लोगों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया। वैसे तो यह घटना बीते 13 जून की रात 10 बजे की ही बताई जा रही है, लेकिन जख्मी हालत में होने के कारण गुड्डू कुमार को बयान देने में परेशानी हो रही थी जिस कारण सोमवार को नगर थाना पुलिस पदाधिकारी ने सदर अस्पताल इलाजरत गुड्डू कुमार का बयान लिया।
गुडडू कुमार मल्लिक ने पुलिस को बताया कि सकरी थाना से लाए गए अज्ञात शव को बर्फ में रखकर बीते 13 जून की रात करीब 10 बजे खाना खाने बाटा चौक मोहल्ला स्थित अपने घर पहुंचे। घर के अंदर जाने लगा तो उनका एक पड़ोसी अपने दो बेटों के साथ कोरोना फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्हें अपने ही घर जाने नहीं दिया। समझाने का प्रयास किया तो बेल्ट, रॉड से जानलेवा हमला कर दिया। गला में तार लपेटकर जान से मारने की कोशिश भी किया।
लोहे के रॉड से सिर पर प्रहार किया। बचने की कोशिश पर रॉड मुंह पर लगा। जिससे जबड़ा फैक्चर हो गया। आसपास के लोगों ने उनकी जान बचाई और इलाज हेतु सदर अस्पताल में भर्ती कराया। नगर थाना के पुलिस पदाधिकारी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण है करार देते हुए कहा कि दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। फर्द बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही थी।
नीतीश कुमार ने अपने इस कार्यकाल में लिए कई बड़े फैसले
मधुबनी : सूबे के आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने कहा है कि सरकार ने बाढ़ से निपटने की तैयारी पूरी कर ली है, इस बार प्रबंधन का रूप बदला होगा। बाढ़ वाले इलाकों में महिलाओं,बच्चों व बुजुर्गों के लिए शिविर की व्यवस्था होगी। कम्यूनिटी किचेन काम करेगा। नाव की व्यवस्था सरकारी व प्राइवेट स्तर पर की गई है। सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर नाविकों से तीन-चार माह सेवा ली जाएगी। गत वर्ष सूबे में क्षतिग्रस्त हुए सभी तटबंधों का प्राय: मरम्मत ही नहीं बल्कि मजबूतीकरण करा लिया गया है। वे पिपराघाट में पत्रकारों से मुखातिब थे।
मंत्री श्री राय ने कहा कोरोना जैसी महामारी से निपटने में राज्य सरकार दूसरे प्रदेशों की अपेक्षा अधिक सफल रही है। दूसरे प्रदेशों में रह रहे यहां के लोगों को जहां राज्य सरकार सुरक्षित व मुफ्त में लाने का काम किया वहीं इनके खाते यथोचित राशि भी प्रदान की। क्वारंटाइन सेंटर पर भोजन सहित डिग्निटी किट उपलब्ध कराया गया। राशनकार्ड धारियों को मुफ्त में अनाज मुहैया कराया गया। वंचित राशनकार्डधारियों के लिए राशनकार्ड बनाने का अवसर खोला गया है।
मंत्री श्री राय ने कहा दूसरे प्रदेश से लौटे लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। स्किल के अनुरूप रोजगार नहीं मिल पाने के कारण प्रवासी पुन: दूसरे प्रदेश लौटने लगे हैं। मंत्री ने कहा सरकार प्रदेश में लघु,कुटीर उद्योगों के संग बड़े उद्योग स्थापना की दिशा में प्रयत्नशील है। इन्हें कौशल के अनुरूप बिहार में काम मिल सकेगा।
उन्होंने कहा नीतीश कुमार अपने कार्यकाल में सुनहरी इबारत लिखी है। विकास के हर सामाजिक आर्थिक पैमाने पर बिहार का प्रदर्शन बेहद अच्छा रहा है। सड़कों की कायाकल्प हुई, सरकारी अस्पताल बदल गए। कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ हुई, महिलाएं सशक्त हुईं। हर घर को बिजली मिला। किसानों के हित कई योजनाएं चली। इस मौके पर सुनील मंडल, प्रभू मंडल, रामलखण साफी,नवल राय, मनोज यादव आदि थे।
भारतीय किसानों पर पड़ रही दोहरी मार
मधुबनी : जिन भारतीय किसानों का नेपाल में खेत है, वे दोहरी मार झेल रहे हैं। पहले कोरोना के चलते रबी की फसल घर नहीं ला सके। इसी बीच बारिश और ओलावृष्टि से फसल खराब हो गई। कई ने औने-पौने दाम पर वहीं बेच दिया। अभी यह दर्द खत्म भी नहीं हुआ था कि खरीफ की फसल पर आफत आ गई है। कारण, सीमा सील व नेपाल की आर्म्ड पुलिस फोर्स (एपीएफ) के बदले व्यवहार से ये किसान धान की रोपनी करने खेतों पर नहीं जा पा रहे, किसान डरे हुए हैं।
इस बाबत किसान कहते हैं कि खेती के लिए जान जोखिम में डालना होगा। खेती नहीं की तो भूखमरी की स्थिति होगी। किसानों ने समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। उनका आरोप है कि नेपाल की सरकार साजिश कर रही है खेत हड़पने की।
भारत-नेपाल सीमा के हरलाखी प्रखंड की पिपरौन पंचायत के दुर्गापट्टी गांव के करीब 50 से अधिक किसानों के करीब 30 एकड़ खेत नेपाल सीमा में हैं। यहां के फेकू महतो, कुलदीप महतो, बेचन महतो, भजन साह, तेजू महतो, रामललित, सुरेंद्र महतो, भोगी महतो व भोला कहते हैं कि नेपाल के साथ भारत का बेटी-रोटी व सांस्कृतिक संबंध है। सीतामढ़ी सीमा पर एपीएफ के गोली बरसाने और एक किसान की मौत से लोग आहत हैं।
किसानों ने कहा कि नेपाल की वर्तमान सरकार साजिश के तहत वर्षों पूर्व के संबंध में फूट डालने की कोशिश कर रही है। लॉकडाउन में इनकी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई थी। अब धान की रोपाई का समय है। किसान कहते हैं कि पहले जब मन होता था, खेत में चले जाते थे। अभी पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। खेती करने के लिए जान जोखिम में डालना होगा। नहीं की तो भुखमरी की स्थिति आ जाएगी। केंद्र सरकार को पहल करनी चाहिए।
सीमा क्षेत्र में पहले दोनों देशों के सुरक्षा बल नो मैंस लैंड के पास तैनात रहते थे। हाल के दिनों में एपीएफ के जवान जगह-जगह टेंट लगाकर रहने लगे हैं। यह भारतीय किसानों में खौफ पैदा करने की रणनीति है। भारत-नेपाल के मधुबनी सीमा पर तैनात 48वीं बटालियन के एसएसबी कमांडेंट शंकर सिंह कहते हैं कि स्थिति सामान्य है। सीमा सील होने के कारण स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों से आग्रह किया गया है कि नेपाल आने-जाने पर लोगों से एहतियात बरतने को कहें।
एसएसबी मुस्तैदी से सीमा पर तैनात है। किसानों के नुकसान का दुख है। अगले आदेश तक किसी भी व्यक्ति को सीमा प्रवेश की अनुमति नहीं है।
गर्मी आते ही पानी की जिले भर में मचा हाहाकार, पंडौल में भी नल-जल योजना फैल
मधुबनी : गर्मी आते ही मधुबनी में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल-जल योजना भी दम तोड़ती नजर आ रही है। अभी भी जिले के विभिन्न प्रखंड में अब तक नल जल योजना धरातल से दूर ही है। प्रखंड के कुल 26 पंचायतों में पिछले 2 वर्षों से अधिक समय से सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल योजना का काम चलरहा है। अभी तक गिने-चुने वार्ड ही हैं? जहां शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका हैं। जहां से नल से जल भी गिर रहा हैं।
प्रखंड के कुल 57 वार्डों को पीएचईडी विभाग ने पूर्व से ही गोद ले रखा हैं। जिसका काम भी अभी तक पूरा नहीं हुआ है। शेष 308 वार्ड में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत हर घर नल का जल योजना से कार्य प्रारंभ किया गया था। जिसमें से 160 वार्डों में नल जल योजना आधी अधूरी पड़ी है। कहीं टंकी तो कहीं बोरिग का काम बाकी हैं। कहीं बोरिग का काम हो चुका हैं। तो बांकी कोई काम नहीं हुआ। कहीं पाइप बिछाकर छोड़ दिया गया है।
वार्ड क्रियान्वयन समितियों की लेटलतीफी के कारण यह स्थिति बनी हैं। पंचायती राज विभाग की बेवसाईट पर दी गई जानकारी को माने तो प्रखंड के 244 वार्ड में राशियों का आवंटन कर दिया गया हैं। इनमें से लगभग 2 सालों पूर्व से ही कई वार्ड ने राशि की निकासी भी एक तिहाई कर ली हैं? लेकिन कार्य कागजों पर सिमटा है। धरातल पर कुछ और ही नजर आ रहा। पंचायती राज विभाग की बेवसाइट की रिपोर्ट के अनुसार कई वार्ड ऐसे भी हैं? जिनकी कुल आवंटन और कुल खर्च शुन्य दिखाए जा रहे हैं।
बेवसाइट पर पंडौल पश्चिमी पंचायत के वार्ड संख्या 6 के कार्य को पूर्ण दिखाया जा रहा है। प्रखंड की अन्य वार्डों के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं दी गई हैं। उनमें से कुल 11वार्डों की रिपोर्ट आंशिक पूर्ण दिखाई जा रही हैं। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि 15 जून के बाद विभाग क्या रिपोर्ट जारी करती हैं। कितने वार्डों को पूर्ण दिखाती हैं? और कितने वार्डों को अपूर्ण।
चयनित तालाब का नही हो पा रहा जीर्णोद्धार, लोगों में भरा गुस्सा
मधुबनी : मधेपुर प्रखंड क्षेत्र में भी जल-जीवन-हरियाली अभियान का बुरा हाल है। उक्त योजना के तहत प्रखंड में दो तालाबों का जीर्णोद्धार हेतु चयन किया गया था। जिसका शिलान्यास 26 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा रिमोट कंट्रोल से किया गया था। पहली योजना के तहत पचही पंचायत के वार्ड एक अंतर्गत मरर पोखरा का चयन किया गया। जिसका प्राक्कलन राशि 14 लाख 42 हजार 590 रु है। लेकिन कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका है। जबकि विभागीय आदेश में कार्य पूर्ण करने की अन्तिम तिथि 15 जून निर्धारित है। हालांकि ये कार्य मनरेगा योजना से हो रहा सड़क निर्माण।
पंचायत के मुखिया सदानंद सुमन ने बताया कि ठेकेदार द्वारा तालाब से पानी निकालने का काम पूर्ण करने के बाद अचानक कार्य बन्द कर दिया गया। बार-बार विभागीय अधिकारियों से लेकर संवेदक से संपर्क करने के बाद भी कार्य नहीं शुरू होना सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। इस बाबत जब संवेदक से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो बताया गया वे घर पर नहीं हैं।
लघु जल सिचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि संवेदक को विभागीय पत्र के द्वारा तीन बार कार्य चालू कर पूर्ण करने की हिदायत दी गई है, लेकिन अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है। इतना ही नहीं बार-बार फोन से संपर्क करने पर फोन भी नहीं रिसीव किया गया। अंतत: विभाग को विभागीय कार्रंवाई करने का आग्रह भेजा गया है।
वार्ड सदस्य खुशी लाल महतो बताते हैं कि तालाब को सूखा छोड़ देने से पशुपालकों के लिए विकट समस्या उत्पन्न हो गई है। मवेशी को नहलाने व धोने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कृषक अर्जुन यादव व सुरत लाल महतो का कहना है कि समय- समय पर तालाब में पानी रहने से छोटा-मोटा पटवन कर लेते थे। अब क्या करें। गर्मी बढ़ रही है और तालाब सूखा है। उन्होंने सक्षम पदाधिकारी से अविलंब तालाब में जलभराव की मांग की।
इधर दूसरी ओर महिषाम पंचायत के कपलेश्वर तालाब में जीर्णोद्धार का कार्य जारी है। लेकिन मंथर गति से। इसका प्राक्कलन राशि 27 लाख 62 हजार है। अभी भी बहुत कार्य बांकी है। कार्यस्थल पर मौजूद संवेदक के आदमी ने बताया कि जितना काम हो पाएगा उतना करने का प्रयास जारी है। जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर काम पर लगे हैं। इधर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि तालाब खोदाई से निकलने वाली मिट्टी धड़ल्ले से बेची जा रही है लेकिन कोई खुद को ले जाए उसे नहीं दिया जाता। हालांकि मुंशी ने इसे गलत बताया। नीचे कहीं-कहीं पानी आ जाने से सतह का समतलीकरण होना कठिन प्रतीत होता है। ससमय यह कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाएगा।
महज कुछ घंटों की बारिश ने व्यवस्था की खोली पोल, शहर की बिगड़ी सूरत
मधुबनी : करीब दो घंटे की बारिश ने शहर की सूरत बिगाड़ दी। शहर में कोर्ट परिसर, गदियानी चौक, महाराजगंज, ऑफिसर्स कॉलोनी, बाबूसाहब चौक, सूड़ी स्कूल चौक, गदियानी, चभच्चा चौक, सुभाष चौक, गोशाला रोड, विनोदानंद झा कॉलोनी, प्रगति नगर कॉलोनी, तिरहुत कॉलोनी, बिजली कॉलोनी, खादी भंडार परिसर, निजी बस पड़ाव सहित अन्य क्षेत्रों में जलजमाव हो गया है। मैक्सी स्टैंड रोड से धोबिया टोल, कीर्तन भवन रोड, तिलक चौक इलाके में जलजमाव से लोगों को घर से निकलने में परेशानी हो रही है।
गदियानी चौक से बड़ी बाजार सड़क पर जलजमाव से परेशानी शहर के वार्ड पांच व दस के बीच गदियानी चौक से बड़ी बाजार जाने वाली मुख्य सड़क पर जलजमाव से लोगों की आवाजाही बाधित हो गई है। वार्ड न-11 के शनिचर स्थान से आरके कॉलेज जाने वाली सड़क पर जलजमाव से लोग पैदल चलने से कतराने रहे हैं।
इधर, स्टेडियम चौक से महराजगंज जाने वाली सड़क पर महारानी पेट्रोल पंप के सामने सड़क पर जलजमाव हो गया है। वहीं प्रगतिनगर कॉलोनी में मुख्य सड़क से मुमताज आलम मोम के घर तक में जलजमाव व कीचड़ से पैदल आवाजाही मुश्किल हो गई है। शहर के विनोदानंद झा कॉलोनी के घरों में नाला का पानी प्रवेश कर गया है। रेलवे गुमटी के निकट कैनाल जाम रहने से हल्की बारिश में कॉलोनी वासियों के घरों में नाला का पानी प्रवेश कर जाता है। कॉलोनी से जलनिकासी नहीं होने से जलजमाव की समस्या दूर नहीं हो रही है। वहीं, आज तक स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज योजना का कार्य नहीं हो सका शुरू।
इस बाबत मधुबनी नगर परिषद के मुख्य पार्षद सुनैना देवी ने बताया कि बरसात से पूर्व शहर के नालों की सफाई के लिए विशेष सफाई अभियान शुरू की गई। शहर को जलजमाव से निजात के लिए स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज योजना पर कार्य शुरू किया गया। कार्य की धीमी गति से निर्धारित तय सीमा तक कार्य पूरा होने से जलजमाव की समस्या दूर नहीं हो रही है। इधर, बुडको कार्यपालक अभियंता ने बताया कि स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज योजना का कार्य शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।
केंद्रीय विद्यालय की प्रस्तावित जमीन को अतिक्रमण करने के मामले में एफआईआर
मधुबनी : एक बार दर्जनों लोग सागरपुर के बड़की पोखर के पश्चिम में स्थित केंद्रीय विद्यालय और अल्पसंख्यक विद्यालय के लिए प्रस्तावित भूमि पर बांस बल्ला लगा अतिक्रमण करने का प्रयास किया। इसकी सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी पंकज कुमार व सकरी थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने तत्काल पुलिस बल को उस स्थान पर भेज देर रात काफी जद्दोजहद के बाद अतिक्रमणकारियों को उक्त भूमि पर से खदेड़ने में कामयाब हुए। तथा बांस बल्ले के खूंटे को उखाड़ कर हटाया। दर्जनों की संख्या में महिलाएं सकरी थाना पर पहुंच काफी हंगामा करने लगी। पुलिस पदाधिकारियों ने उन्हें केंद्रीय विद्यालय की जमीन पर अतिक्रमण नहीं करने का दिशा निर्देश देते हुए समझा-बुझाकर वापस भेजा।
सीओ पंकज कुमार ने 34 नामजद व 50-60 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्रआथमिकी दर्ज कराई। अतिक्रमणकारियों पर सरकारी जमीन पर जबरन कब्जा करने का प्रयास, कोविड-19 के समय जारी लॉकडाउन अवधि के दौरान सरकारी दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने के कारण एपिडेमिक एक्ट सहित कई अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मालूम हो कि सागरपुर पंचायत स्थित बड़की पोखर के पश्चिम की ओर दरभंगा सुगर कंपनी लिमिटेड लोहट की 21 बीघा 2 कट्ठा से अधिक भूमि है, जिसमें से कुल 10 एकड़ में केंद्रीय विद्यालय और अल्पसंख्यक विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव दिया जा चुका है। लेकिन इसी बीच पहली बार सागरपुर के दर्जनों महादलितों ने जमीन को हड़पने की नीयत से जबरन खूंटा गाड़ दिया।
सूचना मिलने पर पंकज कुमार सकरी थानाध्यक्ष अशोक कुमार, एएसआई मो.फहीम खां तथा छेदी पांडेय सहित अन्य पुलिस वालों ने वहां पहुंच काफी विरोध का सामना करते हुए लोगों को जमीन पर से हटाया था, लेकिन पुन: अतिक्रमणकारियों ने बांस बल्ला लगा अतिक्रमण करने का प्रयास किया, लेकिन इस बार भी वह सफल नहीं हुए।
अंतत: वरीय पदाधिकारियों के दिशा निर्देशानुसार अंचलाधिकारी पंकज कुमार के द्वारा 34 नामजद और पांच दर्जन अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है। वहीं सकरी थाना की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अभियान चलाकर 15 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया।
पंचायत समिति सदस्य के असमय निधन पर हुई शोक सभा
मधुबनी : जयनगर प्रखंड मुख्यालय के टीपीसी भवन में जयनहर प्रखंड प्रमुख की अध्यक्षता में पिछले दिनों बैरा के पंचायत समिति सदस्य के असमय निधन पर एक शोक सभा आयोजित की गई।
इस सभा की अध्यक्षता कर रहे जयनगर प्रखंड प्रमुख ने बताया की अचानक पंचायत समिति सदस्य का निधन होना हमलोगों के लिए क्षति है। इसके अलावा उन्होंने इस बैठक में पिछले दिनों इस्लामपुर में मुस्लिम समुदाय के दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष और मारपीट के मामले में बेलही दक्षिणी के मुखिया प्रतिनिधि उमेश यादव को नामजद आरोपी बनाया गया है, जो हमे लगता है कि गलत है। हमलोग इसके लिए एसपी, आईजी तक आवेदन देकर उनको इस केस से बरी करने की बात करेंगे, अन्यथा उनसे इस बात का सबूत मांगेंगे की वो गलत हैं। अगर मुखिया प्रतिनिधि उमेश यादव गलत साबित हुए तो उनको जरूर सजा मिले, पर वो अगर बेकसूर हैं तो उनको इस मामले में घसीटा नही जाए। इस बैठक में जयनगर प्रखंड के विभिन्न मुखिया एवं पंचायत समिति सदस्य शामिल हुए।
सुमित राउत