वैशाली में मिला कोरोना का पॉजिटिव मरीज, तीन किलोमीटर एरिया सील
वैशाली : राघोपुर प्रखंड में 35 वर्षीय एक युवक के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने से प्रखंड में हड़कंप मच गया है। युवक का पहले से ही इलाज चल रहा था फ़िलहाल उसका इलाज पटना स्थित एम्स में चल रहा था। पटना एम्स में उसका सैंपल लिया गया था सैंपल की जांच में उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने के बाद वैशाली जिला में हड़कंप मच गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद राघोपुर के युवक के गांव के तीन किलोमीटर रेडियस में इलाके को प्रशासन ने सील कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक के घर के पत्नी और भाई बहन को एम्स ने क्वारंटाइन में रखा गया है। इसके साथ ही बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है।
युवक पिछले एक महीना से बीमार चल रहा था। उसे ब्रेन ट्यूमर के साथ ही टायफायड और टीबी भी है। सर्दी, खाँसी, सिर दर्द के सतह तेज़ बुख़ार होने पर उसे इलाज के लिए पटना एम्स में लजाया गया जहां उसका सैंपल लिया गया जाँच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे एम्स के क्वारंटाइन वार्ड में रखा गया। इलाज के लिए 23 मार्च को खुसरूपुर के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां 5 दिनों तक इलाज के बाद डिस्चार्ज किया गया। बीते 3 अप्रैल को पटना के निजी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां से 7 अप्रैल को युवक को डिस्चार्ज कर दिया गया। बीते 14 अप्रैल को इलाज के लिए पटना एम्स ले जाया गया जहां युवक के सैंपल जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट मिली। युवक को स्थानीय ओझा गुनी से भी झाड़-फूंक कराया गया था। मौके पर एसडीओ संदीप शेखर प्रियदर्शी, एसडीपीओ राघव दयाल, सर्किल इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह, बीडीओ, सीओ, चिकित्सा प्रभारी राघोपुर अंचल के तीनों थाना अध्यक्ष कैंप कर रहे हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हो रहा पालन
वैशाली : भागवानपुर प्रखंड के 21 पंचायतों के करीब दो लाख आबादी में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। प्रखंड क्षेत्र में लॉक डाउन का सख्ती से पालन नहीं हो रहा है हालांकि लॉक डाउन को अमलीजामा पहनाने में स्थानीय प्रशासन रात-दिन एक किए हुए हैं, भगवानपुर के बैंको, ग्राहक सेवा केंद्रों पर लोगों की भीड़ काफी संख्या में उमर रही है।
प्रखंड के केनरा बैंक बिठौली, सेंट्रल बैंक रहसा, सराय ,बैंक ऑफ इंडिया भागवानपुर, पंजाब नेशनल बैंक भगवानपुर एवं सराय ,इको बैंक सराय भारतीय स्टेट बैंक भागवानपुर ,सराय,इमादपुर, एवं ग्रामीण बैंक प्रतापटाड, बानथु में ग्राहकों की काफी भीड़ हो रही है।इन बैंकों जे प्रबंधकों ने इस भीड़ पर काबू पाने से अपनी असमर्थता जाहिर जरते हुए कहा कि जब पुलिस प्रशासन इस भीड़ को नियंत्रित नहीं कर सकती है तो हम कर्मियों को जनता से जूझने की शक्ति ही कहा है। बैंक प्रबंधक बार बार ग्राहकों को शोसल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुये लाइन में खड़े होने के कहने पर महिला ग्राहक हल्ला करने लगती है। इन ग्राहकों में सबसे अधिक जनधन खाताधारी है जो मात्र 500 रुपये की निकासी करने पहुचे है। लॉक डाउन की धज्जियां उड़ते पुलिस की मौजूदगी में दिखी।
बाल विकास परियोजन बना लूट खसोट का अड्डा
वैशाली : भगवानपुर प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय लूट खसोट का अड्डा बन चुका है। पूरे बिहार में लॉक डाउन लगाया गया है लेकिन बाल विकास परियोजना कार्यालय के बड़ा बाबू एवं बाल विकास प्रयोजना प्राधिकारी पुष्पा राय, तथा बाल विकास प्रयोजना के पर्यवेक्षिका, प्रति सेविका केंद्र से तीन हजार रुपए अवैध रूप से दलालों के माध्यम से वसूल किया जा रहा है। प्रखंड के हरपुर गांव निवासी ललन कुमार सिह एवं बिहारी गांव निवासी मोहम्मद तनवीर द्वारा अवैध रूप से प्रति केंद्र पैसा वसूल कर सीडीपीओ भगवानपुर को देता है ।मालूम हो कि भगवानपुर में कुल 216 केंद्र है सभी केंद्र से ₹3000 प्रति महीना वसूला जाता है जिसका रिश्वत का पैसा प्रति महीना सीडीपीओ भगवानपुर को जाता है।
मार्च और अप्रैल महीना का आंगनबाड़ी केंद्रों में सभी बच्चों के खाते पर पैसा भेजना था लेकिन विभाग के उदासीनता के कारण बाल विकास परियोजना कार्यालय रिश्वत का अड्डा बन गया है। 6,48,000 रुपए प्रति महीना रिश्वत बसूला जाता है।कइस संबंध में वैशाली जिला नागरिक विकास परिसद के अध्यक्ष केदार प्रसाद यादव ने जिलाधिकारी को एक आवेदन देते हुए जांच कराने की मांग किया है। लॉक डाउन में जिस प्रकार से वृद्धा पेंशन की राशि एवं कई योजनाओं का पैसा लाभुकों के खाते में जाता है उसी प्रकार से आंगनबाड़ी केंद्रों का भी पैसा लाभुकों के खाते में भेजना चाहिए था, लेकिन सीडीपीओ एवं बड़ा बाबू के कारण लाभुकों के खाता में ना जाकर सेविका के खाता में भेजा गया ताकि इससे रिश्वत लेने में आराम हो, सेविका द्वारा प्रतिलाभूक ढाई किलो चावल एवं सवा किलो दाल तथा आधा किलो ग्राम सोयाबीन लाभुकों को देना है लेकिन इस विभाग में काफी लूट मचा हुआ है जिसके कारण लाभुकों के घर सही ढंग से समान नहीं मिल रहा है। एक तरफ लॉक डाउन है तो दूसरी तरफ सीडीपीओ द्वारा लूट खसोट किया जा रहा है पुष्पा राय जो भगवानपुर की सीडीपीओ है वह गोरौल प्रखंड के भी सीडीपीओ है दोनों जगह लूट खसोट जारी है कहने पर कहती है की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस तथा परियोजना के बड़ा बाबू तीनों मिलकर पैसा का बंदरबांट करते हैं इसके खिलाफ कई बार ग्रामीणों ने आवेदन भी दिया लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
दिलीप कुमार सिंह