15 मई : नवादा की मुख्य ख़बरें

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सड़क निर्माण में नहीं रखा जा रहा गुणवत्ता का ध्यान

नवादा : सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में करोड़ो रूपये खर्च हो रही है, बावजूद योजनाओ को सही तरीके से क्रियान्यवन धरातल पर उतर नहीं पा रही है। योजनाओ मे लूट खसोट मची हुई है। स्थिति यह है कि योजनाओं में घटिया समाग्री के इस्तेमाल से हाल बदहाल हो रहा है। जिससे आमलोग त्रस्त हैं। यहां चर्चा हो रही है दो नेशनल हाइवे को जोड़ने वाली सड़क की। राजगीर बोधगया राजमार्ग-82 पर स्थित नारदीगज से पटना रॉची राजमार्ग-31 नवादा में गोंदापुर के समीप जोड़ती है। इस पथ की दूरी तकरीबन 12 किलोमीटर है। हाल के दिनो से बदहाल हुए इस सड़क मार्ग का कालीकरणशुरू हुआ है। लेकिन स्थिति यह है कि एक ओर सड़क का। निर्माण हो रहा है, वही दूसरी ओर से बीच-बीच में पीच उंखड़ना शुरू हो गया। स्थानीय लोगो का मानना है कि ऐसा संवेदक के माध्यम से जहां गुणवतापूर्ण कार्य नहीं हो रहा है, वही घटिया समाग्री के इस्तेमाल से ऐसी स्थिति बन रही है। सड़क की मरम्मति के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। वही सड़क निर्माण की तस्वीर ही वयां कर रही है कि संवेदक के माध्यम से किस तरह से कार्य किया जा रहा है। अगर यही स्थिति से कार्य किया गया तो आने बाला बरसात के दिनों में इस सड़क में असख्य गड्ढे दिखाई पड़ेगे। फिलहाल अभी तक एक चौथाई ही सड़क की मरम्मति कार्य हो पाई है। इस सडक से प्रखंड मुख्यालय से जिला मुख्यालय पहुचने मे जहां समय की बचत होती है वही परिवहन व्यय भी कम पडता है। लोग आसानी से इस मार्ग से अपना कार्य कर वापस लौट जाते है। लेकिन संवेदक की अनदेखी के कारण आने बाला वक्त मे सड़क का बदहाल होने की संभावना है। जिस पर प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है।

फतुहा से चोरी गई ट्रक पकरीबरावां में जब्त

नवादा : जिले के पकरीबरावां पुलिस ने उच्च पदधिकारिर्यो के निर्देश पर नवादा जमुई पथ के भगवानपुर पेट्रोल पम्प के समीप से एक खाली  ट्रक UP78CT/4771 को जब्त कर पकरीबरावां पुलिस अनुमंडल कार्यालय में लाया है।

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बताया जाता है कि उक्त ट्रक को फतुहा से लूट कर लाया जा रहा था। जिसमे जीपीएस लगे होने के कारण ट्रक के मालिक ने किसी तरह उक्त ट्रक को बन्द कर दिया। जिसके कारण लुटेरों ने उक्त वाहन को सोमवार की देर रात्रि पट्रोल पम्प के समीप छोड़कर भाग निकला। पुलिस को जब सुबह जानकारी मिली तो ट्रक को जब्त कर लिया। इस बाबत थानाध्यक्ष ने बताया कि लुटी हुई ट्रक फतुहा की है। सूचना फतुहा थानाध्यक्ष को दी गयी है।

वाहनों की जहरीला धुआं फैला रही बीमारियाँ

नवादा : जिले में वाहनों की जांच परख की व्यवस्था नगण्य है। वाहनों को पूरी तरह से फिट रखकर ही सड़क पर उतारने की व्यवस्था के साथ सही तरीके से लागू करने के लिए मोटरयान निरीक्षक की  तैनाती है। लेकिन यहां फिटनेस जांच के दौरान मानकों का उल्लंघन होता है। कागज पर ही पूरी जांच कर ली जाती है। आलम ये कि हरेक इलाके में फिटनेस के मानक पर असफल वाहन सड़क पर बेधड़क दौड़ते हैं।

ग्रामीण इलाके में इनकी संख्या अधिक है़। लेकिन शहरी इलाके में भी मानक में विफल वाहन धुआं उगलते हुए धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं। यही जहरीला धुआं उगलते वाहन लोगों को बीमार बना रहा है।

परिवहन विभाग की मानें तो व्यवसाय तथा निजी वाहनों की जांच निर्धारित अवधि के अंदर करने का नियम है इस कार्य के लिए जिला परिवहन कार्यालय में काउंटर की व्यवस्था है। शहर की सड़कों पर इन दिनों कई खटारा गाड़ियां बेरोक-टोक दौड़ रही है।

वाहनों के जांच लिए हैं कई नियम

नए वाहनों की 2 साल बाद है फिटनेस जांच पुराने वाहनों को हर 1 वर्ष लेना होता है, प्रमाण पत्र। गाड़ियों को प्रमाण पत्र देने के पूर्व जांच के लिए चलाया जाना अनिवार्य है। जिसमें ब्रेक वह इंजन की जांच होती है। इंडिकेटर लाइट, बैक लाइट आदि की जांच कर गाड़ी का प्रमाण पत्र देना होता है। साथ ही टैक्स टोकन, इंश्यारेंस एवं प्रदूषण जांच रिपोर्ट देखने के बाद प्रमाण पत्र देना है।

क्या कहते हैं अधिकारी

फिटनेस के मानक पर खरा उतरने में विफल वाहनों का परिचालन रोक देने का प्रावधान है। ऐसे वाहनों को जल्द ही जांच कर कार्रवाई की जाएगी, दिलीप कुमार, मोटरयान निरीक्षक।

टीबी के प्रति जागरुकता, शिक्षा व संवाद कार्यक्रम का शुभारम्भ

नवादा : पुनरीक्षित राष्ट्रीय यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले में सूचना, शिक्षा व संवाद(आईईसी) कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। 14 मई से शुरू हुआ यह कार्यक्रम 30 जून तक निरंतर चलेगा। इसके तहत यक्ष्मा विभाग के कर्मी चिह्नित गांवों, टोलों में जाकर वहां के लोगों को टीबी बीमारी के प्रति जागरूक करेंगे। टीबी के लक्षण, जांच व इलाज को लेकर गांव वालों को जागरूक किया जाएगा। टीबी जैसी बीमारी के प्रति हर तरह की जानकारी दी जाएगी।

कार्यक्रम की शुरूआत वारिसलीगंज प्रखंड के मकनपुर गांव से हुई। जहां पेसेंट प्रोवाइडर मीटिग की गई। इस दौरान ग्रामीणों को टीबी बीमारी के प्रति जागरूक किया गया। मकनपुर क्षेत्र में जो भी टीबी के पेसेंट हैं और उनके अभिभावकों के साथ विभाग के कर्मियों ने बैठक कर हर तरह की जानकारी दी। बुधवार को रोह प्रखंड के मुसहरी टोले में इसी तरह से पेसेंट प्रोवाइडर मीटिग होगी।

टीबी मरीजों को निश्चय पोषाहार के लिए हरेक माह 500 रुपये

जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. एसकेपी चक्रवर्ती ने सूचना, शिक्षा व संवाद कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य से आम जनों को टीबी के प्रति जागरूक करना है। लोगों को टीबी के लक्षण के बारे में बताना है। साथ ही बचाव के तरीके भी बताने हैं। उन्होंने बताया कि गांव-टोलों में होने वाली हर तरह की बैठक में टीबी मरीजों के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे निश्चय पोषाहार योजना की भी जानकारी दी जा रही है। इसके तहत मरीज को प्रतिमाह 500 रुपये दिए जाते हैं। जिससे की वह मरीज पौष्टिक आहार ले सके। बैठक में ऐसे मरीजों की पहचान भी करनी है जिनमें टीबी की संभावना दिखती है। उन्होंने कहा कि टीबी का इलाज सभी सरकारी अस्पतालों में बिल्कुल मुफ्त में होती है। जांच, इलाज व दवा मुफ्त में मिलती है।

जागरूकता कार्यक्रम में अलग-अलग तरह के होंगे कार्यक्रम

टीबी बीमारी से बचाव को लेकर जागरूकता के बने प्लान में हर तरह के कार्यक्रमों को शामिल किया गया है। इनमें मुख्य रूप से पेसेंट प्रोवाइडर मीटिग, कम्यूनिटी मीटिग, एक्टिव केस फाइंडिग, अनुसूचित जाति टोलों में शिविर का आयोजन जैसे कार्यक्रम किए जाएंगे। एक माह तक चलने वाले इस पूरे जागरूकता अभियान को लेकर विभाग की ओर से पोस्टर बैनर भी छपवाए गए हैं। जिसे जल्द ही सभी प्रखंडों को उपलब्ध करा दिया जाएगा।

 क्या कहते हैं अधिकारी:

पुनरीक्षित राष्ट्रीय यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम के तहत टीबी बीमारी के प्रति जनजागरुकता के लिए विशेष कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। टीबी का समुचित इलाज कराने पर मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाता है। जिले के सभी सरकारी अस्पताल में इसका इलाज बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध है।

डॉ. एसकेपी चक्रवर्ती, जिला यक्ष्मा नियंत्रण पदाधिकारी, नवादा। माइको बैक्ट्रीयम ट्यूबर कुली नामक कीटाणु से होता है टीबी। समुचित इलाज कराने से बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जाता है। दो सप्ताह से अधिक की यदि खांसी हो रही है तो यह टीबी का लक्षण हो सकता है नजदीकी चिकित्सक से तुरंत सलाह लें। सरकारी अस्पताल में टीबी की दवा मुफ्त उपलब्ध है। टीबी का सही और पक्का इलाज कराना जरूरी है।

सेविका-सहायिका चयन में गड़बड़ी की जांच के लिए कमेटी गठित

नवादा : जिले में दूसरे व तीसरे चरण की सेविका-सहायिका बहाली की चयन प्रक्रिया के तहत विभिन्न जगहों से प्राप्त शिकायत व परिवाद पत्रों की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है। जिलाधिकारी की ओर से उपविकास आयुक्त सावन कुमार की अध्यक्षता में जांच दल बनाया गया है। इसमें वरीय उपसमाहर्ता राजव‌र्द्धन समेत सभी परियोजनाओं की सीडीपीओ को शामिल किया गया है।

जिलाधिकारी की ओर से परियोजनावार शिकायतों की जांच के लिए अलग-अलग तिथियां भी निर्धारित कर दी गई है। गौरतलब है कि 6 अगस्त 2018 को समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव ने जिले में हो रही सेविका-सहायिका चयन में आ रही शिकायतों के बाबत जांच दल बनाकर सभी शिकायत अथवा परिवाद पत्रों की जांच करने का निर्देश दिया था। जिसके आलोक में पूर्व में नवादा जिला में जिला पदाधिकारी की ओर से त्रिसदस्यीय कमेटी बनी थी। जिलाधिकारी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि यदि निर्धारित तिथि को जांच पूर्ण नहीं हो पाता है तो जांच दल के अध्यक्ष उसके अगले दिन भी जांच को पूर्ण करने का निर्णय ले सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि नवादा जिला में बड़ी संख्या में आवेदकों ने सेविका-सहायिका के चयन में अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाया था। इसी अनियमितता की जांच में डीएम ने पूर्व में खुद से डीपीओ कार्यालय की जांच की थी। जिसमें कई तरह की संचिकाओं को जब्त किया गया था।

सेविका-सहायिका बहाली में अनियमितता के आरोप

नवादा जिला में द्वितीय चरण के चयन में सेविका पद के लिए 63 व सहायिका पद के लिए 52 चयन हुआ है। जबकि तृतीय चरण में सेविका के 61 व सहायिका के 50 पदों के लिए चयन हुआ है। इन्हीं पदों पर चयन को लेकर कई तरह की अनियमितता से जुड़ी शिकायत व परिवाद पत्र प्राप्त हुआ है। जिसकी जांच के लिए जांच दल गठित हुआ है। शिकायत व परिवाद पत्रों की जांच के लिए निर्धारित तारीख

परियोजना का नाम-तारीख

नवादा-14 मई, नारदीगंज- 15 मई, हिसुआ- 16 मई, कौआकोल- 17 मई, वारिसलीगंज, काशीचक, गोविदपुर-20 मई, पकरीबरावां-25 मई, रजौली-27 मई, अकबरपुर- 28, 29 मई, सिरदला- 30 मई,

रोह-31 मई, मेसकौर, नरहट-1 जून।

लग्जरी गाड़ी से भारी मात्रा में शराब बरामद, 2 गिरफ्तार 2 फरार

नवादा : उत्पाद विभाग की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। टीम ने नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के गोविन्दपुर- बरेव पथ पर बकसोती के पास से एक लग्जरी गाड़ी से भारी मात्रा में शराब बरामद किया है। वहीं इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

उत्पाद विभाग के अधिकारी विनोद कुमार खलीफा ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली कि एक लग्जरी कार में झारखंड से भारी मात्रा में शराब बिहार लाया जा रहा है। उक्त सूचना के आधार पर  वाहनों की चेकिंग शुरु की गई।

उन्होंने बताया कि चेकिंग के दौरान अहले सुबह 3:00 बजे के आसपास गोविंदपुर थाना क्षेत्र के बकासोती गांव के निकट कार नम्बर डब्ल्यू बी 02-2648 की जांच में 2 प्लास्टिक बोरे में 3 हजार पीस देसी झारखंड निर्मित दे शराब का पाउच बरामद किया गया।

खलीफा ने बताया कि मौके से 2 शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया गया है। वहीं दो चकमा देकर फरार हो गए। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

बता दें कि प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू है। शराब का सेवन और कारोबार पूरी तरह से प्रतिबंधित है। पकड़े जाने पर इसके लिए कड़े सजा का प्रावधान है। बावजूद इसके प्रदेश में शराब की तस्करी धड़ल्ले से जारी है। आए दिन प्रदेश के दूसरे राज्यों के सीमावर्ती इलाके से शराब की बरामदगी और माफियाओं की गिरफ्तारी होती रही है ।

अवधि समाप्त,  पर निर्माण अधूरा

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड पंचायत चौकिया में नावाडीह से उच्च विद्यालय एकम्बा तक करीब दो किलोमीटर पक्की सड़क का निर्माण अबतक पूरा नहीं हो सका है। 3 मई को ही इस कार्य को पूर्ण कर लिया जाना था, लेकिन अबतक मिट्टी भराई का काम भी सही तरीके से नहीं हो सका है। बता दें कि सड़क निर्माण को लेकर निविदा हुई थी। निविदा प्राप्त कर सड़क संवेदक टुनटुन प्रसाद सिंह ने काम शुरु किया था। लेकिन आधा अधूरा मिट्टी भराई कर कार्य बंद कर गायब हो गए।

बताते चलें कि प्रधानमंत्री ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत एलओ 95 खटांगी रोड से नावाडीह, बनियाडीह होते हुए उच्च विद्यालय एकम्बा तक पक्की सड़क निर्माण होना है। सड़क निर्माण कार्य का आरंभ कनीय अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल रजौली की देखरेख में 4 अगस्त 18 को किया गया। 62 लाख 33 हजार 212 रुपये की लागत से निर्माण होना था। कार्य समाप्ति 3 मई 19 को होना था। पांच वर्षों तक सड़क का रखरखाव के लिए 2 लाख 4 हजार 287 रुपये दिया गया है। लेकिन संवेदक की लापरवाही से पक्की सड़क निर्माण होना तो दूर कार्य अवधि समाप्ति के बाद सही से मिट्टी भराई का कार्य नहीं हो पाया है।

एकंबा के ग्रामीण छत्रधारी प्रसाद, रामलखान प्रसाद, रामरूवरूप प्रसाद, सत्येंद्र प्रसाद, अनिल प्रसाद, विजय प्रसाद, श्रीकांत प्रसाद, तिलकधारी प्रसाद, सरयू प्रसाद, रामदेव प्रसाद, अर्जुन प्रसाद, लक्ष्मन भुइयां, इंद्रदेव भुइयां, उपेंद्र मांझी, कृष्ण मांझी, विनोद मांझी आदि ने बताया कि कम वर्षा होने के बाद तीन गांव के लोगों एवं पूरे पंचायत क्षेत्र के सैकड़ों स्कूली बच्चों को उच्च विद्यालय एकम्बा आना मुश्किल ही नहीं, बल्कि नामुमकिन हो जाएगा। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कौशल कुमार से इस योजना की जांच कर संवेदक एवं संबंधित कार्य एजेंसी के अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई कर जल्द ही निर्माण कार्य पूर्ण करने की मांग की है।

क्या कहते हैं अधिकारी

संवेदक की मनमानी के कारण सिरदला प्रखंड के सर्वाधिक उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में सड़क निर्माण अधूरा रह गया है। कई बार संवेदक को निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए प्रेरित भी किया गया। बावजूद मनमानी तरीके से निर्माण कार्य को अधूरा छोड़कर ग्रामीणों को परेशानी झेलने के लिए छोड़ दिया है,  सुनील कुमार सिंह, सहायक अभियंता,ग्रामीण कार्य विभाग कार्य, प्रमंडल रजौली।

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