15 जुलाई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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पशु सलाहकारों ने अपनी माँगों के समर्थन में किया धरना-प्रदर्शन

मधुबनी : लौकही प्रखंड मुख्यालय के पशुपालन चिकित्सालय परिसर में पशु सलाहकारों ने अपनी मांगों को लेकर संघ के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ठाकुर, सचिव गंगा प्रसाद मंडल, राम प्रवेश मंडल के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।

सभी ने एक स्वर में कहा कि हम लोग सरकार व विभाग से माँग करते हैं, कि हम लोगो को सरकार स्थाई करण करें एवं मेरी विभिन्न मांगों को पूरा करें। यदि सरकार के द्बारा हम लोगो की मांग पूरी नहीं होगी तो आगामी कार्यो का बहिष्कार करेंगे।

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शिवनगर-माधोपुर व सोइली गुलरिया टोल सड़क पर चढ़ा बाढ़ का पानी

मधुबनी : बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के सभी नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने तथा पानी उछाल मारने के कारण अधिकांश गांवों में चैर जलमग्न हो चुकी है, साथ ही कई सड़कों पर भी बाढ़ का पानी चढ़ चुका है, जिसके कारण एक दूसरे गांवों का संपर्क टूटना शुरू हो गया है।

अधवारा समुह के धौंस नदी का जलस्तर बढ़ने और नदी के उछाल मारने के कारण सोइली गुलरिया टोल पथ पर बाढ़ का पानी चढ़ चुका है, साथ ही आस पास का बधार में पुर्णतः जलमग्न हो चुका है।

धौंस और थुम्हानी नदी का पानी फैलने के कारण मलहामोर के समीप का बधार पानी में डूब गया है, साथ ही पानी अब मलहामोर उच्चैठ के बीच स्थित डाइवर्सन के समीप खतरा उत्पन्न करने लगा है।

इधर, बछराजा नदी में उछाल आने के कारण दामोदरपुर, कटैया, सरिसब सहित अन्य गांवों के बधार में बाढ़ का पानी कब्जा कर लिया है। हर स्थान पर धान की फसले डूब चुकी है। किसानों को एक बार फिर काफी हानियों का सामना करना पड़ रहा है। उधर बाढ़ का पानी फैलने के कारण शिवनगर-माधोपुर पथ पर परिचालन अवरूद्ध होने के कारण कई गांवों का संपर्क भंग होने के कगार पर पहुंच गया है। हालांकि विभागीय अभियंता द्वारा डाइवर्सन उंचा करने का निर्देश दिया गया है। कुल मिलाकर बाढ़ के पानी ने चहुंओर तबाही मचाना शुरू कर दिया है।

मिथिला डेवलपमेंट बोर्ड की स्थापना को ले एमएसयु ने दिया धरना

मधुबनी : हरलाखी प्रखंड मुख्यालय पर एमएसयू प्रखंड अध्यक्ष मनीष सिंह के नेतृत्व में मिथिला डेवलपमेंट बोर्ड की स्थापना को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया गया।

धरना को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री राघवेंद्र रमण ने कहा कि बिहार सरकार हो या केन्द्र की सरकार किसी भी सरकार ने उत्तर बिहार के विकास के बारे में नही सोचा है। उन्होंने कहा कि मिथिला क्षेत्र के 20 जिलों को विकसित करने के लिए डेवलपमेंट बोर्ड का स्थापना सरकार को करना चाहिए। एमएसयू लागतर इस मुदों को सड़क से लेकर संसद भवन तक संघर्ष कर इस माँग को उठता रहा है।

जब सरकार नही जगा तो एमएसयू के द्वारा 250 किलोमीटर का पैदल मार्च कर एन०एच०-57 को जाम कर दिया गया था, जिसका नतीजा सरकार के द्वारा वार्ता करने के बदले लाठीचार्ज करवा दिया गया, और दर्जनों कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज कर जेल में डाल दिया गया। सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है, तो आने वाले दिनों में पूरे उत्तर बिहार में उग्र आंदोलन किया जायेगा, जिसके जिम्मेदार सरकार होंगे।

इस दौरान एमएसयु ने बीडीओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि लाॅकडाउन में शिक्षक राम किशोर महतो के द्वारा म०वि० हटबरीया स्कूल का छत चोरी छुपे ढलाई करवाया गया। सरकार के आदेश को ताख पर रख उमगांव स्थित डी०के० कोचिंग सेंटर समेत तीन कोचिंग सेंटर को संचालित पाया गया, लेकिन दोनों मामले को बी०डी०ओ० ने लीपा-पोती कर दी है।

वहीं एमएसयू के जिला उपाध्यक्ष अजय कुमार यादव ने कहाँ की प्रखंड के दर्जनों सड़क जर्जर और गढ़े में तब्दील है। कई सड़क दुर्घटना को आमंत्रित कर रही है। सरकारी अस्पताल में एक भी महिला डॉक्टर नही है। धरना समापन पर मांग पत्र बीडीओ को सौंपा गया।

इस धरना में अशोक कुमार, नवजीत कुमार, रितेश कुमार, जितेंद्र कुमार, राजीव कुमार, मुकेश कुमार, छोटू मंडल, पप्पू कुमार, मनीष कुमार, दीपेंद्र कुमार, लक्ष्म कुमार, दीपक कुमार, कन्हैया कुमार, अन्य सेनानी मौजूद थे।

जिला आपूर्ति पदाधिकारी के स्थानांतरण पर दी विदाई

मधुबनी : जिला आपूत्ति पदाधिकारी अरविन्द कुमार त्रिपाठी के मधुबनी से जमुई स्थानान्तरण होने पर विदाई समारोह का आयोजन किया गया। श्री त्रिपाठी को उनके नव-पदस्थापन हेतु जाने के बिहार प्रशासनिक सेवा संघ की मधुबनी जिला इकाई द्वारा कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव के कारण विदाई समारोह का आयोजन उनके कार्यालय कक्ष में ही किया गया था।

इस दौरान अपर समाहत्र्ता, उप-बिकास आयुक्त, जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी , सदर मधुबनी, अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर एवं बेनीपट्टी , अनुमण्डल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, बेनीपट्टी, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, अनुमण्डल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, फुलफरास एवं वरीय उप-समाहत्र्ता शैलेन्द्र कुमार, कुमारी सुश्री नलनी कुमारी, सुश्री आरती, साहेब रसूल एवं अमित विक्रम बेनामी उपस्थित थे। इनलोगों ने उनके नव-पदस्थापन की शुभकामना दी, एवं उज्जवल भविष्य की कामना की।

मुख्य सचिव ने लॉकडाउन के अनुपालन को ले की वीडियो कॉन्फ्रेंस

मधुबनी : राज्य में करोना के प्रभावित लोगो की संख्या में हो रही निरंतर वृद्धि के मद्देनजर राज्य सरकार ने पूरे राज्य में 16-31जुलाई तक के लिए लॉक डाउन की घोषणा कर दिया है।

इस संदर्भ में मुख्य सचिव, बिहार, आपदा विभाग के प्रधान सचिव, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य एवं प्रधान सचिव कृषि विभाग द्वारा सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, जिला अधिारियों एवं पुलिस अधीक्षको के साथ भारत सरकार के गृह मंत्रालय के 29.06.20 के आदेश एवं गृह मंत्रालय, बिहार सरकार के 14.06.20 के आदेशों के सख्ती से अनुपालन कराने की रणनीतियों की समीक्षा की। चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री निष्क्रमण सहायता के भुगतान की वर्तमान स्थिति की भी समीक्षा की गयी।

मानसून में ऐसे करेंगे अपने नवजात बच्चे की देखभाल, तो नहीं पड़ेंगे बीमार

मधुबनी : मानसून का मौसम अपने साथ ढ़ेर सारी बीमारियों को आमंत्रण देता है। ऐसे में नवजात बच्चे की देखभाल में लापरवाही बरतने से कई बार बड़ा खामियाजा भी उठाना पड़ जाता है। तो यदि आप यह चाहते है बताते हैं कि अन्य मौसम की अपेक्षा बारिश में संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है। खासकर नवजात को विशेष देखभाल की ज़रुरत पड़ती है। इसलिए हर पल परिवार के सदस्यों को ज़्यादा सतर्कता बरतनी चाहिए। थोड़ी सी भी असावधानी बरतने पर बच्चा बीमार पर सकता है। बच्चे को किसी प्रकार की अस्वस्थता होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। साथ ही बच्चों को जानलेवा बीमारी से रक्षार्थ टीकाकरण आवश्यक है। अभिभावकों को सभी टीका दिलाना चाहिए। इसका कोई भी साइड इफ़ेक्ट नही होता है। इसके अलावा निम्न बातों पर ध्यान देना चाहिए, ताकि बच्चा बीमारी से दूर रहे।

1. सफाई का विशेष ध्यान रखें सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया मानसून में शिशु की सफाई का पूरा ख्‍याल रखना चाहिये। इस समय उनको पसीना बहुत होता है इसलिये यह जरुरी है कि उन्‍हें एन्टिसेप्‍टिक साबुन से रोज एक बार जरुर नहलाया जाए। अगर सफाई का ध्‍यान नहीं दिया गया तो बाद में यही पसीना फंगल इन्‍फेक्‍शन, रैश और एलर्जी का रूप ले लेगी। साथ ही बच्चों के बिस्तर आदि की साफ-सफाई का भी ध्यान रखें और उन्हें बाहर की हवा लगवाते रहें। बच्चा जहां सोता है वह जगह सूखी और साफ होनी चाहिए। अगर आप का बच्चा बहुत छोटा है और रात में नींद में पेशाब करता है तो बेहतर होगा कि इन दिनों उसे डायपर बांध कर सुलाएं।

2. पौष्टिक आहार का सेवन कराएं- मानसून में ज्‍यादातर बीमारियां दूषित पेय पदार्थ और मसाले वाले खाने से होती हैं। इस समय अपने बच्‍चे का खाने-पीने के मामले में बहुत ख्‍याल रखें। इस मौसम बच्चे को घर का बना पौष्टिक खाना खिलाएँ, उबला पानी ही पिलाएं। और 6 माह तक के शिशु को केवल स्तनपान ही कराएं।

3. मच्‍छरों से बचाएं- शिशु को खतरा पहुंचाने वाले मच्‍छरों से बचाए क्‍योंकि बारिश के मौसम में यह अपने साथ कई बीमारियां ले कर आते हैं। बच्‍चे के पैर और हाथ पूरी तरह से कपड़े से ढंक दें तथा रात में सुलाते वक्‍त मच्‍छरदानी में ही सुलाएं। बच्‍चे के कमरे में कभी भी कोई हानिकारक कीटनाषक ना छिड़के। बच्चे घर से बाहर जाएं तो उन्हें जूते भी पहनाएं ताकि कीड़े-मकौड़ों के अलावा घास व पौधों से निकलने वाले रसायनों से उन्हें बचाया जा सके। यह भी ध्यान रखें कि बच्चों के कपड़े और जूते पूरी तरह से सूखे हों।

3.सामान्य देखभाल- इन दिनों आपको हमेशा ख्‍याल रखना होगा कि कभी भी आपका बच्‍चा गीली नैपी में ना रहे वरना उसे रैश की समस्‍या हो जाएगी। हफ्ते में एक बार उसमें नाखूनों को जरुर काटें। अपने घर को साफ-सुथरा और मच्‍छरों से मुक्‍त रखें।

4.सही समय पर टीकाकरण अवश्य कराएं:

जन्म पर नवजात को – बीसीजी, ओरल पोलियो वैक्सीन और हैपेटाइटस बी का छह महीने पर डीपीटी-1, इनएक्टिवेटिड पोलियो वैक्‍सीन , रोटावायरस-1, न्‍यूमोकॉकल कॉन्‍जुगेट वैक्‍सीन, 10 हफ़्तों पर – डीपीटी-2, ओपीवी टू, रोटावायरस-2, 14 हफ़्तों पर – डीपीटी-3, OPV-3, रोटावायरस-3, आईपीवी -2, पीसीवी-2, 9-12 महीनों पर – खसरा और रूबेला-1, 16-24 महीनों पर – खसरा-2, डीपीटी बूस्टर-1, ओपीवी बूस्टर, 5-6 साल पर डीपीटी बूस्टर-2, 10 साल पर टेटनस टोक्सॉइड?/ टेटनस एंड एडल्ट डिप्थीरिया एवं 16 साल – टेटनस टोक्सॉइड?/ टेटनस एंड एडल्ट डिप्थीरिया का टीका देना जरूरी होता है। इस प्रकार पूरे टीकाकरण से बच्चे की ज़िंदगी खुशहाल रहती है।

आपात की घड़ी में कोरोना वारियर्स निभा रहे अपना दायित्व, उनके हौसले को सलाम

•टीकाकरण के लिए विशेष समुदाय को किया जागरूक, मिली सफलता
•कोरोना को लेकर क्षेत्र के लोगों को कर रही जागरूक
•अपने पोषक क्षेत्र में सभी बच्चों का कराया जेई का टीकाकरण।

मधुबनी : कोरोना महामारी के खिलाफ लडाई में चिकित्सकों के साथ एएनएम व आशा भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है. संक्रमण के जोखिम के बावजूद भी आशा एवं एएनएम गांव में बच्चों व गर्भवती महिलाओं को जिस तन्मयता से टीकाकरण एवं लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक कर रही हैं, ग्रामीण इन कोरोना वारियर्स के जज्बे को सैल्यूट कर रहे हैं। पीएचसी बिस्फी के छोटे से ग्राम- बलहा में आशा फैसिलिटेटर के रूप में कार्य कर रही संजू कुमारी जो वर्ष 2006 से 2010 तक आशा के पद पर कार्य करने के उपरांत वर्ष 2011 से अभी तक आशा फैसिलिटेटर के रूप में 15 आशाओं एवं 18 केंद्र का संचालन कर रही हैं। इनके टीम के आशा कार्यकर्ता गांव में जाकर बच्चों को जीवन रक्षक टीके तथा गर्भवती महिलाओं की सेहत की भी जांच कर रही हैं। साथ ही लोगों को कोरोना वायरस से जागरूक रहने की सलाह दे रही हैं।

टीम बनाकर घर- घर जाकर किया सर्वे:

संजू कुमारी बताती हैं जब बड़ी संख्या में प्रवासी देश के विभिन्न कोनों से अपने गांव लौट रहे थे, तो ऐसे समय में उनकी टीम की आशा दीदियों ने 4 टीम का गठन कर प्रत्येक दिन 60 घरों का सर्वे किया। जिन घरों में प्रवासी आए हुए थे उन घरों में लगातार 14 से 15 दिनों तक विजिट किया। उनको सोशल डिस्टेंस, मास्क पहनने, हैंड वॉशिंग आदि जानकारी दी. अभी भी संजू क्षेत्र में लोगों के घर- घर जाकर कोरोना के लक्षण को लेकर बुखार, खांसी, सर्दी के बारे में लोगों से पूछती हैं एवं लक्षण पाए जाने पर कोविड-19 टेस्ट करवाने की सलाह देती हैं।

सर्वे के दौरान कई जगह हुआ विरोध का सामना:

संजू ने बताया सर्वे के दौरान कई जगह उन लोगों का विरोध भी हुआ। सर्वे नहीं करने दिया गया, परंतु उन लोगों ने स्वास्थ्य विभाग टीम के सहयोग से लोगों को समझाने में कामयाब भी हासिल की। लोगों से अनुरोध किया कि सर्वे कार्य में सहयोग करें. इससे बदलाव देखने को मिला एवं गाँव के लोगों ने कार्य में सहयोग करना प्रारंभ किया।

विशेष समुदाय वर्ग में टीकाकरण में होती है परेशानी:

संजू बताती है कि अभी जापानी इंसेफेलाइटिस का टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें उन लोगों ने अपने पोषक क्षेत्र के अलावा दूसरे क्षेत्र में जाकर भी टीकाकरण किया परंतु कुछ विशेष समुदाय के टोले में टीकाकरण के दौरान काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. उन्होंने बताया उन्हें जापानी इंसेफेलाइटिस के बारे में जानकारी दी गयी. उन्हें बताया गया कि जापानी इंसेफेलाइटिस(जेई) बच्चों में होने वाला एक गंभीर दिमागी बुखार है जिसका एक मात्र ईलाज इसका टीका ही है. लोगों को जेई टीके के विषय में समझाने पर लोगों ने अपने बच्चों को टीका लगवाने के लिए राजी हुए. साथ ही उन्हें यह भी बताया जाता है कि टीके का कोई गंभीर साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है एवं यह हर मायने में सुरक्षित है.

गर्भवती महिलाओं के लिए करती हैं एंबुलेंस की व्यवस्था:

संजू ने बताया स्वास्थ्य विभाग के द्वारा गर्भवती महिलाओं को लाने एवं ले जाने के लिए निशुल्क 102 नंबर पर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है, परंतु कभी-कभी आपात स्थिति में इस नंबर से संपर्क नहीं हो पाता है. वैसी स्थिति में वह सभी एंबुलेंस चालकों के पर्सनल मोबाइल नंबर ले रखी है. आपात स्थिति में ड्राइवर का निजी नंबर पर संपर्क कर एंबुलेंस को बुलाती है और समय से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाते हैं।

महिला जदयू की 51सदस्यीय जिला कार्यकारणी की जिलाध्यक्ष ने जारी की सूची

मधुबनी : कोरोना वायरस को लेकर मधुबनी जिला महिला जदयू की जिला अध्यक्ष विक्रमशिला देवी ने अपने आवास पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये प्रेस को संबोधित करते हुए मधुबनी जिला महिला जदयू की 51 सदस्यीय जिला कार्यकारणी की गठन कर सूची जारी किया।

महिला जदयू की जिला अध्यक्ष विक्रमशीला देवी ने कहा कि नई जिला कमिटी की सभी पदाधिकारी को हम बधाई देते हैं, और आशा करती हूं की मुख्यमंत्री सह राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार जी के दिशा निर्देश पर जदयू पार्टी संगठन की विस्तार हेतु जितनी संघर्ष करना पड़ेगा उतना करेंगी।नई जिला कमिटी एवं प्रखंड अध्यक्ष से आग्रह किया कि 18 जुलाई 2020 से 02 अगस्त 2020 तक जदयू की विधानसभा स्तरीय वर्चुअल सम्मेलन होने जा रही है, उसमे अपने अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में महिला साथियों के साथ अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगी।

साथ ही 07 अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार वर्चुअल सम्मेलन होने जा रही है। इसमें अपने अपने गृह प्रखंड में महिला साथियों के साथ शामिल हो, एवं 09 अगस्त को क्रांति दिवस के अवसर पर जल जीवन हरियाली अभियान को सफल बनाने के लिए अपने अपने स्तर गृह इलाके में सैकड़ों पेड़ लगाने का काम सुनिश्चित करें।

विक्रमशिला देवी ने कहा कि मधुबनी जिला की विधानसभा स्तरीय वर्चुअल सम्मेलन तथा माननीय मुख्यमंत्री जी की वर्चुअल रैली में हजारों की संख्या में महिला भागीदारी लेंगी, एवं 09 अगस्त को हजारों पेर मधुबनी जिला महिला जदयू के द्वारा लगाया जाएगा। कोरोना महामारी को लेकर सरकार एवं प्रशासन तत्पर है। अनुमंडल अस्पताल में कोरोना सेंपल जांच की तैयारी चल रही है कुछ ही दिनों में अनुमंडल अस्पताल में कोरोना जांच की सैंपल लिया जाएगा। मधुबनी जिला में बाढ़ एवं वर्षा के पानी से उत्पन्न परिस्थितियों को निपटने के लिए सरकार एवं प्रशासन तैयार है।

मुख्यमंत्री हमेशा करते रहे हैं एवं कहते हैं कि सरकार के खजाने पर सर्वप्रथम आपदा पीड़ितों का हक है। मुख्यमंत्री के शासन काल में पूरे बिहार के अंदर महिलाओं की चौतरफा विकास हुई है। हम महिला कृत संकल्पित है, कि पुनः माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में एक-एक वोट जदयू एवं एनडीए गठबन्धन को पड़ेगी, और पुनः भारी बहुमत से सरकार नीतीश कुमार की ही बनेगी।

पूरे जिले में पंचायत अध्यक्ष एवं बूथ सखी बनाने का काम युद्ध स्तर पर चल रही है। इस प्रेस कांफ्रेंस में महिला जदयू की नेत्री मंजू राय, शोभा कुमारी ने भाग लिया।

सुमित राउत

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