दिव्यांगों के प्रति बने संवेदनशील
दरभंगा : बाल दिवस के शुभ अवसर पर मारवाड़ी महिला सम्मेलन की दरभंगा शाखा के तत्वावधान में सी एम कॉलेज, दरभंगा में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें शाखा की ओर से प्रधानाचार्य को उनके अच्छे कार्य हेतु पाग, चादर तथा स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। शाखा ने महाविद्यालय के दिव्यांग छात्रों के लिए एक व्हील चेयर तथा दो वाकर प्रदान किया गया। कार्यक्रम में दिव्यांगों के प्रति समाज के कर्तव्य विषय पर आयोजित भाषण- प्रतियोगिता में अतिका-प्रथम, सुधांशु कुमार रवि- द्वितीय, पुरुषोत्तम कुमार चौधरी तृतीय तथा जयप्रकाश कुमार साहु ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। जिन्हें शाखा की ओर से प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ अवनि रंजन सिंह,दरभंगा यूनेस्को क्लब के अध्यक्ष विनोद पंसारी,संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ आर एन चौरसिया, डॉ सुरेश पासवान आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
अपने संबोधन में प्रधानाचार्य ने कहा कि छात्र सिर्फ पढ़ाई ही नहीं करें, बल्कि समाज से भी जुड़े। दिव्यांगों के प्रति हमारी संवेदना ही हमें मानव सिद्ध करती है। दिव्यांग होना कोई अभिशाप नहीं है। उन्हें बेहतर माहौल मिलने पर,वे सभी बाधाओं पर विजय प्राप्त करते हैं। उनके प्रति हमारी संवेदना सकारात्मक होनी चाहिए। इस अर्थ में मारवाड़ी महिला शाखा, दरभंगा दिव्यांगों के लिए आगे बढ़कर कार्य कर रही है, जो सराहनीय एवं अनुकरणीय है। ऐसे कार्यक्रमों से समाज के प्रति छात्रों का जुड़ा बढ़ता है। शाखा की सचिव ने बताया कि 1993 से ही हमारी शाखा सामाजिक कार्य में संलग्न रही है। अतिथियों का स्वागत शाखा की अध्यक्षा नीलम पंसारी ने किया। इस अवसर पर आशा गुप्ता, किरण बुबना, स्वीटी केडिया, सुनीता अग्रवाल, राधा पोद्दार, मनीषा पंसारी सहित एक सौ से अधिक व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ आर एन चौरसिया ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष मधु चौधरी ने किया।
ऐसा वातावरण बने जिसमे सबको मिले सामान अवसर
दरभंगा : यूनिसेफ एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 3 दिवसीय सर्टिफिकेट इन एकेडमिक लीडरशिप कोर्स (CAL) के निर्माण हेतु आहूत कार्यशाला के दूसरे दिन बिहार के विभिन्न भागों से आए प्रतिभागियों एवं पदाधिकारियों ने इस कोर्स के निर्माण प्रक्रिया पर गहन मंथन किया एवं और उनका यह प्रयास है कि एक ऐसी पाठ्यक्रम तैयार हो जो अधिगम की गुणवत्ता की दिशा में मील का पत्थर साबित हो। इस कार्यक्रम की रूपरेखा एवं उद्देश्यों पर विस्तार से यूनिसेफ की विषय विशेषज्ञ प्रमिला मनोहरण ने प्रकाश डाला। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा प्रयास समाज में जेंडर इक्विलिटी, सेंसिटिविटी, न्यूट्रलिटी एंड ट्रांसफॉर्मेशन का होना चाहिए ताकि बच्चों में किसी प्रकार की हीन भावना का विकास ना हो सके। वह समान अवसर के हकदार हैं, उन्हें वह मिलना चाहिए।
सर्टिफिकेट इन एकेडमिक लीडरशिप पाठ्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि हम विशेषज्ञों की मदद एवं अनुभवों के आधार पर एक ऐसा कोर्स बनाने का प्रयास कर रहे हैं जो हमारी शैक्षिक प्रशासकों की नेतृत्व क्षमता को बढ़ा सकें। 3 महीने के इस कोर्स को छह मॉड्यूल में विभाजित किया गया है जिसके अंतर्गत ऐसे कंटेंट रखे गए हैं जो एक प्रशासक की जानकारी के लिए महत्वपूर्ण है। यह कोर्स एक सर्टिफिकेट कोर्स होगा जो शिक्षा से जुड़े प्रशासनिक पदाधिकारियों के लिए ऑनलाइन कोर्स होगा। यूं तो सभी शिक्षा से जुड़े प्रशासनिक पदाधिकारी इस कोर्स में नामांकन ले सकते हैं परंतु अभी 76 नवनियुक्त प्रशासनिक पदाधिकारियों के प्रशिक्षण के एक भाग के रूप में इसे चलाया जाएगा । इस कोर्स के सिड्यूल का निर्धारण उनके प्रशिक्षण की अवधि के बीच का ही होगा। उन्होंने कहा कि हमारा फोकस क्वालिटी एंड लीडर्स लर्निंग से जुड़ा है, प्रत्येक बच्चा सीखे, पढ़े एवं बढ़े के साथ उसमें इस स्तर की गुणवत्ता आनी चाहिए, जिसका वह हकदार है । अपने कौशलों के आधार पर वह अपना ज्ञानार्जन करता है आज आवश्यकता है । आज आवश्यक्ता है अधिगम को हम अधिक से अधिक इंटरएक्टिव बनाए ताकि बच्चों में सीखने के प्रति ललक पैदा हो सके और वह सीखने को लेकर अपनी रुचि दिखा सकें । इसके लिए इंफोग्राफिक पत्नी की आवश्यकता होगी इंफोग्राफिक ए विजुअल रिप्रेजेंटेशन ऑफ़ इनफार्मेशन और डेटा। इंफोग्राफिक किसी विषय वस्तु के प्रति समझ पैदा करने के लिए इमेजिंग चार्ट्स और कम से कम टेक्स्ट के द्वारा प्रस्तुतीकरण का किया जाना है। उन्होंने कहा कि प्रशासक को एकेडमिक प्रशासक के रूप में तैयार होने की जरूरत है ताकि वह एक सफल नेतृत्व कर्ता के रूप में स्वयं तो रहे ही इस क्षमता का भी विकास अन्य अपने सहयोगियों में कर सके। बिहार शिक्षा परियोजना की राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी किरण कुमारी ने इस कोर्स के उद्देश्य पर फोकस करते हुए कहा कि ऐसा देखा गया है कि हमारे पदाधिकारी अपना मुख्य फोकस केवल प्रशासनिक कार्यों पर ही रखते हैं यह शिक्षा तंत्र को और संतुलित करता है,आवश्यकता यह होती है कि विद्यालय क्रियाकलाप, संरचना पाठ्यक्रमों की रूपरेखा छात्र, शिक्षक, प्रशासक अंतसंबंधों की जानकारी भी स्पष्ट होनी चाहिए। ऐसा करने के लिए वे टीम का गठन कर नेतृत्व प्रदान करने, नेतृत्व देने एवं छात्रों में भी नेतृत्वकर्ता की भूमिका का विकास कर सकें। ऐसा करने से एक प्रशासक को हर स्तर पर उसकी क्रियाविधि की स्पष्ट जानकारी हो पाएगी, इसप्रकार यदि कोई प्रशासनिक पदाधिकारी अपनी कार्यक्षमता का विकास कर सकता है तो इसका लाभ उसे अपने पूरे कैरियर में मिल सकता है। निदेशक, दूरस्थ शिक्षा प्रो. सरदार अरविंद सिंह ने कार्यशाला के दूसरे दिन प्रतिभागियों के साथ बिताते हुए कहा कि आज के संदर्भ में यह पाठ्यक्रम हमारे प्रशासकों के लिए निश्चित रूप से लाभकारी होगा। विदित हो कि कुलपति प्रो. एस. के. सिंह के नेतृत्व में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय राज्य का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है जिसने अपने शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, ल. ना मि.वी एवं यूनिसेफ के साथ कोलैबोरेशन किया है । इस कड़ी में कई कार्यशालाओं का आयोजन किया गया है । यह कार्यशाला भी उसी श्रृंखला का एक भाग है। और इसका समापन कल दोपहर 2:00 बजे माननीय कुलपति, प्रति-कुलपति एवं कुलसचिव की गरिमामयी उपस्थित में गांधी सदन के सभागार में होगा। ल.ना. मि. विश्वविद्यालय, दरभंगा द्वारा सफलतापूर्वक इन कार्यक्रमों को चलाए जाने का निरीक्षण करने के लिए भारत में यूनिसेफ की प्रतिनिधि (राजदूत) डॉ. यास्मीन अली हक का 28 नवंबर 2019 को विश्वविद्यालय आने की संभावना है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप में कुलपति, निदेशक, दूरस्थ शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा की कोर टीम के सदस्यों के साथ मुलाकात कर यूनिसेफ द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे।
एबीवीपी ने छात्र संघ चुनाव को ले की बैठक
दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा विश्वविद्यालय इकाई द्वारा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय पीजी डिपार्टमेंट में छात्र संघ चुनाव को लेकर बैठक किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता बिहार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सह विश्वविद्यालय डिपार्टमेंट चुनाव प्रभारी पिंटू भंडारी एवं बृज मोहन सिंह कर रहे थे। वही बैठक को संबोधित करते हुए भंडारी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रत्येक साल की तरह इस साल भी ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय चारों संकाय में विद्यार्थी परिषद उम्मीदवार उतारेगी एवं प्रत्येक महाविद्यालय में प्रत्येक पदों पर विद्यार्थी परिषद अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी।
वही बृज मोहन सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद 365 दिन कैंपस में काम करने वाले एकमात्र छात्र संगठन है जो छात्र के समस्याओं का समाधान का हर एक समय प्रयास करते हैं। जिस तरह 2 साल से छात्रों ने अपना विश्वास विद्यार्थी परिषद समर्थित उम्मीदवार को जिताने का कार्य किया इस बार भी पूरी उम्मीद के साथ विद्यार्थी परिषद समर्थित उम्मीदवार को छात्रों ने वोट करेगी महाविद्यालय विश्वविद्यालय में एक अच्छा शैक्षणिक माहौल कायम रहे। वही इस बैठक में रौशन झा, सत्य प्रकाश सत्संगी ,निशांत कुमार, चमन कुमार ,बृजमोहन कुमार, आर्यन सिंह ,माधव कुमार, परमानंद कुमार ,सुमन कुमार राय, शिवप्रसाद राम, प्रकाश मंडल, बिट्टू कुमार ,चंदन कुमार, रंजीत कुमार, राजेश कुमार, मनीष कुमार ,पंकज कुमार ,राहुल कुमार ,नीलाभ कुमार ,अरविंद कुमार, बृजेश्वर कुमार ,पृथ्वी चौधरी इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
क्विज एवं भाषण प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
दरभंगा : एक अच्छे मानव बनने के लिए हमें समाजिक बऩना परम आवश्यक है। छात्रों को अपने पाठ्यक्रम के प्रति गंभीर होना आवश्यक है, क्योंकि इससे उन्हें रोजी-रोटी मिलती है,पर एक अच्छे मानव बनने के लिए उन्हें सामाजिक होना उससे भी कहीं अधिक जरूरी है।छात्रों के क्रियाकलाप,व्यवहार तथा उनकी सामूहिक जीवन उन्हें अलग पहचान दिलाती है। एनएसएस छात्रों को सामाजिक होना सिखाता है तथा बताता है कि उन्हें एक-दूसरे के लिए क्या करना चाहिए? समाजसेवा की कोई निश्चित उम्र नहीं होती। आज कुछ छात्र पाठ्यक्रम के आधार पर डिग्रीधारी बन रहे हैं,परंतु मानसिक सोच के आधार पर भिखारी।उक्त बातें सी एम कॉलेज की एनएसएस इकाई 1 एवं 2 के संयुक्त तत्वावधान में बाल दिवस पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य डा मुश्ताक अहमद ने कहा।उन्होंने कहा कि हमें हमेशा दूसरों के लिए कुछ न कुछ करना चाहिए। उन्होंने छात्रों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए उनके चरित्र-निर्माण तथा व्यक्तित्व- विकास को महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर भारतवर्ष से संबंधित आयोजित क्विज प्रतियोगिता में निर्णायक डॉ शंकर झा,डॉ सुरेश पासवान तथा डॉ प्रीति त्रिपाठी के अनुसार रोहित कुमार पटेल- प्रथम,मुकेश कुमार-द्वितीय तथा आयशा प्रवीण-तृतीय स्थान सहित जयप्रकाश साहू, पुरुषोत्तम कुमार चौधरी, रोहित कुमार,संतोष कुमार यादव,दीप शंकर, अमित कुमार शुक्ल तथा नारायण जी साहू को बेहतर प्रदर्शन हेतु प्रमाण पत्र तथा मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया,जबकि राष्ट्र-निर्माण में नेहरु का योगदान विषयक भाषण-प्रतियोगिता में निर्णायक डॉ आर एन चौरसिया, प्रो अखिलेश राठौर तथा डॉ प्रीति त्रिपाठी के अनुसार श्रेया कुमारी- प्रथम,शशिकांत सिंह यादव- द्वितीय तथा सुधांशु कुमार रवि-तृतीय सहित पुरुषोत्तम कुमार चौधरी,रिचा कुमारी, अतिका बद्र,जयप्रकाश कुमार साहू,अमित कुमार शुक्ला,दीप शंकर तथा आस्था निगम को बेहतर अंक लाने हेतु प्रमाण पत्र तथा मेडल प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया।
इस अवसर पर प्रो राजानंद झा, डाअवनि रंजन सिंह, डॉ सुरेश पासवान, डॉ आरएन चौरसिया, प्रो अखिलेश राठौर, डॉ प्रीति त्रिपाठी सहित एक सौ से अधिक एनएसएस स्वयंसेवक उपस्थित थे।
प्रतिभागियों की ओर से आस्था निगम, निखिल कुमार झा, जूही झा, हूर बानो, नीरज कुमार, श्रेया सिंह आदि ने गाना गाया तथा कविता पाठ प्रस्तुत किया। कार्यक्रम संयोजक डाआर एन चौरसिया के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में आगत अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम पदाधिकारी-द्वितीय प्रो अखिलेश राठौर ने तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम पदाधिकारी प्रथम डॉ प्रीति त्रिपाठी ने किया।
मुरारी ठाकुर