14 जून : नवादा की मुख्य ख़बरें

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डीएम ने दिए आशा कार्यकर्ताओं को भुगतान का निर्देश

नवादा : समाहरणालय सभागार में जिला पदाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गयी।

बैठक को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि आशा को भुगतान शीघ्रताशीघ करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को प्राथमिकता के आधार पर लाभपहुंचायें। सरकारी अस्पतालों में जन्में कन्या को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत हर हाल में लाभ पहुंचायें। इसके लिए प्रतिदिन सभी पीएचसी में जन्में कन्या का रिपोर्ट सिविल सर्जन को लेने को कहा। डीएम कौशल कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों में प्रगति लाने के लिए लंबे  समय से एक ही स्थान पर जमे कर्मी एवं पदाधिकारियों का स्थानान्तरण करने का निर्देश सिविल सर्जन कोदिया।

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उन्होंने पीएमजेवाई, एएमसी रजिस्ट्रेशन की भी समीक्षा की। होम डिलेवरी को लेकर डीएम कौशल कुमार ने सख्त निर्देश देते हुए स्वास्थ्य।विभाग के सभी कर्मियों को कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता फैलाकर, कैम्प लगाकर गर्भवती महिलाओं को नजदीक के पीएचसी में प्रसव हेतु प्रेरित करें।

उन्होंने जिले के सुदूर इलाके मझवे एवं हरदिया पीएचसी में प्रसव सुविधा शुरू करने का निर्देश दिया ताकि जच्चा एवं बच्चा स्वस्थ्य हालत में रहे।होम डिलेवरी के कारण उत्पन्न होने वाले खतरों से बचा जा सके।उन्होंने कहा कि जिले में चलाये जा रहे एम्बुलेंस की संख्या बढ़ायी जायेगी। स्वास्थ्य विभाग में जो एम्बुलेंस रद्द पड़े हैं, उसका रद्दीकरन की प्रक्रिया शीघ्र करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ईमुनाइजेषन की स्थिति को और सुदृढ़ करें।

हालांकि डीआईओ अशोक कुमार के द्वारा बताया गया कि जिलेमें ईमुनाइजेशन की स्थिति पूरे बिहार में 82 प्रतिशत हासिल कर तीसरे स्थान पर।है। 16 जून 2019 से पल्स पोलियो राउन्ड की भी शुरूआत होनी है, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अच्छी प्लानिंग की आवश्कता  है। सभी पीएचसी में मंगलवार एवं वृहस्पतिवार को फैमिली प्लानिंग की सुविधा दी गयी है। बैठक को संबोधित करते हुए डीएम कौशल कुमार ने कहा कि जिले में अंतिम पायदान

योजनाओं की आड़ में फलता फूलता दलालों का व्यापार

नवादा : बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं कार्यक्रम के तहत बाजार में अचानक आये फॉर्म जिसमें 8 वर्ष से 32 वर्ष आयु की लड़कियों के बैंक खाता में केन्द्र सरकार द्वारा 2 लाख रूपये भेजे जाने के नाम पर हजारों लड़कियों ने फॉर्म भरकर डाक घर से रजिस्ट्री करने के लिए भीड़ लगा दी है। लगभग 10 दिनों से अहले सुबह से हीं जिले की महिलाएं रजिस्ट्री करने के लिए प्रधान डाक घर में कतार लगाकर खड़ी हो जाती है। लेकिन इस योजना की जानकारी न तो डाक विभाग के वरीय पदाधिकारी दे रहे और ना हीं जिला प्रशासन के आला अधिकारी।

इस मामले पर डीएम कौशल कुमार ने बातचीत के दौरान कहा कि यह सरासर अफवाह है। केन्द्र सरकार की ओर से इस प्रकार की कोई योजना बेटियों के लिए नहीं चलाई गई है।

इस तरह का अफवाह दलालों के द्वारा फैलाया गया है। डीएम ने  इस अफवाह से बचने के लिए   जिले वासियों से अपील की है।

नाबार्ड ने प्रशिक्षित महिलाओं को दिया प्रमाणपत्र

नवादा : नाबार्ड द्वारा वित्तीय सहायता व नई प्रयास संस्था के बैनर तले कार्यक्रम आयोजित कर गुरुवार को प्रशिक्षित महिलाओं के बीच प्रमाण पत्र दिया गया।

इसके पूर्व वारिसलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित व्यवसायिक भवन में एसएचजी की महिलाओं द्वारा तैयार चूड़ी लहठी विक्रय केन्द्र का उद्घाटन नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक गंगेश कुमार ने किया। इस अवसर पर संस्था की सचिव सह पूर्व जिला पार्षद मीना देवी, बीके साहू के सेवानिवृत प्राचार्य डॉ. गोविदजी तिवारी आदि उपस्थित थे। इसके बाद शान्तिपुरम सूर्य मंदिर स्थित संस्कृत महाविद्यालय के सभागार में समूह की प्रशिक्षित महिलाओं के बीच प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।

प्रशिक्षित महिलाओं को संबोधित करते हुए जिला विकास प्रबंधक ने कहा कि महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की सोच के तहत ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। अब महिलाएं बैंक से ऋण लेकर अपने घर पर चूड़ी लहठी समेत अन्य सामान बनाकर संस्था की दुकान के माध्यम से बिक्री कर सकती हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि महिलाएं अबला नहीं, बल्कि सबला बन कर रहें और स्वनिर्मित सामानों को बेच कर सरकारी ऋण की वापसी के साथ स्वयं आत्मनिर्भर बन सकें। इसके लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी से आग्रह कर विपणन की सुविधा के लिए दुकान उपलब्ध करवाया गया है। विकास प्रबंधक ने कहा कि उद्यमिता का प्रशिक्षण प्राप्त कर आप अपनी आर्थिक तंगी को दूर कर सकते हैं। प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओ में चंपा देवी, संजू देवी, मानो देवी, सुरमिला देवी, लाक्षो देवी, इंदु देवी समेत अन्य लोग मौजूद थे।

सोख्ता निर्माण के लिए पंचायतों में कार्य आरंभ

नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखण्ड में भूगर्भीय जल स्तर में लगातार गिरावट को देखते हुए सभी पंचायतों में मनरेगा योजना से सोख्ता का निर्माण शुरू किया गया है। इसका शुभारंभ शुक्रवार को नवादा जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष उदय यादव ने मलिकपुर-नेमदारगंज पंचायत से शुरू किया। कार्य का शुभारंभ कनीय अभियंता सुनील कुमार के देखरेख में किया गया। मौके पर उपस्थित मुखिया ने बताया कि भीषण गर्मी के कारण जल स्तर काफी निचे चला गया है, जिसके कारण जल स्तर गहरा गया है। लोगों को पीने के लिए पानी बहुत मुश्किल से मिल रहा है। इस परिस्थिति में यदि जल संचय नहीं किया जाता है तो आगे आनेवाले दिनों में समरसेबुल चलना भी बन्द हो जाएगा।

प्रखण्ड के प्रत्येक पंचायत में सौ सोख्ता बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके निर्माण में 4 हजार 5 सौ रुपये का ख़र्च आता है। उक्त राशि को उपभोक्ता को बैंक खाता के माध्यम से भुगतान किया जाएगा। आगामी 23 जून तक सोख्ता निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

जिलाध्यक्ष उदय यादव ने कहा कि सभी पंचायत मे जल्द ही योजना को शुरु कर दे जिससें नवादा जिला अपने लक्ष्य को जल्द पूरा कर सके तथा पानी का भी संचय किया जा सके। उन्होंने बताया कि पानी संचय होने से जमीन का जल स्तर बना रहेगा तथा पानी की कठिनाई नही होगी तथा पानी की बर्बादी कम करने की सलाह दिया।

मारपीट कर पैसा छीनने का लगाया आरोप

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के सप्त ऋषि डिग्री कॉलेज में कार्यरत सहायक मलियातरी निवासी सुरेश प्रसाद यादव के पुत्र रामभज्जु प्रसाद यादव ने मारपीट कर सरकारी पैसा छीनने का आरोप लगाया है। सूचना थाने में दर्ज करायी है।

आरोप है कि सप्त ऋषि डिग्री कॉलेज में सहायक पद पर कार्यरत है। वे बाइक से अपने घर से सुबह साढ़े सात बजे ड्यूटी पर डीग्री कॉलेज जा रहे थे। तभी बीच रास्ते में बड़हर गांव निवासी उमेश सिंह के पुत्र अविनाश कुमार, कुंदन सिंह, मनीष सिंह एवं उमेश सिंह ने उसे रूकने का इशारा किया। लेकिन वे भय के कारण बाइक को नहीं रोककर डीग्री कॉलेज चले गए। कॉलेज पहुंचने के कुछ ही क्षणों बाद उक्त लोग कार्यालय में आकर गाली गलौज करने लगे मेरे विरोध करने पर अविनाश कुमार मुझे जमीन पर पटक दिया तथा साथ रहे अन्य चारों लोग मारने लगे तथा कॉलेज के काउंटर से लगभग 2 हजार रुपये नकद के साथ मेरे गले से दो भर सोने का चैन छीन लिया। घटना के वक्त कॉलेज के अन्य कर्मी मौजूद थे।

घटना के बाद कार्यरत सहायक ने लिखित शिकायत आरोपी के खिलाफ रजौली थाने में प्राथमिकी दर्ज करने को आवेदन दिया। इस संबंध में थानाध्यक्ष सुजय विद्यार्थी ने बताया कि आवेदन मिला है। थाने से अधिकारी को स्थल निरिक्षण करने भेजा गया है। उनके जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

नशे में धुत भाई ने अपने दो बहनों को किया जख्मी

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के एक गांव में शराब बंदी की पोल घरेलू हिंसा में घायल दो युवती ने खोली है। डीह रजौली गांव के रहने वाले मोहम्मद अनवर की पुत्री नसरीन परवीन एवं अफरोजा प्रवीण को सगे भाई बबलू अंसारी ने शराब के नशे में मारपीट कर घायल कर दिया। घायल पुत्रियों के संग इलाज कराने अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे पिता मोहम्मद अनवर ने बताया कि पुत्र बबलू अंसारी रोजाना शराब के नशे में घर आता है और कभी हमारे साथ मारपीट कर करता है, तो कभी हमारी पुत्रीयों के साथ। जिसका नतीजा है कि आज मारपीट करते हुए उसने बड़ी पुत्री का पैर तोड़ दिया।

हालांकि उन्होंने पुलिस से शिकायत करने की बात पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी तक पुलिस में शिकायत नहीं किए हैं। अगर ऐसा ही उसका रवैया रहा तो मजबूरन पुलिस में शिकायत कर कानूनी कार्रवाई करने को बाध्य होना पड़ेगा।

घर में घुसकर छेड़छाड़ का लगाया आरोप

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के अमावां गांव घर में घुसकर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। सूचना थाने को दे कार्रवाई की मांग की है।

दिए गए आवेदन में पीड़िता ने बताया कि रात्रि में वह अपने घर में सोई हुई थी, इसी बीच गांव के रविंदर सिंह के पुत्र डब्लू सिंह घर में घुस गया और अंधेरे का फायदा उठाकर गलत नियत से छेड़छाड़ करने लगा। हालांकि हल्ला करने के उपरांत लोगों के जग जाने से वह वहां से भाग निकला। घटना से आहत पीड़िता ने रजौली थाने में लिखित आवेदन देकर उचित कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। इस संबंध में थानाध्यक्ष सुजय बिद्यार्थी ने बताया कि आवेदन मिली है। मामले की जांच की जा रही है।

पोस्टमार्टम हाउस में रखे शवों की बदबू से लोग परेशान

नवादा : नगर की घनी आबादी वाले इलाके में वर्षों पुराना बने सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। यहां आये दिन लावारिस लाशों के कई दिनों तक शिनाख्त के लिए रखे जाने से लोगों में बीमारी फैलने का डर बन गया है।

सड़े-गले शवों को शिनाख्त के लिए कई दिनों तक सदर अस्पताल परिसर में छोड़ दिया जा रहा है। जिससे आस-पास के घरों में रहने वाले तथा सदर अस्ताल आने मरीजों का जीना मुश्किल हो गया। एक तरफ बीमारी का इलाज कराने लोग आते हैं और दूसरी तरफ ऐसे बदबूदार शवों के गंध से बीमार पड़ जा रहे हैं। वहीं सदर अस्पताल से सटे दर्जनों मकानों में रहने वाले लोगों का रहना मुश्किल हो गया है।

गौरतलब हो कि 10 जून को हिसुआ से आई अज्ञात शव को 4 दिनों बाद 13 मई को स्थानीय थाना के लोग ले गए। वहीं वारिसलीगंज से आई एक अज्ञात शव को पोस्टमार्टम के बाद संवाद प्रेषण तक सदर अस्पताल में चौकीदार की सुरक्षा में पड़ा हुआ है।

जबकि नगर थाना क्षेत्र के कन्हाई इंटर विद्यालय के पास काली मंदिर के समीप पुलिस द्वारा बुधवार की देर शाम बरामद की गई अज्ञात शव भी पोस्टमार्टम के बाद पहचान के लिए सदर अस्पताल परिसर में रखा है। इतने-इतने दिनों तक सदर अस्पताल परिसर में बने पोस्टमार्टम हाउस में रखे जाने वाले सड़े-गले शवों की बदबू से लोग काफी त्रस्त हैं। हिसुआ से आया अज्ञात शव कई दिनों से पोस्टमार्टम हाउस में है।

गौरतलब हो कि शव गृह के रहते हुए उसका इस्तेमाल अभी तक नहीं किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन की शिथिलता का प्रमाण सामने आ रही है। स्वास्थ्य विभाग इसे गम्भीरता से लेने के बजाय थानों पर जिम्मेदारी सौंपकर अपना पल्ला  झाड़ ले रही है। किसी भी शव को शिनाख्त के लिए जिला मुख्यालय में ही रखे जाने का प्रावधान है, बावजूद उसे थानों में रखने का दबाव बनाया जा रहा है।

इसके लिए शव गृह का इस्तेमाल करने में स्वास्थ्य विभाग दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। बताया जाता है कि शव गृह बनकर तैयार है लेकिन विभागीय प्रक्रिया के तहत सौंपे नहीं जाने के कारण पोस्टमार्टम हाउस में ही अज्ञात शवों को रखा जा रहा है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग अपनी जवाबदेही को पुलिस के मत्थे डाला दे रही है। इन दिनों पोस्टमार्टम हाउस में कई दिनों तक रखे शवों से जो हालात उत्पन्न हो रही है उससे आम लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी हो गई है।

क्या कहते हैं सिविल सर्जन

सदर अस्पताल में जो भी अज्ञात शव आता है उसे सम्बंधित थानों को अपने क्षेत्र में रखना चाहिए, लेकिन लोग पोस्टमार्टम हाउस में ही छोड़ देते हैं। पुलिस को इसका जवाबदेही लेना चाहिए। एसपी से बात हुई है, अज्ञात शवों को सम्बंधित थाना क्षेत्रों में रखे जाने का आग्रह किया गया है। शव गृह शहर से काफी दूर है, वहां ले जाने में परेशानी है और शव गृह अभी तक जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को सौंपा नहीं गया है। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है, डा श्रीनाथ प्रसाद, सिविल सर्जन, नवादा।

पंचायत समिति की बैठक में सोखता बनाने के लिए 34 लाख रुपये की मंजूरी

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर प्रखंड मुख्यालय के सभागार में गुरुवार को पंचायत समिति की बैठक हुई। प्रमुख रिकू देवी की अध्यक्षता में अनेक मुद्दों पर पंचायत समिति सदस्यों ने चर्चा की। सबसे पहले पिछली बैठक की संपुष्टि हुई। इसके बाद योजनाओं पर बारी-बारी से चर्चा हुई। प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्र को छोड़ कर सभी विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे। सबसे अहम मुद्दा पीओ राकेश चंद्र ने उठाया।

पंचायत समिति सदस्यों से भी कहा गया कि वे भी इस योजना को लेकर ग्रामीणों को प्रेरित करें। जल संकट से निपटने में सबका सहयोग जरूरी है। पीओ ने बताया कि प्रखंड में 942 योजना के मद में 34 लाख की राशि पारित की गई।

इधर, पंचायत समिति सदस्य मनोज वर्मा ने सीडीपीओ से आंगनगबाड़ी केंद्रों के नियमित रूप से नहीं खुलने की शिकायत की। कई केंद्रों का जिक्र करते हुए कहा कि कभी-कभार ही आंगनबाड़ी केंद्र खुलते हैं। जवाब में सीडीपीओ ने सदन को भरोसा दिया कि यह शिकायत जो आई है उसकी जांच करेंगे। आंगनबाड़ी केंद्र की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।

योजनाओं के क्रियान्वयन में बीडीओ की रहेगी कड़ी नजर

इसके अलावा पीडीएस, स्वास्थ्य, पीएचईडी समेत अन्य योजना को लेकर बीडीओ कुंज बिहारी सिंह ने बताया कि विकास योजना के क्रियान्वयन पर उनकी कड़ी नजर है। अगर कहीं से भी शिकायत आएगी तो कार्रवाई होगी। पंचायत समिति सदस्य विजय राम ने अपने गांव में जल-नल योजना के बारे में बीडीओ से शिकायत की। बीडीओ ने सदन में कहा कि इस शिकायत को तुरंत दूर किया जायेगा।

मौके पर प्रखंड के पंचायत समिति सदस्य मनोज वर्मा, रेखा देवी, अनिल रविदास, मनोज कुमार, विजय राम व मुखिया अ़फरोजा खातुन, मंजुला देवी, इंदु देवी, रामविलास राम, मसुदन साव, अशोक यादव, बीडीओ कुंज बिहारी सिंह, सीओ शैलेन्द्र कुमार, सीडीपीओ सरोज हांसदा, पीओ राकेश चंद्र, एमओ सत्यार्थी, प्रिस कुमार समेत सभी पदाधिकारी मौजूद थे।

लग्जरी वाहन से देशी शराब बरामद, दो गिरफ्तार

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के चितरकोली पंचायत अंतर्गत गढ़ दिबौर के समीप एनएच-31 सड़क पर गश्ती में रहे एएसआई बिक्रमा राम ने देशी शराब से भरे बैंगनआर वाहन समेत दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष इंसपेक्टर सुजय विद्यार्थी ने बताया कि बुधवार की मध्य रात्रि गुप्त सूचना मिली कि झारखंड के रास्ते बिहार में अवैध शराब लाया जा रहा है।

सूचना की सत्यापन की जिम्मेदारी गश्ती में रहे एएसआई बिक्रमा राम को दिया गया। रात्रि में करीब दो बजे उजले रंग के डीएल-9 सीके/3237 नंबर की एक बैंगन आर वाहन झारखंड के रास्ते रजौली थाना क्षेत्र में प्रवेश कर एनएच पर सरपट भागे जा रही थी। जिसे गश्ती में रहे एएसआई व उनके सहयोगी पुलिस ने रुकने का इशारा किया। तब चालक वाहन को रोकने के बजाय और तेज गति से भगाने लगा। जिसका पीछा करते हुए गढ़ दिबौर स्थित मंदिर के समीप पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस के द्वारा कार की जांच-पड़ताल करने पर कई बोरे में देशी शराब भरे हुए मिले।

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कार ले जा रहे दो तस्करों को धर धबोचा तथा शराब व शराब लदी कार को जब्त कर लिया। जहां बोरे में रहे देशी शराब की गिनती कराने पर 200 एमएल का झारखंड निर्मित 21 सौ पाउच देशी शराब पाया गया।

थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर कोडरमा जिले के मेघातरी के दलबहादुर सिंह के पुत्र चंदन कुमार तथा राजकुमार भुइंया के पुत्र मनोज भुइंया है। गिरफ्तार तस्करों एवं वाहन मालिक के विरूद्ध उत्पाद अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर हुए गिरफ्तार तस्करो को जेल भेज दिया गया है।

गौरतलब है कि झारखंड सीमा क्षेत्र से रजौली थाना क्षेत्र से सटे रहने की वजह से शराब का कारोबार थाना क्षेत्र में कुबेर का भंडार साबित हो रहा है। शराब माफिया द्वारा इस धंधे को परवान चढ़ाने में लगे हुए हैं। थानाध्यक्ष सुजय बिद्यार्थी कारोबारियों पर नजर बनाए हुए हैं। जिसका नतीजा है कि रजौली थाना क्षेत्र में कहीं न कहीं रोजाना शराब व शराब कारोबारी पकड़े जा रहे हैं। बावजूद शराब कारोबारी अपने  धंधे को परवान चढ़ाने में लगे हुए हैं।

पानी व गांव की गलियों को दुरुस्त करने में जुटा प्रशासन

नवादा : जिले में पानी की मूलभूत समस्याओं को दूर करने के साथ ही जिला प्रशासन गांव की गलियों को भी अब दुरुस्त करने में जुट गया है। सात निश्चय योजनाओं की समीक्षा के दौरान पक्की नाली-गली योजना के क्रियान्वयन पर भी अधिकारियों का जोर है। गुरुवार को नवादा सदर प्रखंड में सात निश्चय योजनाओं की समीक्षा करने पहुंचे डीएम ने अनेक कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान डीएम कौशल कुमार ने बीडीओ को निर्देश देते हुए कहा कि नाली-गली की जितनी भी योजनाएं हैं उनके लिए उपलब्ध राशि को हस्तांतरित करना शुरू करें। समीक्षा में पाया गया कि नवादा ब्लॉक के 18 पंचायत में नाली-गली के लिए करीब 2 करोड़ अभी उपलब्ध हैं। जबकि योजनाएं करीब 500 की संख्या में है। ऐसे में प्राथमिकता वाले वार्ड व गलियों में नाली-गली का काम शुरू कराने को कहा गया है। जरूरत के हिसाब से और राशि दी जाएगी।

बरसात से पहले काम होने से ग्रामीणों को मिलेगा लाभ

मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजना में पक्की नाली-गली की योजना ग्रामीण लुक को बदलने वाली है। सरकार की सोच है कि बरसात से पहले ज्यादा से ज्यादा योजना लेकर गलियों में काम कराई जाए। ताकि बरसात के दिनों में ग्रामीणों को कच्ची और गंदगी युक्त रास्तों से नहीं गुजरना पड़े। अब देखना दिलचस्प होगा कि स्थानीय वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंध कार्यकारिणी समिति किस तत्परता से काम करा पाती है।

वृद्धजन पेंशन योजना के आवेदनों का तुरंत करें निपटारा

नवादा ब्लॉक में सात निश्चय योजना की समीक्षा करते हुए डीएम ने मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना को भी गति देने के लिए कहा। ज्यादा से ज्यादा आवेदन को एसडीओ के सर्वर पर भेजने का निर्देश दिया गया। ताकि वहां से उन बुजुर्गों को पेंशन की स्वीकृति मिल सके। इस बीच नवादा बीडीओ कुमार शैलेंद्र ने कहा कि कार्यालय का सर्वर बहुत ही कमजोर है। इससे काम करने में परेशानी होती है। समीक्षा में पाया गया कि नवादा ब्लॉक में अब तक 778 आवेदन इस योजना में प्राप्त हुए हें। इनमें से 165 का रजिस्ट्रेशन हुआ है। जबकि 48 आवेदन को एसडीओ के स्तर से पेंशन की स्वीकृति दे दी गई है। डीएम ने शेष लंबित आवेदनों को भी नियमानुसार तेजी से निपटारा करने का आदेश दिया।

ग्राम परिवहन योजना का लाभ लेने के लिए लाभुक कागजात जमा कराएं

ग्राम परिवहन योजना की समीक्षा में आया कि अनेक लाभुकों ने अब तक गाड़ी खरीद से जुड़े कागजात नहीं जमा किए हैं। इसके चलते उन्हें अनुदान की राशि नहीं दी जा रही है। नवादा बीडीओ ने ऐसे सभी लाभुकों से कहा कि वे जल्द से जल्द कागजात को कार्यालय में जमा कराएं। नवादा ब्लॉक में अब तक 15 लोगों को योजना का लाभ दिया गया है। इसके तहत तिपहिया वाहन खरीदने पर सरकार 1 लाख रुपये अनुदान देती है। नवादा ब्लॉक में अब भी 27 ऐसे लाभुक हैं जिन्होंने जरूरी कागजात नहीं जमा कराया है।

शौचालय की नयी योजनाओं को लेकर करें प्रेरित

सात निश्चय की एक प्रमुख स्वच्छता से जुड़ी योजना हर घर शौचालय के लिए भी डीएम ने गांव वालों को प्रेरित कर पक्का शौचालय बनाने को कहा है। जो लाभुक छूट गए हैं वे जल्द शौचालय बनाकर योजना का लाभ लें। इसमें प्रोत्साहन के तौर पर 12 हजार की राशि दी जाती है।

आवास योजना के नए 175 के लक्ष्य को पूरा करने पर जोर

नवादा ब्लॉक आवास पूर्णता में जिले भर में अव्वल है। इधर, 175 और नए लाभुक जो गरीबी रेखा से नीचे हैं उनके लिए भी योजना स्वीकृत हुई है। डीएम ने प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा के क्रम में कहा कि जो भी लक्ष्य नया मिला है उसे भी सहायक के माध्यम से जल्द पूरा कराएं। नवादा ब्लॉक आवास पूर्णता में 91 फीसदी के साथ सबसे आगे चल रहा है।

12 जून तक लिए जाएंगे मिट्टी के नमूने

नवादा : जिले में चारों तरफ पानी के लिए हाहाकार है। नदियां-नाले, आहर-पोखर सभी सूखे पड़े हैं। दूर-दूर तक पानी का नामोनिशान नहीं दिख रहा। यह स्थिति तब है जब धान की खेती का समय शुरू हो चुका है। जल्द ही किसान धान की रोपनी से पहले बिछड़ा डालने का काम शुरू करेंगे। रोहिणी नक्षत्र निकल चुका है। मृगिश्रा नक्षत्र शुरू हो जाएगा। ये बारिश के नक्षत्र हैं। लेकिन अब तक बारिश शुरू नहीं हो सकी है। इससे पहले कृषि विभाग खेतों की मिट्टी की सेहत का पता लगाने में जुट गया है। बीते एक पखबारा में कृषि समन्वयक व किसान सलाहकारों ने गांव में पहुंचकर खेतों की मिट्टी नमूनों को संग्रह किया। 12 जून तक सभी प्रखंडों के चयनित राजस्व गांव से मिट्टी नमूना संग्रह करने का समय रखा गया था। हर चयनित गांव से वहां के कुल रकवा से करीब 200 से 300 तक मिट्टी के नमूने संग्रह किए गए हैं। अब इन्हें जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। जहां प्रयोगशाला के कर्मी बारिकी से उन जमा लिए गए मिट्टी नमूनों में सूक्ष्म पोषक तत्वों की मात्रा को जानेंगे। विभाग की योजना है कि जिन भी किसानों के खेत की मिट्टी की जांच होगी उन्हें बाद में मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी दिया जाएगा।

रिपोर्ट के बाद 50 हेक्टेयर में धान का होगा प्रत्यक्षण

नवादा जिले में मृदा स्वास्थ्य जांच के तहत 2234 करवा से 2061 मिट्टी नमूना संग्रह किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि लक्ष्य के करीब नमूना जमा कर लिया गया है। वैसे पूरा आंकड़ा मिट्टी नमूना का लिया गया सैंपल प्रयोगशाला में आने के बाद ही पता चलेगा। इस बीच जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला के सहायक निदेशक रसायन श्रीकांत भगत ने बताया कि योजना के अनुसार हरेक चयनित गांव में 50 हेक्टेयर में धान का प्रत्यक्षण कराया जाएगा। इससे पहले सरकार की सोच है कि मिट्टी नमूनों के जरिए उनकी सेहत को जान लें। ताकि खेती के दौरान उसी अनुरूप खाद, कीटनाशक व अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व का इस्तेमाल किया जा सके।

वर्षा नहीं होने से क्षारीय होती जा रही मिट्टी

नवादा जिले में विगत छह सालों से अपेक्षित बारिश नहीं हो सकी है। इसका खामियाजा हर साल किसानों को खेती में घाटा उठाकर सहना पड़ रहा है। इस बार जिले भर के किसानों को अच्छी मॉनसून और मनमाफिक वर्षा का अनुमान है। ताकि धान की पैदावार लक्ष्य से बेहतर हो सके। इस बीच जिला मिट्टी जांच प्रयोगशाला के सहायक निदेशक रसायन श्रीकांत भगत ने बताया कि वर्षा नहीं होने से मिट्टी क्षारीय हो जाती है। इससे उपज प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि अनेकों बार अंधाधुंध केमिकल व उर्वरक के इस्तेमाल से भी ऐसी स्थिति होती है। ऐसे में किसानों को कंपोस्ट का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। ताकि मिट्टी की सेहत सही रहे।

मिट्टी का पीएच मान साढ़े 6 से साढ़े 7 के बीच ही बेहतर

मिट्टी की सेहत में उसका पीएच मान का संतुलित रहना भी बहुत आवश्यक माना गया है। जानकारी के मुताबिक साढ़े 6 से साढ़े 7 के बीच पीएच मान बेहतर माना गया है। साढ़े 6 से नीचे आने पर मिट्टी अम्लीय हो जाती है। इस स्थिति में भी अच्छी खेती नहीं हो सकती।

18-19 में मिट्टी जांच की स्थिति

विभागीय कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक नवादा जिले में 13 हजार 274 नमुना की जांच की गई। इसके साथ ही 58 हजार 702 किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड दिए गए। इनमें सैकड़ों किसान ऐसे थे जिनके खेत के मिट्टी नमुनों की जांच गत वर्ष में हुई थी। मिट्टी जांच में इन 12 तत्वों का लगाया जाता है पता, पीएच मान, इलेक्ट्रीक कंडक्टिवीटी, आर्गेनिक कार्बन, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश, सल्फर, बोरॉन, जिक, तांबा, लोहा, मैगजीन

पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीण

नवादा : जेठ का महीना समाप्त होने को है और सूरज आसमान से आग बरसा रहा है। पारा 42-43 डिग्री से नीचे होने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में पीने के पानी का संकट गहराने लगा है।

अकबरपुर प्रखंड में करोड़ों खर्च करने के बाद भी सात निश्चय में एक हर घर नल, घर-घर जल योजना फेल होने लगी है। लोग सड़कों पर पानी के लिए परेशान हैं। इसके मद्देनजर राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने प्रखंड के बीडीओ व मुखिया और जेई से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की और उन्हें हर हाल में पानी की दिक्कत दूर करने की हिदायत दी गयी है। मुख्य सचिव ने बीडीओ को चापाकल दुरूस्त कराने, पाइप बिछाने और जरूरी हो तो टैंकर से पानी भिजवाने का इंतजाम करने को कहा है। लेकिन इन सब से हालात काबू में आना मुश्किल लगता है।

प्रखंड के गांवों में  भू-जल का स्तर 70 फीट नीचे  चला गया है। सिर्फ चार माह के अंदर भू-जल  दस फीट तक नीचे चला गया है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण (पीएचईडी) विभाग ने मार्च महीने में  ब्लॉक से नमूने के तौर पर पांच-पांच चापाकलों के भूजल स्तर की हफ्तावार जांच कराई थी जिसमे में  10 से 17 फीट जलस्तर गिरने के संकेत मिले हैं। और पानी के लिए अभी से हाहाकार मचा है।

अकबरपुर प्रखंड के फतेहपुर,पचरुखी, बरेब पंचायत के  गांव के करीब 400 घरों में पानी की आपूर्ति बंद हो गई है। पचरुखी में हर घर नल योजना के तहत बोरिंग कराकर 400 घरों में मुफ्त में पानी का कनेक्शन दिया गया था लेकिन गर्मी की वजह से जलस्तर काफी नीचे जाने से कई बोरिंग फेल हो गए।

.छः माह पुर्व पचरुखी पंचायत में नल-जल योजना के तहत उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तथा पीएचईडी मंत्री बिनोद नारायण झा ने अपने उद्धटान भाषण मे कहा था कि पुरे पंचायत मे छः माह मे हर घर मे नल जल योजना के तहत मुफ्त मे पानी उपलव्ध कराया जाएगा। पीएचईडी के कार्यपालक अभियता के अडियल रवैया के कारण आज तक  पंचायत मे पानी उपल्बध नही कराया गया है ग्रामीण भोला प्रसाद,अनिल कुमार,अशोक साव ने बताया कि नल जल के तहत पाईप भी नही बिछाया गया है।

हैरत की बात है कि इस बोरिंग व पानी टंकी को कराने में सरकार का एक करोड उनसठ लाख रूपए खर्च हुआ है। बावजूद लोगों को पानी नहीं मिल रहा है ।

क्या कहते हैं अधिकारी

पचरूखी जलापूर्ति केन्द्र से पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को लिखा गया है । सतत प्रयास जारी है। जल्द ही इसका लाभ ग्रामीणों को उपलब्ध कराया जाएगा, नौशाद आलम सिद्दिकी, बीडीओ, अकबरपुर, नवादा।

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