14 जून : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं के छात्रों को मिला प्रशिक्षण

दरभंगा : दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा द्वारा छः दिवसीय चलने वाले पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के कार्यशाला के चौथे दिन डॉ. सुबोध कुमार के निर्देशन में पुस्तकालय के अवलोकनार्थ (सत्र 2018-19) छात्र/छात्राओं को महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह सामाजिक शोध संस्थान (राज पुस्तकालय) का प्रशिक्षण के उद्देश्य से जो उनके पाठ्यक्रम का एक भाग भी है के उद्देश्य से भ्रमण कराया गया। इस भ्रमण के तहत छात्रों/छात्राओं को पुस्तकों के संरक्षण, वर्गीकरण, सूचीकरण एवं पुस्तकालय के पुस्तको के रखरखाव, प्रबंधन एवं प्रशासनिक, व्यवहारिक ज्ञान की जानकारी दी गई।

पुस्तकों के रखरखाव के विषय मे पुस्तकालय के कर्मी प्रताप नारायण सिंह ने कीटों, धूल से बचाव एवं पुस्तकों का क्रमबद्ध रख रखाव की जानकारी वृहद रुप दी। विश्वविद्यालय के पुराने पुस्तकालय में छात्र एवं छात्राओं का पुस्तकों के प्रति उनकी रुचि काफी उत्साहवर्धक दिखा। 10 जून, 2019 से आरम्भ इस कार्यशाला में आधारपुरुषों द्वारा पुस्तकालय विज्ञान का इतिहास, सामाज में उसकी स्थिति एवं उसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला। साथ ही सूचीकरण तथा वर्गीकरण पर प्रयोग कराया इसके साथ ही विभिन्न पुस्तकालय सॉफ्टवेयर, ऑनलाइन लाइब्रेरी एवं डिजिटल लाइब्रेरी के निर्माण एवं उसके संचालन से परिचित कराया।

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पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं के छात्रों को दी गई तकनिकी जानकारी

दरभंगा : दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा द्वारा आयोजित छः दिवसीय कार्यशाला के आज दिनांक 14 जून, 2019 को पुस्तकालय विज्ञान की कार्यशाला के पांचवे दिन प्रायोगिक कार्य के अंतर्गत सूचीकरण के तकनीकी पक्षो पर प्रकाश डाला गया। इसमें MLIS में सूचीकरण के स्वरूप, उपयोग, प्रकार उसके बनाने की प्रक्रिया बताई गई। BLIS की कक्षा में वर्गीकरण के कोलन और डीडीसी पद्धति पर प्रयोग कराया गया। वर्गीकरण की पद्धति के महत्व, प्रक्रिया एवं दोनों पद्धति में अंतर भी बताया गया। कोलन भारतीय पुस्तकालय विज्ञान के जनक एसआर रंगनाथन की रचना है। विदेश के रहनेवाले डयूवी महोदय की रचना डीडीसी है। यह दश वर्ग पद्धति पर आधारित है। शोधपद्धति पर भी छात्रों से चर्चा की गई जिसमें लघु शोध हेतु समस्या चयन, उपकरण आंकड़ा संग्रह एवं विश्लेषण तथा शोध प्रबंध लेखन पर भी चर्चा की गई। आज के कार्यशाला में आधार पुरुषों में सरोजनन्द झा, रंजीत कुमार महतो, वीरेंद्र कुमार झा, डॉ. सुबोध कुमार, ई. गणेश कुमार, संतोष कुमार ने अपने विचारों से छात्र/छात्राओं को लाभान्वित किया।

शांति पाठ के साथ समाप्त हुआ सर्जना निखार शिविर

दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा द्वारा आयोजित एमआरएम महाविद्यालय में सर्जना निखार शिविर के सर्वप्रथम वर्ग में राम विनोद ठाकुर ने छात्राओं को आज योगाभ्यास करते हुए। उन्होंने आसन, प्राणायाम तथा प्रत्याहार की क्रिया कारण बताऐ। योग निद्रा का संक्षिप्त वर्णन किया एवं शांति पाठ के साथ वर्ग समापन किया गया।

वही कंप्यूटर के प्रशिक्षक एजुकेशन सलूशन फॉर यूके राजू कुमार ने छात्राओं को आज कंप्यूटर के सीपीयू के आंतरिक भाग के बारे में बताएं जैसे कि सीपीयू क्या है एवं सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग क्यों कहा जाता है। हार्ड डिक्स क्या है तथा इसके अंतर्गत सेव कैसे किया जाता है और रोम में अंतर क्या है। मदरबोर्ड क्या है बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दिया।

वही प्रतियोगिता परीक्षा के बारे मे  वरुण कुमार ने छात्राओं को परीक्षा से संबंधित जानकारी। वहीं ब्यूटीशन के शिक्षिका अनुराधा श्रीवास्तव ने छात्राओं को आज फेशियल बताये फेशियल किस तरह से करना चाहिये फेशियल मसाज की मोमेंट किस तरह चलाना है। फेशियल किट किस तरह का यूज किया जाता है। तथा स्क्रीन पर कैसे युज करे उसके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी हैं। वहीं पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के वर्ग में अभिषेक आकाश ने छात्राओं को आज पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के बारे में डिसिप्लिन, कैरियर के बारे में बताऐ।

नृत्य के प्रशिक्षका चांदनी कुमारी ने छात्राओं को क्लासिक डांस के कई स्टेप जैसे हैंड स्टेप, पैर का स्टेप, कैसे धुमा जाता है इस सब के बारे में अभ्यास करा के विस्तृत रूप से जानकारी दी।

वही इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे कार्यक्रम प्रमुख पूजा झा, प्रीति कुमारी, काजोल कुमारी, कमला कुमारी, सोनी कुमारी, पूजा कुमारी, सुचना कुमारी इत्यादि कार्यकर्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे।

मुरारी ठाकुर

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