छूटे घरों में सौ दिनों में हो शौचालय का निर्माण
नवादा : समाहरणालय कार्यालय कक्ष में भारत सरकार जल शक्ति मंत्रालय संयुक्त सचिव श्री समीर कुमार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नवादा जिले में लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय का निर्माण किया गया है, जो सराहनीय कदम है।
उन्होंने कहा कि अभी भी महादलित टोलों के क्षेत्रों में शौचालय निर्माण का कार्य छुट गया है। लगभग अभी भी 25-30 हजार शौचालय निर्माण किये जाने हैं। इसे सौ दिनों के अन्दर पूरा करने का निर्देश दिया। इस कार्य में जीविका दीदी भी मदद करेंगी। इनके मदद से छुटे हुए महादलित बस्ती में शौचालय का निर्माण किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि महादलित बस्ती में सामुहिक शौचालय का भी निर्माण कर वहां के बसने वाले लोगों को शौचालय में ही जाने के लिए प्रेरित करें। इसके लिए वहां के लिडर को चिन्हित करें ताकि छः माह तक लागातार लोग शौचालय में ही जाने के लिए लोगों को पेरित करें।
बच्चों को शौचालय का प्रयोग करने के लिए सिखायें। गन्दे शौचालय की सफाई हेतु जागरूकता लायें। शौचालय को साफ रखें। गॉव के बाहर दिवाल लेखन करायें कि हमारा गांव ओ0डी0एफ0 है। इस अभियान में शिक्षा विभाग की अहम भूमिका है। उन्होंने शिक्षक के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम को बढ़ावा देने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि खुले में शौच न हो, इसके लिए जागरूकता अभियान चलाकर महादलित क्षेत्रों के लोगों को प्रेरित करें। खुले में शौच जाने से अंधेरे का खतरा, वर्षा एवं ठंढ़ के दिनों में निकलना मुश्किल होता है। उन्होंने दो वर्षों तक जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया ताकि सभी लोग शौचालय का ही प्रयोग करें।
उन्होंने कहा कि डब्लूएचओ के सर्वे के अनुसार शौचालय के उपयोग से बीमारी एवं मृत्यु दर में कमी आयी है। इससे स्वस्थ्य जीवन बनता है। महिलाओं का इज्जत घर भी कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि कहीं-कहीं पर घर के महिलाओं का चार घंटा समय सिर्फ पानी लाने में बीतता था, अब हर जगह नल का जल उपलब्ध कराया गया है, जिससे घर की महिला को घरेलू काम के अलावा पापड़ बनाने, अगरबत्ती बनाने जैसे कार्यां के लिए समय मिल जाता है, इससे महिलाओं की जीविकोपार्जन के लिए भी समय मिल पाता है। उन्होंने प्लास्टिक का उपयोग कम करने की नसीहत दी।
उन्होंने बताया कि गंगा अविरल बहे, इसके लिए बड़े पैमाने पर कार्य किये जा रहे हैं। बैठक में जिला पदाधिकारी कौशल कुमार, उप विकास आयुक्त वैभव चौधरी, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, जिला समन्वयक हेमन्त प्रसाद, जिला सलाहकार राजीव रंजन, सभी प्रखंड समन्वयक आदि उपस्थित थे।
सड़क हादसे में आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी
नवादा : जिलेमें पिकअप वाहन से राजगीर स्नान कर लौट रहे आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गये। घटना नालंदा जिलेके राजगीर स्थित जरादेवी मंदिर के समीप हुई। जख्मियों की पहचान नारदीगंज थाना क्षेत्र के कहुआरा निवासी दिलीप पंडित की पत्नी गायत्री देवी,शिवनंदन पंडित की पत्नी चांदनी देवी,स्व0कन्हैया पंडित की पत्नी बसंती देवी गंभीर रूप से जख्मी हो गये।
इसके अलावा आंशिक रूप से जख्मी में पानो देवी,सोनू कुमार,पियुष कुमार,रंजन कुमार,रवि कुमार,दिलीप पंडित व सुशीलादेवी है। सभी को घायल अवस्था में नारदीगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए दाखिला कराया गया।
केंद्र में कार्यरत चिकित्सक डा0 विमलेंन्द्र कुमार ने सभी जख्मी का इलाज किया। उन्होंने बताया गंभीर रूप से जख्मी दिलीप पंडित की पत्नी गायत्री है,जिन्हें इलाज बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा है।
पीएचडी उपाधि से सम्मानित हुए शिक्षाविद शैलेश
नवादा : शिक्षा जगत में उत्कृष्ट कार्य के लिए नवादा के चर्चित शिक्षाविद व मॉडर्न ग्रुप के सचिव शैलेश कुमार को वेस्टइंडीज के बल्सब्रिज विश्वविद्यालय अनुसंधान केंद्र अर्जेंटीना द्वारा आईएचसी न्यू दिल्ली में गोल्डमेडल व डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
प्रसिद्ध शिक्षाविद् श्री शैलेश कुमार को विश्व प्रसिद्ध वाल्सबृज विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा शास्त्र में पीएचडी एवं स्वर्ण पदक की उपाधि से विभूषित किये जाने पर नवादा के शिक्षा शास्त्रियों ने समारोह पूर्वक अभिनन्दन का निर्णय लिया है।
श्री शैलेश मॉडर्न र्शैक्षणिक समूह नवादा द्वारा संचालित बिहार एवं प्रसिद्ध शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, गनौरी ,रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, नवादा के सचिव तथा एसोसिएशन ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूशंस, पटना बिहार के महासचिव की प्रसिद्धि एवं विद्वता पर मॉडर्न शैक्षणिक समूह नवादा,जिलावासियों, बिहार वासियों तथा देशवासियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। जो गौरव की बात है।
प्रसिद्ध समाजसेवी शिक्षा शास्त्री श्री शैलेश ने शिक्षक प्रशिक्षण के क्षेत्र में संपूर्ण बिहार अनेक उत्कृष्ट कार्य का उदाहरण बन लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत एवं लोकप्रिय चेहरा बन गए हैं।
मृदुभाषी एवं जनकल्याणकारी की सोच रखकर जमीन पर उतारने वाले व्यक्तित्व के धनी शैलेश कुमार अपने परिवारों, मित्रों, शुभचिंतकों तथा उत्कृष्ट शिक्षा प्रेमियों एवं देश वासियों तथा छात्र- छात्राओं के असीम प्यार और आशीर्वाद से एस ए विश्वविद्यालय की स्थापना अतिशीघ्र कर रहे हैं। इनकी प्रमुख विशेषता हंसमुखता, दृढ़ता, ईमानदारी की शक्ति है। जिसके कारण सामाजिक कुरीतियों जैसे अशिक्षा, नशापान, दहेज प्रथा,अन्याय, दादागिरी, भ्रष्टाचार एवं बेरोजगारी इत्यादि के विरुद्ध हमेशा उल्लेखनीय कार्य करते रहे हैं।
शैलेश कुमार बचपन से ही समाज सेवा कर उत्कृष्ट कार्य करते आ रहे हैं, जो प्रेरणा स्रोत है जिसका उदाहरण है कि मॉडर्न शैक्षणिक समूह के अनेकों संस्थान समाज को नई दिशा दे रहे है । कनिष्ठ उम्र में इतनी दीर्घ सफलता पर परिवार, मित्रों, जिलेवासियों, बिहार वासियों एवं देशवासियों के साथ ही नवादा वासी भी गौरवान्वित अनुभव कर रहे हैं।
आइओपी डिवाइस से पेयजल आपूर्ति की होगी निगरानी
नवादा : सात निश्चय के तहत हर घर नल का जल पहुंचाने की योजना को लेकर सरकार गंभीर है। योजना क्रियान्वित किए जाने के बाद सही ढंग से लोगों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने की भी सरकार ने तरकीब निकाली है।
नल का जल लोगों को मिल रहा है या नहीं इस पर अब प्रखंड से लेकर जिला और राज्य मुख्यालय तक के अधिकारियों की नजर रहेगी। आपूर्ति व्यवस्था की निगरानी के लिए हर एक वाटर सप्लाई यूनिट के मीटर से आइओपी डिवाइस को कनेक्ट किया जाएगा।
यह डिवाइस ऑनलाइन होगा, लिहाजा मोटर पंप कितनी देर चला और कब तक बंद रहा, इसका विस्तार से विवरण प्रखंड और जिला के अधिकारियों के साथ राज्य के अधिकारी एक क्लिक में प्राप्त कर सकेंगे। आइपीओ डिवाइस दूरसंचार कंपनी द्वारा तैयार किया गया यंत्र है। इस डिवाइस को मोटर पंप के विद्युत कनेक्शन से कनेक्ट किया जाएगा। इसके बाद डिवाइस खुद ही प्रखंड से लेकर राज्य स्तर तक पंप के चलने की जानकारी देता रहेगा। बताया जाता है कि एक आइपीओ डिवाइस की कीमत लगभग 8 से 10 हजार रुपये आती है।
डिवाइस से बिजली के दुरुपयोग पर भी लगेगा लगाम :
अनावश्यक रूप से मोटर पंप चालू कर खेती किए जाने की भी शिकायतें आने लगे हैं। ऐसे में पेयजल तथा अन्य घरेलू कार्यों के लिए स्थापित मोटर पंप से सिचाई कार्य में प्रयोग किए जाने पर भी आइपीओ डिवाइस से लगाम लगेगा।
प्रभारी जिला पंचायती राज पदाधिकारी संतोष कुमार झा ने बताया कि हर घर नल का जल योजना के तहत जहां भी काम हो चुका है उन सभी जगहों पर आइपीओ डिवाइस लगाया जाएगा।
सड़क सुरक्षा : डीटीओ समेत दस लोगों ने किया रक्तदान
नवादा : सड़क सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर सदर अस्पताल परिसर में परिवहन विभाग की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें जिला परिवहन पदाधिकारी अभ्येंद्र मोहन सिंह समेत दस लोगों ने रक्तदान किया। डीटीओ ने कहा कि विभाग 31वां सड़क सुरक्षा सप्ताह मना रही है।
उन्होंने कहा कि आए दिन देखने-सुनने को मिलता है कि लोग सड़क दुर्घटना में घायल हो गए और उनके शरीर से काफी खून बह गया। जिसके चलते घायलों के जान पर आफत आ जाती है। समय पर खून नहीं मिलने के कारण जान चली जाती हैं। लिहाजा जरुरतमंदों की मदद और लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया ।
डीटीओ ने कहा कि सभी लोगों को समय-समय पर रक्तदान करना चाहिए। इससे रक्तदान करने वाले लोगों के शरीर पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ता है। खून दान करने से जरूरतमंदों की जान बचती है। डीटीओ ने बताया कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर लगातार 17 जनवरी तक जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
मंगलवार को सदर अस्पताल में वाहन चालकों की आंख जांच के लिए शिविर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने लोगों से शिविर का लाभ उठाने की अपील की। साथ ही यह भी कहा कि लोग वाहन चलाने के दौरान परिवहन नियमों का पालन करें। परिवहन नियम न केवल कानूनी तौर पर आवश्यक है, बल्कि आपकी सुरक्षा भी होती है। बाइक चलाने के दौरान हेलमेट जरूर लगाएं। रक्तदान करने वालों में मनीष कुमार, अशोक कुमार आदि शामिल हैं। मौके पर परिवहन विभाग के कई कर्मी उपस्थित थे।
वर्चुअल क्लासरूम के जरिए पढ़ेंगी राजेंन्द्र मेमोरियल वीमेंस कॉलेज की छात्राएं
नवादा : जिले के आर एम डब्ल्यू महिला कॉलेज के छात्राओं को अब वर्चुअल क्लास रूम के जरिए पढ़ने का मौका मिलेगा. साथ ही घर बैठे देश-विदेश के प्रसिद्ध व्याख्याता की क्लासेज और उनसे मार्गदर्शन ले सकेंगे। इसमें खास बात यह है कि स्टूडेंट्स लाइव सवाल-जवाब भी कर सकेंगे।
इस सुविधा से होनेवाले फायदे के बारे में आर एम डब्लू की छात्राओं का कहना है कि हमलोग जो क्लासेज मिस कर जाते हैं। उसे वर्चुअल क्लासेज के जरिए जान सकते हैं। किसी कारणवश क्लासेज नहीं ले पाते हैं तब भी इसके माध्यम से देश-विदेश में कहीं भी चल रहे क्लेससेज को देख सकते हैं और सवाल-जबाव भी कर सकते हैं।
दरअसल, यह उच्च शिक्षा में प्राध्यापकों की कमी का दंश झेल रहे कॉलेज को पटरी पर लाने के लिए एक कवायद है. आर एम डब्ल्यू महिला कॉलेज मगध विश्विद्यालय से अंगीभूत सरकारी कॉलेजों में से एकमात्र नवादा का ऐसा कॉलेज है. जिसे वर्चुअल क्लास के लिए चयनित किया गया है।
‘वर्चुअल क्लासेस की जरूरत’ :
आरएमडब्लू कॉलेज के प्राचार्य डॉ. फूलो पासवान का कहना है कि वर्चुअल क्लासेस और स्मार्ट क्लासेज स्वयं लाइव समय की पुकार है। जिससे यहां बैठे-बैठे दुनिया के किसी भी कोने से संपर्क किया जा सकता है। इसके माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी ग्रहण की जा सकती है। इसके लगाने से हमारे यहां के बच्चे दूसरी जगह से ज्ञान अर्जन करेंगे और हमारे यहां जो ज्ञान बच्चे को दिया जा रहा है। उसे दूसरी जगह भी प्रसारित किया जा सकेगा।
वर्चुअल क्लास के ये हैं फायदे :
वर्चुअल क्लास में ऑडियो- विजुअल तकनीक के माध्यम से देशभर के व्याख्याता का व्याख्यान न सिर्फ सुन सकेंगे, बल्कि उनसे सवाल-जबाव भी कर सकेंगे। इससे क्लासरूम में इंटरेस्ट न लेनेवाले स्टूडेंट का रुझान भी व्याख्यान की तरफ बढ़ेगा।
ऐसे होंगे प्राध्यापकों की कमी दूर :
वर्चुअल क्लास के लिए आरएमडब्लू कॉलेज को चुना गया है। जहां स्मार्ट क्लासरूम बनाए गए हैं। इसके लिए प्रॉजेक्टर, स्मार्ट क्लास बोर्ड और कंप्यूटर लगाए गए हैं। इसका उद्देश्य है कि ऐसे कॉलेज जहां विषयवार अध्यापकों की कमी है, वहां सैटेलाइट क्लास के जरिए अध्यापकों की मौजूदगी बनाई जाए। ताकि विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम को पूरा कराया जा सके।
फ्रंटलाइन की प्रतिभा को मिला उत्कृष्टता प्रमाण पत्र
नवादा : फ्रंटलाइन पब्लिक स्कूल नवादा से पिछले साल उत्तीर्ण प्रतिभा कुमारी के नाम सीबीएससी में उत्कृष्टता प्रमाण पत्र जारी किया है। उत्तीर्ण विद्यार्थियों में से विशिष्ट शैक्षणिक योग्यता प्रदर्शित करने तथा सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले 0.1 प्रतिशत विद्यार्थियों में आने के उपलक्ष में प्रतिभा कुमारी के नाम विशिष्ट प्रमाण पत्र फ्रंटलाइन को प्रेषित किया है।
विद्यालय प्रांगण में उपस्थित विद्यार्थियों के हर्ष करतल ध्वनि के बीच निदेशक प्रोफेसर बिजय कुमार ने प्रतिभा कुमारी को उत्कृष्टता प्रमाण पत्र सुपुर्द किया तथा बधाई के प्रतीक स्वरूप लेखनी भेंट की।
अपने संबोधन में उन्होंने विद्यालय को गौरवान्वित करने वाली तथा राष्ट्रीय स्तर पर विद्यालय की पहचान बनाने वाली प्रतिभा कुमारी को न केवल बधाई दी बल्कि उसके उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
इस अवसर पर उन्होंने संबंधित शिक्षकों श्री भोला प्रसाद सिंह एवं ज्योति कुमार पाण्डेय को अंग वस्त्र एवं लेखनी देकर सम्मानित किया। अपने संबोधन में प्राचार्य योगेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रतिभा किसी की चाकरी नहीं करती और वह चकाचौंध करने वाले विद्यालय भवन में नहीं बल्कि फ्रंटलाइन जैसे विद्यालय में पल्लवित होती है इस विद्यालय की पढ़ाई व इसके उत्पाद का कोई सानी नहीं है।
उन्होंने अपने छात्रों को प्रतिभा कुमारी का अनुसरण करने की नसीहत दी, जो इस विद्यालय से एक आदर्श कायम करके गई है। अन्य शिक्षकों ने भी प्रतिभा को बधाई दी।
धान अधिप्राप्ति जिला टास्क फोर्स की बैठक, डीएम ने दिए आवश्यक निर्देश
नवादा : समाहरणालय कार्यालय कक्ष में जिला पदाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में धान अधिप्राप्ति जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गयी। बैठक को संबोधित करते हुए धान अधिप्राप्ति की प्रगति धीमी गति से होने के कारण सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि निबंधित किसान से क्रय का रिपोर्ट तैयार करें।
उन्होंने कहा कि अगली बैठक से पूर्व सभी चयनित पैक्सों में धान अधिप्राप्ति का कार्य सहकारिता प्रसार पदाधिकारी स्वयं करेंगे। यदि किसी पैक्स के द्वारा धान अधिप्राप्ति कार्य नहीं किया जाता है तो कारण सहित प्रतिवेदन सहकारिता प्रसार पदाधिकारी उपलब्ध करायेंगे। समीक्षा के क्रम में इस बैठक में उन्होंने कहा कि 23 राइस मिलों में से 22 राइस मिल का अनुमोदन समिति द्वारा किया गया है।
आदित्य एग्रो राइस मिल पर पिछले वर्ष 2017-18 में एफआईआर की कार्रवाई हुई थी उसे रद्द किया गया। 11 नये समितियों के चयन के साथ अभी तक 160 पैक्सों का चयन समिति द्वारा किया जा चुका है। 71 पैक्सों के माध्यम से 1757 एमटी धान की अधिप्राप्ति की गयी है। उन्होंने कहा कि लापरवाह पैक्स अध्यक्षों पर कार्रवाई की जायेगी। बैठक में जिला आपूर्ति पदाधिकारी अर्चना कुमारी, डीएम एसएफसी सुनील कुमार सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारी शहनवाज , डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार तथा सभी बीसीओ आदि उपस्थित थे।
सुरक्षित नहीं सदर अस्पताल का पोस्टमार्टम हाउस
नवादा : किसी भी इंसान की संदिग्ध स्थिति में मौत होने पर उसके कारणों को पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम की व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है, जिससे मरणोपरांत मौत के कारणों की पूरी जानकारी मृतक के वेसरा से ही मिलता है।
ऐसी हालातों में उन वेसरों की सुरक्षा का जिम्मा अस्पताल अधिकारी का होता है। लेकिन इन दिनों नवादा के सदर अस्पताल में बने पोस्टमार्टम हाउस की जो हालत है वह काफी दयनीय दिख रहा है। यहां रखे जाने वाले वेसरा सहित कई महत्वपूर्ण उपकरण सुरक्षित नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण रख-रखाव में ध्यान नहीं दिया जाना है। महीनों से इस पोस्टामर्टम हाउस के दरवाजा टूटा हुआ है। जिसके माध्यम से जानवरों के घुसने का डर बना हुआ है।
चूहा, बिल्ली और कुत्तों से पूरी तरह पोस्टमार्टम हाउस सुरक्षित नहीं है। इतना ही नहीं यहां पानी का उचित व्यवस्था तक नहीं की गई है। जबकि पोस्टमार्टम हाउस के बाहर प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बेकार बहकर बर्बाद हो जा रहा है। इस परिस्थिति में किसी की मौत का जांच प्रभावित हो सकता है, जो इंसान के मरणोपरांत अंतिम सबूत माना जाता है।
सदर अस्पताल में आये दिन आम नागरिकों का आना-जाना लगा रहता है, ऐसे में जर्जर पोस्टमार्टम हाउस के अंदर महत्वपूर्ण वेसरा का सुरक्षित रखना अस्पताल प्रबंधन के लिए चुनौती से कम नहीं है।
सदर अस्पताल प्रवेश करने के बाद पूरब-दक्षिण दिशा में पोस्टमार्टम हाउस बना हुआ है। इसके पहले ही सिविल सर्जन का कार्यालय है। हालात यह हो गई है कि इस पोस्टमार्टम हाउस की सुरक्षा के साथ-साथ यहां आने वाले लावारिस शवों की रख-रखाव का इंतजाम नहीं है। इससे सटे अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे विभाग भी है। लेकिन जब कई दिनों तक पोस्टमार्टम हाउस के बाहर लावारिश शव को छोड़ दिया जाता है तो लोगों का यहां ठहरना मुश्किल हो जाता है। मजबूरी में यहां जो भी लोग जांच के लिए जाते हैं वह अपना मुंह और नाक ढंक कर जाने को मजबूर हो जाते हैं। कई बार लोगों क्षत-विक्षत शव से होने वाली बदबू के कारण संक्रमण का शिकार तक हो जा रहे हैं। बावजूद अस्पताल प्रशासन पोस्टमार्टम हाउस के मामले में गम्भीर नहीं दिख रही है।
7-8 सालों से पोस्टमार्टम हाउस :
शहर के माल गोदाम में कई दशकों तक रहा पोस्टमार्टम हाउस पिछले 7-8 सालों से स्थानांतरित कर सदर अस्पताल में शिफ्ट किया गया था।
उन दिनों आबादी कम रहने के कारण शहर के माल गोदाम में पोस्टमार्टम हाउस चला करता था। लेकिन आबादी बढ़ने के साथ ही स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किये जाने के बाद उसे स्थानांतरित कर सदर अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। परंतु अस्पताल प्रशासन ने इस बात का ख्याल नहीं रखा कि एक घनी आबादी से उठाकर इस पोस्टमार्टम हाउस को दुसरे घनी आबादी वाले इलाके के बीच शिफ्ट कराया जा रहा है।
हालात अब यह हो गई है कि उसके आसपास रहने वाले लोगों को ऐसी सड़े-गले शवों के कारण रहना मुश्किल हो गया है। पोस्टमार्टम हाउस में यह हालात आये दिन देखने को मिलता है।
स्वास्थ्य विभाग नहीं कर रहा इस्तेमाल :
गौरतलब हो कि शव गृह के रहते हुए उसका इस्तेमाल अभी तक नहीं किया जा रहा है। यह अस्पताल प्रशासन के शिथिलता का प्रमाण सामने आ रही है।
स्वास्थ्य विभाग इसे गम्भीरता से लेने के बजाय थानों पर जिम्मेदारी सौंपकर अपना पलड़ा झाड़ ले रही है। किसी भी शव को शिनाख्त के लिए जिला मुख्यालय में ही रखे जाने का प्रावधान है, बावजूद उसे थानों में रखने का दबाव बनाया जा रहा है। इसके लिए शव गृह का इस्तेमाल करने में स्वास्थ्य विभाग दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।
बताया जाता है कि शव गृह बनकर तैयार है लेकिन विभागीय प्रक्रिया के तहत सौंपे नहीं जाने के कारण पोस्टमार्टम हाउस में ही अज्ञात शवों को रखा जा रहा है।
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग अपनी जवाबदेही को पुलिस के मत्थे डाला दे रही है। इससे आम लोगों के लिए भी बड़ी परेशानी हो गई है।
कहते हैं सिविल सर्जन :
सिविल सर्जन डाॅ श्रीनाथ प्रसाद ने कहा कि पोस्टमार्टम हाउस में जो भी कमियां है उसे ठीक कराने पर पहल की जा रही है। इंजीनियर पोस्टमार्टम हाउस का काम करने में कतरा रहे हैं, बावजूद उनको काम कराकर पोस्टमार्टम हाउस को दुरूस्त कराने की दिशा में पहल की जा रही है। यह एक महत्वपूर्ण काम है, जहां किसी के मरोणोपरांत उसका सबूत होता है। इसके अलावा शव गृह अभी तक जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को सौंपा नहीं गया है।
मानव श्रृंखला जागरूकता के लिए कई खेल प्रतियोगिता का आयोजन
नवादा : जल जीवन हरियाली को लेकर आयोजित हो रहे मानव श्रृंखला जागरूकता को लेकर गांधी इंटर विद्यालय नवादा में सोमवार को दौड़, चित्रांकन, मेहंदी, वाद-विवाद प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार चौधरी ने कहा कि जीवन के लिए भोजन की जितनी आवश्यकता है। उतनी ही आवश्यकता जीवन में खेल का भी है। इसलिए तन मन से पढ़ें और तन मन लगाकर खेलें। इसके अलावा उन्होंने सभी बच्चों से मानव श्रृंखला में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया।
मौके पर 200 मीटर बालक वर्ग में तनवीर आलम, अनूप कुमार, समीर कुमार, मेहंदी प्रतियोगिता में मिली कुमारी, पूजा कुमारी, जहान्वी भारती, चित्रांकन प्रतियोगिता में श्वेता कुमारी, चंपा कुमारी, पूजा कुमारी, निबंध प्रतियोगिता में रिमझिम कुमारी, चंदन कुमार, अदिति कुमारी जलेबी दौड़ में माला कुमारी, सीमा कुमारी, प्रीति कुमारी, वाद विवाद प्रतियोगिता में मुस्कान कुमारी, शुभम कुमार, वंदना कुमारी, 200 मीटर बालिका वर्ग दौड़ में प्रियंका कुमारी, पूनम कुमारी, स्वाति कुमारी, श्रुति कुमारी को क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिया गया।पुरस्कार वितरण के पूर्व गांधी स्कूल मैदान पर मानव श्रृंखला का मॉक ड्रिल भी जिला शिक्षा पदाधिकारी के नेतृत्व में किया गया।
कार्यक्रम को डीपीओ मो मोकिमुद्दीन उद्दीन, एसआरजी पुष्पा कुमारी एवं अलख देव प्रसाद यादव नेे भी संबोधित किया।
मौके पर निर्णायक मंडल के नवल किशोर प्रसाद रेनू सिन्हा, सुशील कुमार, राजेश भारती, दयानंद प्रसाद, अविनाश कुमार निराला,शुभाष कुमार, केआरपी राजाराम, राजेश कुमार, राजू रंजन, बिंदु आदि मौजूद थे।
सीएए व एनआरसी को ले अनिश्चितकालीन धरना जारी
नवादा : देश में लागू सीसीए, एनआरसी व एनपीआर का विरोध में अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन सोमवार को भी पार नवादा बुंदेलखंड दरियाशाह कब्रिस्तान के पास जारी रहा। अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा आयोजित महाधरना में उलेमा, समाजसेवी, हिन्दुस्तानी नौजवान तथा सैकड़ों महिलाएं भी अपने घरों से निकलकर इस काले कानून की मुखालिफत में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है।
धरना में शामिल अफसर नवाब उर्फ छोटा लालू ने कहा कि संविधान की रक्षा, तिरंगे और मुल्क के लिए हर कुर्बानी देने के लिए लोग संकल्पित हैं।
उन्होंने कहा कि नौजवानों के जोश और इंकलाब को देखते हुए ऐसा महसूस होता है कि कानून की धज्जियां उड़ाने वाले ताकत के बल पर मुल्क के आवाम की आवाज को नहीं दबाया जा सकता।
धरना पर बैठे लोगों ने कहा कि किसी भी सूरत में सीएए, एनआरसी तथा एनपीआर हमें मंजूर नहीं है। उनलोगों ने कहा कि यह कानून देश और अम्बेडकर द्वारा बनाये गये कानून को तोड़ने वाला है। जिसकी मुखालिफत आखरी दम तक करेंगे।
मौके पर मीडिया प्रभारी नदीम हयात, शमीम उद्दीन, तारीफ उर्फ बाबा, जसीम उद्दीन, अलाउद्दीन, मास्टर जहीद साहब, मो एजाज तथा मो जावेद समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।