13 सितंबर : नवादा की मुख्य ख़बरें

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चिकित्सक क़ी गोली मारकर की हत्या

नवादा : जिले क़े मुफस्सिल थानाक्षेत्र अंतर्गत रूस्तमपुर गांव में शुक्रवार क़ी दोपहर झोलाछाप डॉक्टर विजय कुमार यादव की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। मृतक नवादा जिला के नारदीगंज थानाक्षेत्र के सांगोबर का रहने वाला बताया जाता है।

रुस्तमपुर के लोग बताते है कि मृतक अपने निजी क्लिनिक पर आकर अभी बैठा ही था कि एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन लड़के आये और क्लीनिक क़े अंदर घुसकर गोली मार दिया। वहां दिखाने आये रोगी बाहर निकलकर जब हल्ला करने लगे तो अपराधी उनलोगों के तरफ घूरकर धमकी देते हुए आसमानी फायरिंग करते हुए मोटरसायकिल पर सवार होकर भागने लगे। लोग पीछा करने लगे तो भीड़ के तरफ भी अपराधियों ने फायर कर दिया। गोली क़े भय से लोग ठिठक गए और भय दिखाकर अपराधी भागने में सफल रहा। घटना की सूचना पाकर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी है। स्थानीय लोगों क़े मांग पर नवादा डीएसपी विजय कुमार झा मौके पर पहुंचकर भीड़ क़ो शांत किया। तब जाकर पुलिस लाश क़ो कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम क़े लिए नवादा सदर अस्पताल भेज दिया।

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बता दें इसके एक वर्ष पूर्व विजय की मां की हत्या गोली मारकर की जा चुकी है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा है। पुलिस मामले की जांच आरंभ की है।

झारखंड से आ रही कार को लूटने का प्रयास, छह गिरफ्तार

नवादा : जिले के राजमार्ग संख्या-31 पर रजौली थाना क्षेत्र के दीबौर घाटी के समीप झारखंड से आ रहे टाटा इंडिगो कार में सवार लोगों को लूटने की कोशिश की गई। जिसको लेकर कार चालक नालंदा जिले के सुलेमानपुर गांव निवासी कृष्णा प्रसाद के बेटे नीतीश कुमार ने थाने में लिखित आवेदन दिया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर छह को गिरफ्तार किया है।

चालक ने बताया कि टाटा इंडिगो कार संख्या डब्ल्यूबी 26 के 8507 से अपने मित्र राजकमल के साथ अपने घर सुलेमानपुर जा रहा था। इसी बीच करीब 12 बजे रात्रि को मैं अपने गाड़ी से जैसे ही दीबौर घाटी के पास पहुंचा तो एक एक मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति एवं अल्टो कार पर सवार चार पांच व्यक्तियों के द्वारा हमारी गाड़ी को रुकने का इशारा किया।उनकाे देख समझ गया कि रात्रि में घाटी में ये लोग लूटेरा होंगे जो हमें लूटने के लिए कार को रुकवा रहे हैं। भय से आक्रांत अपनी कार को तेज गति में भगाने लगा जिसे देख अल्टो पर सवार व्यक्ति के द्वारा हमारा पीछा की जाने लगी। अपनी जान बचाने को लेकर गाड़ी को भगाता रहा और भगाता हुआ जांच चौकी पर आकर रोक दिया। तथा हल्ला करने लगा इतना में ही अल्टो कार सवार व मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति भी आ गए।तथा साथ रहे दोस्त राजकमल का मोबाइल छीन लिया।हालांकि तब तक मेरे हल्ला करने पर वहां आसपास के लोग आने लगे जिसे देख कर वे लोग फायरिंग करते हुए भाग गए। जिस समय  यह घटना हुई उस समय की जांच चौकी पर बल्ब जल रहा था। बल्ब की रोशनी में मेघातरी के छोटू कुमार एवं जरूर जस्सू राणा पहचान किया।वहीं बाकी अन्य लोगों को देखने के बाद पहचान करने की बात कही।पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस कांड में मेघातरी निवासी  कपिल कुमार, रोहित कुमार, विनीत कुमार, प्रह्लाद कुमार राजेश, कुमार एवं दिव्यांशु कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। थानाध्यक्ष सुजय विद्यार्थी ने बताया कि दिए गए आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज की गई है। कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई है अन्य के लिए छापेमारी की जा रही है।

पुलिस की जिप खेत में लुढ़का, कई कैदी घायल

नवादा : जिले के राजमार्ग संख्या-31 पर अकबरपुर थाना क्षेत्र के माखर के पास नवादा मंडल कारा ले जा रही रजौली थानाध्यक्ष की पुलिस जीप अनियंत्रित होकर खेत में लुढ़क गई। वाहन के खेत में लुढ़कने से उस पर सवार लोगों क़ो हल्की-फुल्की चोटें आयी है। गाड़ी क़ो खेत में लुढ़कते देख कुछ ग्रामीण लोग भागकर कर आए और पुलिस ग्रामीण मिलकर गाड़ी बाहर निकाला।

ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस जीप क़े साथ एक अन्य पुलिस गाड़ी चल रही थी जिसकी तत्परता से वाहन पर सवार सभी लोगों क़ो बाहर निकाला गया। घटना नवादा-रजौली पथ एनएच-31 पर माखर ग्राम क़े पास घटी। बाद में सभी कैदी को सदर अस्पताल में प्राथमिक चिकित्सा के बाद मंडल कारा भेजा गया है।

कौआकोल से हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार

नवादा : जिले के नक्सल प्रभावित कौआकोल थाना की पुलिस को गुरुवार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने गुप्त सूचना पर कौआकोल थाना कांड संख्या-45/14 के नामजद अभियुक्त व चुनाव कराने गए पुलिस के साथ मुठभेड़ करने के नामजद आरोपी को जमुई जिले के चरका पत्थर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।

पकरीबरावां के डीएसपी मुकेश कुमार साहा ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि 10 अप्रैल, 2014 को लोकसभा चुनाव के दौरान दनिया गांव से मतदान कराकर लौट रहे पेट्रोलिंग पार्टी पर  नक्सलियों ने हमला किया था, पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली को पीछे हटना पड़ा था। जिसके बाद कौआकोल थाना में मामला दर्ज किया गया। इस घटना में जमुई जिले के चरकापत्थर थाना क्षेत्र के चिलकाखार गांव निवासी नक्सली मनोज हांसदा, पिता-मंगरु हांसदा फरार चल रहा था, जिसे नाटकीय ढंग से कौआकोल थानाध्यक्ष मनोज कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने चरकापत्थर में अवस्थित सीआरपीएफ जवानों के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ आरंभ की गयी है। कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना है।

21 महिलाओं का ऑपरेशन कर जमीन पर सुलाया

नवादा : जिले के वारिसलीगंज पीएचसी में गुरुवार को प्रखंड के विभिन्न गांवो से आई 21 महिलाओं का परिवार नियोजन ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन स्वयं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रामकुमार ने किया।

बाद में सभी मरीजो को बेड के आभाव में मीटिंग हॉल के फर्श पर दरी बिछाकर सुलाया गया। जहां गंदगी के कारण ऑपरेशन वाली मरीजो में संक्रमण फैलने की संभावना बनी रहती है। बता दें कि प्रखंड में कहने को तो दो अस्पताल है 30 बेड वाला रेफरल और 06 बेड़ो वाला पीएचसी। विभागीय अधिकारियों की मनमानी के कारण करोड़ो की लागत से बनाया गया रेफरल लगभग मृत हो चुकी है। प्रखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। वारिसलीगंज पीएचसी में प्रति सप्ताह होने वाले दर्जनों बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद इलाजरत महिला को बेड नहीं रहने के कारण जमीन पर सुलाया जाता है।

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राम कमार ने बताया कि पीएचसी में प्रति सप्ताह मंगलवार और गुरुवार को विशेष बंध्याकरण शिविर का आयोजन किया जाता है।

इस बार मंगलवार को मोहर्रम की छुट्टी रहने के कारण गुरुवार को क्षेत्र की 21 महिलाएं बंध्याकरण ऑपरेशन कराने अस्पताल पहुंची है। प्रखंड क्षेत्र के दो लाख से अधिक आबादी की स्वास्थ्य सेवाओं की देखरेख करने वाले वारिसलीगंज पीएचसी में चिकित्सकों, दवाइयो व जांच समेत अन्य सुविधाओं के अभाव रहती है। प्रसव व बंध्याकरण के लिए पहुंचने वाली मरीजों के लिए अस्पताल में मात्र छह बेड ही उपलब्ध है।

गुरुवार को 21 महिलाओं का बंध्याकरण की जानकारी मिलने के बाद उपस्थित अस्पताल कर्मियों से पूछा गया कि अस्पताल में सिर्फ छह बेड ही उपलब्ध है तो बाकी लोग किस बेड पर रहेंगे। अस्पताल में उपस्थित कर्मियों द्वारा बताया गया कि अस्पताल में उपलब्ध सभी छह बेडो को प्रसब के लिए आने वाले रोगियों के लिए सुरक्षित रखा जाता है।

बताया जाता है कि प्रति महीना लगभग एक सौ बंध्याकरण ऑपरेशन कराने क्षेत्र की महिलाएं अस्पताल पहुंचती है। लेकिन स्वास्थ्य केंद्र में बेड की अनुपलब्धता के कारण बंध्याकरण ऑपरेशन करने के बाद महिलाओं को अस्पताल के मिटिंग हॉल में जमीन पर ही दरी पर सुला कर रखा जाता है।

इस बाबत पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि पीएचसी में बेड की कमी का कारण मरीजो को दरी पर सुलाया गया है।

सड़क हादसे में प्रोफेसर की मौत

नवादा : जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ओढ़नपुर गांव के समीप गुरुवार की देर शाम सड़क हादसे में प्रो. वीरेंद्र प्रसाद सिंह की मौत हो गई। वे उसी गांव के रहने वाले थे और पटना जिले के बाढ़ स्थित कॉलेज में प्रोफेसर थे।

स्थानीय ग्रामीण व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनय कुमार ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि प्रोफेसर मुफस्सिल थाना के समीप से सब्जी लेकर बाइक से अपने घर ओढ़नपुर लौट रहे थे। राष्ट्रीय राजमार्ग-31 से गांव के तरफ मुड़ते ही पीछे से तेज गति में आ रही बाइक ने उन्हें टक्कर मार दी। जिससे वे गम्भीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल नवादा में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया गया।

पटना ले जाने के क्रम में बिहारशरीफ के पास उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में मातम छा गया। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

संस्थानों की कमी से  दूसरे जिले में पढ़ रहे दो हजार छात्र

नवादा : जिले में अच्छे शिक्षण संस्थानों के नहीं होने का दंश यहां के मेधावी व प्रगतिशील छात्र-छात्राएं भुगत रहे हैं। मैट्रिक की पढ़ाई तक तो छात्र अपने गांव में रहकर कर लेते हैं, लेकिन मैट्रिक के बाद अच्छे संस्थान में नामांकन की चाहत के बाद भी छात्र-छात्राओं की उम्मीद पूरी नहीं हो पाती है।

बीईपी के एक सर्वे के अनुसार, फिलवक्त 2009 छात्र-छात्राएं सूबे के विभिन्न जिलों के शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें पिछड़ी जाति के छात्र-छात्राओं की संख्या सर्वाधिक है।

जिले के 1653 पिछड़ी जाति के बच्चे दूसरे जिले के शिक्षण संस्थानों में दाखिला लेकर अपनी उच्च शिक्षा पूरी कर रहे हैं। अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं की संख्या पर गौर किया जाए तो इस कोटि के 347 बच्चे दूसरे जिले में मैट्रिक कके बाद आगे की पढ़ाई कर रहे हैं। इसी तरह अनुसूचित जनजति के 9 बच्चे दूसरे जिलों में पढ़ रहे हैं।

जिले में स्नातक की पढ़ाई के लिए चार अंगीभूत कॉलेज हैं। इनमें दो जिला मुख्यालय में स्थित है। एक कॉलेज छात्राओं के लिए है। जबकि दूसरा कॉलेज छात्र व छात्राओं के लिए। इसी तरह हिसुआ व वारिसलीगंज प्रखंड में एक एक सरकारी डिग्री कॉलेज है। इन कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई के लिए करीब दो हजार सीटें हैं जबकि स्नातक प्रतिष्ठा के लिए करीब छह हजार सीटें हैं। मैट्रिक में हर साल करीब 20 से 25 हजार छात्र-छात्राएं पास करते हैं। यही स्थिति कमोवेश इंटर में पास करने वाले छात्र-छात्राओं का है।

टीएस कॉलेज में सबसे ज्यादा शिक्षक, फिर भी बदहाल

नवादा : शिक्षकों की कमी झेल रहे जिले के अंगीभूत कॉलेज में टीएस कॉलेज की स्थिति थोड़ी बेहतर है। करीब 7 हजार विद्यार्थियों वाले इस कॉलेज में 72 शिक्षकों की जरूरत है। फिलहाल 25 शिक्षक कार्यरत है। इसके बावजूद कॉलेज में नियमित कक्षा का संचालन नहीं हो पाता है। जिले के अन्य बाकि कॉलेजों की अपेक्षा इस कॉलेज को सबसे ज्यादा जमीन भी है। कभी यहां 50 से अधिक शिक्षक भी थे। लेकिन शिक्षकों की कमी होते जा रही है। प्रो विजय कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा राजनीति विज्ञान के लिए 2 , हिंदी विषय के लिए 2 तथा वनस्पति शास्त्र के लिए एक शिक्षक भेजने के पत्र निर्गत किया गया है। पहले से 25 हैं। इस तरह से कुल 30 शिक्षक हो जाएंगे। इसके अलावा एक प्राचार्य डॉ मेघन प्रसाद हैं। कई विभागों मे एक भी शिक्षक नहीं है।

7000 विद्यार्थियों के लिए सिर्फ 10 कमरे

विद्यालय में नामांकित लगभग 7 हजार विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए कॉलेज परिसर में सिर्फ 10 कमरे हैं। इसी में भूगोल, वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान, भौतिकी विज्ञान, रसायन विज्ञान सहित कुल 6 विषयों के लिए प्रयोगशाला भी है।

7 हजार से अधिक छात्रों वाले कॉलेज में नहीं होती क्लास

विषय  स्वीकृति  उपलब्ध   रिक्त पद 

हिंदी    06       01       05

अंग्रेजी   05      02      03

उर्दू      02      01      01

संस्कृत   02      01      01

कॉमर्स    03      02      01

राजनीतिक विज्ञान 06  01   05

अर्थशास्त्र  06      03      03

दर्शनशास्त्र  05     00      05

भूगोल      05     01      04

गणित      03     03      00

रसायन विज्ञान 04    01     03

भौतिक विज्ञान  03    01    02

वनस्पति शास्त्र  03    01    02

जंतुविज्ञान      03    01    02

इतिहास         05    00   05

मनोविज्ञान       05    01   04

समाज शास्त्र     03    02    01

प्राचीन इतिहास    03    03   00

कुल-             72    25   47

एनसीसी से है कॉलेज की ख्याति

इस कॉलेज की ख्याति यहां के एनसीसी युनिट से है। जिला में एकमात्र टीएस कॉलेज ही है जहां एनसीसी बी और सी सर्टिफिकेट के लिए अभ्यास कराया जाता है। प्राचार्य मेघन प्रसाद ने बताया कि यहां के छात्र हर साल दिल्ली के रिपब्लिक डे परेड में शामिल होते हैं।

बिना छात्राओं के विरान पड़ा छात्रावास

कॉलेज में छात्राओं के छात्रावास के लिए करोड़ों रुपए से बनाया गया तीन मंजिला छात्रावास उपलब्ध है, जो छात्राओं की बांट जो रहा है। फिलहाल छात्रावास में रहने के लिए किसी प्रकार का आवेदन नहीं आने के कारण उसके मुख्य द्वार पर ताला लटका रहता है।

बीसीए सहित 18 विषयों की पढ़ाई

यूं तो कॉलेज में मुख्य रूप से 18 विषयों की पढाई कराए जाने की व्यवस्था सरकार द्वारा स्वीकृत है। पिछले कुछ सालों से टी एस कॉलेज में बीसीए की भी पढ़ाई  हो रही है। इसके लिए 60 सीटें स्वीकृत है। इसके लिए 3 शिक्षक की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट पर की गयी है।

15 जुलाई 1970 को अस्तित्व में आया कॉलेज

जाने माने नेता स्व त्रिवेणी सिंह एवं उनकी पत्नी स्व सत्यभामा देवी ने 15 जुलाई 1970 को काॅलेज की स्थापना की थी और इसके संचालन के लिए कई एकड़ जमीन दान में दिया था। काफी कम समय में यह कॉलेज मशहूर हुआ और क्षेत्र में काफी जल्द ही ख्याति प्राप्त कर लिया।

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