13 जून : नवादा की मुख्य ख़बरें

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अतिउग्रवाद प्रभावित रजौली के चटकरी  गांव पहुंचे डीएम

नवादा : बुधवार को जिला पदाधिकारी कौशल कुमार प्रशासनिक पदाधिकारियों के टीम के साथ अति उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड के सवैया टांड़ पंचायत के चटकरी गॉव पहुंचे। सवैयाटांड़ से धमनी रोड लगभग 12 किलोमीटर सड़क निर्माण हेतु स्थल पर पहुंचे, जिसमें से तीन किलोमीटर नन फॉरेस्ट लैंड है। डीएम कौशल कुमार द्वारा इसी सप्ताह यहां कार्य शुरू करने का निर्देष दिया गया। 9 किलोमीटर फॉरेस्ट लैंड है, जिसे फॉरेस्ट विभाग के कार्य योजना में ली गयी है। यहॉ 4 मीटर चौड़ाई का सड़क निर्माण में डीएफओ को कोई आपत्ति नहीं है।

इस संबंध में डीएम कुमार ने जिला फॉरेस्ट ऑफिसर को एनओसी देने का निर्देश दिया। चटकरी गॉव में पहुंचने पर वहां के ग्रामीणों से मिले। चटकरी गॉव के ग्रामीण काफी प्रसन्न हुए। ग्रामीणों का कहना था कि आज तक इस गॉव में सड़क निर्माण का कोई प्रयास नहीं हुआ था एवं बड़े पदाधिकारियों का आज तक आगमन नहीं हुआ था।

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संवाद के क्रम में वहां के ग्रामीणों द्वारा जिला पदाधिकारी को पेय जल की समस्या से अवगत कराया गया। समस्या का निदान तुरंत करते हुए डीएम कौशल कुमार ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को दूरभाष पर कहा कि यहां पेयजल की आपूर्ति शीघ्र करें। उन्होंने केन्द्रीय विशेष सहायता योजना अन्तर्गत पेयजल से संबंधित योजना देने की बात कही, जिससे वहां के ग्रामीण संतुष्ट हुए।

ग्रामीणों ने डीएम से सड़क निर्माण में पूरा सहयोग करने का वचन दिया। फिर वहां से डीएम अपने टीम के साथ फुलवरिया हरदिया डैम पहुंचे। फुलवरिया डैम से भानेखाप एवं हरदिया डैम से चोरडीहा तक सड़क निर्माण की जानी है।

पूर्व में वन विभाग का भूमि पर सड़क निर्माण हुआ था लेकिन पानी रहने के कारण सड़क डूब गया। अतः नये रास्ते पर सड़क निर्माण के लिए जमीन की आवश्यक है। डैम से भानेखाप के लिए साढ़े सात एकड़ भूमि एवं हरदिया डैम से चोरडीहा के लिए साढ़े सतरह एकड़ भूमि जिला प्रशासन द्वारा वन प्रमंडल विभाग को हस्तान्तरण किया जायेगा ताकि वहां पर सड़क निर्माण कार्य किया जा सके।

इस अवसर पर जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी, एएसपी अभियान आलोक कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी रजौली चन्द्रशेखर आजाद के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

रोटा वायरस वैक्सिन पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला

नवादा : नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत रोटा वायरस वैक्सिन पर एक दिवसीय जिला स्तरीय उन्मूखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

सदर अस्पताल के जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ प्रसाद ने किया। कार्यशाला में उपस्थित जिले के सभी पीएचसी के चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को सम्बोधित करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि भारत सरकार के निर्देशानुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत रोटा वायरस की नियमित टीकाकरण कार्यक्रम 3 जुलाई से बिहार के 38 जिलों में शुरू किया जायेगा। जिसमें नवादा जिला भी शामिल है।

उन्होंने कहा कि डायरिया से हर साल बड़ी संख्या में बच्चों की मृत्यु हो जाती है। रोटा वायरस एक अत्याधिक संक्रमण वायरस है। रोटा वायरस एक बच्चे से दूसरे बच्चे में दूषित पानी, दूषित खाने तथा दूषित हाथों के संपर्क में आने से फैलता है। यह वायरस कई घंटो तक बच्चां के हाथों में और सख्त सतहों पर लम्बे समय तक जीवित रह सकता है। सर्दियों के मौसम में इसका संक्रमण सबसे अधिक देखा जाता है। यह बच्चों में दस्त पैदा करने का सबसे बड़ा कारण है, जिसके कारण बच्चों का अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ सकता है या बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है। रोटा वायरस संक्रमण की शुरूआत हल्के दस्त से होती है जो आगे चलकर गंभीर रूप ले सकता है।

मौके पर उपस्थित जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने कहा कि रोटा वायरस वैक्सिन नियमित प्रतिरक्षण के तहत सभी सतहों पर अन्य 10 बीमारियों के अलावा इस वैक्सिन को भी दिया जायेगा। वैक्सिन की एक खुराक पांच बुंदो की है, जो बच्चे के जन्म के 6, 10 तथा 14वे सप्ताह में दिया जाना है। उन्होंने बताया कि रोटा वायरस एक सुरक्षित वैक्सिन है। जिसका अभी तक बच्चों में कोई भी दुष्प्रभाव नहीं पाया गया है। बिहार में रोटा वैक्सिन दिया जायेगा।

इस टीकाकरण के लिए जिले के सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, सामुदायिक उत्प्र्रेरक, उपाधीक्षक, अस्पताल प्रबंधन, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को उन्मुखीकरण कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया गया। सिविल सर्जन ने टीकाकरण लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त करने के लिए जिले के सभी जनप्रतिनिधि, विकास मित्र, टोला सेवक तथा सामाज के गणमन्य लोगों से अपील करते हुए कहा कि जनमानस में डायरिया से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करें और सामाज में छोटे बच्चों का भविष्य, स्वास्थ्य सुरक्षित करें। इस टीकाकरण को सफल बनाने के लिए जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेव्लपमेंट्स पार्टनर्स जैसे डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, यूएनडीपी, सीएआरई एवं अन्य विभाग अपना-अपना सहयोग दे रहे है। उन्होंने कहा कि बिना व्यापक पैमाने पर सामाजिक जागरूकता के बिना इस टीकाकरण को सफल नहीं बनाया जा सकता। मौके पर डॉ उमेश चन्द्र, डॉ बीएल चौधरी, डॉ बीएच चौधरी, डॉ राजकिशोर प्रसाद तथा डॉ अर्जून चौधरी सहित जिले के सभी स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।

पिछड़े समाज का विकास दीप ज्योति कल्याण संस्थान की प्राथमिकता

नवादा : नगर के भोजपुरी कास्ट कला धर्मशाला में दीप ज्योति कल्याण संस्थान के तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस कार्यशाला में नवादा एसडीएम अनु कुमार को बुके और अंगवस्त्र देकर दीप ज्योति कल्याण संस्थान के सचिव सुबोध कुमार रविदास ने सम्मानित किया। एसडीएम कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि दीप ज्योति कल्याण संस्थान बिहार के तत्वाधान में पहली बार दलितों में पिछड़ा मुसहर समाज जाति का हर स्तर पर विकास की नीव रखना एक सहरानीय कदम है। इस संस्थान के द्वारा सरकार की योजनाओं को अंतिम पायदान तक जानकारी पहुचना और जागरूक करना एक बेहतर कदम है। अगर किसी को भी समाज की जरूरत होगी मै अपना उत्तरदायित्व बखूबी निभाउंगा। मध्यांचल फोरम के संयोजक अलक्षेन्द्र ने कहा कि मध्यांचल फोरम भारत के 8 राज्य बिहार, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में कार्य कर रहा है। इस कार्य योजनाओ में खासकर मुसहर समाज का स्कील बिहेवियर चेंजिंग, शिक्षा आदि पर फोकस किया जा रहा है।

भीम आर्मी के पूर्व जिलाध्यक्ष चन्दन कुमार चौधरी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुसहर समाज मुख्यधारा से दूरी बनाए हुए है, उसे समाज से जोड़ने का कार्य सरकार की योजनाओं के माध्यम से किया जा रहा है। बिहार में मुसहर समाज मे शिक्षा का स्तर बहुत ही दयनीय है, इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। आजादी के 72 साल बाद भी मुसहर समाज सबसे ज्यादा पिछड़ा रह गया। मौके पर कपिल मांझी,बाले मांझी, सुनैना मांझी, विष्णुदेव पासवान, ब्रह्मदेव रविदास आदि मौजूद थे।

मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों को मिला दिशा निर्देश

नवादा : बरसात की शुरुआत होते ही मच्छरों की संख्या में इजाफ़ा होने से मलेरिया से ग्रसित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगती है। इसको देखते हुए जिले मे मलेरिया की रोकथाम हेतु हर साल 1 जून से 30 जून तक मलेरिया माह मनाया जाता है।

इस वर्ष भी जिले में मलेरिया माह मनाया जा रहा है। मलेरिया से बचाव के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों को मलेरिया की दवा का वितरण एवं इसके प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग द्वारा दिशा निर्देश भी जारी किया गया है।

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ उमेश चन्द्र ने बताया मलेरिया माह के सफ़ल क्रियान्वयन के लिए सभी पीएएचसी को दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है। मलेरिया माह में दवाओं के वितरण को सुनिश्चित कराने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों पर जरुरी दवा उपलब्ध करा दी गयी है।

साथ ही मलेरिया की जाँच के लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर किट भी उपलब्ध कराए गए हैं। अभियान को सफल बनाने के लिए आशा एवं आंगनवाड़ी की भी सहायता ली जा रही है। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण प्रदान कर सामुदायिक स्तर पर मलेरिया के प्रति आम जागरूकता फ़ैलाने की ज़िम्मेदारी दी गयी है।

डॉ चन्द्र ने बताया कि जिले के कौआकोल प्रखण्ड में मलेरिया के सर्वाधिक प्रकोप को देखते हुए डीटीडीसी पाउडर का छिडकाव 10 जून से 10 नवम्बर तक नियमित रूप से किया जाएगा। छिडकाव दो फेज मे चलेगा। पहला फेज जून से अगस्त और दूसरा सितम्बर माह से नवम्बर माह तक चलाया जाएगा। इसके लिए पाँच सदस्यों की टीम बनाई गई है जो इस अभियान को मजबूती प्रदान करेंगे तथा आशा एवं आंगनवाड़ी को भी जन-जागरूकता में सहयोग करेंगे।

क्या है मलेरिया

मलेरिया मादा एनोफलीज मच्छर के काटने से होता है। मलेरिया के मच्छर रुके हुये पानी में पैदा होते हैं। इसकी रोकथाम एवं उपचार दोनों संभव है। सर्दी व कंपन के साथ एक दृदो दिन छोड़कर बुखार, तेज बुखार, उल्टियाँ एवं सिर दर्द, बुखार उतारने के बाद शरीर से तेज पसीना आने के साथ थकावट एवं कमजोरी होना मलेरिया के लक्ष्णों में शामिल है।

ऐसे करें मलेरिया से बचाव

हैंडपम्प के पास, बेकार पड़े टायर व बर्तनों में, फूलदान में जमे पानी से एवं बेकार पड़े टायर में जमे पानी से मच्छर को पनपने से रोकें। इसके लिए इनकी नियमित सफ़ाई जरूर करें। घर में हमेशा सोने से पहले मच्छर दानी का इस्तेमाल जरूर करें। ठहरे हुये पानी में जैसे तालाब, कुएं आदि में गम्बोजिया मछ्ली का पालन अवश्य करें।

भटके बच्चों के परिजनों की तलाश में जुटी पुलिस

नवादा : अपने परिजनों से बिछड़े दो बालक को वारिसलीगंज पुलिस ने सुरक्षित थाना लाकर परिजनों से संपर्क करने में जुट गई है। एसआई नित्यानन्द शर्मा ने बताया कि दोनों बालक राजस्थान के कोटा शहर से भटक के वारिसलीगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया। जिसे सिमरी डीह के श्रवण सिंह द्वारा सूचना दिए जाने के बाद पुलिस ने बरामद कर थाना लाई।

बताया गया कि भटका बालक में 10 वर्षीय धनराज कुमार का स्थाई निवास मोतिहारी जिला के मधुबन थाना क्षेत्र के पकड़िया गांव बताता है जो वर्तमान में राजस्थान के कोटा में अपनी विधवा मां जो कपड़े की दुकान में काम करती है के साथ रहता है। जबकि दूसरा 6 वर्षीय बालक ईशान कुमार अपना घर कोटा तथा पिता का नाम मोहन सिंह बताता है। दोनों भटका वालक रिश्ते में मौसेरा भाई बताता है। बालक की वरामदगी के साथ पुलिस उसके परिजनों से संपर्क करने में जुट गई है। थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि राजस्थान पुलिस के सहयोग से उसके घर तक पहुंचाने का प्रयास आरंभ किया गया है।

बाल श्रम निषेध दिवस पर जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के संचालित बाल विकास धारा और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में 12 जून को एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर बालमित्र ग्राम प्रयोजना के 20 गांव में से सैकड़ों बाल पंचायत प्रतिनिधि एवं समुदाय के जनप्रतिनिधियों के गांवों के लोग उपस्थित थे।

शिविर के मौके पर संस्था के उप कार्यक्रम अधिकारी रवि मिश्र ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने 2002 से बाल मजदूरी के लिए विरोध एवं जागरूकता फैलाने के मकसद से प्रत्येक 12 जून को विश्व बाल श्रम विरोधी दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की है। उनके इस प्रयास में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जो बाल श्रम के विरुद्ध लगातार संघर्षरत हैं। शिविर में बाल श्रम के कारण बच्चों के जीवन पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों से होने वाले नुकसान तथा बाल श्रम निषेध से जुड़े अधिनियम के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी गई। साथ हीं उपस्थित लोगों को नोबेल शांति विजेता कैलाश सत्यार्थी के जीवन संघर्ष पर बनी डॉक्यूमेंट्री ‘द प्राइस ऑफ फ्री’ का भी मंचन किया गया। इस डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से सत्यार्थी के बाल श्रम व बंधुआ मजदूरी को खत्म करने का प्रयासों एवं संघर्षों को दिखाया गया। जहां वे उन कमजोर और वंचित तबकों के बच्चों को बाल मजदूरी के शोषण चंगुल से मुक्त कराने में सफल होते दिखे हैं। सभा के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने अपने अपने गांव का बाल श्रम मुक्त बालमित्र ग्राम बनाने का संकल्प लिया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में बाल विकास धारा के सामजिक कार्यकर्ता के साथ महिला मंडल, युवा मंडल, सलाहकार समिति के लोगों की मौजूदगी रही।

फर्जी पीडीएस बिक्रेता के विरुद्ध प्राथमिकी

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली अनुमंडल क्षेत्र के धमनी पंचायत में फर्जी सर्टिफिकेट पर चयनित जन वितरण प्रणाली की दुकान को एसडीओ चंद्रशेखर आजाद ने मंगलवार को फर्जी आवंटन करने के आरोप में रद्द कर दिया था। उसके बाद रजौली एमओ को जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।

निर्देश प्राप्ति के बाद एमओ शशिकांत कुमार ने फर्जी सर्टिफिकेट पर आवंटित दुकानदार मनोज पांडेय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

गौरतलब है कि शैक्षणिक योग्यता के आधार पर धमनी में जनवितरण प्रणाली दुकान आवंटित की गयी थी। जिसमें बीएसी के सर्टिफिकेट पर मनोज पांडेय ने धमनी में जनवितरण की दुकान आवंटित करा लिया था। हालांकि जांच के बाद सर्टिफिकेट जांच में फर्जी पाया गया था। जिसके कारण दुकान रद्द कर उसपर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी।

बोलेरो बाइक की टक्कर में तीन जख्मी

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के एनएच-31 सड़क मार्ग पर सम्राट होटल के समीप बोलोरो व बाइक की सीधी टक्कर हो गई। टक्कर में तीन बाइक सवार युवक घायल हो गए। टक्कर मारने के बाद बोलोरो वाहन को चालक लेकर फरार हो गया। तीनों घायलों को स्थानीय ग्रामीण व राहगीरों की सहायता से थाने के एएसआई मुनिलाल पासवान ने अनुमंडलीय अस्पताल रजौली में भर्ती कराया। जहां अस्पताल उपाधीक्षक एन के चौधरी ने सभी घायलों का इलाज किया एवं हेड इंजरी रहने के कारण तीनों युवकों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल नवादा रेफर कर दिया। टक्कर में घायल हुए बाइक सवारों की पहचान थाना क्षेत्र के हुल्ला गांव निवासी विनय कुमार पवन कुमार एवं अजीत कुमार के रूप में किया गया है।

पांच लीटर महुआ शराब के साथ एक गिरफ्तार

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के समेकित जांच चौकी के समीप से बुधवार की संध्या उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर विनोद खलीफा के द्वारा 5 लीटर महुआ शराब के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।

इस संबंध में खलीफा ने बताया कि जांच चौकी के समीप शराबबंदी को लेकर वाहनों की जांच की जा रही थी। इसी दौरान गुप्त सूचना मिला की चितरकोली पंचायत के प्यारे तुरिया का बेटा विनय तुरिया महुआ शराब लेकर जा रहा है। सूचना के बाद विनय तुरिया के पास से जांच के दौरान 5 लीटर महुआ शराब बरामद किया गया। जिसके कारण उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा।

पौरा का पूर्वी केनाल की सफाई नहीं होने से बढ़ेगी किसानों की परेशानी

नवादा : जिले के वारिसलीगंज का चीनी मिल बंद होने के बाद भी अगर प्रखंड के किसान संपन्न कहे जाते थे तो इसका कारण था सकरी नहर से निकली पौरा नहर। पौरा नहर का पूर्वी केनाल कमोवेश वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के 80 फीसद इलाके को सिचित करता है। उक्त केनाल का निर्माण बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह ने अपने कार्यकाल में 60 के दशक में कराया था। नहर खोदाई के बाद नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड समेत नालंदा जिला का कतरीसराय, शेखपुरा जिले का शेखोपुरसराय एवं बरबीघा प्रखंड के किसानों को लाभ मिलता था। लेकिन इन दिनों स्थिति विपरीत है।

केनाल में गाद भरने से बालू की जगह नहर में मिट्टी भर गया है। जिसमें बड़े बड़े झाड़ उग आए हैं। फलत: बरसाती पानी खेतों तक सही से नहीं पहुंच सकेगा। ग्रामीण क्षेत्र के बुजुर्ग बताते है कि यह नहर राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री के पैतृक गांव बरबीघा के माउर तक जाती है।

मिल बंदी का विकल्प बना रहा नहर

चीनी मिल बंद होने पर गन्ना उत्पादक किसानों के नुकसान की भरपाई खरीफ फसलों से हो रही थी। जिसमें सबसे बड़ा योगदान पौरा नहर के पूर्वी केनाल का था। क्षेत्र के लोग कम बारिश के बाद भी नहर के लाल पानी से धान की अच्छी उपज का गन्ने की क्षति की भरपाई कर लेते थे। फिलहाल नहर की सफाई क्षेत्र के किसानों के लिए बड़ा मुद्दा बन रहा है।

किस किस गांव को मिलता है लाभ

पौरा नहर का पूर्वी केनाल से वारिसलीगंज व काशीचक प्रखंड के किसानों को सर्वाधिक लाभ मिलता है। जबकि नालंदा जिले के कतरीसराय के कुछ गांवों समेत शेखपुरा जिले के शेखोपुरसराय प्रखंड के पनहेसा, नीमी, अम्बारी से लेकर बरबीघा के माउर तक के रास्ते मे पड़ने वाला अधिकांश गांवों के किसानों के खेतों में हरियाली देने का काम उक्त केनाल से होता है। गाद भरे रहने की स्थिति में वारिसलीगंज प्रखंड को भी पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है।

कहते हैं कार्यपालक अभियंता

पौरा नहर के पूर्वी केनाल में जो गाद भरा है उसका लाईनिग किया जा रहा है। सफाई के लिए एस्टीमेट सचिवालय भेजा गया है। एक सप्ताह के भीतर स्वीकृति मिल जाने की उम्मीद है। किसान हितों को देखते हुए एक सप्ताह के भीतर केनाल की सफाई का कार्य शुरू हो सकता है, मो.खुर्शीद अनवर, कार्यपालक अभियंता, सिचाई प्रमंडल, बिहारशरीफ।

दूषित पानी पीने को मजबूर बरेव के ग्रामीण

नवादा : जून माह में जिले के अकबरपुर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में भीषण पेयजल संकट के हालात उत्पन्न हो गए हैं। ग्रामीण प्यास बुझाने की मजबूरी में दूषित पानी पी रहे हैं। जिस पानी से हाथ धोने से भी लोग कतराते हैं, वैसा पानी पीने की मजबूरी है। बरेव ग्राम पंचायत क्षेत्र में इस भीषण गर्मी में जलस्तर काफी नीचे चला गया है। ग्रामीणों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। बरेव के वार्ड 11 के निवासी पीने के लिए बोरिग के लगे सबमर्सिबल का गंदा पानी उपयोग करने को मजबूर हैं।

मुखिया संतोष कुमार ने बताया कि बोरिग का गंदा पानी न चाहकर भी लोग पी रहे हैं। इससे बीमारी का खतरा बना रहता है। मजबूरन लोग गंदे पानी को पी रहे हैं। पेयजल के लिए गांव में सार्वजनिक हैंडपंप है किन्तु वह भी बंद पड़ा है।

पेयजल के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामवासी पेयजल संकट से निजात के लिए बीडीओ को प्रखंड कार्यालय में घेरने की तैयारी में है।

वैसे बता दें अकबरपुर प्रखंड में पीएचईडी के द्वारा जहां भी कार्य कराया जा रहा है, वहां काफी अनियमितता मिल रही है। बोरिग की गहराई कम होने और ग्रेबुल नहीं दिए जाने से साफ पानी नहीं निकलता है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।

वार्ड क्रियान्वयन समिति के गठन में मनमानी कर रहे पंचायत प्रतिनिधि

नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड के बकसंडा पंचायत की वार्ड 11 मदैनी गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। ग्रामीण एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। कई बार पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए मुखिया, वार्ड सदस्य से गुहार लगाई गई, लेकिन जनप्रतिनिधियों ने संज्ञान नहीं लिया। गांव में अभीतक वार्ड क्रियान्वयन समिति का गठन भी नहीं हो सका है। जिससे गांव का विकास कार्य अवरुद्ध हैं।

गांव में पेयजल के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है। जल स्तर नीचे चले जाने के कारण गांव में गाड़े गए सभी चापाकल सूख गए हैं। कुछ लोग सबमर्सिबल के सहारे जरूरतमंद लोगों को प्यास बुझाने का कार्य कर रहे हैं। शिकायत पर बीडीओ मो. नौशाद आलाम सिद्दीकी ने गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तथा गांव में नल-जल योजना का काम शुरू करने के लिए वार्ड क्रियान्वयन समिति का गठन अविलंब करने की सलाह दी।

ग्रामीणों ने वार्ड सदस्य अमीन खां की लापरवाही की शिकायत बीडीओ से किया। बीडीओ ने इसे गंभीरता से लेते हुए अपने वरीय अधिकारियों के मार्ग दर्शन प्राप्त करने के उपरांत वार्ड क्रियान्वयन समिति का गठन करने का भरोसा दिलाया।

मौके पर मो. मेराज खां, मो. ग्यास खां, मो. फय्याज खां, मो. फिरोज खां, मो. अनवर नट, मो. सैकुल साह आदि बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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