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13 दिसंबर : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

एनसीसी एवं एनएसएस द्वारा प्लास्टिक कचरा प्रबंधन विषय पर सेमिनार आयोजित

दरभंगा  : महाविद्यालय के एनसीसी के द्वारा मनाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान प्लास्टिक कचरा-प्रबंधन समसामयिक तथा मानव कल्याणकारी विषय है। हमें चिंतन करना होगा कि लंबे समय से हमारे जीवन के लिए वरदान रहा प्लास्टिक आज अभिशाप क्यों बनता जा रहा है? प्लास्टिक कचरा न केवल जीव-जंतुओं के लिए, अपितु पूरे प्राकृतिक संसाधनों के लिए भी घातक है।

प्लास्टिक कचरा आज वैश्विक समस्या बन गई है। समय रहते यदि इसका आसान रास्ता न खोजा गया तो यह पर्यावरण के साथ-साथ पूरे जीव-जगत को धीरे-धीरे नष्ट कर देगा। उक्त बातें एनसीसी तथा एनएसएस के संयुक्त तत्वावधान में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन : आगे का रास्ता विषयक संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए सीएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद ने कहा।

उन्होंने कहा कि स्वच्छता के सबसे बड़े दूत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वच्छता की महत्ता को न केवल स्वीकारा, बल्कि अपने जीवन में अपनाकर हम लोगों को एक सकारात्मक संदेश भी दिया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि बेतिया के पूर्व एडीएम तथा वर्तमान में राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक डॉ आशीष कुमार वरियार ने कहा कि प्लास्टिक की वैकल्पिक व्यवस्था ढूंढना अति आवश्यक है,क्योंकि इसका इस्तेमाल हमारे लिए अति नाशक सिद्ध हो रहा है।

प्लास्टिक नष्ट नहीं होता है और यह नालियों को जाम करता है, जलजमाव का तथा ग्लोबल वार्मिंग का सबसे बड़ा कारण है।

विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्कृत के प्राध्यापक डॉ संजीत कुमार झा ने कहा कि आज न केवल स्थलीय जीव वरन समुद्री जीव-जंतु भी इस प्लास्टिक कचरे के कारण धीरे-धीरे मर रहे हैं।सर्वाधिक गहरी मेरीयाना गर्त हो या माउंट एवरेस्ट,सब जगह प्लास्टिक कचरा पहुंचकर अपना दुष्प्रभाव दिखा रही है।कचरा प्रबंधन हमें अपने घर-परिवार से शुरू करना चाहिए।

विषय प्रवेश कराते हुए संगोष्ठी के संयोजक डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि प्लास्टिक और स्वच्छता में घनिष्ठ संबंध है।सैकड़ों सालों तक नष्ट नहीं होने वाला प्लास्टिक कचरा आज जी का जंजाल बन चुका है। प्लास्टिक धीमा जहर है, जिससे पूर्ण परहेज ही एकमात्र रास्ता है।प्लास्टिक कचरा से सड़क का निर्माण तथा बिजली उत्पन्न किया जा सकता है।

संगोष्ठी को आतिका बद्र, जूही कुमारी,कमलेश कुमार साह,वरुण कुमार राय,पप्पू कुमार पंडित,मनीष कुमार, नारायण जी साहू,आशुतोष कुमार पाठक,संदीप कुमार झा,कंचन ठाकुर,दीपा कुमारी,आलोक कुमार,राजन कुमार,वरुण कुमार ठाकुर तथा मो असलम आदि ने भी संबोधित किया।

 इस अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में मारिया तसनीम व सुधांशु कुमार रवि- प्रथम,जयप्रकाश कुमार साहू व उत्कर्ष मिश्रा-द्वितीय, निखिल कुमार झा व नीरज कुमार-तृतीय,संदीप कुमार झा व शशिकांत सिंह यादव- चतुर्थ तथा आशीष कुमार ठाकुर एवं मधु कुमारी ने संयुक्त रूप से पंचम स्थान प्राप्त किया,जिन्हें अतिथियों के द्वारा प्रमाण पत्र तथा मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में इंद्रजीत सिंह, प्रिंस कुमार,मनीष कुमार झा, कंचन ठाकुर,साजन कुमार पासवान,कुमार विक्रम, बलराम मिश्र,जयकेश यादव, संतोष पंडित,टाइगर रजक, ऋतिक राज,राहुल कुमार, दीपा,श्वेता, मनीषा, चांदनी,अनुष्का,रूपा कुमारी, संतोष पंडित,आनंद कुमार, काजल,श्रुति कुमारी आदि ने सराहनीय योगदान किया। आगत अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम का संचालन एनएसएस पदाधिकारी प्रो अखिलेश राठौर ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन एनसीसी पदाधिकारी डॉ शैलेंद्र श्रीवास्तव ने किया।

मुरारी ठाकुर