स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे डीएम
नवादा : जिला में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्य स्थल हरिश्चन्द्र स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम की तैयारियों और परेड रिहल्सल का जायजा लेने पहुंचे डीएम कौशल कुमार और एसपी हरि प्रसाथ एस। जिला के तमाम आला अफसरों के साथ जायजा लेने के पश्चात आलाधिकारियों व मौजूद पत्रकारों के साथ एक सौ पौधा लगाकर बन महोत्सव सप्ताह मनाया। पौधा रोपण के बाद मीडिया को बताया कि स्टेडियम को और भी उच्च मानक का बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने स्टेडियम की सुरक्षा के लिए दो चौकीदार की प्रतिनियुक्ति की बात कही। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि समय समय पर इसे निगरानी कर कमियो को दूर करे। उन्होंने आम जनता से भी अपील किया कि जनता की भागीदारी इसके विकास में सर्वोपरि है।
अवैध खनन पर रोक में कोताही बर्दाश्त नहीं : डीएम
नवादा : सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जिला सहित पूरे देश में तीन माह के लिए नदी से बालू खनन पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। बावजूद जिले में अवैध बालू खनन का धंधा धड़ल्ले से जारी है। फिर भी विभागीय और प्रशासनिक स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जो कुछ भी कार्रवाई हो रही है वह महज खानापूर्ति जैसी है।
इन दिनों प्रतिदिन करोड़ां का अवैध बालू नदियों से उठाया जा रहा है। इन स्थानों के सम्बंधित पुलिस विभाग और खनन विभाग समुचित कार्रवाई करने में सक्षम नहीं हो रहे हैं। हालांकि इस सम्बंध में जिला खनन पदाधिकारी से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाईल बंद बता रहा था। इसके बाद इसपर डीएम कौशल कुमार से भी बात की गई, जिसपर उन्होंने कहा कि अवैध खनन पर रोक लगाने में जो लोग भी कोताही कर रहे हैं उनको बख्शा नहीं जायेगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश को सख्ती से अमल करना है। नदी से बालू उठाव करने वाले पर कार्रवाई तो हो रही है। लेकिन कहीं कोई कोताही बरती जा रही है तो हम इस पर जांच करेंगे। गौरतलब हो कि इन दिनों वारिसलीगंज अवैध बालू खनन मामले में सुर्खियों में है।
संवेदक जय माता दी के संचालक गोपाल प्रसाद बताते हैं कि इसमें विभाग संसाधनों के आभाव में है। पर्याप्त संसाधन नहीं मिलने के कारण उनके कार्रवाई में विघ्न आ रही है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय थानों को इसमें तत्परता दिखाने की जरूरत है। हमलोग नियम से काम कर रहे हैं, लेकिन माफियाओं के लिए कोई नियम नहीं होता है, वैसे लोग कानून का मखौल बनाते हुए अवैघ बालू खनन कर प्रशासन को ही चुनौती दे रहे हैं। जिसके लिए जिला प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।
सूत्रों की मानें तो जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र स्थित कोचगांव से पश्चिम लालपुर के पास, मसनखावां, मुर्गियाचक, मंजौर स्कूल के पीछे व मंजौर मय रोड रेलवे फाटक के पार, शाहपुर मोड़ से आगे बरबीघा रोड, कुटरी स्कूल बगीचा के पास व कोचगांव से पूर्व तालाब के पास तथा हिसुआ मंझवे स्थित पहाड़ी बाबा से उत्तर दिशा में अवैध खनन कर बालू रखे जाने व नदी से सरेआम बालू उठाव करने की बात कही जा रही है। जिससे विभाग ही नहीं संवेदक को भी नुकसान हो रहा है। इसके लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया।
बारिश के अभाव में 73 फीसद खेत अब भी परती
नवादा : जिले में इस साल भी मानूसन रूठा हुआ ही रहा है। धान की रोपनी का सही समय करीब-करीब निकल चुका है। मुश्किल से अब धान की रोपनी करने का समय 04 दिन शेष रह गया है। अभी तक की जमीनी हकीकत यह है कि तीन तिहाई धान लगने वाले खेतों में अब तक जुताई नहीं हो पाई है।
जिला कृषि कार्यालय की रिपोर्ट पर गौर करें तो अब तक 27 फीसद ही धान की रोपनी हो सकी है। इस साल जिले में 76 हजार हेक्टेयर में धान की खेती होनी है। कृषि विज्ञान केंद्र सेखोदेवरा के कृषि वैज्ञानिक अरविद कुमार राय बताते हैं कि धान रोपनी बहुत विलंब हो चुकी है। लंबी अवधि वाले प्रभेद ज्यादा से ज्यादा 20 अगस्त तक लगाए जा सकते हैं। लेकिन तब भी पैदावार प्रभावित होनी तय है। जिन किसानों ने किसी तरह से सबमर्सिबल या अन्य साधनों से धान लगाया भी है तो वहां खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हुई है। जिन्हें देख किसान कांप जा रहे हैं। बीते तीन साल से जिले में मारा की स्थिति है। हर बार अच्छी खेती की उम्मीद पाले किसानों को निराशा ही हाथ लग रही है। किसानों को समझ में नहीं आ रहा है कि उनकी घर-परिवार किस तरह से जीवन यापन कर पाएगा।
4-5 बिचड़ा की करें रोपाई, यूरिया 2 ही बार डालें
कृषि वैज्ञानिक अरविद राय किसानों की परेशानी को पूरी तरह से जायज बताते हैं। उन्होंने कहा कि वे जिस भी इलाके में जा रहे हैं पानी का हाहाकार है। वह बताते हैं कि धान की सही रोपनी के लिए 20-25 दिन तक का ही बिचड़ा सही माना जाता है। वैसे 30 से अधिक दिन का यदि बिचड़ा हो गया है तो रोपनी करते समय 4-5 बिचड़ा लगाएं। वे किसानों से कहते हैं कि पानी नही होने की स्थिति में ज्यादा यूरिया खेतों में नहीं डालें। अन्यथा पानी के अभाव में अधिक यूरिया का इस्तेमाल धान की पौधों को जला सकता है।
चुनौती बनती जा रही खेती, सिचाई सुविधा पर ध्यान दे सरकार
नवादा प्रखंड से लेकर मेसकौर, सिरदला, कौआकोल, अकबरपुर, हिसुआ, नरहट हर तरफ पानी के लिए हाहाकार वाली स्थिति है। नवादा प्रखंड के सिसवां के किसान अश्विनी सिंह, बेलदारी के सरोज कुमार, सोनसिहारी के मनोज कुमार बताते हैं कि धान की खेती अब किसानों के लिए चुनौती बन गई है। सरकार को चाहिए कि सबसे ज्यादा सिचाई सुविधा उपलब्ध कराने पर ध्यान दे। कई पढ़े-लिखे किसान खेतीबारी पर सबसे ज्यादा योजना बनाने की बात बताते हैं। किसानों ने कहा कि खेती बचेगी तभी देश समृद्ध होगा। पानी संकट के लिए कुछ किसान पर्यावरणीय संकट का भी जिक्र करते हैं।
बारिश की जगह जल रही धरती, तप रहा सूर्य
नवादा जिले में खेतीबारी के लिहाज से अभी जहां झमाझम बरसात होनी चाहिए वहां तेज धूप व उमस भरी गर्मी जनजीवन के लिए संकट बना हुआ है। तेज धूप के कारण खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ रही हैं। वैकल्पिक साधनों से किया गया पटवन तेज गर्मी के कारण जल्द ही सूख जाता है। पानी नहीं रहने के चलते धान की खेती मुश्किल हो गई है। कई किसान मारा होने की स्थिति में रबी सीजन की खेती को लेकर भी अभी से चितित हैं।
ज्यादातर बोरिग फेल, सबमर्सिबल के सहारे खेती बेमानी
नवादा जिले में ज्यादातर बोरिग फेल हो चुके हैं। जून माह से लगातार जिले का जलस्तर नीचे गया है। औसतन जिले में 3-4 फीट तक पानी का लेयर नीचे गया है। जिले में दर्जनों ऐसे गांव हैं जहां पानी का जबर्दस्त संकट है। अनेकों चापाकल फेल हैं। डीजल पंप से भी पानी धरती से नहीं निकल पा रहा है। जिन किसानों ने पहले से सबमर्सिबल करा रखा है वहां किसी तरह से पानी मिल जा रहा है। लेकिन किसान बताते हैं कि समरसेबुल पंप के सहारे खेती करना बेमानी है।
- लेट रोपनी से नुकसान की संभावनाएं
- धान के पौधे में पर्याप्त संख्या में कल्ले नहीं निकलेंगे
- धान की बालियां पुष्ट होने के बजाय कमजोर होगी
- धान की पैदावार में खखरी की समस्या बढ़ेगी
- पानी नहीं पड़ने से पौधों का वानस्पितक विकास प्रभावित होगा
- जिस मात्रा में पैदावार होनी चाहिए वह प्राप्त नहीं हो सकेगी
वैकल्पिक खेती ही दिलाएगी कुछ राहत
जिन किसानों ने अब तक धान की रोपनी नहीं की है और संभावना भी नहीं दिख रही है उनके लिए वैकल्पिक खेती अपनाना सही होगा। कृषि वैज्ञानिक भी इसकी सलाह देते हैं। उनकी राय में जिन खेतों में जल निकास का प्रबंधन है तो वहां दलहनी फसलों की बुआई करें। किसान सुविधा अनुसार अरहर, मुंग, उरद, कुल्थी लगा सकते हैं। मक्के की भी खेती कर सकते हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी?
नवादा जिले में मनमाफिक बारिश नहीं होने से धान की रोपनी प्रभावित हुई है। कुछ दिन रोपनी के लिए और बचे हैं। विभाग की ओर से किसानों को वैकल्पिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार से जिला के लिए मक्का, अरहर, उरद के बीज की मांग की गई है। उपलब्ध होते ही किसानों के बीच मुफ्त में बंटबाया जाएगा, अरविद कुमार झा, जिला कृषि पदाधिकारी, नवादा।
जिले में धान आच्छादन का लक्ष्य: 76 हजार हेक्टेयर
अब तक हुई धान रोपनी- 20 हजार 520 हेक्टेयर
जिले में इस साल की बारिश पर एक नजर
माह-सामान्य वर्षापात-वास्तविक वर्षापात(मिलीमीटर में)
मई-34.1-08 एमएम
जून-135.2-34.1 एमएम
जुलाई-301.8-234.8एमएम
अगस्त-276.0-47.64 एमएम (10 अगस्त तक)
पति-पत्नी के बीच आरोप प्रत्यारोप में पुलिस कन्फ्यूज़
नवादा : पति पत्नी के बीच विवाद के मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन नगर थाना में एक ऐसा मामला आया जिसमें एक तरफ पत्नी महिला थाना में पति द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया जा रहा था, तो दूसरी तरफ पति द्वारा नगर थाना में पत्नी के अवैध सम्बंध और उसके द्वारा जान से मारने का प्रयास का आवेदन दिया गया है।
इन दोनों मामलों में पुलिस काफी कन्फ्यूज़ में दिख रही थी। नगर थाना से महिला थाना जब पीड़ित पति को ले जाया गया, तो वहां पूर्व से मौजूद पत्नी अपने तीन बच्चों व पिता के साथ पति द्वारा रोने और आंख पर प्रहार करने जैसी आरोप को हाई भोल्टेज ड्रामा बता रही थी। काफी देर तक महिला थाना में पति रो-रो कर पत्नी पर आरोप लगाते रहा। काफी समझाने के बाद पुलिस उसे आंख का इलाज कराने सदर अस्पताल ले गई।
बताया जाता है कि नगर के आईटीआई स्थित शिवनगर मुहल्ले में किराये के मकान में रह रहे दिनेश कुमार गौतम का पुत्र विरमणि कुमार जो नालंदा जिले के दीप नगर थाना के नेपुरा का रहने वाला है। उसकी शादी 13 वर्ष पूर्व दिलीप पांडेय की पुत्री अनामिका कुमारी के साथ हुई थी। इस दौरान दो बेटी और एक बेटा भी हुआ। पत्नी अनामिका एक सरकारी स्कूल में शिक्षक है। पत्नी का कहना है कि शादी के बाद से ही बात-बात पर मारपीट किया जाता रहा है। जिसको लेकर कई बार समझौता होने के बाद पति के साथ रहने की सहमती बनी। इधर तीन दिनों पूर्व समझौता के बाद जब पति के साथ रह रहे थे, तो अवैध सम्बंध बनाने का घिनौना आरोप लगाकर मारपीट करने लगे।
वहीं पति विरमणि ने बताया कि वह अपने मायके जाने की बात कहने लगी, मना करने पर हमारे उपर जानलेवा हमला कर दिया। जिससे हाथ और आंख में गम्भीर चोंटे आई। उसने बताया कि मकान मालिक और उसके सहयोगी के मदद से हमारी जान बची है। उसने अपनी पर साफ आरोप लगाते हुए कहा कि वह हमारे साथ नहीं रहना चाहती है उसका किसी दूसरे के साथ अवैध सम्बंध है।
इस मामले को लेकर लगातार महिला थाना में आरोप प्रत्यारोप लगता रहा। महिला थाना प्रभारी कुमारी बबीता रानी ने बताया कि दोनों के गम्भीर आरोप हैं और जो हालात देखने को मिल रहा है, उससे यह लगता है कि महिला के पति का कुछ दिमागी हालात सही नहीं है। वैसे इसकी जांच की जा रही है उसके बाद ही कोई कार्रवाई आरंभ की जाएगी।
मगही भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल कराना पहली प्राथमिकता
नवादा : मगही मगध नागरिक संघ एक मात्र ऐसी सस्था है जो विगत कई वर्षो से चरणबद्ध तरीका से मगध व मगही के विकास को लेकर पुरे देश मे मुहीम चला रही है। चाहे वो दिल्ली के जंतर मंतर हो या पटना के गर्दनीबाग मे धरणा प्रदर्शन का हो या फिर साहित्य संगोष्ठि या कवि सम्मेलन हो इस मुहीम को राजनीति संरक्षण के लिए बिभिन्न दल के सासद, मंत्री को अब तक दर्जनो मगध के राजनेताओ को मगही भाषा को आठवीं अनुसूची मे शामील करवाने व अन्य मांगो का ज्ञापन सौपा गया है। जिसमे कुछ हद तक सफलता भी मिली है।
संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पारस कुमार सिह के अथक प्रयास से बगांल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी, बिहार के पुर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, बिहार सरकार के कदावर नेता व कृषिमंत्री डॉ प्रेम कुमार ने पहल करते हुए केद्र सरकार को पत्र लिखकर अनुसंसा की है। फलस्वरूप प्रधानमत्री ने संज्ञान लेते हुए अश्वासन दिये हैं।
संघ के अध्यक्ष ने कहा कि अब हमारी मांग प्रधानमंत्री कार्यालय मे दर्ज हो गया है। जिसमे पांच मांग मे तीन मांग की मंजुरी भी मिल गई है।
उन्होंने कहा कि पहला मांग पर्वत पुरुष दशरथ मांझी के नाम डाक टिकट जारी हो गया है, दूसरा छठ पुजा का वैकल्पिक छुट्टी की मंजूरी भी मिल गया है तथा तीसरा किउल-गया रेलखंड का दोहरीकरण और विद्युतीकरण की मंजूरी देकर विद्युतीकरण कार्य को पूर्ण कर लिया गया है। जबकि दोहरीकारण का कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि तीन मांग मान लेवल गेल, लेकिन पहला मांग मगही के संवैधानिक दर्जा देवे के खाली आश्वासन ही मीलल हे। लेकिन जब तक मिलतय नय तब तक छोरबय नय इहे संघ के संकल्प है।
शिक्षा जागरूकता के लिए बच्चों ने निकाली प्रभात फेरी
नवादा : शिक्षा है अनमोल रतन, पाने का सब करो जतन जन्म दिया तो शिक्षा दो, बेटा बेटी एक समान, सबको शिक्षा सबको मान जो पढेगा वो आगे बढेगा के मंत्र के साथ बुद्धीजीव विचार मंच के बैनर तले शहर के दक्षिण भाग स्थित राजादेवर और नान्हुबिगहा में शिक्षा जागरूक्ता के लिए प्रभातफेरी निकाली गई। प्रभातफेरी का नेतृत्व कर रहे डॉ सुनीति कुमार ने बताया कि गाँवों में इससे पूर्व कई बार यह कार्यक्रम किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रभातफेरी में प्रो सुरेंद्र कुमार, जायसवाल, शिक्षक सह संयोजक अवधेश कुमार, रामविलास जी, पवन कुमार, पुष्कर कुमार अरूण, एके गुरू, समाजसेवी रामलखन यादव, उदय शंकर सिंह, तौकीर शहंशाह, अरूण कुमार लहेरी, सफल व्यवसायी सुबोध माथुर, गायक चंदेसर यादव, राकेश कुमार, पटना एम्स के लैब टेक्नीशियन निरंजन कुमार, अजीत कुमार तथा सक्षम राज ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि बच्चे के उत्साह के सामने कीचड़ से बजबजाती गलियां भी तर गयी। ऐसा माहौल देखकर बहुत तकलीफ होता है कि हम अब भी सभ्यता से बहुत दूर हैं।
उन्होंने कहा कि टीम के दोनो गायकों ने लोगों को प्रभावित किया और हमलोगों में आशा का संचार किया कि एक दिन अपने मिशन में सफल होंगे। आज का कार्यक्रम संतोष जनक और उत्साहित करने वाला रहा। ‘घर घर अलख जगायेंगे
विद्युत स्पर्शाघात से युवक समेत दो पशुओं की मौत
नवादा : जिले के अकबरपुर व हिसुआ थाना क्षेत्र में हुई विद्युत स्पर्शाघात की दो अलग-अलग घटनाओं में युवक समेत दो पशुओं की मौत हो गयी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा है।
बताया गया है कि गोविन्दपुर प्रखंड के महेशपुर गांव में खेत देखने गये युवक वनवारी यादव की मौत विद्युत तार की चपेट में आ गयी। सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा है।
दूसरी ओर हिसुआ नगर पंचायत के कंचनबाग में दो गर्भवति भैंस गिरे बिजली की चपेट में आ घटनास्थल पर दम तोङ दिया। उसके साथ रही महिला बाल बाल बच गयी। घटना के बाद पशु पालक के घर मातम छा गया।