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12 मई : अररिया की मुख्य ख़बरें

आखिरकार बीबी रौशन जिंदगी की जंग हार गयी

अररिया : आखिरकर जिंदगी और मौत से लड़ते-लड़ते इलाज के दौरान पांच दिन बाद शनिवार कि रात 3:48 को मेडिकल कॉलेज भागलपुर में रौशन की मौत हो गई।

शव पहुंचते हीं रविवार को मृतका के मायके अररिया प्रखंड के सहासमल पंचायत के वार्ड-10 बलवात गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। बता दें कि पिछले रविवार को ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के किस्मत खवासपुर पंचायत के सगुना गांव निवासी स्व. सलाउद्दीन की पत्नी बीबी रौशन खातून(35) को उनके भैसुर के पुत्र फकरुद्दीन ने बहला फुसलाकर अपने साथ भगाने का प्रयास किया था। मृतिका रौशन ने जब इसका विरोध किया तो मटियारी नहर के समीप फकरुद्दीन ने मानवता को कलंकित करते हुए बीबी रौशन के साथ न केवल बुरी तरह मारपीट की बल्कि उनके शरीर पर दर्जनों जगह धारदार चाकू से प्रहार कर बुरी तरह जख्मी कर दिया तथा बेहोशी हालत में बगल के मक्का खेत में मक्का डंठल से घायल रौशन को ढक कर फकरुद्दीन फरार हो गया था। यह बातें मृतका रौशन ने सदर अस्पताल अररिया में ईलाज के दौरान पुलिस को पिछले सोमवार को बताया था। जबकि आरोपी फकरुद्दीन के परिजनों ने साजिश के तहत फसाने की बात कह रहे हैं।

जानकारी के अनुसार दो वर्ष पूर्व बीबी रौशन के पति स्व. सलाउद्दीन के मौत के बाद ससुराल वाले से दस डिसमल जमीन को लेकर अनबन चल रहा था। इस बाबत बीबी रौशन के हिस्से का सवा डिसमल जमीन हड़पने का लिए कई बार विवाद भी हुआ था लेकिन किसी को क्या पता कि महज सवा डिसमल जमीन के लिए बीबी रौशन को अपनी जान गवानी पड़ेगी। मौत के बाद सहमे मृतका के पिता सलाउद्दीन मां बच्चे सहित परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। इधर महिला थानाध्यक्ष रीता कुमारी ने बताया कि मृतिका रौशन के इलाज के दौरान दिए बयान के अनुसार फकरुद्दीन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। आरोपी के गिरफ्तारी के लिए धड़पकड़ जारी है।

पेड़ से लटका मिला युवक का शव, हत्या की आशंका

अररिया : अरिया थाना क्षेत्र के दभड़ा पंचायत अंतर्गत बनकोरा गांव में दास नदी किनारे सफेदा वृक्ष में फांसी पर लटका एक युवक का शव मिला। शव की पहचान किशनगंज जिला के मंझोक निवासी विक्रम मरांडी के बेटे चरण मरांडी 25 के रूप में की गई है।

उसके गले में फटे गमछे से फांसी का फंदा लगा हुआ था। जानकारी के अनुसार वह अपनी मां के साथ दस दिन पूर्व ही किशनगंज से ललवाबाड़ी गांव अपनी मौसी लुक्खी हंसदा के घऱ आया था। जहां वह फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला, वहां से उसके मौसा का घर करीब 200 मीटर बताया जा रहा है। सुबह में जैसे ही आसपास के लोगों ने पेड़ से लटके युवक को देखा तो सबके होश उड़ गए। आधे घंटे में दास नदी किनारे सैंकड़ों लोगो की भीड़ जुट गई। लेकिन घटना स्थल पर उसके मौसा धुम्मा बासकी उर्फ़ मिस्त्री नहीं पहुंचे। सूचना के बाद घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया भेज दिया।

दस दिन पूर्व ही मां के साथ आया था बनकोरा गांव

जोकीहाट एसएचओ घटना की जांच के लिए युवक के मौसा-मौसी व परिजनों से पूछताछ कर रही है। शव देखने पहुंचे कई लोगों का कहना था कि युवक को कहीं और मारा गया है। इसके बाद उसके शव को घसीटते हुए लाया गया है। क्योंकि उसके पैर में घसीटने के निशान हैं। उसके पांव के उपरी हिस्से में किचड़ भी लगा हुआ था। परिजनों के सामने ही पुलिस ने फांसी लटकाने की दुरियों की भी जानकारी ली। मौके पर ग्रामीणों का कहना था कि युवक जब भी अपनी मौसी के घर आता था तो अक्सर घटना स्थल के निकट ही बैठकर मोबाइल में लगा रहता था। शव के पास से मोबाइल भी बरामद हुआ है। पंचायत के मुखिया मंजुर आलम का भी कहना था कि पतल कमजोर गमछी से युवक का फांसी लगाना संभव नहीं लग रहा है।

प्रथम दृष्टया से मामला हत्या का : थानाध्यक्ष

जोकीहाट थानाध्यक्ष श्याम नन्दन यादव ने बताया की प्रथम दृष्टी यह हत्या का मामला लग रहा है। लेकिन उनके परिजनों में मां और बहन का कहना है कि युवक मानसिक रुप से भी बीमार रहता था। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया भेज दिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। जोकीहाट थाना क्षेत्र में पेड़ से शव लटकने का विगत तीन महीनें में यह दूसरा मामला है।

संजीव कुमार झा