सांसद बनने के बाद दरभंगा पहुंचे गोपलजी ठाकुर का भव्य स्वागत
दरभंगा : दरभंगा के सासंद गोपालजी ठाकुर के मंगलवार को दरभंगा पहुंचने पर भाजपा जिला अध्यक्ष हरि सहनी के नेतृत्व मे सासंद बनने के बाद पहली बार आने के अवसर पर उनका भव्य स्वागत किया गया।
जटमलपुर में जिलाध्यक्ष हरि सहनी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पाग, माला और चादर से माननीय सासंद गोपाल जी ठाकुर का स्वागत किया और जिंदावाद के नारे लगाए। जटमलपुर के बाद विशनपुर, डीहलाही, तारालाही, ओझौल, एकमी चौक, सैदनगर, लोहिया चौक एवं लहेरियासराय टावर चौक पर भी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।
इसके बाद सासंद गोपाल जी ठाकुर दरभंगा परिसदन पहुँचकर पत्रकार वार्ता को सम्बोधित किये। श्री ठाकुर ने कहा कि 17 जून से सांसद का सत्र शुरू हो रहा है। संसद सत्र समाप्त होते ही पुनः मीडिया के सामने अपने कार्यो का लेखा जोखा रखेंगे। और इतना ही, प्रत्येक सौ दिन पर अपने किये गए कार्यो का ब्यौरा भी मीडिया के माध्यम जनता के बीच रखेंगे।
उन्होंने कहा की नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व मे पूरे देश के साथ मिथिलांचल और दरभंगा का चहुँमुखी विकास होगा। दरभंगा के विकास के लिए वे हमेंशा कृतसंकल्पित रहेंगे।
सर्जना निखार शिविर में छात्रों को मिला प्रशिक्षण
दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् दरभंगा द्वारा आयोजित एमआरएम महाविद्यालय में सर्जना निखार शिविर में सर्वप्रथम योग के वर्ग में प्रशिक्षक राम विनोद ठाकुर छात्राओं को योग शांति पाठ से शुरू कराये सूर्य नमस्कार की विशेषता बताऐ एवं अभ्यास कराया गया। चक्रासन, वज्रासन का अभ्यास कराया गया शांति पाठ भी कराया गया। वहीं इंग्लिश स्पोकन के प्रशिक्षक विजय कुमार ने छात्राओं को इंग्लिश में किसी भी भाषा का उसका अक्षर होता है। और इस माध्यम से हम अपनी भाषा को बोल चाल वाली भाषा पर बना लेते हैं। वही मेहंदी के शिक्षका प्रियंका कुमारी ने छात्राओ को दुल्हन मेहंदी के बारे में बताई और कुछ डिजाइन का स्टेप बनाई। वही होटल मैनेजमेंट के प्रशिक्षक अनिल कुमार झा ने छात्राओं को पर्सनालिटी डेवलपमेंट के बारे में पढ़ाएं।
वही ड्रेस डिजाइनिंग के प्रशिक्षक डॉ निशा शरण सिन्हा छात्राओं को ड्रेस डिजाइनिंग में कटिंग, सिलाई के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दिये। वहीं नृत्य वर्ग में चांदनी कुमारी ने छात्राओं को कथक नृत्य कई स्टेप का अभ्यास कराऐ।
वहीं इस शिविर को सफल बनाने में कार्यक्रम प्रमुख पूजा झा, प्रीति कुमारी, काजोल कुमारी, सोनी कुमारी, कमला कुमारी, पूजा कुमारी, काजल कुमारी सुचना कुमारी इत्यादि कार्यकर्ता मुख्य रूप से उपस्थित थी।
सर्जना निखार शिविर में मिला योग का प्रशिक्षण
दरभंगा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा द्वारा आयोजित एमआरएम महाविद्यालय में सर्जना निखार शिविर प्रथम वर्ग में सूर्य नमस्कार के सभी आसनों का अभ्यास कराया गया तथा उसके लाभ के बारे मे विस्तार रूप से जानकारी दिया गया।
वही कंप्यूटर के वर्ग में एजुकेशन सलूशन के प्रशिक्षक राजू कुमार ने छात्राओं को डेटा एवं उसके प्रकार के बारे मे बताऐ जैसे डेस्कटॉप,मॉनीटर,लैपटॉप, विंडोज एवं सिस्टम के बारे मे विस्तार रूप से जानकारी दिया गया। वही मिथिला पेंटिंग के प्रशिक्षक भगवान ठाकुर ने छात्राओं को आज सूर्य भगवान बनाना और उनके कई डिजाइनओं पर चर्चा किया और बनाकर बताऐ वही ब्यूटीशियन शिक्षका वीएलसीसी के डायरेक्टर दोयल मोना ने ब्यूटीशियन मे फेशियल,हेयरस्टाइल,बिलिच, हेयर कंटीग के बारे मे विस्तार रूप से जानकारी दिऐ। वही सिक्की आर्ट के प्रशिक्षक उज्जवल कर्ण ने छात्राओ को सिक्की से कैसे पेटिंग जैसे मोर,मछली, एवं विभिन्न प्रकार के चित्र बनाने के बारे मे विस्तार रूप से जानकारी दिया। वही नृत्य पशिक्षक चान्दनी कुमारी ने छात्राओ को नृत्य के कई स्टेप अभ्यास कराऐ।
वही इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे कार्यक्रम प्रमुख पूजा झा, प्रीति कुमारी, काजोल कुमारी, कमला कुमारी, सोनी कुमारी, पूजा कुमारी, सुचना कुमारी इत्यादि कार्यकर्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे
प्राथमिक शिक्षा से समाज होगा विकसित
दरभंगा : दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा द्वारा आज बीएड सत्र (2018-20) के छात्र-अध्यापकों का छः दिवसीय कार्यशाला दिनांक 11 जून, 2019 से 16 जून, 2019 डॉ. ज़ाकिर हुसैन शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, दरभंगा में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यशाला के मुख्यअतिथि बीएमए महाविद्यालय, बहेड़ी के प्रधानाचार्य डॉ. सत्यनारायण पासवान ने छात्राध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा की विद्यालयों से आप अपने ज्ञान से तैयार कर उन बच्चों को हमारे पास उच्च्तर, माध्यमिक, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में भेजते है तो उनका संवर्द्धन महाविद्यालय शिक्षकों के द्वारा किया जाता है। कार्यशाला के उद्देश्यों के बिषय में उन्होंने कहा कि कार्यशाला से प्राप्त ज्ञान का उपयोग समाज के अंतिम कतार में खड़े व्यक्ति के लिए करे, उन्हें समाज और राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने का प्रयास करें इससे राष्ट्र की एकता और अखंडता संवृद्व होगी। डॉ. पासवान ने शैक्षिक मूल्यों पर ज़ोर देने देते हुए कहा की सही शिक्षा और वैचारिक शब्दों से ओतप्रोत बच्चों को तैयार करके जब आप इन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे तो तो राष्ट्र का नाम विश्व स्तर पर परचम लहराएगा।
दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक ने प्राथमिक शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि जहाँ प्राथमिक शिक्षा का महत्व होगा वह समाज सबसे विकसित और बुद्धजीवी होगा।
अकेला शिक्षक अगर चाहे तो सकारात्मक रूप से किए गए कार्य से समाज मे नई क्रांति ला सकता है। आपको अपनी क्षमता पहचानने की जरूरत है आज के समय मे बच्चो में कम्युयूनिकेसन स्किल जरूरी है। जिसे किसी भी बिषय में नही पढ़ाया जाता है और यह ज्ञान उन्हें आपके द्वारा दिया जा सकता है।
मदद करने की मंशा बच्चो में जागृत करें जिससे उन्हें समाज और देशभक्ति की भावना जागेगी। आपके द्वारा वर्ग में बैठे उन बच्चों को पहचानने की जरूरत है जो कमजोर और मानशिक, शैक्षणिक रूप से कमजोर है उन बच्चों से संवाद की क्षमता बढाइये जिससे बच्चे अंदर से मजबूत होंगे।
डॉ. जाकिर हुसैन शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के उपाचार्य डॉ. डी. एन. सिंह ने कहा कि उदेश्य, सफलता एवं लक्ष्य की प्राप्ति में सफलता मिले इसके लिए कार्यशाला करना आवश्यक है। यह कार्यशाला
आपके व्यक्तित्व में निखार लाएगा और शैक्षणिक ज्ञान का विकास करेगा। उन्होंने कहा की आप अध्यापक है ही परंतु आपकी उपलब्धि तभी होगी जब आपके नाम से गौरवान्वित शब्द जुड़ा हो। आप शिक्षा के नई तकनीकों वृद्धि करें और अपनी वृद्धि को अपने वर्ग के बच्चों में स्वानुशासन एवं अनुशासन पैदा करें, समय के अनुपालन करें। आपके शिक्षा से आपके छात्रों को शारिरिक और मानसिक में विकास हो। तभी यह कार्यशाला सार्थक होगा।
उपनिदेशक डॉ. विजय कुमार ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य बौद्धिक विकास के साथ -साथ व्यक्तित्व में निखार लाना है। भाषा के सार्थक प्रयोग, संस्कृति-की समझ ,इतिहास बोध नैतिक मूल्यों के प्रति निष्ठा कर्त्तव्य निष्ठा, मेहनत आदि के सहारे व्यैक्तिक, सामाजिक तथा राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। शिक्षा शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार चौधरी ने कहा कि शिक्षक एवं चिकित्सक अपनी गरिमा खो चुके है अतः शिक्षकों को प्रयास करना चाहिए कि वो अपनी पुरानी गरिमा को फिर से बहाल करनी चाहिए।। कार्यक्रम के आरंभ में विषय प्रवेश करते हुए सहाय inक निदेशक डॉ. शम्भू प्रसाद आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला के उद्देश्यों की चर्चा की। मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम समन्यवक डॉ. अखिलेश मिश्र ने किया। कार्यकम का समापन निधि वत्स के निर्देशन में राष्ट्रगान से किया गया।
दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत बीएड की आयोजित हुई कार्यशाला
दरभंगा : दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत चल रहे बीएड (दूरस्थ माध्यम) सत्र 2018-20 के छात्र- अध्यापकों की प्रथम कार्यशाला के दूसरे दिन आधार पुरुषों ने कार्यशाला में आये शिक्षकों को पाठ योजना के आधार पर शिक्षण के उद्देश्यों को निर्धारित करते हुए, शिक्षण विधियों तथा शिक्षण अधिगम का उपयोग करते हुए पठन-पाठन प्रक्रिया को करने की विधियों को बताया गया। आधार पुरुष के रूप में डॉ. कल्याणी ने छात्रों को पांच (5Es) मॉडल के आधार पर पाठ की प्रस्तुति का विस्तार से वर्णन किया। अर्थात Engage, Explore, Explain, Extend एवं Evaluate को शिक्षण अधिगम सामग्री का उपयोग करने के पाँच आधार के रुप में पाठ की प्रस्तुति का विस्तार से वर्णन किया। आज के आधार पुरुषों में डॉ. डीएन. सिंह, डॉ. जैफी, डॉ. अरविंद मिलन, डॉ. मुक्तामणि, डॉ. रेणु, डॉ. निधि वत्स, डॉ. बेग, डॉ. सुबोध कुमार आदि उपस्थित थे। कार्यशाला की सफलता हेतु सहायक निदेशक डॉ. शम्भु प्रसाद तथा डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र सतत प्रयत्नशील है। चल रहे कार्यशाला का निदेशक, उपनिदेशक एवं अधिषद सदस्य संतोष कुमार द्वारा निरीक्षण किया गया एवं कार्यशाला की सफलता के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए।
गिरीश कार्नाड के निधन पर आयोजित हुई श्रधांजलि सभा
दरभंगा : विश्वविद्यालय संगीत एवं नाट्य विभाग में अपराह्न तीन बजे एक शोकसभा आयोजित की गई जिसमें विश्वविख्यात साहित्यकार, फिल्म अभिनेता, नाटककार, लेखक, रंगमंच के शिखर पुरूष, निर्देशक गिरीश कर्नाड के आकस्मिक निधन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विभागाध्यक्षा प्रो.लावण्य कीर्ति सिंह ‘ काव्या ‘ ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लगभग पचास वर्षों तक रंगमंच एवं फिल्म के क्षेत्र में उनका अतुलनीय योगदान है। पद्मश्री, पद्मभूषण तथा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, साहित्य अकादमी पुरस्कार, ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित कर्नाड ने संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष पद को भी सुशोभित किया। हयवदन, ययाति, अग्निवर्षा आदि नाटकों को लिखा। ‘मालगुडीडेज’ में उनका अभिनय अविस्मरणीय है।
फिल्मों में उनका अभिनय यादगार है -निशान्त, आशा, उत्सव। उनका नहीं होना अपूरणीय क्षति है । इस अवसर पर डॉ. वेद प्रकाश ने कहा कि गिरीश कर्नाड वास्तविक रंगकर्मी थे।डॉ. सुनील ठाकुर, हेमेंद्र कुमार लाभ, महेंद्र नारायण चौधरी, विजय कुमार साह, डॉ श्याम भास्कर,सुधीर कुमार आदि ने उनके निधन को दुखद कहा। अन्त में उपस्थित छात्र-छात्राओं सहित सभी सदस्यों ने दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की और इस दुखद घटना से आहत उनके परिवार को सहनशक्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई ।
शिक्षकेत्तर कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त
दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मियों की पांच दिनों से चली आ रही अनिश्चितकालीन हड़ताल आज वार्ता के बाद समाप्त हो गयी। ज्ञात हो कि कल कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय के मुख्यालय पहुंचने के बाद वार्ता आरंभ हुई। कुछ विन्दुओं पर सहमति बनी पर कर्मचारी संघ द्वारा हड़ताल समाप्ति की घोषणा नहीं की गई थी। आज पुनः वार्ता हुई तथा निम्न विन्दुओं पर दोनों पक्षों की सहमति के बाद हड़ताल समाप्ति की घोषणा की गई। वार्ता में विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव के अतिरिक्त वित्त परामर्शी, कुलानुशासक, उप कुलानुशासक, वित्त पदाधिकारी एवं उपकुलसचिव प्रथम तथा कर्मचारियों की ओर से श्री शंकर यादव, सरोज चौधरी, राम सेवक भारती राजू राम आदि उपस्थित थे। हड़ताल की समाप्ति पर शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के प्रक्षेत्रिय मंत्री सह सिनेट सदस्य विनय कुमार झा ने प्रसन्नता ब्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को धन्यवाद दिया है।
शंकर कुमार लाल/मुरारी ठाकुर