सैलून संचालक को ममेरे भाई ने चाकू गोंद कर मौत के घाट उतारा
- पंद्रह हजार रुपये के कर्ज की वापसी के विवाद में हुई वारदात
चंपारण : मोतिहारी के अगरवा मोहल्ले में एक सैलून संचालक को उसके ममेरे भाई ने ही चाकू गोद कर हत्या कर दी। मृतक सुनील ठाकुर उर्फ झुनझुन संग्रामपुर बाज़ार का निवासी था। वह अगरवा मोहल्ले में ब्रह्मदेव महतो के घर में किराए पर रहता था। बताया गया है कि शुक्रवर को सुबह 7 बजे पटखौलिया गांव निवासी उसका ममेरा भाई बाला ठाकुर पहुचा, जिससे 20 हजार रुपये उधार सुनील ले रखा था। पांच हजार वापस किया था। 15 हजार रुपये का तगादा करते हुए दोनो में बकझक हुई और फिर बाला ने सुनील को चाकू मार दिया। चाकू सीने और पेट मे मारी गई।
पड़ोसियो ने उसे अस्पताल पहुचाया जहां उसकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही सदर डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता , नगर इंस्पेक्टर अभय कुमार सदर अस्पताल पहुचे और घटना की जानकारी ली। मुम्बई से 6 माह पहले सुनील अपने गाव आया जो परिवार के साथ मोतिहारी में रह कर डॉ हरिकिशोर वर्मा वाली गली में सैलून चलता था। पिता की पूर्व में ही मौत हो गई है और घर का वह एकलौता वारिस था । दो साल पहले ही उसकी शादी हुई थी जिसे तीन माह की एक बेटी है। मां सुनैना देवी व पत्नी विभा देवी सदर अस्पताल क प्रागण में दहाड़े मार कर चिल्ला रही थी । इस बाबत इंस्पेक्टर श्री कुमार ने कहा कि शीघ्र आरोपी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौप दिया गया है।
राजन दत्त द्विवेदी
विश्व बालश्रम दिवस पर परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन
- बाल मजदूरी के लाभ-हानि को विस्तार से बताया
चंपारण : लौरिया, प्रखंड क्षेत्र के गोनौली-डुमरा पंचायत अंतर्गत सिरकैया वार्ड नंबर-15 में स्वयं सेवक समूह के सदस्यों द्वारा विश्व बालश्रम निषेध दिवस के अवसर पर बाल मजदूरी के लाभ-हानि पर चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन कोरोना महामारी से बचाव हेतू शोसल डिस्टेंस बनाकर किया गया । कार्यक्रम के दौरान समूह के सदस्य लालपरी कुमारी ने बताया कि बाल श्रम एक कानूनी अपराध के साथ-साथ सामाजिक बुराई भी है, इसे रोकना हर व्यक्ति का पहला कर्तव्य है, जहां बाल मजदूरी के शिकार बच्चे अपने मौलिक अधिकारों को खो देते हैं।
वहीं वे कई तरह के बुराईयों के शिकार भी बनाये जाते है। जबतक सभी माता-पिता, समाजसेवी, सरकारी, गैर सरकारी तंत्र को इसके संपूर्ण उन्मूलन हेतु एकजुट होकर संयुक्त पहल करने की नितांत आवश्यकता है । वहीं सदस्य सिंकु कुमारी ने बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित व लाभप्रद जगह विद्यालय को बताते हुए सभी बच्चों को नियमित शिक्षाग्रहण की अपील की ।इस दौरान मास्क उपयोग, शोसल डिस्टेंस बनाते हुए सरकार के नियमों के पालन करने के साथ-साथ बच्चों की सुरक्षा तंत्र को समूह व्दारा बनाये जाने पर भी चर्चा हुई । मौके पर किरन कुमारी, पूनम कुमारी, नीशा कुमारी, अंजली कुमारी, पूजा कुमारी, पूनीता कुमारी, सुदर्शन कुमार आदि उपस्थित थे।
निपु दीक्षित
मटियरिया पंचायत में वार्ड सचिव पर प्राथमिकी
- ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना की राशि निकासी का मामला
चंपारण : थाना क्षेत्र के मटियरिया पंचायत के वार्ड नंबर 3 के वार्ड सचिव मनीष कुमार यादव पर गलत तरीके से ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना की राशि निकासी करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुष्टि करते हुए थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि वार्ड सदस्य तेजा खातून ने वार्ड सचिव पर ग्रामीण पेयजल योजना के सभी कागज अपने पास रखने और मांगने पर देने से इनकार करने का आरोप लगाते हुए पंचायत राज विभाग को एक आवेदन देकर सूचना दी गई थी।
पंचायत राज कार्यालय द्वारा इसकी जांच की गई जिसमें वार्ड सचिव द्वारा स्वयं के नाम से 10 लाख 50 हजार राशि निकासी की गई है और काम के नाम पर सिर्फ बोरिंग और स्टेजिंग का काम कराया गया है कार्यालय द्वारा इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में प्रभारी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी आशुतोष कुमार मिश्र के आवेदन पर वार्ड सचिव मनीष कुमार यादव के विरुद्ध सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का कार्य प्राक्कलन के मानक के अनुरूप पूर्ण नहीं कराने तथा सरकारी राशि की निकासी निजी खाते में कर उसका दुरुपयोग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है । थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान जारी है।
हरसिद्धि / मनोज कुमार
बेतिया मंडलकारा में एक विचाराधीन कैदी की मौत
- जेल प्रशासन बता रहा आत्महत्या, परिजनों ने किया इनकार
चंपारण : बेतिया, पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया स्थित मण्डल कारा में बन्द विचाराधीन कैदी की मौत की ख़बर पर है। विचाराधीन कैदी के माता-पिता कोविड 19 लॉक डाउन नेपाल में फ़ंसे है। मृतक कलामुदीन उर्फ़ पापड़ पिता जहरूदीन नट पकडीढाला थाना शिकारपुर का विचाराधीन कैदी था। बताया कि जेल प्रशासन ने उसकी मौत को आत्म हत्या बताया है।
ग्रामीण ने कहा कि गरीब परिवार से आने वाला मृतक बेल कराने के लिए चंदा किए थे। लाँक डाउन के चलते बेल नही हो सका। ग्रामीण ने कहा कि आत्महत्या नही, हत्या है जेल में कोई कैसे करेगा आत्महत्या? इसकी जाँच होनी चाहिए। ग्रामीणो मे जेल प्रशासन के विरूद्ध रोष है। हमारे सूत्र बताते है कि सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हुए हैं।
विचाराधीन कैदी अपने वृद्ध माता-पिता का एकलौता पुत्र था, उनका सहारा अब छीन गया। ग्रामीण व पट्टीदार गुरुवार की शाम तक शव की प्रतीक्षा करते रहे। शुक्रवार की सुबह नट टोली में पापड़ का शव पहुंचा तो चीख पुकार मच गई, बगल के गांव के लोग भी पापड़ को देखने पहुंचे। अकबर अली नट ने बताया कि अब उसे दफ़न करने की प्रक्रिया में लोग लग गए है।
अवधेश कुमार शर्मा