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12 अप्रैल : गया की मुख्य ख़बरें

जिले में कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल संग्रहण का कार्य शुरू

गया : बोधगया स्थित सिद्धार्थ इंटरनेशनल होटल क्वारंटाइन सेंटर परिसर में बनाए गए कोविड-19, सैंपल संग्रहण केंद्र ने कोरोना के संदिग्ध व्यक्तियों का सैंपल संग्रहण करना प्रारंभ कर दिया है l सैंपल संग्रहण केंद्र एक केबिन के रूप में पूरी तरह से सुरक्षित बनाया गया है l बाहर लगे शीशे में दो गोल होल बनाए गए हैं। सैंपल संग्रहण के दौरान इस केबिन में उपस्थित चिकित्साकर्मी पूर्णतया सुरक्षित रहेंगे l केवल उनके हाथ निकालने के लिए दो होल किए गए हैं, जिससे वह हाथ निकालकर संदिग्ध व्यक्ति के मुंह एवं नाक से स्लाइवा एकत्रित करेंगे । इस सैंपल संग्रहण केंद्र के बन जाने से सैंपल संग्रहण करने वाले चिकित्साकर्मी संक्रमण से बिल्कुल सुरक्षित रहेंगे।

इस केंद्र का शुभारंभ गया जिलाधिकारी,अभिषेक सिंह की उपस्थिति में की गई l  दुबई से लौटे शमशाद कमर तथा सरौवर खान एवं नाइजीरिया से लौटे शारिक आफताब का सैंपल आज संग्रह किया गया। ये सभी 15 मार्च 2020 के पूर्व गया लौटे थे तथा पर्यवेक्षण में रखे गए थे। विदेश से लौटे सभी व्यक्तियों के सैंपल की जांच कराने के निर्णय के आलोक में इनके सैंपल का संग्रहण सैंपल संग्रहण केंद्र द्वारा किया गया।

इसके पूर्व जिलाधिकारी ने सिद्धार्थ इंटरनेशनल होटल क्वॉरेंटाइन सेंटर का भ्रमण कर क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए संदिग्ध व्यक्तियों के कमरों का बाहर से निरीक्षण किया। उन्होंने कमरों की साफ-सफाई का जायजा लिया तथा कोरेंटिन में रखे संदिग्ध कई व्यक्तियों से उनका हाल-चाल जाना एवं उनके लिए की जा रही व्यवस्था की जानकारी ली। संदिग्ध मरीजों ने बताया कि यहां कोई कमी नहीं है l  खाना समय पर मिल रहा है एवं सारी व्यवस्था दुरुस्त है।

जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित कर्मियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सफाई कर्मी बिना मास्क व ग्लब्स के किसी संदिग्ध के कमरे में सफाई करने नहीं जाएगा। प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट को सभी कर्मियों की निगरानी करने एवं उन पर नजर रखने के निर्देश दिए।

लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हो रहा पालन

गया : कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉक डाउन लगाया गया है। इस दौरान लोगों से घरों में रहने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहा जा रहा है। बावजूद गया शहर में लोग आदतन मजबूर हैं और पुलिस प्रशासन को बार-बार बल प्रयोग करना पड़ रहा है। यह बेहद चिंताजनक विषय है ।लोग अपराधी नहीं हैं, फिर भी ना जाने क्यों कानून से खिलवाड़ करने का शौक बना हुआ रहता है।

उल्लेखनीय है कि कोरोना जैसी महामारी से पूरा विश्व संकट में है। परंतु गया शहर के कारोबारी उन दुकानों को भी खोल रखे हैं, जिसे लाॅक डाउन पीरियड में जनहित के लिए प्रतिबंधित किया गया है इन स्थानों पर लॉक डाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का खुला उल्लंघन हो रहा है। शहर के कई इलाकों में दुकाने खुली देखि जा रही है। पुरानी गोदाम, जीबी रोड, कुजापी सब्जी मंडी सहित नगर एवं जिलों के अन्य भागों के हर इलाके में कुछ ऐसी दुकानें खुली देखी जा रही हैं।

कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर लागू लाॅक डाउन के बीच बेलागंज के तमाम कस्बाई बाजारों में सब्जी खरीदने के दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में नहीं रख रहें हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के आह्वान और तमाम मीडिया द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए भीड़ से बचने का आग्रह किया जा रहा है।बावजूद,लोगों की भीड़ सब्जी दुकानों के अलावा किराना स्टोर के आसपास देखी जा रही है।खासकर बेलागंज,चाकन्द,चाकन्द स्टेशन बाजार,पाईं विगहा,बीथोशरीफ,बिसुनगंज,ओर,नेऊरी,रौना बाजारों में सुबह और शाम को सब्जी सहित अन्य सामानों की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ते देखा जा सकता है।ऐसे में लाॅक डाउन महज एक घोषणापत्र बनकर रह गया है।प्रबुद्धजनों ने बाजारों में बढ़ते भीड़ के मद्देनजर पुलिस से सख्त कारवाई की मांग की है।

अभिभावकों पर निजी स्कूल फीस जमा कराने के लिए बना रहें दबाव

गया : निजी विद्यालय के विद्यार्थियों के अभिभावकों को एक बहुत बड़ी राहत प्रदान करते हुए जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने निजी विद्यालय के प्रबंधकों को आदेश जारी करते हुए कहा गया कि नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण एवं फैलाव को देखते हुए राज्य सरकार एवं गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने कोरोना महामारी को अधिसूचित आपदा” माना है एवं इस पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु आवश्यकतानुसार आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई करने हेतु निर्देशित है। विभिन्न माध्यमों से ऐसी सूचना प्राप्त हो रही है कि इस आपदा के दौरान निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा अभिभावकों विभिन्न माध्यमों से संसूचित कर तीन माह का फीस एक साथ जमा करने का दबाव दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विद्यालय में आकर किताब एवं कॉपी खरीदने हेतु संसूचित किए जाने की सूचना मिल रही है तथा परिवहन मद में भी राशि जमा करने का निर्देश दिया जा रहा है।

अभिभावकों के द्वारा लॉकडाउन की स्थिति में फीस आदि जमा करने में असमर्थता व्यक्त की जा रही है तथा लॉकडाउन के दौरान अभिभावकों/बच्चों के समक्ष ससमय फीस जमा करने की वास्तविक कठिनाई होने की सूचना दी जा रही है। उक्त परिप्रेक्ष्य में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण एवं फैलाव को देखते हुए वर्तमान में में लॉकडाउन के आलोक में निजी विद्यालय प्रबंधनों को निम्नांकित को निर्देश दिए जाते हैं। किसी भी परिस्थिति में तीन माह की फीस जमा करने हेतु किसी भी अभिभावक को बाध्य नहीं किया जाएl मात्र एक माह का शिक्षण शुल्क भुगतान करने हेतु अभिभावकों से अनुरोध किया जाएl शिक्षा शुल्क के अलावे अन्य प्रकार के चार्ज बाद में क़िस्त के रूप में वसूल किए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाएlछात्रों के हित मे पाठ्यक्रम सामग्री को डिजिटल रूप में रूप में अभिभावकों और छात्रों को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से से उपलब्ध कराया जाए।

पंकज कुमार सिन्हा