छिनतई में असफल अपराधियों ने दो को पिट कर किया घायल
नवादा : जिले में छिनतई का मामला फिर आया है, इन दिनों नवादा में अपराधी बेखौफ हो चुकी है, बता दे कि सोमवार की देर रात 3 नंबर बस स्टैंड के समीप मोटरसाइकिल सवार दो लोगो से अपराधियों द्वारा छिनतई करने की कोशिश की गई । छिनतई में असफल हुआ तो मोटरसायकिल सवार को मारपीट कर घायल कर दिया, दोनों का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है, जिसकी पहचान रोह थाना के गोड़हारी गांव के बूंदी यादव का पुत्र आलोक राज और दूसरा व्यक्ति जयनंदन के रूप में की गई है।
घायल आलोक राज ने बताया कि नवादा से अपने घर रोह जा रहे थे तभी तीन की संख्या में रहे अपराधी 3 न. बस स्टैंड के समीप रोककर छिनतई करने लगा हम लोगो ने जमकर विरोध किया जब असफल हुआ तो मारपीट करने लगा उसी दौरान मेरा सर फट गया और हम सड़क पर गिर गये, उसी दौरान पैंथर के जवान ने मौके पर पहुँच कर दोनों घायलों को सदर अस्पताल में भर्ती करा इलाज करवाया जा रहा है।
मुखिया पति को गिरफ्तार कर की बर्बरता पूर्ण पिटाई
नवादा : जिले के नारदीगंज बाजार में पेश पंचायत की मुखिया पति अजित कुमार उर्फ गुड्डू सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्ण पिटाई चर्चा का विषय बना हुआ है। हर लोगों के जुबान पर मंगलवार को एक ही चर्चा सुनने को मिल रही कि नारदीगंज के पुलिस लोगों के साथ जानवरों की तरह व्यवहार कर रही है।इसका ताजा उदाहरण पेश पंचायत की मुखिया दिव्या प्रधान के पति अजित कुमार उर्फ गुड्डू सिंह के साथ बर्बरता पूर्ण पिटाई का मामला सामने आया है।
बताया जाता है कि सोमवार की देर रात पुलिस पचेया गांव में मुखिया के घर पर छापेमारी किया। इस दौरान पुलिस ने मुखिया पति को गिरफ्तार किया । उसके बाद घर के समीप से मारपीट करना शुरू कर दिया।पुलिस की बर्बरता चालू रहा और हंडिया सूर्य मंदिर के पास गाड़ी रोक कर पिटाई करना शुरू कर किया।
गिरफ्तार अजित कुमार ने बताया कि जब तक हम बेहोश नहीं हो गए तब तक पुलिस हमें पीटती रही।पुलिस की पिटाई के कारण मेरा हाथ फट गया और पीठ पर भी डंडे से मारने का निशान का ज़ख्म बना हुआ है।
उन्होंने ने कहा घटना की शुरुआत 3 अगस्त यानि रक्षा बंधन के दिन से ही शुरू हुआ है।उस दिन मैजिक गाड़ी से मेरी मां नंदपुर व धनियावा पहाड़ी से पूजा कर लौट रही थी।लौटने के क्रम में वर्षा और कीचड़ के कारण गाड़ी सड़क से नीचे उतर गई थी।इसकी जानकारी मिलने पर हम वहाँ पर पहुँचे, और ट्रैक्टर से गाड़ी को खींच कर बाहर सड़क पर निकाल लिए थे।गाड़ी से कोई दुर्घटना नहीं हुई थी।
घटना की जानकारी मिलने पर प्रभारी थानाध्यक्ष राम कृपाल यादव और दफादार चंद्रमौली सिंह घटना स्थल पर पहुँचे,दोनों शराब के नशे में मोटरसाइकिल से आये और गाड़ी को थाने ले जाने के लिए कहने लगे।इसी बीच मैं गाड़ी में मां को बिठाकर घर भेज दिया।तब प्रभारी थानाध्यक्ष राम कृपाल यादव धमकी दिया था कि हम तुमको बर्बाद कर देंगे।उस घटना के बाद सोमवार की रात में घर पर पहुँच कर गिरफ्तार किया,और घर से पीटना शुरू कर दिया।
इस सम्बन्ध में एसआई राम कृपाल यादव ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन अजित कुमार का गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।जिसे जानकारी मिलने के बाद हम दुर्घटना ग्रस्त वाहन को लाने गए थे ,तो अजित ने हमारा गला दबा दिया था।जिसका थाना कांड संख्या 175 /2020 दर्ज किया गया था।
इस मामले में अजित कुमार, संतोष कुमार,प्रमोद कुमार,राजीव कुमार समेत 15 अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।उसी केस में सोमवार की रात को पुलिस ने अजित सिंह को गिरफ्तार कर मंगलवार की सुबह में जेल भेज दिया है।वही मारपीट के संबंध में उन्होंने ने कहा गिरफ्तारी के बाद अजित को दूसरे गाड़ी में पुलिस के साथ बिठा दिया था ,और हम दूसरे गाड़ी में थे।हो सकता है कि रास्ते में उन्होंने बदमाशी किया होगा तो पुलिस मारपीट कर दिया होगा।
थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने बताया कि अभियुक्त के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है। आरोप बिलकुल सत्य से परे है ।
डकैती व हत्या की जांच में खोजी कुत्ते की मदद ले रही पुलिस
- राजद ने की थानाध्यक्ष के निलंबन की मांग
नवादा : नगर के पार नवादा बुंदेलखंड सहायक थाना क्षेत्र के डोभरापर मोहल्ला में किराना व्यवसायी सत्यानन्द प्रसाद सिंह के घर सोमवार की देर रात डकैती व पुत्र की हत्या का उद्भेदन करने में पुलिस पसीना बहा रही है । इस दौरान व्यवसायी के इकलौते पुत्र रौशन कुमार की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद पूरे पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है। वही मौके पर पहुंचे एसपी अभियान के साथ अन्य कई पुलिस अधिकारी ने मामले की जांच की।
पुलिस खोजी कुत्ता से माध्यम से लगातार उद्भेदन का प्रयास किया जा रहा है । डकैती के बाद अपराधी किस ओर भागे है। अपराधी को पकड़ने में पुलिस खोजी कुत्ता की मदद ले रही है।
इस क्रम में राजद जिलाध्यक्ष महेंद्र यादव ने अपने सहयोगियों के साथ घटनास्थल का दौरा कर पीङित परिजनों को सांत्वना दी । उन्होंने एसपी से घटना के लिए जिम्मेदार थानाध्यक्ष को निलम्बित करने की मांग की है ।
बता दें नवादा नगर के पार नवादा बुंदेलखंड सहायक थाना क्षेत्र के डोभरापर मोहल्ला में बीती रात किराना दुकानदार सत्यानन्द प्रसाद सिंह के घर डकैती हुई। इस दौरान व्यवसायी के इकलौते पुत्र रौशन कुमार की गला रेत कर हत्या कर दी गई। वहीं व्यवसायी सत्यानंद को भी बुरी तरह पीटा गया, जिससे वे गम्भीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
परिवार की महिला सदस्यों के अनुसार पिता-पुत्र छत पर कमरे में सो रहे थे। जबकि अन्य लोग घर के निचले तले पर सो रहे थे। अचानक देर रात चीखने की आवाज आई तो सभी लोग छत पर पहुंचे। देखा कि दो अपराधी पिता को बांध कर पीट रहे हैं और बगल में बेटे का शव पड़ा है। उनके शोर मचाने पर अपराधी भाग गए। वही घटना की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और छानबीन में जुट गई।घटनास्थल से हत्या में प्रयुक्त पसुली बरामद की गई है।
मुख्यमंत्री ने विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया पोखर जीर्णोद्धार कार्य का उद्घाटन
नवादा : सोमवार को लघु संसाधन विभाग, बिहार, पटनाके तत्वाधान में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के कर कमलों द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जल जीवन हरियाली अभियान अन्तर्गत वारिसलीगंज प्रखंड के अपसङ पंचायत में अपसङ पोखर जीर्णोद्धार कार्य का उद्घाटन किया ।
नवादा में व्यवसायी के घर भीषण डाका, बेटे का गला रेता
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को प्रभारी जिला पदाधिकारी वैभव चौधरी द्वारा अपसङ पोखर के विशिष्टियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए बताया गया कि इस पोखर की लम्बाई 1170 मीटर, चौड़ाई 195 मीटर, लगभग 3.3 मीटर की गहराई में खुदाई कार्य कराया गया है। यह योजना 7.68 करोड़ का है। इस तालाब का जलसंग्रह क्षमता 6 लाख 75 हजार घन मीटर है।
इस योजना से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से तीन पंचायतों के (अपसङ, पार्वती एवं शाहपुर) लगभग 1 लाख 60 हजार ग्रामीण लाभान्वित होंगे। इस योजना के कार्य पूर्ण होने पर आस-पास के ग्रामीण काफी उत्साहित एवं खुश हैं एवं इस तरह के और योजनाओं की मांग ग्रामीणों द्वारा की जा रही है।
पोखर के चारों ओर बृक्षारोपण किया गया है। भविष्य में इस पोखर के सौन्दर्यीकरण का कार्य भी किया जायेगा। इस पोखर के निर्माण से आस-पास के इलाकों में जल स्तर में बृद्धि हुई है।
इस अवसर पर माननीय विधायक वारिसलीगंज श्रीमती अरूणा देवी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी संतोष झा, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर उमेश कुमार भारती, ओएसडी प्रशान्त अभिषेक, निदेशक सामाजिक सुरक्षा प्रियंका सिंहा, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, जिला परिषद सदस्य अंजनी कुमार, मुखिया संघ अध्यक्ष वारिसलीगंज गौतम कुमार, प्रमुख रबी देवी, मुखिया राजकुमार सिंह, सरपंच रामवरन सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी वारिसलीगंज के साथ-साथ अन्य ग्रामीण आदि उपस्थित थे।
बिजली का पोल गाड़ने को ले विवाद, पुलिस पर पथराव
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली पूर्वी पंचायत के पचंबा गांव में बिजली पोल गाड़े जाने को लेकर ग्रामीण महिला-पुरुषों ने जमकर विरोध किया। इस दौरान महिलाओं ने पुलिस पर पथराव भी किया। इसके बाद बिजली विभाग को काफी फजीहतें झेलनी पड़ी। पुलिस ने मौके से कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
बता दें कि भारी संख्या में पुलिस बल और महिला पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में बिजली के पोल गड़वाए गए। प्रशिक्षु डीएसपी सुशांत कुमार चंचल की उपस्थिति में सीओ अनिल कुमार, थानाध्यक्ष, इंस्पेक्टर सुजय विद्यार्थी मौजूद रहे। वहीं, गांव के लोग पइन के पास बने एक घर के बीच से बिजली पोल को नहीं जाने देने की मांग पर अड़े थे।
एसडीओ को दी गई थी सूचना :
जानकारी के अनुसार रजौली पूर्वी पंचायत के पचंबा गांव से ग्राम धुरगांव तक मेसर्स गोपी कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 11 केवीए के बिजली लाइन का विस्तारित करने का कार्य चल रहा था, जिसे 27 जुलाई को पचम्बा गांव के लोगों द्वारा विरोध करते हुए रोक दिया था। बिजली विभाग के रजौली डिवीजन के विद्युत कार्यपालक अभियंता यासिर अराफात द्वारा 30 जुलाई को रजौली एसडीओ चंद्रशेखर आजाद को विभागीय पत्र के माध्यम से काम रोके जाने की जानकारी दी गयी थी।
सफाई कर्मियों ने किया प्रदर्शन, पटना की तर्ज पर लाभ देने की मांग
नवादा : बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष अरविंद दास के नेतृत्व में सफाई कर्मियों ने नगर भवन में विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने सरकार से मांग की है कि कोविड-19 जैसे महामारी में भी जान जोखिम में डाल कर शहर की सफाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।
फैसले लागू करने की अपील:
सफाई कर्मियों ने कहा कि पटना में कोरोना भत्ता 4500 रुपये देने और मृत्यु होने पर 10 लाख का अनुदान देने के फैसला का स्वागत करते हैं। उन्होंने नगर परिषद नवादा में भी उस फैसले को लागू करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कई महीने का बकाया वेतन नहीं देने से भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
नगर परिषद करे विचार:
सफाई कर्मियों ने कहा कि गलव्स, मास्क, सेनेटाइजर और सुरक्षा की आदि चीजें अविलंब दें। साथ ही उस फैसले को लागू करने में नगर परिषद गंभीरता से विचार करते हुए उसे लागू करने की गारंटी करें, ताकि कोविड 19 के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में अग्रणी पंक्तियाँ में रह सके। इस दौरान रामभजु दास, बिगन दास, ब्रह्मदेव दास, गुड्डु दास केश्वरी दास, प्रदीप दास, वीरेन्द्र दास, विद्यासागर दास, महेश दास, नरेश दास, रामोतार डोम समेत सभी कर्मी मौजूद थे ।
पशु चारा के बजाय प्लास्टिक और कचरा खाने पर मजबूर गायें?
नवादा : जब गाय नही होगी, गोपाल कहाँ होंगे, हम सब इस दुनिया में, खुशहाल कहाँ होंगे आज के संदर्भ में गाय की दयनीय अवस्था के बारे में लिखी गई ये पक्तियां कई सवाल खड़ा कर रही है । भारतीय संस्कृति में गाय केवल एक पशु ही नहीं, बल्कि उसे माता का दर्जा दिया गया है।
ऐसा माना जाता है कि गाय में हमारे सभी देवी-देवता निवास करते हैं। इसी वजह से मात्र गाय की सेवा से ही भगवान प्रसन्न हो जाते हैं । हिन्दू धर्मं में मान्यता है कि जो मनुष्य प्रात: स्नान करके गौ स्पर्श करता है, वह पापों से मुक्त हो जाता है। गोसेवा करने से मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। धर्म शास्त्रों के अनुसार गौ माता ही जीव को वैतरणी नदी से पार उतारकर दुर्लभ मोक्ष की प्राप्ति कराती है। गोस्वामी तुलसीदास ने भगवान राम के अवतार का एक कारण गौरक्षा को बताया है।
देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनायी जा रही है। इस साल देशभर में जन्माष्टमी 11 व 12 अगस्त को मनाई जा रही है । पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद यानी कि भादो महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ था, जो कि इस बार 11 अगस्त को पड़ रहा है।इस वजह से जन्माष्टमी 11अगस्त को ही मनाई जा रही है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है।
हिन्दू धर्मं केअनुसार जन्माष्टमी का त्योहार बड़ा महत्वूर्ण है । शास्त्रों के अनुसार जन्माष्टमी के दिन भगवान विष्णु ने कंस का वध करने के लिए देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान के रूप में धरती पर भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया था। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्री कृष्ण 16 कलाओं से युक्त माने जाते हैं।
श्रीकृष्ण भगवान ने गौ सेवा करते हुए जीवन व्यतीत किया। गाय की सेवा करने मात्र से ही श्रीकृष्ण भगवान प्रसन्न हो जाते हैं। जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण के साथ ही गौमाता की भी पूजा की जाती है। भगवान कृष्ण का पूरा जीवन गाय की सेवा में व्यतीत हुआ। हिन्दू गायों की सेवा को ही परम धर्म मानते हैं। हिन्दू मानते हैं जिस घर में गाय की सेवा होती है , उस परिवार के कलह-क्लेश व सभी प्रकार के वास्तु दोष दूर हो जाते हैं।
हिन्दू धर्म में गाय की पूजा सुख-समृद्धि देने वाला धार्मिक कर्म माना गया है। भारतीय संस्कृति में गाय का बेहद उच्च स्थान है। वेद पुराणों के अनुसार जो व्यक्ति गाय माता की सेवा करता है, उस पर आने वाली विपदाएं समाप्त हो जाती हैं। पद्म पुराण में कहा गया है कि गाय के मुख में चारों वेद बसते हैं। आज देश की सबसे बड़ी विडंबना यह है कि देश में कुत्ते बिस्किट खा रहे है और पेट की आग बुझाने के लिए सैकड़ों गाय प्लास्टिक बैग खाकर प्रतिदिन अकाल मौत का शिकार बन रही है।
ऐसे में यह सवाल विचारणीय हो जाता है कि आखिर क्या वजह है कि भारतीय संस्कृति में बेहद उच्च स्थान रखने वाली गाय इस समय दर-दर की ठोकरें खा रही हैं ? क्यों प्राचीन काल से ही भारत में समृद्धि का प्रतीक मानी जाने वाली गाये आज भूखी प्यासी है और कचरे के ढेर पर पॉलीथिन और कूड़ा करकट खाने को मजबूर है ? पॉलीथिन खाने से गायों व अन्य जानवरों के मरने की घटनाएं तो अब आम हो गई हैं।
पिछले कुछ समय से आए दिन समाचार पढ़ते आ रहे हैं कि डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके गाय के पेट से 60 किलो पॉलिथीन निकाली है,तो कही गाय के पेट का ऑपरेशन करके बीस-तीस किलो पॉलीथिन निकाला गया।
कोर्ट के पॉलीथिन पर प्रतिबंध के निर्देश के बावजूद शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में तक में अब तक इस पर रोक नहीं लग सकी है। बाजार में सरेआम दुकानदारों द्वारा फेंकी जा रही प्रतिबंधित पॉलीथिनों को चारा नहीं मिलने की वजह से खाकर गाय मर रही हैं।
प्लास्टिक सिर्फ मानव जीवन और पर्यावरण को ही नहीं जानवरों के लिए भी बेहद हानिकारक है। गाय द्वारा इसको खा लेने पर वह अंदर जाकर अमाशय में जमा हो जाती, जिससे पाचन क्रिया बिल्कुल बिगड़ जाती है। गैस की शिकायत बढ़ने से पेट फूलता है। जिसके कारण गाय तड़प तड़प कर दम तोड़ देती है । हिन्दू धर्म में तो गाय के महान और अनमोल गुणों को देखते हुए उसे मां, देवी और भगवान का दर्जा दिया गया है।
गाय वैदिक काल से ही भारतीय धर्म, संस्कृति, सभ्यता और अर्थव्यवस्था का प्रतीक रही है। परंतु क्यों आज गाय सड़कों पर आवारा घूमती व भूखी गाय कचरे से गंदगी व पॉलिथीन खाने को मजबूर है।
सुख-समृद्धि की प्रतीक रही भारतीय गाय आज कूड़े में प्लास्टिक की थैलियां खाती दिखती है। कैसी विडंबना है कि आज के समय में गायें घोर उपेक्षा और बदहाली की जिंदगी जी रही हैं और भूख से दम तोड़ रही हैं । सड़को किनारे फेंकी गई खाद्य वस्तुओं के साथ-साथ प्लास्टिक खाने से गाय की दर्दनाक मौत होने की घटनाएं आम हो गई है ।
1857 के विद्रोह की शुरुआत मंगल पांडे से हुई जब गाय और सुअर की चर्बी लगे कारतूस लेने से मना करने पर उन्होंने विरोध जताया। ईस्ट इंडिया कंपनी की फौज की 34वीं बंगाल नेटिव इनफैंट्री में मंगल पांडे ने एनफील्ड पी-53 राइफल का विरोध किया, जिसके कारतूस पर सुअर और गाय की चर्बी लगी थी । अपनी हिम्मत और हौसले के दम पर समूची अंग्रेजी हुकूमत के सामने पहली चुनौती पेश करने वाले व आजादी की लड़ाई के अगदूत कहे जाने वाले मंगल पांडे 1857 में 8 अप्रैल को शहीद हुए थे ।
पिछले कुछ समय से तो भारत में गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने तक मांग उठने लगी है। आजकल भारत में जहां गौ रक्षा, गौ सुरक्षा और गौ संवर्धन को लेकर कवायदे हो रही हैं, वहीं भगवान श्रीकृष्ण के देश में पवित्र गाय अपनी प्राणरक्षा के लिए कूड़े के ढेर में कचरा और प्लास्टिक खाने पर मजबूर है।
भूखी प्यासी गाय करे करुणामयी पुकार, ये मानव कर मेरी सेवा और ले ले मंगल दुआएं हज़ार। हमें यथा संभव गाय की सेवा करनी चाहिए ताकि गौ सेवा करके हम अपने जीवन को धन धान्य और खुशियों से भर सके क्योंकि अथर्ववेद में गाय को ‘धेनु: सदनम् रमीणाम’ कहा गया है और इसे धन-संपत्ति का भंडार कहा गया है।
सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा इंट्री का खेल
- शोसल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई
नवादा : पूरे देश में जीएसटी लागू होने के बावजूद जिले के राजमार्ग संख्या 31पर रजौली के समेकित जांच केंद्र पर आज भी इंट्री माफिया का खेल जारी है । यह खेल वाहनों में ओवरलोडिंग के नाम पर की जा रही है । परिवहन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहे इस खेल से सरकारी राजस्व को चूना लग रहा है । इसके लिए बजाप्ता इंट्री माफियाओं द्वारा सोशल मीडिया पर मोबाइल नम्बर तक डाला जा रहा है ।
एक अगस्त को सोशल मीडिया पर इंट्री माफिया अरूण कुमार उर्फ मुखिया जी उर्फ बावू ने दो मोबाइल नम्बर 9973219818 व 9801408553 जारी कर अधिकारियों का रेट डीटीओ 1500, एमभीआई 1700 व मोबाइल प्रवर्तन निरीक्षक 2000 कुल 5200 रूपये प्रति ट्रक प्रतिमाह का भुगतान कर एक माह के लिए आवागमन के क्रम में वाहन जांच न करने की गारंटी से संबंधित संदेश जारी किया । इसके लिए प्रति ट्रक प्रति खेप 800 रूपये का भुगतान वाहन मालिक को करने के लिए दोनों मोबाइल नम्बर जारी किया गया ।
सोशल मीडिया व अखब़ारों पर खबर ने भले ही खूब वाहवाही लूटी हो लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी । यहां तक कि न तो मोबाइल नम्बर की जांच की गयी न ही इसके सत्य व असत्य होने से संबंधित किसी पदाधिकारी ने अपना मुंह तक खोलना मुनासिब समझा ।
जाहिर है जब कुछ बोलने का रहेगा तभी तो कोई कुछ बोल पाएगा । परिणाम है कि आज भी समेकित जांच केंद्र पर इंट्री माफिया का खेल जारी है । सुनील कुमार की है अहम भूमिका:- इस खेल में परिवहन विभाग के एक अधिकारी जिन्होंने वसूली के लिए सुनील कुमार को अपने निजी सचिव के रूप में बहाल कर रखा है उनकी भूमिका अहम है। इतना ही नहीं ये वाहनों से बगैर रसीद दिये ही 300 से 400 रूपये की नाजायज राशि वसूल आने जाने की अनुमति प्रदान की जाती है जिससे सरकार को प्रति माह दस से पन्द्रह लाख रूपये राजस्व की क्षति हो रही है ।
समेकित जांच केंद्र पर बिहार- झारखण्ड के प्रवेश द्वार पर दर्जनों मोटरसाइकिल के साथ इंट्री माफिया का जमावड़ा इसकी पुष्टि करने के लिए काफी है । चितरकोली गांव के लङके कर रहे वसूली:- उक्त कार्य में चितरकोली गांव के लङके अहम भूमिका अदा कर रहे हैं । कल तक जिनके पास चढने के लिए सायकिल तक नहीं था आज आलिशान मकान से लेकर 5 से लेकर 10 लग्जरी वाहन से लेकर ट्रक के मालिक बन बैठे हैं । अगर ऐसे लोगों की संपत्ति की जांच करायी जाये तो सच्चाई से पर्दा उठना तय है ।
बहरहाल रजौली समेकित जांच केंद्र पर परिवहन से जुड़े अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी राजस्व की वसूली कम अपनी निजी कमाई का खेल जारी रहने से सरकारी राजस्व को चूना लग रहा है ।