भारत स्काउट और गाइड ने मतदाताओं को किया जागरूक
सारण : भारत स्काउट और गाइड सारण के द्वारा गड़खा इकाई बलिराम सिंह शालिग्राम सिंह ओपेन ट्रूप गड़खा बसंत स्काउट के लीडर व एडवांस स्काउट मास्टर आशीष रंजन सिंह के द्वारा मतदाता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया जिसमे जलाल बसंत 13 और 14 बूथ में जाकर वहाँ के ग्रामीणों में को बताया गया कि वोट देना कितना जरूरी हैं दूध रोटी खाएंगे वोट देने जाएंगे , लोकतंत्र का हैं आधार वोट न हो कोई बेकार , देश तररकी तभी करेगा हर वोटर जब वोट करेग । आज पंचमढ़ी दिवस के अवसर पर लार्ड वेदेन पॉवेल व लेडी वेडेन पॉवेल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर पंचमढ़ी दिवस मनाया ।
इस कार्यक्रम का आयोजन सारण के DOC आलोक रंजन जी के निर्देशानुसार किया गया वही आलोक जी ने कहा कि आज पूरे सारण में पहली बार आशीष रंजन के द्वारा मतदाता जागरूकता रैली का आयोजन किया गया , ये बहुत ही सराहनीय हैं काफी अच्छा कदम हैं एक नई समाज की दिशा की ओर , और मेरा मानना हैं कि एक से एक गड़खा में प्रोग्राम होगा आशीष के नेतृत्व में ।
वही वर्चुवल रूप से जुड़ कर सारण के राष्ट्रपति स्काउट अमन राज ने कहा कि आज का ये प्रोग्राम बहुत ही सराहनीय व्यतीत होता हैं और इस तरह का जागरूकता कार्यक्रम होते रहना चाहिए, मैं आशीष जी के इस कार्यक्रम की सराहना करता हूं ।
वही सारण ज़िला के एडवांस स्काउट मास्टर ज्योति भुसन सिंह ने कहा कि मतदाता जागरूकता अभियान आशीष के नेतृत्व में सफल रहा और मैं आशीष के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।
वही कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित हुए मुन्ना सिंह, नैतिक सिंह चौहान, आशुतोष सिंह, चंदन कुमार प्रसाद, विशाल कुमार, सूरज कुमार, मनु कुमार उपस्थित हुए व कार्यक्रम को सफल बनायें ।
इनरव्हील क्लब ने शौचालय निर्माण के लिए दी सामग्री
सारण : इनरव्हील क्लब छपरा ने सामाजिक कार्यों में जिले में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। क्लब की प्रेसिडेंट वीणा शरन ने गुरुवार को महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टी से अत्यंत गरीब महिला रूपगंज निवासी मीनू देवी के शौचालय के निर्माण के लिए करकट, बांस, सीमेंट इत्यादि देकर सहायता की।
इस अवसर पर क्लब की प्रेसिडेंट और सेक्रेटरी मधुलिका तिवारी ने बुजुर्ग महिला को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में निजात दिलाने में मदद देने का भी आश्वासन दिया। इस मौके पर क्लब की सदस्य अर्चना रस्तोगी उपस्थित रहीं। इस आशय की जानकारी क्लब सेक्रेटरी मधुलिका तिवारी ने दिया।
स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से अब आने लगी कोरोना संक्रमण में कमी
सारण : जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अथक प्रयास के बदौलत जिले में कोरोना संक्रमण के मामले में लगातार कमी आ रही है। कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है। हालांकि यह बात जरूर है कि संक्रमण प्रभावितों की संख्या पूर्व की तुलना में कम हैं। लेकिन संक्रमण के डर को नजरअंदाज कर लापरवाही बरता जाना जोखिम भरा है। मास्क लगाने, हाथों को नियमित धोने व सैनेटाइज करने तथा भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने और बहुत आवश्यक होने पर ही बाहर जाने के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करने जैसे नियमों का पालन बहुत जरूरी है।
रिकवरी रेट 88 प्रतिशत :
कोविड 19 संक्रमण की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग और आमजन की सामूहिक भागीदारी का परिणाम सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रमों के बाद लोगों में नियमों का पालन को लेकर सजगता आयी है। इसका परिणाम है कि सारण जिला में संक्रमण का रिकवरी रेट 88 प्रतिशत हो गया है। कोरोना पॉजिटिव 100 लोगों में से 88 प्रतिशत लोग ठीक हुए हैं। यह रिकवरी रेट राज्य के औसत रिकवरी रेट बराबर है। राज्य का औसत रिकवरी रेट 88 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है।
कोरोना से बचाव के लिए सतर्कता बेहद जरूरी:
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने कहा कि संक्रमण से रिकवरी रेट के आंकड़ें उत्साहजनक जरूर हैं, लेकिन सर्तकता भी बहुत जरूरी है। इसलिए कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपनाए जानेवाले सुरक्षात्मक उपाय को अभी अपनी आदतों में शामिल रखें। जैसे-घर से बाहर निकलने पर मास्क का इस्तेमाल, घर वापस आने पर हाथ को साबुन से 40 सेकेंड धोना, 6 फीट की शारीरिक दूरी का पालन आदि नियमों व एहतियातों को अपना कर ही कोरोना वायरस पर विजय पायी जा सकती है।
संक्रमण के मामले में भी कमी:
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि जिला का रिकवरी रेट बढ़ने के साथ संक्रमण के मामलों में भी कमी आयी है। अभी जिले का रिकवरी रेट 88 प्रतिशत हो गया है। अर्थात जो भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं उनमें 88 प्रतिशत पूरी तरह से ठीक हुए हैं। उन्होने कहा कि कोरोना से बचने का बेहतर तरीका है कि घर से कम निकलें। अगर घर से बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगायें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। इस व्यवहार को अपनाने से कोरोना से बचाव में आसानी होगी। सावधानी से हीं कोरोना से बचाव हो सकता है और यही इसका सबसे कारगर हथियार भी है।
पोषण माह के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगाए गए फलदार पौधे
सारण : जिले में राष्ट्रीय पोषण माह अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर सहजन, पपीता व अन्य पौधे लगाये गये। आंगनबाड़ी केंद्रों पर सहजन के पौधे लगवाने का मुख्य उद्देश्य गर्भवती माताओं को इसके प्रयोग पर बल देना है। उन्हें प्रेरित किया जा रहा है कि सहजन की सब्जी, सूप आदि का प्रयोग करने से उनका स्वास्थ्य तो उत्तम होगा ही जन्में बच्चे भी स्वस्थ होंगे। इतना ही नहीं केंद्र के नौनिहालों को भी इसका सेवन कराया जाएगा ताकि उन्हें विटामिन युक्त आहार मिल सके। आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडेय ने कहा कि पौधों के वृक्ष बनने से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा तो मिलेगा ही स्वस्थ समाज की परिकल्पना भी साकार होगी। सहजन के प्रयोग से गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य बेहतर होने के साथ कुपोषित बच्चों का कुपोषण भी दूर होगा। ये पौधे आम लोगों के लिए भी लाभकारी साबित होंगे। वृक्षों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। ऐसे में जरूरी है कि सभी अधिक से अधिक पौधे लगाएं।
गुणों की खान है सहजन की पौधा:
पोषण अभियान के जिला समन्वयक सिद्धार्थ कुमार सिंह ने बताया कि सहजन गुणों की खान है। इसमें विटामिन ए, बी व सी तो मिलता ही है। साथ ही इसके सेवन से कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन भी प्राप्त होता है, जो माताओं व शिशुओं को सुपोषित करने में सहायक साबित होगा। सहजन के पौधे आसपास के वातावरण को भी शुद्ध रखते हैं।
नय प्रयास से दूर होगा कुपोषण:
आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए नित नए प्रयास किए जा रहे हैं। बाल विकास विभाग की ओर से कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में पंजीरी आदि का वितरण तो किया ही जा रहा, गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य की जांचकर आयरन व अन्य प्रकार के विटामिन की गोलियां दी जा रही हैं ताकि कुपोषण को जड़ से समाप्त किया जा सके।
सामुदायिक गतिविधियों से पोषण पर जागरूकता :
पोषण माह के दौरान सामुदायिक स्तर पर आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों का विशेष आयोजन किया जा रहा है। जिसमें अन्नप्राशन दिवस, गोदभराई एवं प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा दिवस के आयोजन मुख्य रूप से शामिल है।
गृह भ्रमण पर बल:
आँगनवाड़ी सेविका अपने-अपने पोषक क्षेत्र में पूर्व नियोजित घरों का भ्रमण कर रही हैं। साथ ही कमजोर नवजात शिशु की पहचान, 6 माह से अधिक उम्र के बच्चों को ऊपरी आहार, महिलाओं में एनीमिया की पहचान एवं रोकथाम तथा शिशुओं में शारीरिक वृद्धि का आंकलन करने का कार्य कर रही हैं।
रिविलगंज में शैलेंद्र सेंगर ने कियाजनता से संवाद
सारण : भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर ने रिविलगंज नगर में बिंद जाति के साथ संवाद किया. रिविलगंज नगर के बिंद जाति के लोग सरयू नदी पार सिताब दियारा से यहाँ आकर बसे हैं. इनलोगों का मुख्य पेशा परवल की खेती करना है. कई बार इस खेती के मार खा जाने से इनकी भूखमरी की नौबत आ जाती है. तब ये लोग मजदूरी कर अपना गुजर बसर करते हैं. अपने संबोधन में श्री सेंगर ने कहा कि सरकार मछली पालन को एक उद्योग के रूप में विकसित करने का प्रयास कर रही है और आप लोगों को मत्स्य पालन की योजनाओं से लाभ उठाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने तथा मछली क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के साथ निर्यात को बढ़ाने के लिए प्रधान मंत्री के द्वारा नीली क्रांति की शुरुआत की गई है. इसका उद्देश्य देश की मत्स्य पालन की क्षमता के एकीकृत विकास के लिए एक सक्षम वातावरण बनाना, जैव – सुरक्षा और पर्यावरण संबंधित चिंताओं को ध्यान में रखते हुए मछुआरों और मत्स्य किसानों की आय की स्थिति में पर्याप्त सुधार करना है. बिहार सरकार ने भी मत्स्य पालन योजना के तहत प्रदेश के ईच्छुक किसानों से आवेदन माँगा है इसके तहत जो किसान भाई मछली पालन पर सब्सिडी चाहते हैं आवेदन कर सकते हैं. मिशन नीली क्रांति मिशन योजना का गठन देश के अंतर्देशीय और समुद्री मत्स्य पालन की पूरी क्षमता के दोहन के लिए इसे एक पेशेवर आधुनिक विश्व स्तरीय उधोग के रूप में विकसित करना है. देश के मछुआरों और मत्स्य किसानों की आय को दुगना करना और उनकी अच्छी आय सुनिश्चित करना है. मछली पकड़ने के उद्योग की स्थिरता को सक्षम करने के लिए जैव सुरक्षा और पर्यावरण संबंधित चिंताओं का समाधान सुनिश्चित करना है.
नई तकनीकों और प्रक्रियाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ मत्स्य उद्योग को एक आधुनिक उद्योग के रूप में बदलना इसका उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि आपलोगों की आय बढ़ाने में मछुआरों और मछली किसानों की समावेशी भागीदारी सुनिश्चित करना इस योजना का लक्ष्य है. इसके बाद उन्होंने बारी-बारी से लोगों की समस्याओं को जाना और उसके समाधान का आश्वासन दिया. इस संवाद कार्यक्रम में सुखाड़ी बिंद, सत्येन्द्र बिंद, चांद गोबिंद बिंद, श्रगासन बिंद, मनोज बिंद, सत्यनारायण बिंद, शंभू बिंद, सुदर्शन बिंद, विश्वनाथ बिंद, भिखारी बिंद, सुग्रीव बिंद, बाबूलाल बिंद, मुनिया देवी, लालझरी देवी, द्रोपदी देवी, फुलझड़ी देवी, लालपती देवी, सविता देवी आदि उपस्थित रहे.
सहायता राशि के लिए अंचल कार्यालय का चकर लगा रहे बाढ़ पीड़ित
सारण : बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगभग लोग अपने घरों को लौट चुके हैं। लेकिन सरकार के द्वारा निर्धारित बाढ़ सहायता की राशि सभी प्रभावित लोंगो को नहीं मिल पाया हैं। उक्त बातें मुखिया संगम बाबा ने तरैया के पचरौर, नेवारी, मुरलीपुर, सिरमी में जनसंपर्क व पानापुर के कोंध पंचायत के भगवानपुर, धेनुकी, रामपुर खरौनी, में राहत सामग्री के वितरण करते हुए कहीं।
लोगों का आरोप है कि सरकार 2017 के बाढ़ पीडि़त परिवार के डाटा के हिसाब से राशी हस्तांरित कर रही हैं, लेकिन नए परिवारों को सहायता राशि के लिये बार-बार अंचल कार्यालय पर चक्कर लगाने के बाद भी उसका निदान नहीं हो पा रहा है। वहीं संगम बाबा ने बताया कि सरकार को नए सिरे से सर्वेक्षण करा कर तुरंत छूटे परिवारों को सहायता राशि मुहैया कराना चाहिए। मौके पर साहेब यादव, पिंटू यादव, गुड्डू राय, शाहबाज आलम, अर्जुन राय, शंकर सिंह, महेश्वर राय, पिन्टू राय, छोटा बाबा मौजूद थें।
मुआवजा नहीं मिलने पर बाढ़ पीड़ितों ने किया प्रदर्शन
सारण : गड़खा प्रखण्ड के आधे दर्जन से अधिक पंचायतो में बाढ़ के पानी से बेहाल ग्रामीणों ने राहत एवं जीआर की राशि नही मिलने से बुधवार को संयम खो दिया। दुरगौली , मशरक पश्चिमी, कर्णकुदरिया, नवादा , बहरौली एवं कवलपुरा पंचायत के बाढ़ पीडि़तों ने राहत एवं सुविधा से अभी तक वंचित रहने को लेकर बुधवार को मशरक अंचल कार्यालय पर बवाल काटा। आक्रोशित सैकड़ो बाढ़ पीडि़त महिला पुरुष ने बुधवार के दोपहर बाद अंचल कार्यालय पहुँच अपनी व्यथा बताने के लिए आपदा प्रभारी पदाधिकारी को खोजने लगे। लेकिन कार्यालय में बैठे पदाधिकारी बाहर नही निकले।
आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन एवं सरकार विरोधी नारे लगाते हुए हंगामा करने लगे। अपने को आपदा से मुक्त बताते हुए मशरक सीओ एवं बीडीओ प्रखण्ड कार्यालय परिसर अवस्थित कार्यालय में जमे रहकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार वर्मा द्वारा सअनि अशोक कुमार चौधरी एवं शयमबिहारी पांडेय को भेजा लेकिन बाढ़ पीडि़तों के आक्रोश के आगे सभी घण्टो बेहाल रहे फिर स्थानीय लोगो के प्रयास से काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने हंगामा शांत कराया। लोगो की शिकायत थी कि बाढ़ के दौरान राहत का बंदरबाट करने के बाद प्रशासन जीआर की राशि के लिए परेशान कर रही है । कई लोग गांव में घूमकर जीआर की राशि भेजने के लिए नजराना मांगते है । कुछ लोगो ने राशि दी जिनका पैसा खाते में आ गया है।
प्रदर्शन करियो में काफी संख्या में महिलाएं अपने छोटे बच्चों के साथ पहुँची थी। प्रदर्शनकारियों में लोजपा के प्रखंड अध्यक्ष सुनिल कुमार सिंह , कवलपुरा के दिनेश कुमार सिंह के अलावे अनुप तिवारी ,चितरंजन श्रीवास्तव ,जयकान्त सिंह, सैदा बेगम, ज्ञान्ती देवी,अनिता देवी,रूकशाना खातून, मुनमुन बाबा, बसंती देवी, मालती देवी , कलावती देवी,शान्ति देवी,मनिन्द्र कुशवाहा ,बिमल देवी,राजमोहन देवी,गौतम सिंह,मीना देवी ,रेखा देवी,प्रभु साह,मिश्री साह,सुनील साह,गोलू साह, प्रीति देवी , नसरूद्दीन अंसारी सहित अन्य थे।
जदयू कार्यकर्ताओं ने निकाला विशाल मोटरसाइकल रैली
सारण : जदयू कार्यकर्ताओ ने बुधवार को विशाल मोटरसाइकिल रैली निकाल युवा शक्ति का प्रदर्शन किया। इसके पूर्व सभी कार्यकर्ता रसूलपुर चट्टी पर इकट्ठा हुए जहां विधायक मनोरंजन कुमार सिंह उर्फ धुमल सिंह के पुत्र मनु सिंह के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में बाइक सवार युवा कार्यकर्ताओ ने रैली निकाली जो रसूलपुर, एकमा, माने, छित्रवलिया, रामपुर बिंदलाल, बेतवनीया, तिलकार, परसा गढ़ बाजार, हुस्सेपुर होते हुए पुनः पार्टी कार्यालय लौटी।
इस दौरान लोगो ने धुमल सिंह जिन्दावाद सहित कई नारे लगाए। युवा कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि इस बार भी एकमा विधानसभा में जदयू का ही जीत सुनिश्ति है। लोग क्षेत्र में हुए विकास को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन करेंगे और फिर इस बार भी गठबंधन की ही सरकार बनेगी। इस अवसर पर राजेश्वर सिंह, विनय पांडेय, मुरली सोनी, सुनील रस्तोगी, रोहित ओझा, विकास सिंह, नवनीत सिंह, अन्ति सिंह, प्रिंश कुमार, दीपक सिंह, हरेन्द्र सिंह सहित सैकड़ो लोग मौजूद थे।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनाका हुआ शुभारंभ
सारण : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना का शुभारंभ किया गया। इस क्षेत्र से जुड़े लोगों पशुपालन एवं कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा 294.53 करोड़ रुपये की योजना का बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो शुभारंभ किया गया उसके लिए देश के प्रधानमंत्री को कोटि-कोटि साधुवाद। भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने वर्चुअल प्रसारण देखते हुए बताया कि आज प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम का वर्चुअल प्रसारण भारतीय जनता पार्टी के प्रत्येक मंडल के मंडल अध्यक्षों ने अपने-अपने मंडलों में देखा।
जिले में जिला अध्यक्ष रामदयाल शर्मा के साथ जिले के पदाधिकारीयो ने देखा। भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रवक्ता विवेक कुमार सिंह प्रधानमंत्री को साधुवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा मत्स्य पालकों पशुपालकों किसानों के हित में किया गया कार्य ऐतिहासिक एवं बिहार को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा। जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान 5 करोड़ की लागत से सीतामढ़ी के डुमरा में बखरी मछली बीज फार्म, 10 करोड़ का किशनगंज के मत्स्य पालन कॉलेज और पटना स्थित बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में जलीय रेफरल प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। पटना के मसौढ़ी का 2 करोड़ का फिश ऑन व्हील्स, मधेपुरा का एक करोड़ का मत्स्य चारा मिल, 2.87 करोड़ का कृषि विश्वविद्यालय, पूसा का समेकित मात्स्यिकी उत्पादन प्रौद्योगिकी केन्द्र का उद्घाटन किया।
वहीं 84.27 करोड़ की लागत से बनी पूर्णिया सीमेन स्टेशन, 8.06 करोड़ का पटना में एम्ब्र्यो ट्रांसफर टेक्नोलॉजी और आईवीएफ लैब, 2.13 करोड़ का बेगूसराय, खगड़िया, समस्तीपुर, नालन्दा और गया में तैयार सेक्स सार्टेड सीमेन परियोजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कृषि विवि समस्तीपुर का 11 करोड़ से बना स्कूल ऑफ एग्रीबिजिनेस एंड रूरल मैनेजमेंट के भवन का उद्घाटन, 27 करोड़ का ब्वायज हॉस्टल, 25 करोड़ का स्टेडियम और 11 करोड़ का इंटरनेशनल गेस्ट हाउस का शिलान्यास किया। मोदी हैं तो मुमकिन हैं।
आज के इस कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष रामदयाल शर्मा, जिला महामंत्री शांतनु कुमार ,जिला प्रवक्ता विवेक कुमार सिंह, जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ,जिला मंत्री सुपन राय, नितिन राज वर्मा, बलवंत सिंह सहित अन्य गणमान्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
पूर्व सरपंच विधा सिंह के निधन से शोक
सारण : तरैया इसुआपुर भोरहा पंचायत के 80 वर्षीय पूर्व सरपंच विधा सिंह का बुधवार को निधन हो गया। जहाँ गुरुवार को डाक बंगला घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। वे काफ़ी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। जहां पहुँच शोकाकुल परिवार के बीच मुखिया संगम बाबा ने शोक व्यक्त किया । मुखिया संगम बाबा ने कहा कि विधा सिंह व्यक्तित्व के धनी आदमी थें, उनके जाने से परिवार व पानापुर के राजनीति को गहरी क्षति हुई है।
वहीं नारायणपुर यादव टोला, महुली यादव टोला व परौना में राहत सामग्री वितरण तथा पचरौर, गवन्दरी, नारायणपुर, रामपुर महेश, फरीदपुरा में मुखिया संगम बाबा ने लोगों से जनसंपर्क किया। वही जन सम्पर्क के दौरान मुखिया संगम बाबा ने बताया कि गरीबों व असहायों की मदद करके सुकून व ऊर्जावान महसूस करता हूँ। मौके पर टुन्नू सिंह, राजेश राय, मो०नाज, अभिषेक सिंह, बिटटू सिंह, छोटू सिंह, टूटू सिंह, सतेंद्र राम, बिटटू राम, राजू सिंह, महेश्वर राय सोनु, मौजूद थें।